निवेश के तरीके

अभिनव ट्रेडिंग प्लेटफार्म का परीक्षण

अभिनव ट्रेडिंग प्लेटफार्म का परीक्षण

BSE मोबाइल BSE India द्वारा बनाया गया एक ट्रेडिंग ऐप है, जिससे अधिक से अधिक लोगों के लिए शेयर बाजार में ऑनलाइन निवेश करना आसान हो जाता अभिनव ट्रेडिंग प्लेटफार्म का परीक्षण अभिनव ट्रेडिंग प्लेटफार्म का परीक्षण है। इस मोबाइल ऐप के साथ, उपयोगकर्ता अब चलते-फिरते भी ट्रेडिंग गतिविधियाँ कर सकते हैं। BSE Electronic Smart Trader या BEST नामित, ऐप उपयोगकर्ताओं को निम्नलिखित सुविधाएं प्रदान करता है:

7 और राज्यों की 200 मंडियां ई-नाम से जुड़ी

नई दिल्ली, 1 मई 2020। केंद्रीय कृषि मंत्री श्री नरेंद्र सिंह तोमर ने शुक्रवार को वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से सात और राज्यों की 200 मंडियों को राष्ट्रीय कृषि बाजार (ई- नाम) से जोड़ दिया। इनके सहित 785 मंडियां इस प्लेटफार्म से जुड़ गई हैं। शीघ्र ही इनकी संख्या एक हजार हो जाएगी।। ई- नाम पर 1 लाख करोड़ रू. से ज्यादा का कारोबार हो चुका है।

14 अप्रैल 2016 को 21 मंडियों के साथ शुरू हुई ई- नाम से 585 मंडियां जुड़ चुकी है और आज 200 मंडियां जुड़ने के साथ कुल संख्या 785 हो गई हैं। नई जुड़ी मंडियों में 94 राजस्थान की, 27 तमिलनाडु की, 25-25 गुजरात व उत्तरप्रदेश की, 16 ओडिशा की, 11 आंध्रप्रदेश की तथा 2 कर्नाटक की शामिल हैं। इस मौके पर कृषि भवन में केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री श्री कैलाश चौधरी व सचिव श्री संजय अग्रवाल उपस्थित थे, वहीं केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री श्री परषोत्तम रूपाला तथा विभिन्न राज्यों के मंडी पदाधिकारी-अधिकारी इत्यादि वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए जुड़े।

केंद्रीय मंत्री श्री तोमर ने कहा कि ई-नाम कृषि विपणन में एक अभिनव पहल है, जो किसानों की पहुंच को कई बाजारों-खरीदारों तक डिजिटल रूप से पहुंचाता है, कीमत में सुधार के इरादे से व्यापारिक लेन-देन में पारदर्शिता लाता है, गुणवत्ता के अनुसार कीमत व उपज के लिए “एक राष्ट्र-एक बाजार” की अवधारणा को विकसित करता है। प्रौद्योगिकी का हमारे कामकाज में अधिक से अधिक उपयोग हो, इसी दृष्टिकोण के आधार पर कृषि मंत्रालय ने ई- नाम प्लेटफार्म ईजाद किया था।

श्री तोमर ने कहा- प्रसन्नता की बात है कि इस पर 1 लाख करोड़ रू. से अधिक का व्यापार हो चुका है और 1.66 करोड़ से ज्यादा किसान,अभिनव ट्रेडिंग प्लेटफार्म का परीक्षण 1.28 लाख से अधिक व्यापारी पंजीकृत हैं। लाकडाउन के दौरान भी करोड़ों रू. का व्यापार ई- नाम के माध्यम से हुआ है। 200 मंडियां जुड़ने के साथ संख्या 785 हो गई है और कृषि मंत्रालय के संबंधित अधिकारी शिदद्त के साथ जुटे हुए है, जिससे उम्मीद है कि मई अंत तक ई- नाम से जुड़ने वाली कुल मंडियां एक हजार हो जाएगी। खेती-किसानी के क्षेत्र में यह क्रांतिकारी परिवर्तन हो रहा है और इसका सार्थक उपयोग हुआ है।

