निवेश के तरीके

डिजिटल सिग्नल

डिजिटल सिग्नल
इमेज source

Analog Signal In Hindi

एनालॉग और डिजिटल सिग्नल , अनुरूप एवं अंकीय संकेत , अंतर क्या है (analog and digital signals in hindi)

(analog and digital signals in hindi) एनालॉग और डिजिटल सिग्नल अंतर क्या है , अनुरूप एवं अंकीय संकेत : किसी सूचना को एक स्थान से दुसरे स्थान तक भेजना संचार व्यवस्था कहलाता है अर्थात जब दो व्यक्तियों में सूचना का आदान प्रदान हो रहा है तो इसका तात्पर्य है कि इनके मध्य संचार व्यवस्था संपन्न है।
संचार व्यवस्था में संकेत या सिग्नल को एक स्थान से दुसरे स्थान पर भेजा जाता है और सिग्नल में मूल सूचना विद्यमान रहती है।
सूचना के संचार के लिए परिवर्ती विद्युत संकेत (इलेक्ट्रिक सिग्नल) को भेजा जाता डिजिटल सिग्नल है , और इसके लिए हमें अपने मूल सूचना को इलेक्ट्रिक सिग्नल के रूप में बदलना पड़ता है और सूचना को इलेक्ट्रिक सिग्नल में परिवर्तित करने के बाद इसे ग्राही के पास भेजा जाता है तथा ग्राही सिरे पर इस इलेक्ट्रिक सिग्नल से मूल सूचना को प्राप्त किया जाता है।
याद रखे कि एनालॉग सिग्नल को अनुरूप संकेत कहते है और डिजिटल सिग्नल को हिंदी में अंकीय संकेत कहते है।

अंकीय संकेत या डिजिटल सिग्नल (digital signal)

जब कोई परिवर्ती संकेत असतत परिवर्तन होता है अर्थात इसमें वोल्टेज सिग्नल या धारा सिग्नल असतत रूप से परिवर्तित होता है इसलिए इसे अंकीय संकेत या डिजिटल सिग्नल कहते है।

अंकीय संकेत में केवल दो विविक्त मान संभव है इसलिए इस संकेत को द्विआधारीय संख्या अंक 0 और 1 के द्वारा व्यक्त किया जाता है।

अत: जब कोई सूचना बाइनरी फॉर्मेट अर्थात 1 और 0 के रूप में परिभाषित हो तो ऐसे सिग्नल को डिजिटल सिग्नल कहते है।

डिजिटल सिग्नल (Digital Signal) क्या है?

digital signal, analog signal

वास्तव में संसार की अधिकाँश राशियाँ एनालॉग है किन्तु फिर भी अधिकाँश इन एनालॉग राशियों को डिजिटल फॉर्म में कन्वर्ट करके डिजिटल सिग्नलों की प्रोसेसिंग की जाती है प्रश्न यह उठता है कि आखिर सिग्नल की डिजिटल रूप में प्रोसेसिंग के क्या लाभ है? डिजिटल सिग्नल प्रोसेसिंग के महत्वपूर्ण लाभ है -

  1. डिजिटल सिस्टम को डिज़ाइन करना आसान होता है क्योंकि इनमें स्वीचिंग परिपथ (Circuit) प्रयोग किये जाते है जिनमें सिग्नल का वास्तविक मान महत्वपूर्ण नहीं होता बल्कि उनकी रेंज (हाई या लो) महत्वपूर्ण होती है।
  2. डिजिटल प्रारूप में सूचना को स्टोर करना आसान होता है।
  3. इनमें एक्यूरेसी अधिक होती है और स्वीचिंग परिपथ की संख्या अधिक कर एक्यूरेसी को बढाया जा सकता है।
  4. ऑपरेशन को कंप्यूटर की सहायता से प्रोग्राम किया जा सकता है।
  5. डिजिटल सिस्टम में शोर का प्रभाव कम होता है।
  6. डिजिटल डिजिटल सिग्नल सर्किट को IC (Intergrated Circuit) पर बनाया जाता है।
  7. सिग्नल का डिजिटल संचार (Communication) करने पर उनमें होने वाली त्रुटियाँ (error) का डिटेक्शन और करेक्शन सम्भव है।
  8. सिग्नल्स का डिजिटल संचार अधिक सुरक्षित होता है।
  9. VLSI ( Very large scale integration) तकनीककी सहायता से T ransceivers स्माल (small), हलके व मोबाइल हो गए है।
  10. डिजिटलपरिपथ (Circuit) अधिक Reliable होते है।

डिजिटल सिग्नल

Please Enter a Question First

डिजिटल सिग्नल क्या होता है .

