आईपीओ में इनवेस्ट कैसे किया जाता है?

शेयर बाजार क्या है
शेयर बाजार क्या है इसको जानने के लिए हम व्यापार को विस्तार के बारे में जानेंगे कोई कंपनी के मालिक कंपनी में अपने सारे पैसा नहीं लगता । कम्पनी को मूल्य वृद्धि करने के लिए पैसे को या तो बैंक से लोन लेना पड़ता है।
या कंपनी अपना कुछ शेयर अर्थात कम्पनी का मालिकाना हिस्सा बेचती है जो आईपीओ को निकाल कर करती है।ये आईपीओ एक शुरुआती चरण होता है देश के स्थापित शेयर बाजार में लिस्ट होने का।
शेयर मार्केट आईपीओ में इनवेस्ट कैसे किया जाता है? में कितनी तरह से इन्वेस्टमेंट होता है
शेयर बाजार क्या है जानने के बाद शेयर बाजार में कितने तरह से investment किया जा सकता है ये जानते है।शेयर मार्केट में इन्वेस्टमेंट करने के दो तरीके है ।
लॉन्ग टर्म इन्वेस्टमेंट
शॉर्ट टर्म इन्वेस्टमेंट
शेयर बाजार |
1 लॉन्ग टर्म इन्वेस्टमेंट
लॉन्ग टर्म इन्वेस्ट में अपने पैसे को लॉन्ग टर्म अर्थात अधिक समय के लिए इन्वेस्ट किया जाता है । लॉन्ग टर्म इन्वेस्टमेंट में अधिक लाभ प्राप्त होने की संभावना अधिक होती है।
अगर आप अधिक लाभ प्राप्त करना चाहते है तो हमेशा निवेश लांग टर्म के लिए करिये। हमेशा निवेश करने से पहले भविष्य में जिस वस्तु की मांग ज्यादा हो उसी से संबंधित कंपनी में निवेश करिये।
शार्ट टर्म इन्वेस्टमेंट
शेयर बाजार में शॉर्ट टर्म इन्वेस्टमेंट का अभिप्राय होता है दिन भर के लिए इन्वेस्टमेंट इसको दूसरे शब्दों में इंट्राडे ट्रेडिंग भी कहते है।इंट्रा डे ट्रेडिंग में पैसे दीन भर के लिए लगाए जाते है।इसमें उसी दिन पैसा लगा कर उसी दिन पैसा निकाल लेते है।
शेयर बाजार ऊपर नीचे कैसे होता है
शेयर बाजार को उपर नीचे होने के कई कारण होता है जैसे राजनितिक उठापटक , मांग और आपूर्ति में उठापटक आदि,। शेयर मार्केट को उपर नीचे होने के कई कारणों में एक कारण है राजनीतिक उठा पटक इन्वेस्टर को भरोसे वाले राजनीतिक पार्टी को सत्ता संभालने से शेयर मार्केट ऊपर जाता है।
उसी तरह मांग और आपूर्ति के वजह से भी शेयर मार्केट ऊपर नीचे जाता है।दूसरी वजह होता है सक्रत्मक न्यूज और नकारात्मक न्यूज ।
शेयर बाजार में जब निवेशक पैसे लगते है तब शेयर मार्केट ऊपर जाता है जब निवेशक पैसे निकलते है तो शेयर नीचे जाता है यही कारण है बाजार को उपर नीचे जाने के कारण।
शेयर बाजार में पैसा कब लगाए
शेयर बाजार में पैसा लगने से पहले बाजार का अध्ययन करना जरूरी है क्योंकि जन्हा भी आप पैसा लगा रंहें है उसके बारे में आपका ज्ञान होना जरूरी है।
हर व्यक्ति का अपना स्ट्रेडजी होती है अपना तरीका हर व्यक्ति की अवसक्ता अलग अलग होती है अतः अपने हिसाब से अपने पैसे का निवेश करें।बाजार में निवेश करने से पहले निम्नलिखित बातों पर ध्यान दें
शेयर बाजार |
1 बाजार का उतार चढ़ाव
अपने पैसे का निवेश उसी शेयर करें जिस क्षेत्र का मूल्य निचले असतर पर हो पर उसके मूल्य में वृद्ध होने की संभावना हो।
अधिक मूल्य होने पर मूल्य को नीचे आने की संभावना अधिक होती है।
2 मांग और आपूर्ति