150 कृषि जींस व गुणवत्ता जांच-

ई- नाम पर व्यापार में सुविधा हेतु शुरू में 25 कृषि जींसों के लिए मानक मापदंड विकसित किए गए थे, जो अब बढ़कर 150 है। ई- नाम मंडियों में कृषि उत्पादों की गुणवत्ता परीक्षण की सुविधाएं प्रदान की जा रही हैं, जो किसानों को उपज की गुणवत्ता के अनुरूप कीमतें दिलाने में मदद करती हैं। वर्ष 2016-17 में गुणवत्ता जांच लॉट संख्या 1 लाख से बढ़कर 2019-20 में 37 लाख हो गई हैं।

“किसानों के अनुकूल”-

ई- नाम प्लेटफॉर्म/मोबाइल ऐप को “किसानों के अनुकूल” सुविधाओं के साथ और मजबूत किया गया है, जैसे कि ऐप के माध्यम से लॉट का एडवांस पंजीकरण, जो बदले में मंडी गेट पर किसानों के लिए प्रतीक्षा समय को कम करेगा एवं गेट पर कृषि उत्पाद के आगमन की रिकॉर्डिंग की सुविधा देगा। किसान मोबाइल पर भी गुणवत्ता जांच रिपोर्ट देख सकते है, मोबाइल से किसान अपने लॉट अभिनव ट्रेडिंग प्लेटफार्म का परीक्षण की ऑनलाइन बोलियों की प्रगति देख सकते हैं और आसपास की मंडियों में कीमतों की वास्तविक समय की जानकारी भी प्राप्त कर सकते हैं।

इलेक्ट्रॉनिक तौल व अन्य कई सुविधाएं-

वजन तौलने में पारदर्शिता के लिए ई- नाम पर बोली लगाने के बाद किसानों को उपज सही ढंग से तौलने के लिए इलेक्ट्रॉनिक तराजू प्रदान किए गए हैं। व्यापारियों द्वारा किसानों को भुगतान BHIM ऐप का उपयोग करके मोबाइल फोन के माध्यम से किया जा सकता है। व्यापारियों के लिए अतिरिक्त ओटीजी (ऑन द गो) फीचर्स जोड़े गए हैं, जैसे कि खरीदारों के लिए मंडी में भौतिक रूप से मौजूद हुए बगैर बोली लगाना, ट्रेडर लॉगिन में ई- नाम शॉपिंग कार्ट सुविधा, कई इन्वॉइसेस के लिए एकल ई-भुगतान लेनदेन सुविधाएं/बंचिंग ई-भुगतान के दौरान व्यापारियों को ई-भुगतान, एकीकृत ट्रेडिंग लाइसेंस के लिए ऑनलाइन पंजीकरण आदि।

7 और राज्यों की 200 मंडियां ई-नाम से जुड़ी

नई दिल्ली, 1 मई 2020। केंद्रीय कृषि मंत्री श्री नरेंद्र सिंह तोमर ने शुक्रवार को वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से सात और राज्यों की 200 मंडियों को राष्ट्रीय कृषि बाजार (ई- अभिनव ट्रेडिंग प्लेटफार्म का परीक्षण नाम) से जोड़ दिया। इनके सहित 785 मंडियां इस प्लेटफार्म से जुड़ गई हैं। शीघ्र ही इनकी संख्या एक हजार हो जाएगी।। ई- नाम पर 1 लाख करोड़ रू. से ज्यादा का कारोबार हो चुका है।

