Trading के फायदें

Intraday Trading Kya Hai Or Usase Paise Kaise Kamaye
What is intraday Trading यानि की “Intraday trading kya hai” अगर आप ये जानना चाहते है, तो आप बिल कुल सही जगह पर आये है। आज आप इस आर्टिकल के जरिये जानेंगे की Intraday trading क्या होता है और Intraday trading करके घर बैठे पैसे कैसे कमा सकते है।
सबसे पहले हम ये जानेंगे की इंट्राडे ट्रेडिंग का इस्तेमाल कहा होता है। तो इसका जवाब है Intraday ट्रेडिंग का इस्तेमाल शेयर मार्किट में होता है। जहा कंपनियों के शेयर ख़रीदे और बेचे जाते है।
अगर आपको शेयर मार्किट के बारे में बेसिक जानकरी है तो हम आपका समय नहीं जाया करेंगे। लेकिन आपको इसके बारे में ज्यादा पता नहीं है तो चलिए इसके बारे में थोड़ी जानकारी ले लेते है।
Share Market या फिर Stock Market क्या है?
शेयर मार्किट या फिर स्टॉक मार्किट एक ऐसी जगह है। जहा पर आप अपने पैसे इन्वेस्ट करके पैसे कमा सकते है लेकिन रुकिए अगर आपको स्टॉक मार्किट के बारे में Trading के फायदें जानकारी नहीं है तो आपके पैसे डूब भी सकते है। इसलिए जब आप शेयर मार्किट के बारे में सब सिख जाये तब इस स्टॉक मार्किट की दुनिया में अपना कदम रखें।
क्यूंकि जो लोग शेयर मार्किट के बारे में सब कुछ जानते है वो तो अच्छा खासा पैसा कमा लेते है, लेकिन जो लोग बिना कुछ जाने इसमें पैसे लगाते है तो उसमे से ज्यादातर लोगो के पैसे डूब जाते है।
इस मार्किट में कई कंपनियों के नाम से शेयर होते है। अगर शेयर के बारे में नहीं जानते की शेयर क्या होता हैं ? तो चलिए इसके बारे में भी आपको थोड़ी सी जानकारी दे देता हु और उसके बाद बात करेंगे की Intraday Trading क्या है?
Share क्या है?
शेयर मार्किट की दुनिया में शेयर का मतलब होता हैं हिस्सा। मैं आपको आसान शब्दो में शेयर के बारे में समझाऊं तो, जब किसी कंपनी को पैसे की जरूरत पड़ती है। तो वो अपनी कंपनी के शेयर निकालती है और जो भी लोग उस शेयर को लेते है। तो वो शेयर के मुताबिक उस कंपनी के हिस्सेदार बन जाते है।
लेकिन आपके मन में ये सवाल जरूर होगा की शेयर लेने से किसी को क्या फायदा होगा। तो मैं आपको एक उदाहरण के जरिये समजाता हूँ। मान लीजिये की आपने किसी कंपनी का एक शेयर लिया है और तब उस एक शेयर की कीमत 10 रुपए थी और बाद में कुछ महीनो या सालो के बाद उस एक शेयर की कीमत बढ़कर 20 रुपए हो जाती है, फिर आप उस शेयर को बेच देते है तो आपको 10 रुपए के बदले 20 रुपए मिलेंगे।
तो इस उदाहरण से आप जरूर समज गए होंगे की शेयर लेने से क्या फायदा होता है और इसके अलावा एक फायदा ये होता की कंपनी आपको डिविडेंड देती है। आपके मन में डिविडेंड को लेकर भी सवाल होगा की आखिर ये Dividend क्या है?