उसी शेयर में निवेश करना लाभप्रद होता है जिस शेयर वाली कंपनी की मैन्युफैकचरिंग की गई बस्तु की मांग अधिक होने वाली है।
अंत में इतना ही कहना चाहूंगा कि मार्केट निवेशक के मनोभाव पर आधारित होता है जब तक बाजार को समझे नहीं तब तक निवेश नहीं करना चाहिए।पहले बाजार को समझे फिर निवेश करें।
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fino payment bank IPO apply or not | fino payment bank iPO review in hindi
आज इस आर्टिकल में हम fino payment bank ipo के बारे में बात करने वाले है। और जानेंगे की आपको इस fino payment bank ipo में लेना चाहिए या नहीं (fino payment bank ipo apply or not) आपको बता दे की गवर्नमेंट ने रूरल एरिया में बैंकिंग डेवलपमेंट के लिए और रूरल एरिया में रहने वाले लोगों को बैंकों से जोड़ने के लिए बहुत सारे अनेक पेमेंट बैंक को आरबीआई ने लाइसेंस जारी किए जैसे पेटीएम पेमेंट बैंक एयरटेल पेमेंट बैंक उसी प्रकार fino payment bank को भी आरबीआई में लाइसेंस दिया था।
तो आज हम इस आर्टिकल के अंदर फिनो बैंक के आईपीओ के बारे में बात करने वाले हैं जो कि 12 नवंबर 2021 को लॉन्च हुआ । क्या आपको इस आईपीओ के अंदर इन्वेस्ट करना चाहिए या नहीं अगर यदि आप इसके अंदर इन्वेस्ट करते हैं तो आपको इससे आने वाले समय में कितना फायदा होगा आपके इन्हीं सब सवालों के बारे में बात करते हैं।
Fino payment bank क्या है
फिनो पेमेंट बैंक एक उभरती हुई डिजिटल पेमेंट बैंकिंग कंपनी है जो बैंकिंग से जुड़ी अनेक प्रकार की सर्विसेज देती है। और इसका मुख्य मकसद रूरल एरिया में रहने वाले लोगों को बैंकिंग सेक्टर से जोड़ना है । इस बैंक की मदद से आप अपना saving bank account , current bank account, खुलवा सकते है।इसके साथ ही आप इस बैंक से loan, debit card, credit card और insurance आदि से जुड़ी अनेकों सर्विसेज ले सकते है।
जैसे कि हमने आपको बताया कि आरबीआई पेमेंट बैंक को इसलिए लाइसेंस दीया ताकि रूरल एरिया में डिजिटल बैंकिंग को बढ़ावा मिल सके। लेकिन इसके साथ ही आरबीआई ने इन पेमेंट बैंक्स पर बहुत सारे प्रतिबंध भी लगा रखे हैं।
- सबसे पहला यह है कि इन पेमेंट बैंक के माध्यम से एक लाख से ज्यादा का डिपाजिट नहीं किया जा सकता
- जितना भी डिपाजिट पेमेंट्स बैंक के पास आता है उनका 75% गवर्नमेंट सिक्योरिटी मैं इनवेस्ट करना होगा।
- और बचा हुआ 25% अपने हिसाब से कहीं पर भी इन्वेस्ट कर सकते हैं
- इसी के चलते fino payment bank और इसी तरह के अन्य पेमेंट्स बैंक का प्रॉफिट मार्जिन कम हो जाता है।
Fino payment bank ipo apply or not
अब बात करें तो इस आईपीओ में आपको अप्लाई करना चाहिए या नहीं इसके लिए आपको कुछ बातों का ध्यान रखना होगा जो यह है कि यह पेमेंट बैंक एक independent कंपनी नहीं है यानी कि आरबीआई ने इनको लाइसेंस दे रखा है और इसके साथ ही कुछ प्रतिबंध भी लगा रखे हैं । क्योंकि हमने आपको इस आर्टिकल के अंदर बताएं। इन सबके चलते पेमेंट्स बैंक ज्यादा प्रॉफिट में नहीं रह पाते हैं।