14 अप्रैल 2016 को 21 मंडियों के साथ शुरू हुई ई- नाम से 585 मंडियां जुड़ चुकी है और आज 200 मंडियां जुड़ने के साथ कुल संख्या 785 हो गई हैं। नई जुड़ी मंडियों में 94 राजस्थान की, 27 तमिलनाडु की, 25-25 गुजरात व उत्तरप्रदेश की, 16 ओडिशा की, अभिनव ट्रेडिंग प्लेटफार्म का परीक्षण 11 आंध्रप्रदेश की तथा 2 कर्नाटक की शामिल हैं। इस मौके पर कृषि भवन में केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री श्री कैलाश चौधरी व सचिव श्री संजय अग्रवाल उपस्थित थे, वहीं केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री श्री परषोत्तम रूपाला तथा विभिन्न राज्यों के मंडी पदाधिकारी-अधिकारी इत्यादि वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए जुड़े।

केंद्रीय मंत्री श्री तोमर ने कहा कि ई-नाम कृषि विपणन में एक अभिनव पहल है, जो किसानों की पहुंच को कई बाजारों-खरीदारों तक डिजिटल रूप से पहुंचाता है, कीमत में सुधार के इरादे से व्यापारिक लेन-देन में पारदर्शिता लाता है, गुणवत्ता के अनुसार कीमत व उपज के लिए “एक राष्ट्र-एक बाजार” की अवधारणा को विकसित करता है। प्रौद्योगिकी का हमारे कामकाज में अधिक से अधिक उपयोग हो, इसी दृष्टिकोण के आधार पर कृषि मंत्रालय ने ई- नाम प्लेटफार्म ईजाद किया था।

श्री तोमर ने कहा- प्रसन्नता की बात है कि इस पर 1 लाख करोड़ रू. से अधिक का व्यापार हो चुका है और 1.66 करोड़ से ज्यादा किसान,1.28 लाख से अधिक व्यापारी पंजीकृत हैं। लाकडाउन के दौरान भी करोड़ों रू. का व्यापार ई- नाम के माध्यम से हुआ है। 200 मंडियां जुड़ने के साथ संख्या 785 हो गई है और कृषि मंत्रालय के संबंधित अधिकारी शिदद्त के साथ जुटे हुए है, जिससे उम्मीद है कि मई अंत तक ई- नाम से जुड़ने वाली कुल मंडियां एक हजार हो जाएगी। खेती-किसानी के क्षेत्र में यह क्रांतिकारी परिवर्तन हो रहा है और इसका सार्थक उपयोग हुआ है।

150 कृषि जींस व गुणवत्ता जांच-

ई- नाम पर व्यापार में सुविधा हेतु शुरू में 25 कृषि जींसों के लिए मानक मापदंड विकसित किए गए थे, जो अब बढ़कर 150 है। ई- नाम मंडियों में कृषि उत्पादों की गुणवत्ता परीक्षण की सुविधाएं प्रदान की जा रही हैं, जो किसानों को उपज की गुणवत्ता के अनुरूप कीमतें दिलाने में मदद करती हैं। वर्ष 2016-17 में गुणवत्ता जांच लॉट संख्या 1 लाख से बढ़कर 2019-20 में 37 लाख हो गई हैं।

“किसानों के अनुकूल”-

ई- नाम प्लेटफॉर्म/मोबाइल ऐप को “किसानों के अनुकूल” सुविधाओं के साथ और मजबूत किया गया है, जैसे कि ऐप के माध्यम से लॉट का एडवांस पंजीकरण, जो बदले में मंडी गेट पर किसानों के लिए प्रतीक्षा समय को कम करेगा एवं गेट पर कृषि उत्पाद के आगमन की रिकॉर्डिंग की सुविधा देगा। अभिनव ट्रेडिंग प्लेटफार्म का परीक्षण किसान मोबाइल पर भी गुणवत्ता जांच रिपोर्ट देख सकते है, मोबाइल से किसान अपने लॉट की ऑनलाइन बोलियों की प्रगति देख सकते हैं और आसपास की मंडियों में कीमतों की वास्तविक समय की जानकारी भी प्राप्त कर सकते हैं।