तो आपको डिविडेंड के बारे में कम शब्दों में बताता हूँ की जब कोई कंपनी साल भर में अच्छा मुनाफा करती है तो वो शेयर होल्डर डिविडेंड देती है यानि की शेयर के मुताबिक वो शेयर होल्डर्स को पैसा देती है। लेकिन एक बात जरूर जानले की कुछ कंपनिया डिविडेंड देती है और कुछ नहीं देती।
इसके अलावा मैंने आपको ऊपर कुछ लाईनो में बताया। उसके मुताबिक शेयर की कीमत आपके ख़रीदी हुई कीमत से कम चली जाती है तो आपको लॉस भी हो सकता है। इसीलिए आपको शेयर मार्किट के बारे जरुरी जानकरी होनी चाहिए। अब चलिए जानते है Intraday Trading के बारे में।
Intraday Trading Kya or Usase Paise Kaise Kamaye
इंट्राडे ट्रेडिंग शेयर मार्किट का के हिस्सा है। मैं आपको आसान भाषा में समझाऊं तो Intraday का मतलब होता है “उसी दिन लिया और बेचा” यानि की आपको उसी दिन शेयर मार्किट जब चालू हो तो आपको शेयर खरीद लेने और शेयर मार्किट से बंद होने से पहले आपको लिए हुए शेयर को बेचना होता है।
अगर आप उस शेयर को दिए टाइम पर बेचते नहीं हो तो आपका ब्रोकर उस शेयर को बेच देता है और उसका भी आपको कुछ चार्ज लगता है। लेकिन ज्यादातर लोग शेयर मार्किट के चालू होने के बाद शेयर खरीदते है और जब अच्छा प्रॉफिट मिलता है तो शेयर मार्किट को बंद होने में भले ही काफी टाइम हो तो भी अपने शेयर बेच के अच्छा प्रॉफिट ले लेते है।
लेकिन इंट्राडे ट्रेडिंग के कुछ फायदे और नुकसान भी है। जिसके बारे Trading के फायदें में आपको जरूर जानना चाहिए।
Intraday Trading के फायदे और नुकशान
इंट्राडे ट्रेडिंग के फायदे:-
1. इसमें आपको सबसे पहला फायदा ये मिलता है की अगर आप इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए शेयर खरीद रहे है तो आपको मार्जिन मिलता है। इसके इस्तेमाल से आप इंट्राडे ट्रेडिंग करने के लिए महँगा शेयर कम पैसे में ले सकते हो।
एक उदाहरण के जरिये में आपको समजाता हूँ। जैसे की आपके पास केवल 100 रुपए है और शेयर की कीमत भी 100 रुपए है तो आप केवल इंट्राडे ट्रेडिंग करने के लिए केवल एक ही शेयर ले पहोंगे। जिसमे अगर शेयर की कीमत 5 रुपए बढ़ती है तो आपको केवल 5 रुपए का ही फायदा होगा।
लेकिन मार्जिन मिलने से आपको 100 रुपए वाला शेयर केवल 10 रुपए में मिल जाता है और 100 रुपए से 10 शेयर ले सकते है और शेयर की कीमत 5 रुपए बढ़ती है तो आप उस शेयर को बेचकर सीधे 50 रुपए का प्रॉफिट कर सकते हो। लेकिन एक बात का जरूर ध्यान रखे की आपने ख़रीदा हुआ शेयर लॉस में जाता है तो आपको उसी के मुताबिक लॉस होगा।
2. इसके आलावा intraday trading में आपको stop loss जैसे फ़ीचर भी मिल जाते है। जिसके इस्तेमाल से आप ये सेट कर सकते हो की जब शेयर की प्राइस इतनी कम हो जाये तो वो शेयर आटोमेटिक सेल हो जाये। या फिर ये भी कर सकते है की शेयर की ख़रीदे शेयर से ऊपर जाये तो आपने जो कीमत सेट करके रखी होगी उसको टच करते ही बिक जाये तो आपको प्रॉफिट हो सकता है Trading के फायदें और लोस से भी बच सकते है।
