भारत में ETF

iv.वियतनाम को 95% की वृद्धि दर के साथ, अगले दशक में करोड़पतियों के लिए सबसे तेजी से बढ़ने वाला बाजार होने का अनुमान है।
भारत बॉन्ड ईटीएफ क्या है ? What is Bharat Bond ETF Hindi
भारत बॉन्ड ईटीएफ एक डेट एक्सचेंज-ट्रेडेड फंड (ईटीएफ) Debt Exchange-traded fund (ETF) है यह भारत का पहला भारत में ETF कॉर्पोरेट बॉन्ड एक्सचेंज ट्रेडेड फंड (ईटीएफ) है इसके अन्दर भारत सरकार द्वारा संचालित कंपनी के बांड जरी किये जाते जाते है जिस से Retail इन्वेस्टर्स को सरकारी बॉन्ड खरीदने का मौका भारत में ETF मिलता है
दिसंबर 2019 के पहले सप्ताह में, सरकार ने भारत बॉन्ड ईटीएफ के शुभारंभ किया था उसके बाद से बहुत से लोग इसके अन्दर इन्वेस्ट कर रहे है और एक इन्वेस्टर की तरफ से देखे तो यह एक फिक्स इनकम के लिए सही इन्वेस्टमेंट आप्शन है और यह एक रिस्क फ्री इन्वेस्टमेंट है सरकार के दृष्टिकोण से, यह सार्वजनिक क्षेत्र की इकाइयों को इनकम का एक आप्शन है |
बॉन्ड ईटीएफ क्या है What is Bond ETF Hindi
बॉन्ड ईटीएफ( ETFs) एक Passive म्यूचुअल फंड है भारत में ETF क्योकि जब आप ईटीएफ में निवेश करते हैं, तो आपको वैसी ही कंपनी मिलती हैं, जैसी आप म्यूचुअल फंड्स के मामले में मिलती है ईटीएफ ETF के नाम से पता चलता है, स्टॉक एक्सचेंजों पर बिज़नस होता है और स्टॉक की तरह एनएसई NSE या बीएसई BSE जैसे स्टॉक एक्सचेंजों से ही खरीदा और बेचा जा सकता है।
Bharat Bond ETF पीएसई के AAA रेटेड बॉन्ड में निवेश करता है। जैसे REC, PFC, NHAI, आदि तभी इसके अन्दर इन्वेस्टमेंट से रिस्क कम होता है क्योकि यह अच्छी कंपनी के अन्दर ही इन्वेस्ट करता है
निवेश (Invest) की Minimum और Maximum अमाउंट क्या है ?
इसके अन्दर प्रति बॉन्ड न्यूनतम राशि 1,000 रुपये है और इसकी कोई अधिकतम सीमा नहीं है लेकिन retail investors के लिए, 2 लाख रुपये की Maximum Limit है इसलिए अपने बजट के अनुसार इसके अन्दर इन्वेस्ट कर सकते है यदि कम इनकम है तो कम इन्वेस्टमेंट करे और ज्यादा इनकम है तो ज्यादा इन्वेस्टमेंट कर सकते है |
भारत बॉन्ड ईटीएफ (Bharat Bond ETF) सुनिश्चित रिटर्न (assured returns) beneficial tax treatment और liquidity सभी लाभ प्रदान करता है इसलिए यदि कोई भी व्यक्ति रिस्क फ्री इन्वेस्टमेंट करना चाहता है तो उसके लिए यह सही आप्शन है |
भारत बॉन्ड ईटीएफ( Bharat Bond ETF) के उद्देश्य
1 . Bond ETFs भारतीय ऋण बाजारों को deepen करने में मदद करेगा; एक ही समय में retail investors की भागीदारी के लिए अवसर प्रदान करेगा |
2. इसके अतिरिक्त, यह underlying PSE कंपनियों को अपने संचालन के लिए funds जुटाने में मदद करेगा।
Bharat Bond ETF: 3 दिसंबर से आपके लिए कमाई का सुनहरा मौका, सरकार दे सकती है FD से ज्यादा रिटर्न
भारत बॉन्ड ईटीएफ का तीसरा चरण 3 दिसबंर से शुरु होने जा भारत में ETF रहा है। यानी आपके लिए खुशखबरी वो इसलिए क्योंकि सरकार का इरादा भारत बॉन्ड ईटीएफ के जरिए 10, 000 करोड़ रुपए इकट्ठा करने की है। यह सब्सक्रिप्शन 9 दिसंबर को बंद हो जाएगा। इसके अलावा इश्यू का मूल आकार मुक्त ग्रीन शू विकल्प के साथ 1,000 करोड़ रुपये का होगा। ईटीएफ की तीसरी किस्त के अप्रैल 2032 में मैच्योर होने की उम्मीद है। भारत बॉन्ड ईटीएफ वित्त मंत्रालय के तहत निवेश और सार्वजनिक संपत्ति प्रबंधन विभाग की एक पहल है और एडलवाइस एमएफ द्वारा प्रबंधित है। भारत बॉन्ड ईटीएफ क्या है आइए आपको सबसे पहले बताते हैं। ये एक एक्सचेंज ट्रेडेड फंड है, जो सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियों के बॉन्ड में निवेश करता है। मौजूदा समय में ईटीएफ केवल सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियों के ‘AAA’ रेटिंग वाले बॉन्ड में निवेश करता है। योजना सूचना दस्तावेज यानी SID पहले ही पूंजी बाजार नियामक भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड यानी Sebi के पास दाखिल किया जा चुका है।