इलेक्ट्रॉनिक तौल व अन्य कई सुविधाएं-

वजन तौलने में पारदर्शिता के लिए ई- नाम पर बोली लगाने के बाद किसानों को उपज सही ढंग से तौलने के लिए इलेक्ट्रॉनिक तराजू प्रदान किए गए हैं। व्यापारियों द्वारा किसानों को भुगतान BHIM ऐप का उपयोग करके मोबाइल फोन के माध्यम से किया जा सकता है। व्यापारियों के लिए अतिरिक्त ओटीजी (ऑन द गो) फीचर्स जोड़े गए हैं, जैसे कि खरीदारों के लिए मंडी में भौतिक रूप से मौजूद हुए बगैर बोली लगाना, ट्रेडर लॉगिन में ई- नाम शॉपिंग कार्ट सुविधा, कई इन्वॉइसेस के लिए एकल ई-भुगतान लेनदेन सुविधाएं/बंचिंग ई-भुगतान के दौरान व्यापारियों को ई-भुगतान, एकीकृत ट्रेडिंग लाइसेंस के लिए ऑनलाइन पंजीकरण आदि।

BSE मोबाइल ऐप का अवलोकन

bse app

ऐप्स

BSE India स्टॉक एक्सचेंज उद्योग में दुनिया के सबसे पुराने में से एक है। यह भारत और पूरे एशिया में एक अग्रणी स्टॉक एक्सचेंज कंपनी है। यद्यपि यह 1875 में विनम्रतापूर्वक शुरू हुआ, जिसमें कोई स्थायी भवन नहीं था, लेकिन यह प्रतिस्पर्धा से ऊपर उठ गया और इसने अभिनव सफलता प्राप्त की।

143 साल और गिनती के बाद, आज इसे दुनिया की सबसे अच्छा स्टॉक एक्सचेंज कंपनियों में से एक माना जा सकता है। BSE हमेशा नवीनता अभिनव ट्रेडिंग प्लेटफार्म का परीक्षण के लिए खुला है, जो शायद इसकी सबसे अच्छी विशेषताओं में से एक है। नई तकनीकों के आगमन ने मोबाइल का ऑनलाइन ट्रेडिंग सॉफ्टवेयर बनाकर BSE को निवेशकों के लिए और अधिक आकर्षक बना दिया है।

BSE मोबाइल ट्रेडिंग ऐप के बारे में

bse मोबाइल ऐप


BSE मोबाइल BSE India द्वारा बनाया गया एक ट्रेडिंग ऐप है, जिससे अधिक से अभिनव ट्रेडिंग प्लेटफार्म का परीक्षण अधिक लोगों के लिए शेयर बाजार में ऑनलाइन निवेश करना आसान हो जाता है। इस मोबाइल ऐप के साथ, उपयोगकर्ता अब चलते-फिरते भी ट्रेडिंग गतिविधियाँ कर सकते हैं। BSE Electronic Smart Trader या BEST नामित, ऐप उपयोगकर्ताओं को निम्नलिखित सुविधाएं प्रदान करता है:

  • रियल-टाइम में बाजार की निगरानी करें और ट्रैक करें।
  • SENSEX स्टॉक के लिए स्ट्रीमिंग कोट्स।
  • BSE SME प्लेटफॉर्म कोट्स तक पहुंच।
  • निवेश को ट्रैक करने के लिए अपना खुद का पोर्टफोलियो और वॉचलिस्ट बनाएं।
  • इंट्राडे ट्रेडिंग की सुविधा के लिए चार्ट और ग्राफ़ का उपयोग करें और ऐतिहासिक OHLC (open, high, low, close या ओपन, हाई, लो, क्लोज़) डेटा की निगरानी करें।
  • विभिन्न प्रकार के भुगतान गेटवे भुगतान करना, ट्रेडिंग अकाउंट को फिर से भरना या धन निकालना आसान बनाते हैं।
  • कई भाषाओं जैसे कि हिंदी, मलयालम, बंगाली, तेलुगु और बहुत कुछ भाषाओं का समर्थन करता है।