3. इंट्राडे ट्रेडिंग में आपको short selling का भी ऑप्शन मिलता है। इसके इस्तेमाल से भले ही आपके पास ख़रीदे हुए शेयर ना हो लेकिन आपको लगता है की इस कंपनी का शेयर गिरने वाला है तो उस कंपनी के शेयर को चल रही कीमत पर बेच दीजिये और जब उस शेयर की कीमत निचे जाये तो उसे खरीद लीजिये। इससे भी आप प्रॉफिट कर सकते है।
4. अगर आपने इंट्राडे ट्रेडिंग सही से समज ली तो आप हररोज़ यहाँ से पैसे कमा सकते है।
इंट्राडे ट्रेडिंग के नुकसान:-
1. इसका सबसे पहला नुकसान ये है की आप जितनी बार शेयर खरीदोगे और बेचोगे तो आपको कुछ ब्रोकरेज देना पड़ेगा। इसीलिए आप हमेसा अच्छा प्रॉफिट करे और कम से कम लॉस करे।
2. दूसरा नुकसान ये है की आपने शेयर तो खरीद लिए। लेकिन मार्किट का भी एक समय होता है। उस समय से पहले आपको लिए हुए शेयर को बेचना होता है। अगर आप बेचना भूल जाते है तो आपका ब्रोकर उस शेयर को बेच देगा और आपको उसका कुछ चार्ज देना पड़ेगा।
3. इंट्राडे से आप प्रॉफिट तो करेंगे ही लेकिन ऐसा नहीं होगा किआ आपको प्रॉफिट ही मिलता रहे क्यूंकि कभी कभार ऐसा हो सकता है की आपको लॉस भी हो और ऐसा हर किसी के साथ होता है।
4. इंट्राडे ट्रेडिंग में आपको ध्यान रखना होता है। जब आपने इंट्राडे करने के लिए शेयर खरीद लिए है तो, वरना ऐसा हो सकता है की आपने शेयर ले कर भूल गए और शेयर भी प्राइस बढ़ के कम हो गयी और आप प्रॉफिट लेने के समय प्रॉफिट ले नहीं पाएं।
तो ये थी Intraday Trading Kya Hai और उससे पैसे कैसे कमाए के बारे में जानकारी में आसा करता हूँ की आपको हमारी ये पोस्ट जरूर पसंद आयी होगी।
Muhurat Trading on Diwali : दिवाली मुहूर्त ट्रेडिंग से शुरू करें शेयरों में निवेश, बाजार में उतरने का यही है सही ‘मुहूर्त’
शेयरों का महंगाई की तुलना में दूसरे एसेट क्लास से ज्यादा रिटर्न का एक ट्रैक रिकार्ड है.इसके अलावा ज्यादातर कंपनियां हर साल निवेशकों को डिविडेंड देती है.
शेयर मार्केट में निवेश महंगाई को मात देने वाला साबित हो सकता है. इसलिए यह फायदे का सौदा है.
दिवाली को हिंदू कैलेंडर में नए वित्त वर्ष की शुरुआत के रूप में भी देखा जाता है. माना जाता है कि इस दौरान किए गए निवेश से फायदा होता है. इस दिन लोग सोना और अन्य कीमती धातुओं को खरीदने के अलावा शेयरों में भी निवेश करते हैं. हर साल दिवाली पर, स्टॉक एक्सचेंज एक घंटे के सत्र के लिए खुलते हैं, जिसे मुहूर्त के रूप में जाना जाता है. यह बाजार के सामान्य घंटों से अलग होता है. यदि आप निवेश की शुरुआत करना चाहते हैं तो न केवल ट्रेड, बल्कि शुभ दिन पर निवेश के माध्यम से अपनी वित्तीय यात्रा को शुरू कर सकते हैं. यह आपके बिल्कुल सही “मुहूर्त” है.