और उसके साथी आपको यह भी पता होना चाहिए कि आरबीआई ने सबसे पहले 11 पेमेंट्स बैंक को लाइसेंस दिया था। यानी कि शुरुआत में 11 पेमेंट्स बैंक थे जो आज के समय में 6 रह गए हैं यानी कि 5 पेमेंट्स बैंक बंद हो चुके हैं।
वहीं अगर फाइनेंसियल ईयर 2021 मैं फिनो पेमेंट्स बैंक के टोटल डिपाजिट की बात करें तो इसका कुल डिपाजिट ₹2.41 billion था जो कि काफी कम है। वहीं अगर पेटीएम पेमेंट्स इन की बात करें तो उसका टोटल डिपाजिट लगभग ₹28.70 billion था। इसकी तुलना फिनो बैंक के टोटल डिपाजिट से करें तो बहुत ही कम है।
तो ऐसे में इस प्रकार के आईपीओ में अप्लाई करना काफी व्हिस्की हो सकता है और यदि आप इसके अंदर इन्वेस्ट करना ही चाहते हैं तो आपको ध्यान से सभी बातों को ध्यान में रखकर इसके बाद इन्वेस्ट करना चाहिए।
Conclusion
हमने इस आर्टिकल में fino payment bank ipo apply or not इसके बारे में बात की और उसके साथी हमने जाना कि या फिनो पेमेंट बैंक क्या है और किस प्रकार से काम करता है। और हमने fino payment bank ipo मैं इन्वेस्ट करने से जुड़े रिस्क फैक्टर के बारे में बात की।
यदि आपको यह आर्टिकल अच्छा लगा है तो आप इसे फेसबुक व्हाट्सएप और टि्वटर पर अपने दोस्तों के साथ जरुर शेयर करें।
Disclaimer : ऊपर दिए गए विचार और सिफारिशें व्यक्तिगत विश्लेषकों या ब्रोकिंग कंपनियों के हैं, न कि hindiAstar के।
fino payment bank IPO apply or not | fino payment bank iPO review in hindi
आज इस आर्टिकल में हम fino payment bank ipo के बारे में बात करने वाले है। और जानेंगे की आपको इस fino payment bank ipo में लेना चाहिए या नहीं (fino payment bank ipo apply or not) आपको बता दे की गवर्नमेंट ने रूरल एरिया में बैंकिंग डेवलपमेंट के लिए और रूरल एरिया में रहने वाले लोगों को बैंकों से जोड़ने के लिए बहुत सारे अनेक पेमेंट बैंक को आरबीआई ने लाइसेंस जारी किए जैसे पेटीएम पेमेंट बैंक एयरटेल पेमेंट बैंक उसी प्रकार fino payment bank को भी आरबीआई में लाइसेंस दिया था।
तो आज हम इस आर्टिकल के अंदर फिनो बैंक के आईपीओ के बारे में बात करने वाले हैं जो कि 12 नवंबर 2021 को लॉन्च हुआ । क्या आपको इस आईपीओ के अंदर इन्वेस्ट करना चाहिए या नहीं अगर यदि आप इसके अंदर इन्वेस्ट करते हैं तो आपको इससे आने वाले समय में कितना फायदा होगा आपके इन्हीं सब सवालों के बारे में बात करते हैं।
Fino payment bank क्या है
फिनो पेमेंट बैंक एक उभरती हुई डिजिटल पेमेंट बैंकिंग कंपनी है जो बैंकिंग से जुड़ी अनेक प्रकार की सर्विसेज देती है। और इसका मुख्य मकसद रूरल एरिया में रहने वाले लोगों को बैंकिंग सेक्टर से जोड़ना है । इस बैंक की मदद से आप अपना saving bank account , current bank account, खुलवा सकते है।इसके साथ ही आप इस बैंक से loan, debit card, credit card और insurance आदि से जुड़ी अनेकों सर्विसेज ले सकते है।
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- जितना भी डिपाजिट पेमेंट्स बैंक के पास आता है उनका 75% गवर्नमेंट सिक्योरिटी मैं इनवेस्ट करना होगा।
- और बचा हुआ 25% अपने हिसाब से कहीं पर भी इन्वेस्ट कर सकते हैं