मोबाइल डिवाइस वाला कोई भी व्यक्ति किसी भी समय ऐप डाउनलोड कर सकता है, जब तक कि वे सभी सिस्टम आवश्यकताओं को पूरा कर सकते हैं।

BSE ऐप के फायदे और नुकसान

bse ट्रेडिंग ऐप


जो कोई भी काफी समय से ट्रेडिंग कर रहा है, उसे पता होगा कि किसी भी ट्रेडिंग ऐप में ट्रेडिंग करने के कई फायदे और नुकसान हैं। BSE Electronic Smart Trader ऐप के भी अपने उतार-चढ़ाव हैं।

BSE ट्रेडिंग ऐप के फायदे

सबसे पहले, आइए उन फायदें पर चर्चा करें जो BSE मोबाइल ऐप अपने उपयोगकर्ताओं को प्रदान करता है। इस ऐप के बारे में कुछ अच्छी बातें नीचे हैं:

  • BEST को किसी भी Android या iOS डिवाइस पर मुफ्त में डाउनलोड किया जा सकता है।
  • निवेशक इस ऐप के माध्यम से रीयल-टाइम में मार्केट ट्रेंड के बारे में अपडेट प्राप्त कर सकते हैं।
  • स्टॉक की कीमतों, उतार-चढ़ाव आदि की आसान निगरानी क्योंकि वे व्यापक चार्ट और ग्राफ़ में प्रस्तुत किए जाते हैं।
  • विभिन्न एक्सचेंजों पर एक ही समय में ऑर्डर निष्पादित करना।
  • अपने आदेश और ट्रेडिंग गतिविधियों का प्रबंधन करना।

नौसिखियों के लिए भी, निवेशकों के लिए ऐप का उपयोग करना आसान है।

BSE ट्रेडिंग ऐप के नुकसान

BSE ट्रेडिंग ऐप को डाउनलोड करने के लिए कई आवश्यकताएं हैं, जो कुछ के लिए इसकी सुविधाओं का पूरी तरह से उपयोग करने के लिए एक बाधा हो सकती हैं। इसका मतलब है कि हर कोई इस ऐप का उपयोग अपनी ट्रेडिंग गतिविधियों के लिए नहीं कर सकता है जब वे यात्रा पर हों। उदाहरण के लिए, इस ट्रेडिंग ऐप को मोबाइल डिवाइस पर डाउनलोड करने के लिए, आपके पास कम से कम 8GB RAM वाला मोबाइल होना चाहिए।

अगर मोबाइल डिवाइस में इंटरनेट कनेक्शन नहीं है तो यह ऑनलाइन ट्रेडिंग सॉफ्टवेयर भी काम नहीं करता है। वास्तव में, बिना किसी समस्या के इस एप्लिकेशन को डाउनलोड करने और उपयोग करने के लिए कम से कम 2mbps की इंटरनेट बैंडविड्थ की आवश्यकता होती है।

BSE ऑनलाइन ट्रेडिंग सॉफ्टवेयर फ्री डाउनलोड

bse ऐप डाउनलोड


जो कोई भी BSE ऐप को नि:शुल्क डाउनलोड करना चाहता है, वह यह सुनिश्चित करने के बाद कर सकता है कि जिस डिवाइस का वे उपयोग कर रहे हैं वह सिस्टम के सुचारू संचालन के लिए आवश्यक सभी आवश्यकताओं को पूरा करता है:

  • डिवाइस में Intel ® i3 या i4 प्रोसेसर होना चाहिए।
  • कम से कम 2mbps की इंटरनेट बैंडविड्थ होना चाहिए।
  • कम से कम 80GB SATA/SAS वाली हार्ड ड्राइव होना चाहिए।
  • डिवाइस को 64-बिट Windows7 ऑपरेटिंग सिस्टम में चलना चाहिए।
  • अभिनव ट्रेडिंग प्लेटफार्म का परीक्षण
  • ऐप के डाउनलोड होने पर डिवाइस में सबसे नया विंडोज अपडेट होना चाहिए।
  • कम से कम 8GB SDRAM मेमोरी होना चाहिए।

उपयोगकर्ताओं जिनके डिवाइस सभी डाउनलोड आवश्यकताओं को पूरा करते हैं, वे आधिकारिक वेबसाइट www.bseindia.com, Google Play या App Store पर जाकर BEST को मुफ्त में इंस्टॉल कर सकते हैं और निवेश और ट्रेडिंग शुरू अभिनव ट्रेडिंग प्लेटफार्म का परीक्षण कर सकते हैं।

क्या आपको BSE मोबाइल ऐप का उपयोग करना चाहिए?

