ऑनलाइन ट्रेडिंग में ऑर्डर के प्रकार

Strong financial resources
Vatera ट्रैक ऑर्डर लाइव
Vatera एक हंगेरियन वेबसाइट है जो नीलामी के ऑनलाइन ट्रेडिंग में ऑर्डर के प्रकार माध्यम से उत्पादों के विपणन के लिए समर्पित है। वर्तमान में, यह ऑनलाइन बिक्री प्लेटफ़ॉर्म विभिन्न प्रकार की वस्तुओं की पेशकश करता है, जिन्होंने अपने उपभोक्ताओं को सभी प्रकार के उत्पादों को खरीदने की अनुमति दी है।
Vatera की स्थापना 2000 में हुई थी और तब से इसे डांटे इंटरनेशनल Kft द्वारा संचालित किया गया है। बुडापेस्ट में स्थित है। Vatera हंगरी में सबसे बड़ा ऑनलाइन बिक्री बाजार है और इसका ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म विभिन्न प्रकार के नए और उपयोग किए गए उत्पादों की खरीद, बिक्री और नीलामी की अनुमति देता है।
Vatera हंगरी में इसकी श्रेणियां शामिल हैं: कला, फैशन, कार्यालय और घरेलू उत्पाद, खेल, कार, सौंदर्य उत्पाद, मोबाइल उपकरण और इलेक्ट्रॉनिक सामान, कई अन्य।
Vatera में, आप 3 मिलियन से अधिक उत्पादों का चयन कर सकते हैं, जिससे Vatera ऑनलाइन बाजारों और वर्गीकृत साइटों का सबसे बड़ा चयन ऑनलाइन ट्रेडिंग में ऑर्डर के प्रकार हो जाएगा। प्रत्येक विज्ञापन सत्यापित विक्रेताओं द्वारा अपलोड किया जाता है।
Vatera ने हंगरी में सबसे दूर तक पहुंचने वाले ऑनलाइन मार्केटप्लेस के रूप में खुद को स्थापित किया है, जिसमें पूरी तरह से सत्यापित विक्रेताओं द्वारा 3 मिलियन से अधिक उत्पादों की पेशकश की गई है। यह प्रत्येक खरीदारी को Vatera पर पूरी तरह से सुरक्षित अनुभव बनाता है।
Vatera अपने ग्राहकों ऑनलाइन ट्रेडिंग में ऑर्डर के प्रकार को छूट के साथ Vatera कूपन कोड का उपयोग करने का विकल्प प्रदान करता है, जिसका वे उपयोग करने की इच्छा वाले कोड को डायल करके लाभ ले सकते हैं; प्रचार के साथ पहचाने गए उत्पाद को लोड करने के दूसरे चरण के भीतर।
पदोन्नति पर उत्पादों का उपयोग केवल वैधता की अवधि के भीतर किया जाना चाहिए।
Trading Kya Hai?
ट्रेडिंग को हिंदी में “व्यापार” कहते हैं। ट्रेडिंग में हम किसी वस्तु या फिर किसी सेवा को कम दाम में खरीद कर उस वस्तु या सेवा को दाम बढ़ जाने पर बेचते हैं। ट्रेडिंग का सबसे मुख्य मकसद यह है कि किसी भी वस्तु को कम दाम में खरीद कर अधिक दाम में बेचकर मुनाफा कमाना है। आज के समय में सबसे ज्यादा ट्रेडिंग शेयर मार्केट में की जाती है। लोग कंपनियों के शेयर को खरीदते हैं और इन्हीं शेयर को बेचकर हजारों लाखों रुपए काफी आसानी से कमा लेते हैं। अगर आप ट्रेडिंग करना चाहते हैं तो सबसे पहले आपको शेयर मार्केट ट्रेडिंग के बारे में जानकारी होनी चाहिए। चलिए जानते हैं कि शेयर मार्केट ट्रेडिंग क्या होती है?
जब आप शेयर मार्केट में किसी भी शेयर को खरीदते हैं और 1 साल के भीतर आपके द्वारा ऑनलाइन ट्रेडिंग में ऑर्डर के प्रकार खरीदे गए शेयर को प्राइस बढ़ने के बाद बेचते हैं तो यह शेयर मार्केट ट्रेडिंग ऑनलाइन ट्रेडिंग में ऑर्डर के प्रकार कहलाती है। शेयर मार्केट 9:15 AM से 3:30 PM तक खुलती है। इस बीच ट्रेडर्स कम दाम में शेयर को खरीदते हैं और दाम बढ़ जाने पर उन शेयर को बेच भी देते हैं जिससे कि उनको मुनाफा हो सके। इस तरह से ट्रेडर्स शेयर मार्केट Trading के जरिए काफी आसानी से पैसे कमा सकते हैं। लेकिन शेयर मार्केट ट्रेडिंग काफी ज्यादा जोखिम भरी है क्योंकि कभी-कभी इसमेें आपके द्वारा खरीदे गए शेयर के दाम नहीं बढ़ते हैं और इस तरह से आपके पैसे चले भी जाते हैं। अब हम जानेंगे कि ट्रेडिंग कितने प्रकार की होती है।
ट्रेडिंग कितने प्रकार की होती है?
