आरंभिक मार्जिन

करीब 20,557 करोड़ रुपये के घटे आकार के बाद भी एलआईसी का आईपीओ देश में अब तक का सबसे बड़ा आरंभिक सार्वजनिक निर्गम होने जा रहा है।
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नयी दिल्ली, 29 अप्रैल एलआईसी के अध्यक्ष एम आर कुमार ने शुक्रवार को कहा कि एलआईसी का आईपीओ मूल्य बहुत आकर्षक है और निवेशक आने वाले वर्षों में रिटर्न की उम्मीद कर सकते हैं क्योंकि कंपनी में विकास की काफी संभावनाएं हैं।
उन्होंने यहां पीटीआई के साथ एक साक्षात्कार में कहा, एम्बेडेड मूल्य से अधिक नए व्यवसाय (वीएनबी) के मूल्य को आगे बढ़ना चाहिए, और भविष्य में इसे 12-13 तक पहुंचना चाहिए।
उन्होंने कहा कि वीएनबी मार्जिन वह है जो निवेशक देख रहे होंगे और वर्तमान में एलआईसी के लिए यह 9 है।
यह पूछे जाने पर कि क्या टेबल पर पर्याप्त पैसा है, उन्होंने कहा, “यह बाजार की धारणा पर आधारित है। एलआईसी आईपीओ (LIC Ipo) कम वीएनबी से शुरू हो रहा है और इसमें बढ़ने की संभावना है।
वीएनबी एक निर्दिष्ट अवधि के दौरान लिखी गई नई नीतियों से अपेक्षित भविष्य की कमाई का वर्तमान मूल्य आरंभिक मार्जिन है। यह एक निर्दिष्ट अवधि के दौरान नई नीतियों के लेखन के माध्यम से उत्पन्न होने वाले अतिरिक्त मूल्य को दर्शाता आरंभिक मार्जिन है।
LIC IPO attractive price
एलआईसी ने निर्गम के लिए 902-949 रुपये प्रति इक्विटी शेयर का प्राइस बैंड तय किया है। शेयर बिक्री 22.13 करोड़ इक्विटी शेयरों के ऑफर-फॉर-सेल (ओएफएस) के माध्यम से है और 4 मई को खुलेगी और 9 मई आरंभिक मार्जिन को बंद होगी। शेयरों के 17 मई को सूचीबद्ध होने की संभावना है।
प्रस्ताव में पात्र कर्मचारियों और पॉलिसीधारकों के लिए आरक्षण आरंभिक मार्जिन शामिल है। खुदरा निवेशकों और पात्र कर्मचारियों को प्रति इक्विटी शेयर 45 रुपये की छूट मिलेगी और पॉलिसीधारकों को 60 रुपये प्रति इक्विटी शेयर की छूट मिलेगी।
एलआईसी का गठन 1 सितंबर, 1956 को 245 निजी जीवन बीमा कंपनियों का विलय और राष्ट्रीयकरण करके 5 करोड़ रुपये की शुरुआती पूंजी के साथ किया गया था।
इसके उत्पाद पोर्टफोलियो में 32 व्यक्तिगत उत्पाद (16 भाग लेने वाले उत्पाद और 16 गैर-भाग लेने वाले उत्पाद) और सात व्यक्तिगत वैकल्पिक राइडर लाभ शामिल हैं। बीमाकर्ता के समूह उत्पाद पोर्टफोलियो में समूह के 11 उत्पाद शामिल हैं।
Venus Pipes का ऑफर पहले दिन ही हुआ पूरी तरह सब्सक्राइब
नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। Venus Pipes & Tubes का IPO आज कमाई के आरंभिक मार्जिन लिए खुल गया है। आम निवेशक इसमें बोली लगा सकते हैं। इस बीच कंपनी ने एंकर निवेशकों से 49 करोड़ रुपये जुटाए हैं। कंपनी ने एक शेयर का प्राइस बैंड 310 से 326 रुपये प्रति शेयर रखा है।
12 बजे तक 2.आरंभिक मार्जिन 13 गुना सब्सक्रिप्शन
BSE की वेबसाइट पर दिए आंकड़ों के मुताबिक आज दोपहर 12 बजे तक कंपनी का IPO पूरी तरह सब्सक्राइब हो गया था। IPO को पहले दिन रिटेल निवेशक कैटेगरी में 2.13 गुना सब्सक्रिप्शन मिला था। जबकि NIIs वर्ग में 0.18 गुना बोली और QIBs 0.30 गुना।
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विशेषताएँ
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- रिमेटेरियालाइजेशन : यह इलेक्ट्रानिक रूप से धारित शेषराशियों को भौतिक (शेयर प्रमाणपत्र) रूप में धारिता के रूप में परिवर्तित करने को सुलभ कराता है। .