कुल मिलाकर, BEST विभिन्न संपत्तियों का ऑनलाइन ट्रेडिंग करने के लिए एक उत्कृष्ट मोबाइल ऐप है। इसने कई निवेशकों को अपनी ट्रेडिंग गतिविधियों पर बड़े निर्णय लेने में मदद की है क्योंकि उन विशेषताओं के कारण जो उन्हें बाजार की लाइव निगरानी करने की अनुमति देती हैं। हालांकि, कई अन्य ऑनलाइन ट्रेडिंग सॉफ्टवेयर की तरह, BSE ऐप अन्य लोगों की अपेक्षाओं से कम हो सकता है, खासकर उनकी ट्रेडिंग जरूरतों के संबंध में।

इसलिए , अगर इस मोबाइल ट्रेडिंग ऐप की गुणवत्ता और विश्वसनीयता के बारे में कोई संदेह है , तो पहले इसके फायदे और नुकसान का अध्ययन करना और अपनी आवश्यकताओं के लिए इसका परीक्षण करना बेहतर है। तभी आप यह तय कर सकते हैं कि क्या यह ऐप वास्तव में वही है जो आपको चाहिए और न कि बाजार में उपलब्ध अन्य ट्रेडिंग एप्लीकेशन चाहिए।

अभिनव ट्रेडिंग प्लेटफार्म का परीक्षण

अस्वीकरण :
इस वेबसाइट पर दी की गई जानकारी, प्रोडक्ट और सर्विसेज़ बिना किसी वारंटी या प्रतिनिधित्व, व्यक्त या निहित के "जैसा है" और "जैसा उपलब्ध है" के आधार पर दी जाती हैं। Khatabook ब्लॉग विशुद्ध रूप से वित्तीय प्रोडक्ट और सर्विसेज़ की शैक्षिक चर्चा के लिए हैं। Khatabook यह गारंटी नहीं देता है कि सर्विस आपकी आवश्यकताओं को पूरा करेगी, या यह निर्बाध, समय पर और सुरक्षित होगी, और यह कि त्रुटियां, यदि कोई हों, को ठीक किया जाएगा। यहां उपलब्ध सभी सामग्री और जानकारी केवल सामान्य सूचना उद्देश्यों के लिए है। कोई भी कानूनी, वित्तीय या व्यावसायिक निर्णय लेने के लिए जानकारी पर भरोसा करने से पहले किसी पेशेवर से सलाह लें। इस जानकारी का सख्ती से अपने जोखिम पर उपयोग करें। वेबसाइट पर मौजूद किसी भी गलत, गलत या अधूरी जानकारी के लिए Khatabook जिम्मेदार नहीं होगा। यह सुनिश्चित करने के हमारे प्रयासों के बावजूद कि इस वेबसाइट पर निहित जानकारी अद्यतन और मान्य है, Khatabook किसी भी उद्देश्य के लिए वेबसाइट की जानकारी, प्रोडक्ट, सर्विसेज़ या संबंधित ग्राफिक्स की पूर्णता, विश्वसनीयता, सटीकता, संगतता या उपलब्धता की गारंटी नहीं देता है।यदि वेबसाइट अस्थायी रूप से अनुपलब्ध है, तो Khatabook किसी भी तकनीकी समस्या या इसके नियंत्रण से परे क्षति और इस वेबसाइट तक आपके उपयोग या पहुंच के परिणामस्वरूप होने वाली किसी भी हानि या क्षति के लिए उत्तरदायी नहीं होगा।