शेयर मार्केट के अंतर्गत ट्रेडिंग मुख्य रूप से केवल चार प्रकार की होती है। सभी ट्रेडर्स पैसे कमाने के लिए अपनी सुविधा के अनुसार ट्रेडिंग करते हैं।
- Intraday Trading
- Scalping Trading
- Swing Trading
- Positional Trading
Intraday Trading क्या है?
Intrading Trading एक ऐसी ट्रेडिंग होती है जिसमें केवल 1 दिन के लिए ट्रेडिंग की जाती है। इंट्राडे ट्रेडिंग में ट्रेडर्स मार्केट खुलने ऑनलाइन ट्रेडिंग में ऑर्डर के प्रकार के बाद शेयर को खरीद लेते हैं और और मार्केट को बंद होने से पहले वह अपने खरीदे गए शेयर को भेज देते हैं। इस प्रकार यह ट्रेडिंग केवल 1 दिन ही चलती है। ऐसे ट्रेडर्स को जो इंट्राडे ट्रेडिंग करते हैं इंट्राडे ट्रेडर्स कहलाते हैं। ऑनलाइन ट्रेडिंग में ऑर्डर के प्रकार इंट्राडे ट्रेडिंग Scalping Trading से थोड़ी कम जोखिम भरी होती है।
Scalping Trading एक ऐसी ट्रेडिंग होती है जिसमें ट्रेडर्स केवल कुछ सेकंड और मिनटों के लिए ट्रेडिंग करते हैं। यह ट्रेडिंग काफी ज्यादा जोखिम भरी होती है क्योंकि इस ट्रेडिंग में ट्रेडर्स अपने पैसे गवा सकते हैं। स्काल्पिंग ट्रेडिंग केवल वो ट्रेडर्स ही करते हैं जो शेयर को कुछ मिनट या कुछ सेकंड के लिए खरीदते हैं और बेच देते हैं। जो ट्रेडर्स स्काल्पिंग ट्रेडिंग करते हैं उन्हें स्केपर्स कहा जाता है।
आइये जानते है ट्रेडिंग अकाउंट क्या है? कैसे करें ऑनलाइन ऑनलाइन ट्रेडिंग में ऑर्डर के प्रकार ट्रेडिंग
What is trading account in hindi
- ऐसे खोले ऑनलाइन शेयर ट्रेडिंग अकाउंट
- Trading Account ऐसे करता है काम
- ऑनलाइन ट्रेडिंग कैसे करे?
ट्रेडिंग अकाउंट क्या है: शेयर बाजार में निवेश करने या फिर ट्रेडिंग करने के लिए ट्रेडिंग अकाउंट की आवश्यकता होती है।
स्टॉक मार्केट में ट्रेडिंग अकाउंट के माध्यम से यही शेयर को खरीदा और बेचा जाता है। इसमें ट्रेडर अपने Buy या Sell करने के आर्डर को ब्रोकर को कॉल करके बता देता है। या फिर ऑनलाइन ट्रेडिंग के माध्यम से खुद ही अपना आर्डर करता है।
ऐसे खोले ऑनलाइन शेयर ट्रेडिंग अकाउंट
ऑनलाइन शेयर ट्रेडिंग अकाउंट खोलना बेहद आसान प्रक्रिया है। इसके लिए ब्रोकर की वेबसाइट पर रजिस्ट्रेशन करना होता है। ऑनलाइन ट्रेडिंग अकाउंट खोलने के लिए निम्नलिखित डॉक्यूमेंट की जरूरत पड़ती है। –
- पासपोर्ट साइज फोटो
- नॉमिनी की फोटो
- एड्रेस प्रूफ जैसे आधार कार्ड, पैन कार्ड, वोटर आईडी,
- कैंसिल चेक और लेटेस्ट बैंक स्टेटमेंट
- डीमैट अकाउंट की ऑनलाइन ट्रेडिंग में ऑर्डर के प्रकार डिटेल
Trading Account ऐसे करता है काम –
ट्रेडिंग अकाउंट में सबसे पहले निवेशक इसी ट्रेडिंग एकाउंट में पैसा जमा करता है उसके बाद जिस शेयर को खरीदना या बेचना है उसके दाम को चेक करता है और आर्डर करता है। यह आर्डर स्टॉक एक्सचेंज के पास जाता है। इस ऑर्डर को काउंटर ऑर्डर मिल जाने के बाद यह एग्जीक्यूट (Execute) हो जाता है। इस दौरान पैसे पर लगने वाले टैक्स या फिर चार्ज ट्रेडिंग अकाउंट से ही काटे जाते हैं। इसके बाद शेयर 2 दिन में डीमैट अकाउंट में जमा हो जाते हैं। लेकिन यदि शेयर को बेचने का ऑर्डर किया गया रहता है तो शेयर ऑनलाइन ट्रेडिंग में ऑर्डर के प्रकार का पैसा टैक्स और ब्रोकरेज कट होने के बाद ट्रेडिंग अकाउंट में जमा हो जाता है।
ट्रेडिंग अकाउंट होने से ऑनलाइन चैटिंग की सुविधा आसान हो जाती है शेयर को खरीद कर पैसे कटाना और बेचने पर पैसे जमा होना, यह सारी प्रक्रिया अपने आप ऑटोमेटिक होती है। इसके लिए किसी लिखित पेपर या कॉल की जरूरत नहीं पड़ती है। ऑर्डर बहुत जल्दी ही पूरा हो जाता है। मोबाइल के द्वारा भी किसी भी जगह से शेयर को खरीदा और बेचा जा सकता है।
ऑनलाइन ट्रेडिंग कैसे करे?