इन्वेस्टमेंट ब्रोकिंग ऐप और वेबसाइट्स ने कैपिटल मार्केट में कदम रखना आसान बना दिया है. उभरते हुए फिनटेक प्लेटफॉर्म ने टेक-सैवी मिलेनियल्स और जेनजेड के लिए निवेश प्रक्रिया आसान बना दिया है. अपना डीमैट खाता खोलने और शेयर बाजार में निवेश शुरू करने के लिए आपको बस एक स्मार्टफोन और इंटरनेट कनेक्शन की जरूरत है. मुहूर्त के दिन आइए देखते हैं कि शेयर बाजार में निवेश किस तरह से फायदेमंद है.
लंबी अवधि में तगड़े रिटर्न की संभावना
शेयर बाजार में निवेश से अच्छा रिटर्न मिलने की उम्मीद है. बॉन्ड और फिक्स डिपॉजिट्स जैसे अन्य एसेट क्लास की तुलना में स्टॉक लंबी अवधि में ज्यादा रिटर्न देते हैं. टैक्स कटौती के बाद भी रिटर्न इनसे ऊंचा रहता है.अहम बात यह है कि शेयरों का महंगाई की तुलना में दूसरे एसेट क्लास से ज्यादा रिटर्न का एक ट्रैक रिकार्ड है.इसके अलावा ज्यादातर कंपनियां हर साल निवेशकों को डिविडेंड देती है. इसे एक अतिरिक्त लाभ के रूप में सोचें जो आपको शेयरों में निवेश करते समय मिल सकता है.
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हाई लिक्विडिटी
शेयर बाजार में निवेश के सबसे महत्वपूर्ण पहलुओं में से एक इसकी हाई लिक्विडिटी है. शयरों को कभी भी बेचा जा सकता है और पैसा आपके खाते में क्रेडिट हो जाता है. भारत में दो प्रमुख स्टॉक एक्सचेंज – नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) और बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) – प्रतिदिन काफी ज्यादा वॉल्यूम में कारोबार करते हैं इससे शेयर बाजार में हाई लिक्विडिटी बनी रहती है. नतीजतन, नए नए दौर के निवेशक यह जानते हुए स्टॉक खरीद और बेच सकते हैं कि वे जब चाहें उन्हें भुना सकते हैं, केवल एक बटन के क्लिक पर.
निवेश में लचीलापन
शेयर मार्केट में निवेशकों एसआईपी के जरिये भी निवेश की सुविधा मिलती है. यह उन लोगों के लिए खास तौर पर मददगार है, जो पूंजी बाजार में अपनी निवेश यात्रा शुरू कर रहे हैं. अधिकतर लोग शुरुआती रिस्क फैक्टर्स को ध्यान में रखते हुए छोटे निवेश की तलाश करते हैं. यह वह जगह है जहां शेयर बाजार लचीलापन प्रदान करते हैं। यदि आप निवेश करना चाह रहे हैं, तो आपका स्टॉक ब्रोकर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और मशीन लर्निंग जैसी एडवांस तकनीक का उपयोग करके आपके बजट और पसंद के अनुसार शेयर चुनने में आपकी मदद कर सकता है. इसके अलावा शेयर बाजार में निवेश करना समयबद्ध प्रतिबद्धता नहीं है. आप इसे अपनी गति और सुविधा से कर सकते हैं, गिरावट पर खरीदारी कर सकते हैं और बढ़ने पर बेच सकते हैं.
अर्थव्यवस्था में रफ्तार से होता है फायदा
शेयर बाजार में निवेश कर आप तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था के फायदों को सीधे हासिल कर सकते है, क्योंकि कंपनियों का रेवेन्यू समय के साथ कई गुना बढ़ जाता है. एक निवेशक के तौर पर आपको इसका लाभ मिलता है. नतीजतन, शेयर बाजार में आपके निवेश की भी वैल्यू बढ़ती जाती है.