- खाता अंतरण : बाज़ार/ बाज़ार के बाहर व्यापारों के फलस्वरूप इलेक्ट्रानिक शेषराशियों की सुपुर्दगी /प्राप्ति को सुलभ कराता है। .
- गिरवी/दृष्टिबंधन : यह शेयरों के प्रति ऋण/अग्रिम की प्राप्ति के लिए उधारकर्ताओं की प्रतिभूतियों की शेषराशि को उधारदाताओं के पक्ष में रोके रखने को सुलभ कराता है। .
- आरंभिक पब्लिक आफ़र : यह कंपनियों के पब्लिक इशू के जरिए आरंभिक मार्जिन आंबंटन के फलस्वरूप प्रतिभूति शेषराशियों के डीपी खाते में शीघ्र और प्रत्यक्ष जमा को सुलभ कराता है।.
- कारपोरेट सुविधाओं का संवितरण : बोनस और राइट इश्यू जैसे गैर मौद्रिक कारपोरेट लाभों के फलस्वरूप शेषराशियों के डीपी खाते में शीघ्र और प्रत्यक्ष जमा को सुलभ कराता है।.
- प्रतिभूति उधार देना: प्रतिभूतियों को उधार देकर आपकी डिमटेरिलाइज्ड़ धारिताओं पर अतिरिक्त आय के अर्जन को सुलभ कराता है। .
40%* प्रति वर्ष.
04.आरंभिक मार्जिन 10.2022 से लागू
*शर्तें लागू
10 करोड़ रुपए से कम, 15.10.2022 से प्रभावी
10 करोड़ रुपए व अधिक, 15.10.2022 से प्रभावी
एसबीआई रियल्टी गोल्ड लोन
एसबीआई वैयक्तिक स्वर्ण ऋण
*शर्तें लागू
Loan amount up to Rs. 3 lakhs
> Rs. 3 lakhs & up to Rs. 5 lakhs
रु 10 करोड़ से कम शेष राशि
रु 10 करोड़ और अधिक शेष राशि
* शर्तें लागू
*शर्तें लागू
(YONO के माध्यम से आवेदन करने पर)
3 वर्ष से 5 वर्ष से कम तक
5 वर्ष से अधिक और 10 वर्ष तक
त्वरित लिंक
- डोरस्टेप बैंकिंग (डीएसबी) सेवाएँ
- उपकरण और कैलकुलेटर
- अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
- ब्याज दर
- अनधिकृत डिजिटल लेनदेन रिपोर्टिंग
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Technical View: निफ्टी ने बनाया बियरिश कैंडल, आरंभिक मार्जिन 18000-18100 के स्तर पर नजर आ रहा सपोर्ट
आसान शब्दों में कहें तो अगर कोई ट्रेडर 10 लाख रुपए का निफ्टी कॉन्ट्रैक्ट खरीदना चाहता है तो अब उसे बतौर 20% मार्जिन 2 लाख रुपए रखना होगा। लेकिन पहले सिर्फ 1.50 लाख रुपए मार्जिन रखने की जरूरत होती थी।
क्या है पीक मार्जिन?
पिछले साल तक कारोबारी सत्र के अंत में मार्जिन वसूला जाता था। उदाहरण के तौर पर अगर आपने कल 1 करोड़ रुपए F&O में निवेश किया तो आज के मार्केट सत्र में भी अतिरिक्त 1 करोड़ रुपए का निवेश कर सकते थे। पुराने सिस्टम में 1 करोड़ रुपए के अतिरिक्त निवेश पर अलग से कोई मार्जिन नहीं चुकाना पड़ता था। यानी कल के मार्केट सत्र से लेकर आज के मार्केट सत्र के बीच सिर्फ 1 करोड़ रुपए के मार्जिन पर आप 2 करोड़ रुपए F&O में निवेश कर सकते थे। लेकिन नए नियम के मुताबिक, आपको अतिरिक्त 1 करोड़ रुपए पर भी मार्जिन देना होगा।