We'd love to hear from you

We are always available to address the needs of our users.
+91-9606800800

राष्ट्रीय कृषि बाजार योजना से जुड़ीं मध्यप्रदेश की 58 कृषि उपज मण्डियाँ

राष्ट्रीय कृषि बाजार (ई-नाम) एक पैन-इण्डिया इलेक्ट्रॉनिक ट्रेडिंग पोर्टल है। यह कृषि उपजों के लिये एकीकृत राष्ट्रीय बाजार का निर्माण करने का सशक्त माध्यम है। कृषि उपज मण्डी से संबंधित सभी सूचनाओं और सेवाओं के लिये यह ई-नाम पोर्टल सिंगल विण्डो सेवा प्रदान कर रहा है। इस पोर्टल में उपज के आगमन और कीमतों तथा उपज को खरीदने और बेचने के व्यापारिक प्रस्तावों के प्रावधान को शामिल किया गया है। प्रदेश में ई-नाम पोर्टल के माध्यम से अभी तक 58 कृषि उपज मण्डियों को राष्ट्रीय कृषि बाजार से जोड़ा जा चुका है।

अभिनव पहल

प्रदेश की 58 कृषि उपज मण्डियाँ राष्ट्रीय कृषि बाजार से जुड़ीं।

13 कपास मण्डियों को भी राष्ट्रीय कृषि बाजार से जोड़ा जा रहा है।

ई-नाम पोर्टल पर 49 लाख क्विंटल कृषि जिन्सों का हुआ व्यापार।

प्रदेश में ई-नाम पोर्टल की शुरूआत भोपाल की पण्डित लक्ष्मीनारायण शर्मा कृषि उपज मण्डी अभिनव ट्रेडिंग प्लेटफार्म का परीक्षण करोंद से की गई। योजना के पहले चरण में प्रदेश की 19 चयनित कृषि उपज मण्डियों को इस पोर्टल से जोड़ा गया। ई-नाम पोर्टल से जुड़ी कृषि उपज मण्डियों में 6 जिन्सों पर ऑनलाईन ट्रेडिंग की जा रही है। योजना के दूसरे चरण में 30 और तीसरे चरण में 8 कृषि उपज मण्डियों को राष्ट्रीय कृषि बाजार योजना में शामिल किया गया है। अब तक प्रदेश की 58 कृषि उपज मण्डियों को राष्ट्रीय कृषि बाजार योजना से जोड़ा जा चुका है।

इसके साथ ही, 13 कपास मण्डियों को राष्ट्रीय कृषि बाजार योजना से जोड़ने का कार्य तेजी से पूर्ण किया जा रहा है। प्रदेश में राष्ट्रीय कृषि बाजार योजना में अब तक करीब 12 लाख किसानों से 19 हजार लायसेंस धारी व्यापारियों ने ई-प्लेटफार्म के माध्यम से करीब 49 लाख क्विंटल कृषि जिन्सों का व्यापार किया है। प्रदेश में ई-नाम पोर्टल की सभी 58 मण्डियों में कृषि उपज के गुणवत्ता परीक्षण के लिये वृहद एसेइंग एण्ड ग्रेडिंग लैब स्थापित करने की कार्यवाही की जा रही है। ई-नाम पोर्टल में देश के 18 राज्यों में मध्यप्रदेश की स्थिति गेट एन्ट्री और एसेइंग में प्रथम तथा बिड क्रिएशन और सेल ऐग्रीमेंट में तृतीय रही है। ज्ञातव्य है‍कि देश में अप्रैल 2016 से प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने ऑनलाइन राष्ट्रीय कृषि बाजार योजना की शुरूआत की थी। इसका मकसद किसानों को उनकी उपज का राष्ट्रीय स्तर पर सही दाम दिलवाना है।

रेटिंग: 4.60
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 602
उत्तर छोड़ दें

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा| अपेक्षित स्थानों को रेखांकित कर दिया गया है *