निवेशकों के लिए फायदे का सौदा
शेयर बाजार में निवेश लंबी अवधि के रिटर्न देता है. यह सुरक्षित और पारदर्शी है। इससे भी महत्वपूर्ण बात यह है कि जब टारगेटेड निवेश योजना की बात आत है तो महंगाई को मात करने में इसका इस्तेमाल मददगार साबित होता है. उभरते हुए टेक-इनेबल्ड प्लेटफार्मों ने निवेश के अवसरों की खोज, ट्रेड और निवेश, और पूंजी बाजार के ट्रेंड्स पर नजर रखना आसान बना दिया है, यहां तक कि शुरुआत करने वाले लोगों के लिए भी यह काफी आसान है. निवेश की शुरुआत में कभी देर नहीं मानी जाती. इस साल शेयर बाजार 4 नवंबर को शाम सवा छह बजे से सवा सात बजे के बीच मुहूर्त ट्रेडिंग के लिए खुलेगा. इसलिए, तैयार हो जाइए और इस फेस्टिव सीजन में अपनी निवेश यात्रा शुरू करने के लिए .
(Article: Prabhakar Tiwari, Chief Growth Officer, Angel One Ltd )
(शेयर बाजार में निवेश में जोखिम होता है. निवेश करने से पहले अपने वित्तीय सलाहकार से सलाह कर लें. लेखक के विचार के लिए फाइनेंशियल एक्सप्रेस को जिम्मेदार नहीं ठहराया जा सकता है. )
Swing Trading क्या है?
Swing Trading कुछ ही दिन की लिए की गई होल्डिंग होती है.जैसे15 से 20 दिन के लिए. किसी स्टॉक को होल्ड करके रखना और प्रॉफ़िट होने पर बेच देना Swing Trading कहलाता है. Swing Trading एक सबसे लोकप्रिय strategy है. जिसमें simple Moving Average का इस्तेमाल 10 या फिर 20 दिनों के वैल्यू डेटा को समझने के लिए किया जाता है.साधारण भाषा में समझें तो Swing Trading डिलीवरी ट्रेडिंग का एक छोटा भाग है, जो कुछ ही टाइम पीरियड के लिए होल्ड किया जाता है.डे ट्रेडिंग और ज्यादा समय के बीच की ट्रेडिंग में Swing Trading की अपनी दुनिया है. स्विंग ट्रेड्स कुछ दिनों से लेकर कुछ हफ्तों तक कहीं भी ट्रेडिंग कर सकते है. Swing Trading करने वाले कई दिनों के चार्ट पैटर्न की तलाश में रहते हैं, जिससे की वो कम समय में अधिक प्रॉफिट कमा सकें. देखा जाए तो डे ट्रेडिंग से Swing Trading काफी बेहतर है.
Swing Trader कौन हैं?
Swing Trader एक ऐसे ट्रेडर हैं,जो कई दिन या फिर कई हफ्तों के अंदर ट्रेड करते हैं. और वो अक्सर चार घंटे या फिर एक दिन के चार्ट पर काम करते हैं. और इस ही पर एनालिसिस करते हैं.आपको बता दे की एक Swing Trader ज़्यादा टाइम के लिए बहुत कम ट्रेड करते हैं.साधारण भाषा में कहें तो Swing Trader कम समय और limit प्रॉफिट कमाने की कोशिश करते हैं.