- इसी के चलते fino payment bank और इसी तरह के अन्य पेमेंट्स बैंक का प्रॉफिट मार्जिन कम हो जाता है।
Fino payment bank ipo apply or not
अब बात करें तो इस आईपीओ में आपको अप्लाई करना चाहिए या नहीं इसके लिए आपको कुछ बातों का ध्यान रखना होगा जो यह है कि यह पेमेंट बैंक एक independent कंपनी नहीं है यानी कि आरबीआई ने इनको लाइसेंस दे रखा है और इसके साथ ही कुछ प्रतिबंध भी लगा रखे हैं । क्योंकि हमने आपको इस आर्टिकल के अंदर बताएं। इन सबके चलते पेमेंट्स बैंक ज्यादा प्रॉफिट में नहीं रह पाते हैं।
और उसके साथी आपको यह भी पता होना चाहिए कि आरबीआई ने सबसे पहले 11 पेमेंट्स बैंक को लाइसेंस दिया था। यानी कि शुरुआत में 11 पेमेंट्स बैंक थे जो आज के समय में 6 रह गए हैं यानी कि 5 पेमेंट्स बैंक बंद हो चुके हैं।
वहीं अगर फाइनेंसियल ईयर 2021 मैं फिनो पेमेंट्स बैंक के टोटल डिपाजिट की बात करें तो इसका कुल डिपाजिट ₹2.41 billion था जो कि काफी कम है। वहीं अगर पेटीएम पेमेंट्स इन की बात करें तो उसका टोटल डिपाजिट लगभग ₹28.70 billion था। इसकी तुलना फिनो बैंक के टोटल डिपाजिट से करें तो बहुत ही कम है।
तो ऐसे में इस प्रकार के आईपीओ में अप्लाई करना काफी व्हिस्की हो सकता है और यदि आप इसके अंदर इन्वेस्ट करना ही चाहते हैं तो आपको ध्यान से सभी बातों को ध्यान में रखकर इसके बाद इन्वेस्ट करना चाहिए।
Conclusion
हमने इस आर्टिकल में fino payment bank ipo apply or not इसके बारे में बात की और उसके साथी हमने जाना कि या फिनो पेमेंट बैंक क्या है और किस प्रकार से काम करता है। और हमने fino payment bank ipo मैं इन्वेस्ट करने से जुड़े रिस्क फैक्टर के बारे में बात की।
यदि आपको यह आर्टिकल अच्छा लगा है तो आप इसे फेसबुक व्हाट्सएप और टि्वटर पर अपने दोस्तों के साथ जरुर शेयर करें।
Disclaimer : ऊपर दिए गए विचार और सिफारिशें व्यक्तिगत विश्लेषकों या ब्रोकिंग कंपनियों के हैं, न कि hindiAstar के।
Share Market से पैसा बनाने का मौका! पॉलिसी बाजार का IPO निवेश के लिए खुला
Policy Bazaar IPO: पॉलिसी बाजार की पेरेंट कंपनी PB Fintech करीब 5,710 करोड़ रुपये जुटाने के लिए यह आईपीओ लेकर आई है. यह IPO निवेश के लिए 1 नवंबर यानी आज खुला है और 3 नवंबर को बंद होगा.
aajtak.in
- नई दिल्ली ,
- 01 नवंबर 2021,
- (अपडेटेड 01 नवंबर 2021, 10:33 AM IST)
- शेयर बाजार में निवेश का मौका
- खुला पॉलिसी बाजार का आईपीओ
Policy Bazaar IPO: ऑनलाइन इंश्योरेंस प्लेटफॉर्म पॉलिसी बाजार (Policybazaar) का आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (IPO) निवेश के लिए 1 नवंबर से खुल गया है. अगर आप शेयर बाजार में निवेश से पैसा बनाना चाहते हैं तो यह आपके लिए अच्छा मौका हो सकता है.
पॉलिसी बाजार की पेरेंट कंपनी PB Fintech करीब 5,710 करोड़ रुपये जुटाने के लिए यह आईपीओ लेकर आई है. कंपनी ने आईपीओ से पहले ही एंकर इनवेस्टर्स से करीब 2,569 करोड़ रुपये जुटा लिए हैं. ग्रे मार्केट में पॉलिसी बाजार का आईपीओ इश्यू प्राइस से 150 रुपये प्रीमियम पर कारोबार कर रहा है.