Updated On: 27-06-2022

UPLOAD PHOTO AND GET THE ANSWER NOW!

Answer : डिजिटल सिग्नल वह होता है जो केवल दो सम्भव मान ग्रहण कर सकता है । वोल्टेज स्तर पर 0 व 5V तथा लैम्प की ON व OFF अवस्थाएँ डिजिटल सिग्नल है ।

Get Link in SMS to Download The Video

Aap ko kya acha nahi laga

हेलो जेंट्स फैशन है डिजिटल सिगनल क्या होता है उदाहरण दीजिए यहां पर हम देख लेते हैं डिस्टर्ब सुनाओ क्या होता है उसका परिभाषा लिख लेते हैं रस की परिभाषा होती है किया आज तक लहरिया तरंग है जो बागेश्वर में

जानकारी होती है इसको हम स्क्वायर तरंगों द्वारा दर्शाते हैं अर्थात इसको हम जो प्रदर्शित करते हैं वह इस तरीके से प्रदर्शित करते हैं जहां पर देश को हर चरण में यह जो हैं स्क्वायर तरंग है

डिजिटल सिग्नल

Please Enter a Question First

डिजिटल सिग्नल क्या होता है .

Updated On: 27-06-2022

UPLOAD PHOTO AND डिजिटल सिग्नल GET THE ANSWER NOW!

Answer : डिजिटल सिग्नल वह होता है जो केवल दो सम्भव मान ग्रहण कर सकता है । वोल्टेज स्तर पर 0 व 5V तथा लैम्प की ON व OFF अवस्थाएँ डिजिटल सिग्नल है ।

Get Link in SMS to Download The Video

Aap ko kya acha nahi laga

हेलो जेंट्स फैशन है डिजिटल सिगनल क्या होता है उदाहरण दीजिए यहां पर हम देख लेते हैं डिस्टर्ब सुनाओ क्या होता है उसका परिभाषा लिख लेते हैं रस की परिभाषा होती है किया आज तक लहरिया तरंग है जो बागेश्वर में

जानकारी डिजिटल सिग्नल होती है इसको हम स्क्वायर तरंगों द्वारा दर्शाते हैं अर्थात इसको हम जो प्रदर्शित करते हैं वह इस तरीके से प्रदर्शित करते हैं जहां पर देश को हर चरण में यह जो हैं स्क्वायर तरंग है

Advantage Of Digital Signal In Hindi

  1. Digital System को Design करना आसान होता है, क्योकि इनमे Switching Circuit प्रयोग किये जाते है, जिनमे Signal का वास्तविक मान महत्वपूर्ण नहीं होता है, बल्कि उनकी रेंज(High/Low ) महत्वपूर्ण होती है।
  2. Digital format में information को store करना आसान होता है।
  3. इनमे Accuracy अधिक होती है, और Switching Circuit की संख्या अधिक कर accuracy को बढ़ाया जा सकता है।
  4. Operation को Computer की सहायता से Program किया जा सकता है।
  5. Digital System में शोर का प्रभाव कम होता है।
  6. Digital Circuit को IC(Integrated Circuit) पर बनाया जाता है।
  7. Signal का Digital Communication करने पर उनमे होने वाली Error का Detection और Correction संभव है।
  8. Signal का Digital Communication अधिक Secure होता है।
  9. VLSI(Very Large Scale Integration) तकनीकी सहायता से Transceivers small हलके व मोबाइल हो गए है।
  10. डिजिटल परिपथ(Circuit) अधिक Reliable होते है।
रेटिंग: 4.43
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 471
उत्तर छोड़ दें

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा| अपेक्षित स्थानों को रेखांकित कर दिया गया है *