Swing Trading के लाभ
Swing Trading करने के कईं फायदे खासकर नए ट्रेडर्स के लिए है. Swing Trading का मतलब मार्किट में ऊप्पर निचे होने के बाद भी आपको स्टॉक या फिर इंडेक्स की सही डायरेक्शन का पता लगवाने में मदद करना होता है.जब एक डे ट्रेडर अपनी पोजीशन कुछ ही मिनटो या कुछ घंटो तक ही रखता है, तो वहीं एक Swing Trader अपनी पोजीशन 24 घंटे से ले कर कई हफ्तों तक होल्ड करके रख सकता है. और ऐसे मे बड़े टाइम फ्रेम में वोलैटिलिटी भी बहुत कम हो जाती है. और प्रॉफिट होने की सम्भावना भी काफी ज्यादा होती है. जिसकी वजह से अधिकतर लोग डे ट्रेडिंग की बजाय Swing Trading करना पसंद करते हैं. Swing Trading टेक्निकल इंडीकेटर्स पर डिपेंड होती है. टेक्निकल इंडीकेटर्स का ज्यादतर काम मार्किट में रिस्क फैक्टर को कम करना होता है. और मार्किट में उतार-चढ़ाव होने के बावजूद आपको शेयर्स या इंडेक्स की सही दिशा दिखाना होता है.
Swing Trading से जुड़े कुछ आवश्यक नियम
Swing Trading में अक्सर उपयोग किए जाने वाले शब्दों में Entry Point, Exit Point, & Stoploss शामिल हैं. जिस जगह पर ट्रेडर अलग अलग टेक्निकल इंडिकेटर की मदद से Buy करते है,उसे एंट्री प्वाइंट कहते है.सदैव अपना ट्रेडिंग प्लान तैयार रखें. बिज़नेस की कैपेसिटी को ज्यादा करने के लिए ट्रेडिंग को एक बिज़नेस की तरह समझे.नई टेक्नोलॉजी का पूरा फायदा उठाएं. कंजर्वेटिव इन्वेस्ट स्ट्रेटेजी का पालन करें.एक स्टूडेंट की तरह ही स्टॉक बाजार को सीखें और समझें. ट्रेडिंग करते हुए रिस्क पर ज़रूर ध्यान दे.एक सही ट्रेडिंग कार्य प्रणाली चुने.
कभी भी स्टॉप लॉस को इगनोर न करें. जब भी आप अपनी पोजीशन को निकालना चाहते हैं तो उससे पहले मार्किट की डायरेक्शन ज़रूर देख लें.अगर अपने स्विंग ट्रेड ली है तो बिच बिच में उसके चार्ट की एनालिसिस ज़रूर करें. स्विंग ट्रेड करते वक़्त अपने इमोशंस को काबू में ज़रूर रखें
स्विंग ट्रेडर्स कई दिनों के चार्ट और पैटर्न को एनालिसिस करते हैं, और कुछ पैटर्न जैसे
Head and Shoulders
Cup and Handle Pattern
Moving Average Crossover
Bollinger Bands Method:
Support and Resistance
का उपयोग करते हैं
निष्कर्ष
स्विंग ट्रेडर्स कईं तरह की Strategies का इस्तेमाल करते हैं यह Strategies आपको एक मजबूत नींव रखने में हेल्प करेंगी।
अगर आप नई-नई Strategies या फिर Technical and Fundamental सीखना चाहते हैं. तो हमें CONTACT 9897563039 करें हम आपको बेसिक से लेकर पूरा टेक्निकल फंडामेंटल और डेटा एनालिसिस करना सीखाते हैं.
Swing Trading Kya Hai? Swing trading से पैसे कमाने की आसान स्ट्रैटेजी।
स्विंग ट्रेडिंग क्या है इस post कि सहायता से हम ऐसी Trading Strategy (Swing Trading Kya Hai) को जानने वाले हैं, जिससे एक आम आदमी ,एक Common man दिन के 15 से 20 मिनट काम करके स्टॉक मार्केट से 5 से 10 दिनों में एक अच्छा खासा इनकम प्राप्त कर सकता है।
तो चलिए जानते हैं कि Swing Trading Kya Hai?
Table of Contents
स्विंग ट्रेडिंग क्या है? Swing Trading Kya Hai? What Is Trading के फायदें Swing Trading?