क्या है प्राइस बैंड
यह IPO निवेश के लिए 1 नवंबर यानी आज खुला है और 3 नवंबर को बंद होगा. कंपनी ने इश्यू का प्राइस बैंड 940-980 रुपये प्रति शेयर तय किया है. Policybazaar का IPO 15 नवंबर को लिस्ट होगा.
इश्यू का साइज 6,07,30,265 शेयर है, प्रत्येक का फेस वैल्यू 2 रुपये होगा. इसमें 3750 करोड़ रुपए का फ्रेश इश्यू है. जबकि 1959.72 करोड़ रुपए के शेयर ऑफर फॉर सेल (OFS) में बेचे जाएंगे.
दिग्गज निवेशकों का लगा है पैसा
पॉलिसी बाजार और पैसा बाजार का संचालन PB Fintech Limited द्वारा किया जाता है. PB Fintech इस आईपीओ के द्वारा 5,710 करोड़ रुपये जुटाना चाहती है. पॉलिसी बाजार में Info Edge, Premji Invest, Softbank, Tiger Global और Temasek जैसे दिग्गज निवेशकों ने पैसा लगा रखा है.
PB Fintech इंश्योरेंस और लेंडिंग प्रोडक्ट के लिए अग्रणी ऑनलाइन प्लेटफॉर्म है, जो टेक्नोलॉजी, डेटा और इनोवेशन का लाभ उठाता है. यह बीमा, क्रेडिट और अन्य वित्तीय उत्पादों तक सुविधाजनक पहुंच प्रदान करता है.
कहां होगा रकम का इस्तेमाल
कंपनी इस आईपीओ से हासिल रकम का इस्तेमाल रणनीतिक निवेश और अधिग्रहण के आईपीओ में इनवेस्ट कैसे किया जाता है? लिए वित्तपोषण, भारत के बाहर उपस्थिति का विस्तार करने और सामान्य कॉर्पोरेट उद्देश्य के लिए करेगी.
कोटक महिंद्रा कैपिटल कंपनी, मॉर्गन स्टेनली इंडिया कंपनी, सिटीग्रुप ग्लोबल मार्केट्स इंडिया, आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज, एचडीएफसी बैंक लिमिटेड, आईआईएफएल सिक्योरिटीज और जेफरीज इंडिया इस इश्यू के बुक रनिंग लीड मैनेजर हैं.
शेयर बाजार क्या है?/राकेश झुनझुनवाला कैसे इन्वेस्ट करते हैं?
अगर आप एक आम इंसान है तो आप शेयर मार्केट में आने के बाद एक आम इंसान नहीं रहेंगे मेरे कहने का मतलब यह है कि अगर आप एक आम इंसान हैं जो किसी दुकानदार के पास जाता है और दुकानदार से कोई वस्तु लेता है और दुकानदार जितना पैसा मांगता है वह व्यक्ति उतना पैसा दुकानदार को दे देता है इससे मालूम पड़ता है कि वह जो इंसान है वह एक चतुर ग्राहक नहीं है बल्कि जब वह शेयर मार्केट में आएगा तब वह एक चतुर इंसान बन जाएगा अब चतुर इंसान कहने का मेरा मतलब यह है क्योंकि शेयर बाजार आपको शेयर ट्रेडिंग अर्थात शेयरों को बेचने व खरीदने का मौका देता है। जबकि आप दुकानदार से केवल वस्तु को खरीद सकते हैं जबकि शेयर बाजार मैं आप बेंच भी सकते हैं अतः इस तरह दोनों हालात को नियंत्रित कर सकते हैं और इस कारण आपका भाग्य खुद अपने हाथ में होता है।
निवेशक;- वे लोग जो कंपनी में अपने पैसे को इन्वेस्ट करते हैं उन्हें हम निवेशक कहते हैं। और निवेशक जो होते हैं वह कम जोखिम लेते हैं क्योंकि वह किसी भी कंपनी में इन्वेस्ट करने के पहले उस कंपनी के बारे में विश्लेषण करते हैं।
स्पेक्युलेशन;- स्पेक्युलेशन वे लोग होते हैं जो बिना किसी विश्लेषण के ही टिप्स के जरिए अपने पैसे को बाजार में इन्वेस्ट करते हैं जिनके कारण उनके पैसे पर डूबने का जो खतरा होता है वह बहुत ज्यादा होता है।