ऑनलाइन ट्रेडिंग करने के लिए सबसे पहले एक ट्रेडिंग का चयन करना होगा। जिसके साथ अपना ट्रेडिंग डिमैट अकाउंट ओपन करना होता है। शेयर मार्केट में कई प्रकार की ट्रेडिंग होती है। इसके इंट्राडे ट्रेडिंग, स्विप ट्रेडिंग, पोजीशनल ट्रेडिंग आदि है। इनमें से किसी भी ट्रेडिंग का चुनाव करके ट्रेडिंग की जा सकती है।
ट्रेडिंग स्टाइल के चयन के बाद ट्रेडिंग प्लस और मनी मैनेजमेंट की बारी आती है। इसमें ट्रेडिंग प्लस में कौन सा शेयर खरीदना है और कब खरीदना है जैसी बातें शामिल होती है।
वही मनी मैनेजमेंट में कितने रुपए का निवेश करना है टारगेट क्या होगा?, ऐसी बातों का ध्यान दिया जाता है।
शेयर मार्केट में ट्रेडिंग को दो भागों में बांटते हैं। इंट्राडे ट्रेडिंग और डिलीवरी बेस्ड ट्रेडिंग
इंट्राडे ट्रेडिंग में शेयर को एक ऑनलाइन ट्रेडिंग में ऑर्डर के प्रकार ही दिन में खरीद कर उसे बेचना होता है। इसमें शेयर को वास्तविकता में नहीं खरीदा जाता बल्कि ब्रोकर को कुछ मार्जिन देखा शेयर के भाव में उतार-चढ़ाव जब आता है तो उसका फायदा उठाया जाता है। डिलीवरी बेस्ड ट्रेडिंग में शेयर को वास्तव में खरीदा जाता है और जितने भी शेयर लिए जाते है, उनका पूरा पैसा चुकाना होता है। डिलीवरी बेस्ट ट्रेडिंग में आप शेयर को जब तक चाहे अपने पास रख सकते हैं।
Trader’s Guides and Tools
Develop your trading skills and strategies with our professional trading tools,
education resources and daily markets review.
Start trading CFDs with OffersFX today
Get started with your OffersFX account today
Products
Platforms
- WebTrader
- Mobile Trading App
- Tablet Trading App
Technical Analysis
- Economic Calendar
- Financial News
- Daily Analysis Videos
- Technical Analysis
Education
Support
Contact Us
OffersFX complies with international regulatory standards and operates in Europe via Xtrade Europe Ltd, which is authorised and regulated by the Cyprus Securities and Exchange Commission with license number 108/10. OffersFX is subject to the relevant regulatory requirements as per the Markets in Financial Instruments Directive (MiFID II).
पेंडिंग ऑर्डर रणनीति का इस्तेमाल कारगर तरीक़े से कैसे करें
अपने काम में इस रणनीति का सही ढंग से उपयोग करने के लिए, आपको वह मूल्य तय करना होगा, जिससे ऑर्डर ऑनलाइन ट्रेडिंग में ऑर्डर के प्रकार निष्पादन, स्टॉप लॉस और टेक प्रॉफ़िट ऑर्डर और ऑर्डर की मौजूदगी की अवधि निर्धारित होगी।
पेंडिंग ऑर्डर के प्रकार
प्रवेश बिंदुओं का निर्धारण। उन्हें निर्धारित करने के कई तरीक़े हैं। एक तरीक़ा प्राथमिक प्रवेश बिंदुओं को निर्धारित करना है। इसके लिए, ट्रेडर को आवश्यक न्यूनतम मूल्य और अधिकतम मूल्य सीमा निर्धारित करनी होती है, जहाँ पहुंचने पर, रुझान अपनी गति जारी रखेगा।
अगर कीमत कुछ समय तक एक ही प्राइस चैनल में चलती है, तो ट्रेडर किसी एक दिशा में ब्रेकडाउन की उम्मीद के साथ ऑर्डर के पैरामीटर सेट कर सकता है। कभी-कभी पेंडिंग ऑर्डर को इस उम्मीद के साथ दिया जाता है कि समर्थन या प्रतिरोध रेखा टूट जाएगी।