स्टॉक मार्केट के खुलते ही जब किसी कंपनी के शेयर को खरीद कर कुछ हफ्तों या कुछ दिनों के लिए अपने डिमैट या ट्रेडिंग अकाउंट पर रखते हैं तथा प्रॉफिट प्राप्त होने पर उसे बेच देते हैं स्विंग ट्रेडिंग कहलाता है।
स्टॉक मार्केट में 5 से 10 दिन की ट्रेडिंग को स्विंग ट्रेडिंग कहते है।
SWING TRADING KYA HAI
स्विंग ट्रेडिंग कैसे करें ?
स्विंग ट्रेडिंग करने के लिए आपको ट्रेडिंग अकाउंट खोलने की आवश्यकता होती है।
ट्रेडिंग अकाउंट खोलने के बाद आपको मार्केट को एनालाइज करना होगा तथा अच्छा स्टॉक चुनना होगा।
बाजार को अच्छी तरह समझने के बाद अपने कैपेसिटी के हिसाब से जोखिम लेना होता है क्योंकि कई बार स्टॉक मार्केट में सही रणनीति(Swing Trading Kya Hai) और सही स्ट्रैटेजी के बाद भी नुकसान का सामना करना पड़ सकता है।
ट्रेडिंग करने के लिए आपका रिस्क मैनेजमेंट होना बहुत ही जरूरी है।
स्विंग ट्रेडिंग के लिए स्टॉक कैसे चुने?
बाजार की दिशा,
स्विंग ट्रेडिंग (Swing Trading Kya Hai) करने के लिए कुछ ट्रेलर मार्केट के Trend को फॉलो करते हैं ।
जो कि एक अच्छी बात है तथा ट्रेंड को फॉलो करने के साथ-साथ हमें कंपनी के परफॉर्मेंस उनकी खबरों को भी अपने नजर में रखना चाहिए ताकि कुछ गलत न्यूज़ आने से अपना प्रॉफिट बुक कर सकें और अपना पोजीशन काट सकें।
तरलता या Liquidity
liquidity एक ट्रेडर के लिए एक अच्छा पैमाना हो सकता है क्योंकि जिस शेयर में अधिक खरीदी बिक्री होती है वहां positions के फसने या नुकसान का chance बहुत ही कम होता है तथा हम अपने Share को आसानी से खरीद व बेच कर मुनाफा प्राप्त कर सकते हैं ।
अन्य स्टॉक के साथ तुलना,
स्टॉक की तुलना हम जिस शेयर को खरीद रहे हैं उसके सेक्टर के अन्य स्टाक के साथ शेयर की तुलना करते हैं जिससे हमें सेक्टर के बेस्ट स्टॉक प्रात हो जाता है।
स्टॉक का ट्रेडिंग पैटर्न
कोई भी ट्रेडर किसी कंपनी के शेयर को चुनने से पहले उसके प्रीवियस ट्रेडिंग पैटर्न को देखता है
वह उसके उतार चढ़ाव को देखता है कि वह भविष्य में यह stock कैसा position बना सकता है ताकि वह एक अच्छा स्टॉक का सिलेक्शन कर सके है।और अच्छा मुनाफा बना सके।
कम बदलाव वाले स्टॉक
, ज्यादातर ट्रेडर अधिक उतार-चढ़ाव वाले या जंपी स्टाक को पसंद Trading के फायदें नहीं करते है।
क्योंकि उसमें पोजीशन बनाना थोड़ा रिस्की हो जाता है इसीलिए हमें अपने स्विंग ट्रेडिंग के लिए कम जंपी स्टॉक का सलेक्सन करना चाहिए
ताकि हम उसके चार्ट पेटर्न को समझ सके और अच्छा प्रॉफिट बना सकें।
स्विंग ट्रेडिंग स्ट्रेटजी
अगर आप एक अच्छा ट्रेडर (Swing trading kya hai)बनना चाहते हैं तो आप अपनी ट्रेडिंग जर्नी में एक स्ट्रैटेजी को अच्छी तरह से फॉलो करें ।