निवेशक और स्पेक्युलेशन में अंतर
निवेशक अपने धन को सुरक्षित करने के लिए किसी भी कंपनी में इन्वेस्ट करने के लिए उस कंपनी का विश्लेषण करता है जबकि वहीं दूसरी ओर स्पेक्युलेशन टिप्स के जरिए तथा रिस्क पर वह अच्छा मुनाफा कमाते हैं।
निवेशक की रिटर्न दर की उम्मीद जो होती है वह औसत होती है जबकि स्पेक्युलेशन की रिटर्न दर्ज होती बहुत अधिक होती है।
निवेशक कभी भी पैसा उधार लेकर इन्वेस्ट नहीं करते हैं जबकि स्पेक्युलेशन उधार लेकर पैसा इन्वेस्ट कर देते हैं।
निवेशक की चौथ भवानी की जो संभावना होती है वह बहुत कम होता है क्योंकि वह कंपनी का विश्लेषण कर कर किसी भी कंपनी में इनवेस्ट करता है वहीं दूसरी ओर स्पेक्युलेशन उनकी पैसा गंवाने की जो संभावना होती हुए 50 परसेंट होता है क्योंकि वह टिप्स के जरिए तथा अधिक रिक्स पर पैसा इन्वस्ट करते हैं।
बाजार में स्पेक्युलेशन होने के फायदे
स्पेक्युलेशन शेयरों के भाव में उतार-चढ़ाव लाते हैं इस अस्थिरता के कारण निवेशकों को कम भाव पर शेयर खरीदने का अच्छा मौका मिलता है।
शेयर बाजार एक स्टॉक एक्सचेंज संस्था है जो SEBI (SECURITY AND EXCHANGE FOOD OF INDIA) द्वारा रेगुलेट किया जाता है। कोई भी कंपनी शेयर बाजार में आकर लिस्ट हो सकती है अगर कोई कंपनी शेयर बाजार में आकर लिस्ट होती है तो उन्हें कंपनी का कुछ शेयर लोगों में बांटना होता है जिसे लोग खरीद सकते हैं। अब आप सोच रहे होंगे कि कंपनी का क्या फायदा हुआ है तो आइए उसी को जानते हैं अब कोई कंपनी शेयर बाजार में लिस्ट हो गई है अब लोग उस कंपनी के शेयर को खरीदेंगे अगर उस कंपनी का डिमांड अधिक है और शेयर कम है तो उस कंपनी का जो शेयर प्राइस वह बढ़ेगा जिससे कंपनी के पास अधिक से अधिक धन आईपीओ में इनवेस्ट कैसे किया जाता है? आएगा और उस धन से कंपनी अपने विकास अपने जो आगे जो बिजनेस स्टार्ट करना चाहते उसमें उस धन को खर्च करेगी और इससे कंपनी का तो फायदा हुआ इसके साथ-साथ लोगों का भी फायदा हुआ।
किसी कंपनी का शेयर कैसे खरीदें
किसी कंपनी के शेयर खरीदने के लिए सबसे पहले तो आप को प्ले स्टोर में जाकर किसी अच्छे ब्रोकर का ऐप डाउनलोड करना पड़ेगा। उसके बाद उसमें अपना अकाउंट बनाना होगा उसके बाद आप वहां से किसी भी कंपनी का शेयर खरीद सकते हैं। ध्यान देने बात यह है किसी भी कंपनी का शेयर खरीदने से पहले उस कंपनी के बारे में पूर्ण रूप से एनालिसिस कर लें कि कंपनी क्या करती है कंपनी का आगे का गोल किया है कंपनी के पास प्रजेंट टाइम में कितना कर्ज है कंपनी के पास प्रजेंट टाइम में कितना दायित्व है कंपनी के पास प्रजेंट टाइम में कितना संपत्ति है यह सभी देख लें उसके बाद किसी भी कंपनी में आप इन्वेस्ट कर सकते हैं और फर्स्ट ऑफ ऑल अगर आपको कंपनी के बारे में सब कुछ मालूम है कंपनी क्या करती है कैसा है तब आप उसमें पैसा इन्वेस्ट करेंगे तो हो सकता है आपका पैसा आगे बढ़े लेकिन सबसे बड़ी बात यह है कि कंपनी कैसे चुने इसी को चुना सबसे बड़ी बात है इसलिए अभी कंपनी में इन्वेस्ट करने से पहले कंपनी के बारे में पूर्ण रूप से जानकारी खट्टा कर ले।