पहली, दूसरी किस्त का विश्लेषण
3 दिसबंर से भारत बॉन्ड ईटीएफ की तीसरी किस्त शुरु हो रही है। इससे पहले दूसरी किस्त जुलाई 2020 में लॉन्च किया गया था। यह तीन गुना से ज्यादा ओवर सब्सक्राइब हुई था और सरकार ने इससे 11,000 करोड़ रुपये जुटाए थे। सरकार ने दिसंबर 2019 में अपनी पहली पेशकश में लगभग 12,400 करोड़ रुपये प्राप्त किए थे। फिलहाल, अलग-अलग मैच्योरिटी वाले चार भारत बॉन्ड ईटीएफ हैं- अप्रैल 2023, अप्रैल 2025, अप्रैल 2030 और अप्रैल 2031। ये ईटीएफ 31 अक्टूबर, 2021 तक 36,359 करोड़ रुपये की निवेशक संपत्ति का प्रबंधन कर रहे हैं। भारत बॉन्ड ईटीएफ ने अपनी दूसरी किस्त में 5 और 12 साल के मैच्योरिटी विकल्प की पेशकश की, जबकि पहली किस्त में मैच्योरिटी विकल्प 3 और 10 साल के लिए थे।
यह देश का पहला कॉरपोरेट बांड एक्सचेंज ट्रेडेड फंड यानी ETF है। भारत बॉन्ड ईटीएफ में कम से कम निवेशक 1,000 रुपये निवेश कर सकते हैं। इसके बाद 1,000 रुपये के मल्टीपल में निवेश किया जा सकता है। एक्सचेंज ट्रेडेड फंड सिर्फ सार्वजनिक क्षेत्र के AAA रेटिंग वाले बांड में निवेश करेगा। भारत बॉन्ड ईटीएफ के बाद, म्यूचुअल फंड उद्योग में पैसिव रूप से मैजनेज डेट फंडों में उछाल आया है। सेबी के पास 11 पैसिव-मैनेज डेट योजनाएं दायर की गई हैं, जबकि कई पहले ही फंड हाउस द्वारा शुरू की जा चुकी हैं।
भारत में ETF
सेंटी-मिलियनेयर रिपोर्ट 2022: सेंटी-मिलियनेयर्स की सूची में भारत तीसरे स्थान पर; 2032 तक चीन से आगे निकलने की भविष्यवाणी
करोड़पतियों का पहला वैश्विक अध्ययन, सेंटी-मिलियनेयर रिपोर्ट-सुपर-रिच के एक नए वर्ग का उदय के अनुसार, यूनाइटेड किंगडम (UK), स्विट्ज़रलैंड और रूस को पीछे छोड़ते हुए भारत दुनिया में सबसे अधिक करोड़पतियों की संख्या वाला तीसरा स्थान है।
- दुनिया के 25,490 करोड़पतियों में से 1,132 भारत में मौजूद हैं। ये करोड़पति ऐसे व्यक्ति हैं जिनके पास 100 मिलियन अमरीकी डालर (830 करोड़ रुपये) से अधिक की निवेश योग्य संपत्ति है।
जलवायु परिवर्तन प्रदर्शन सूचकांक (भारत में ETF सीसीपीआई) का उद्देश्य
जलवायु परिवर्तन प्रदर्शन सूचकांक (सीसीपीआई) का उद्देश्य अंतर्राष्ट्रीय जलवायु राजनीति में पारदर्शिता बढ़ाने के साथ ही उसे जलवायु संरक्षण प्रयासों एवं अलग-अलग देशों द्वारा की गई प्रगति की तुलना करने में सक्षम बनाना है। 2005 के बाद से प्रति वर्ष प्रकाशित , जलवायु परिवर्तन प्रदर्शन सूचकांक (सीसीपीआई) 59 देशों और यूरोपीय संघ के जलवायु संरक्षण प्रदर्शन पर नजर रखने के लिए एक स्वतंत्र निगरानी उपकरण है। सीसीपीआई हर वर्ष मूल्यांकन किए गए देशों के भीतर महत्वपूर्ण सार्वजनिक और राजनीतिक विचार–विमर्श शुरू करता है। इन 59 देशों का जलवायु संरक्षण प्रदर्शन , जो कि वैश्विक ग्रीनहाउस गैस (जीएचजी) उत्सर्जन का 92% हिस्सा है , का मूल्यांकन चार श्रेणियों में किया जाता है : जीएचजी उत्सर्जन (समग्र प्राप्त अंकों (स्कोर) का 40%), नवीकरणीय ऊर्जा (समग्र स्कोर का 20%), ऊर्जा उपयोग (समग्र स्कोर का 20%) और जलवायु नीति (समग्र स्कोर का 20%) ।