ताकि आप अपने निवेशित राशि पर अच्छा अच्छा खासा रिटर्न प्राप्त कर सकें ।
एक सही स्विंग ट्रेडिंग रणनीति से एक ट्रेडर 5 से 10 परसेंट रिटर्न एक स्टॉक से कुछ ही दिनों में प्राप्त कर सकता है।
देखने में यह बहुत छोटा मुनाफा हो सकता है लेकिन कुछ दिनों कुछ हफ्तों में इतना मुनाफा सही है।
इसी तरह बढ़ता हुआ लाभ लेने के लिये ट्रेडिंग के अन्य रूपों में 7-8 % की तुलना में स्टॉपलॉस 2-3% होना चाहिए इसका मतलब यह है कि risk riward resio 1:2 या 1:3 होना चाहिए।
स्विंग ट्रेडिंग स्ट्रेटजी निम्नलिखित है:-
चार्ट पेटर्न स्ट्रैटेजी
सपोर्ट एंड रेजिस्टेंस
हेड एंड सोल्डर पैटर्न
डबल टॉप व ट्रिपल टॉप पैटर्न
डबल बॉटम व ट्रिपल बॉटम पैटर्न
इनवर्टेड हेड एंड सोल्डर
कप एंड हैंडल
असेंडिंग ट्रेंगल व डिसेंडिंग ट्रेंगल
स्विंग ट्रेडिंग इंडिकेटर
RSI
MACD
MOVING AVERAGE
BOLINGER BAND
SUPER TRED
स्विंग ट्रेडिंग के फायदे व नुकसान
Swing Trading के फायदे
कम समय में प्रॉफिट मिल जाता है।
कम प्रॉफिट का टारगेट होने के कारण टारगेट हिट होने की संभावना बढ़ जाती है।
स्टॉक में एंट्री करने के लिए स्टॉक के गिरने का इंतजार करना नहीं पड़ता।
स्टॉक के फंडामेंटल स्ट्रांग होने के कारण नुकसान होने की संभावना कम रहती है
यह एक कम तनाव वाली strategy है।
अगर आप शेयर बाजार में नए हैं तो इसको आप ट्राई कर सकते हैं।
Swing Trading के नुकसान
छोटे अवधि में ही स्टॉक से प्रॉफिट प्राप्त कर बाहर निकल जाने के कारण बड़ा प्रॉफिट नहीं मिल पाता है।
स्टॉक से जुड़ी रोजाना अच्छी व पूरी खबर आने के कारण स्टॉक में उतार-चढ़ाव व, गैप अप और गेप डाउन का खतरा रहता है।
ट्रेडिंग करने वालों को धैर्य के साथ स्टॉक को पकड़ कर रखे रहने में परेशानी का सामना करना पड़ता है।
आज हमने क्या सीखा ?
आज हमने सीखा कि Swing Trading Kya Hota Hai. और हम इसे कहां से और कैसे कर सकते हैं। स्विंग ट्रेडिंग करने के क्या फायदे और क्या नुकसान होते हैं।
मैं आशा करता हूं की आपको यह पोस्ट Swing Trading Kya Hota Hai पढ़कर Swing Trading से जुड़े सारे सवालों के जवाब मिल गए होंगे और मैंने पूरी कोशिश की है कि आपके मन में Swing trading से लेकर जो सवाल है वो सब इस पोस्ट के माध्यम से आप तक पहुँचा सकूँ।
यदि आपके मन में कुछ सवाल है तो आप कमेंट बॉक्स में अपने सवाल पूछ सकते है मैं आपके सवालों के जवाब देने की पूरी कोशिश करूंगा और इस पोस्ट को जितना हो सके उतना शेयर करें ताकि सभी लोगों को स्टॉक मार्केट,व ट्रेडिंग और उससे जुड़ी सभी जानकारियां सभी तक पहुंचते रहें और सभी आप अपना प्यार ऐसे ही बनाए रखें।