शेयरधारकों को शेयर बाजार में किस तरह फायदा होता है
अगर आप किसी कंपनी का शेयर खरीदे हैं तो आपको दो तरीके से फायदा हो सकता है पहला तो है डिविडेंड आय और दूसरा जो है निवेश का मूल्य बढ़ाना इन दोनों के बारे में हम अध्ययन करते हैं
डिविडेंड आय - अगर मान लीजिए कि आप जिस कंपनी में इन्वेस्ट किए हैं उस कंपनी का मुनाफा बहुत बढ़ गया है तो कंपनी चाहे उस बड़े हुए मुनाफे को अपने बिजनेस में पुनः इन्वेस्ट कर सकती है या फिर कुछ पैसे को शेयरधारकों के बीच बांटा जाता है शेयर धारकों को दिए जाने वाले मुनाफे के हिस्से को डिविडेंड कहते हैं।
निवेश मूल्य वृद्धि- कोई भी निवेशक जिस कंपनी में इनवेस्ट करता है बाद में जाकर उस कंपनी का जो शेयर प्राइस है वह बाद में जाकर बढ़ भी सकता है और घट भी सकता है यदि बढ़ जाता है तो शेयर धारक उस कंपनी के शेयर को बेच सकता है और बढे हुए प्राइस से उससे कुछ मुनाफा हो सकता है यदि कंपनी का शेयर प्राइस low हो जाता है तो इससे शेयर धारक का कुछ पैसा लॉस भी हो सकता है।
SEBI क्या हैं ; -
अप्रैल 1992 को " द सिक्योरिटी एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया" नामो बोर्ड का गठन किया गया भारत में शेयरो का केंद्रीय नियंत्रण सेबी के पास होता है। जो सभी निवेशकों के हित में काम करता है SEBI के गठन के फौरन बाद अनुचित शेयर ट्रेडिंग कार्य पर रोक लगा दी गई इसके तुरंत बाद एनएससी "नेशनल स्टॉक एक्सचेंज" का गठन हुआ। जिससे शेयर बाजार में इन्वेस्ट करना और भी आसान हो गया तथा शेयर बाजार और भी पारदर्शी हो गया।
क्या शेयर मार्केट एक जुआ है :-
आपने जब भी किसी से शेयर मार्केट के बारे में सुना होगा तो ज्यादातर लोग शेयर मार्केट को एक जुआ समझते हैं पर ऐसा नहीं है यह वही लोग हैं जो लोग शेयर मार्केट में बिना किसी जानकारी के आते हैं और अपने पैसे को लगाते हैं फिर अपना पैसा जब सारा गंवा बैठते हैं तो शेयर मार्केट को वह जुआ कहते हैं लेकिन यह सरासर गलत है वास्तव में शेयर मार्केटिंग जुआ नहीं है बल्कि शेयर मार्केट अपने पैसे को पढ़ाने का एक सबसे अच्छा तरीका है अगर यह जुआ होता तो सरकार इसे अभी तक बैन कर देती।शेयर मार्केट में अगर आपको आना है तो आपको एक अच्छी खासी नॉलेज शेयर मार्केट में ले कर आना पड़ेगा।आप उन लोगों से आप जाकर पूछ जिन्हें बहुत अच्छा खासा पैसा इस मार्केट में बनाया है या फिर इस मार्केट में काम करते हैं जो लोग। वे सभी लोग भी यही बताएंगे कि शेयर मार्केटिंग जुआ नहीं है
शेयर बाजार को सीखने के लिए सबसे अच्छा तरीका है सबसे पहले बुक को पढ़ें शेयर मार्केट से रिलेटेड और शेयर मार्केट में यूज होने वाले शब्दों को समझें उसके बाद हम कंपनी का विश्लेषण करना सीखें उसके पश्चात हम डमी ट्रेडिंग करना सीखे डमी ट्रेडिंग के बाद हम असली मार्केट में हमें कूदना चाहिए और आजमाना चाहिए कि हमने क्या सीखा है अभी तक। शेयर मार्केट को सीखने के लिए सबसे अच्छा बुक कुछ इस प्रकार है जिसक लिंक नीचे दिए गए हैं।