धन के 5 नियम

Feng Shui Tips: फेंगशुई ऊंट दिलाता है धन लाभ और सफलता, जानें घर में रखने के नियम
Feng Shui Camel: फेंगशुई ऊंट मेहनत और सफलता का प्रतीक होता है. इसे घर में रखना बहुत शुभ माना जाता है. फेंगशुई ऊंट को घर में रखने के कुछ खास नियम हैं जिसका पालन करना जरूरी है.
By: ABP Live | Updated at : 12 Nov 2022 04:59 PM (IST)
फेंग शुई ऊंट के लाभ
Feng Shui Camel Tips: चीनी ज्योतिष विज्ञान में फेंगशुई का विशेष महत्व है. फेंगशुई में सफलता और आर्थिक उन्नति के लिए कई उपाय बताए जाते हैं. फेंगशुई में पशु-पक्षियों को शुभता एवं सौभाग्य का प्रतीक माना जाता है. फेंगशुई के आइटम अपने घर या काम करने वाली जगह पर रखने से इसके सकारात्मक प्रभाव मिलते हैं. यह धन और समृद्धि में सहायक होते हैं. इनमें से एक है फेंगशुई ऊंट. इसे घर में रखने से हर काम में सफलता मिल सकती है. फेंगशुई ऊंट को मेहनत और सफलता का प्रतीक माना जाता है. आइए जानते हैं घर में किस तरह का फेंगशुई ऊंट रखना धन के 5 नियम चाहिए और इसके क्या नियम हैं.
फेंगशुई ऊंट के नियम
- फेंगशुई में ऊंट को रखने से विपरीत परिस्थितियों में भी सफलता हासिल होती है. माना जाता है कि ऊंट कठिन से कठिन हालात का भी डटकर मुकाबला करता है. अगर आपको नौकरी या बिजनेस में लगातार समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है तो अपने कार्यस्थल पर फेंगशुई ऊंट रखें.
- निवेश को लेकर हमेशा चिंतित रहते हैं तो अपने लिविंग रूम में फेंगशुई ऊंट के जोड़े को रखें. इससे निवेश से लाभ की स्थिति बन सकती है. काम में सफलता और तरक्की चाहिए के लिए कार्य स्थल पर उत्तर पश्चिम दिशा में फेंगशुई ऊंट की मूर्ति रखें. इसका सकारात्मकता प्रभाव पड़ता है.
- तनावपूर्ण वातावरण और धन में आ रही रुकावटों को दूर करने के लिए फेंगशुई ऊंट रखना बहुत प्रभावी माना जाता है. इसके लिए घर के उत्तर पश्चिम दिशा में फेंगशुई ऊंट की मूर्ति रखना लाभकारी हो सकता है.
- बहुत बार मांगने पर भी उधार दिया हुआ पैसा वापस नहीं मिलता है या फिर आपका धन कहीं पर फंसा हुआ है तो घर में दो कूबड़ वाले फेंगशुई ऊंट को रखें. इससे आपको आर्थिक लाभ होगा.
- कमरे से पूर्व दिशा में फेंगशुई ऊंट की मूर्ति रखने से किस्मत का साथ मिलता है. इसे रखने से विचारों में स्थिरता आती है और सही निर्णय लेने में भी मदद मिलती है. स्टडी रूम में फेंगशुई ऊंट रखने से करियर में सफलता मिलती है.
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Published at : 12 Nov 2022 04:59 PM (IST) Tags: Feng Shui feng shui tips हिंदी समाचार, ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें abp News पर। सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट एबीपी न्यूज़ पर पढ़ें बॉलीवुड, खेल जगत, कोरोना Vaccine से जुड़ी ख़बरें। For more related stories, follow: Lifestyle News in Hindi
दौलत बढ़ाने के पाँच नियम-2021
पैसों के नियम
दौलत बढ़ाने के पाँच नियम-2021 :- पैसा सब कुछ नहीं होता है |फिर भी आज के समय मे पैसा ही सब कुछ है| ये हमारे लिए important है | और आने वाले future मे भी money से हमारी जरूरतों को पूरा किया जा सकता है |
पैसों के बारे मे लोगों का सोच
हर आदमी चाहता है| कि उसके पास अधिक से अधिक धन हो पर लेकिन ऐसा होता नहीं है | दुनिया मे करोड़ों लोग है जो धन के बारे मे सोचता है | लेकिन धन अक्सर उन्ही लोगों पास जाता है | जो धन को संभालने का नियम जानते है |
अगर आपको धन की ज्यादा जरूरी है है |तो आपको वो सब सोचना पड़ेगा | जो ज्यादातर लोग नहीं सोच पाते है| सबसे पहले आपको धन के विज्ञान को समझना पड़ेगा |
धन भी अजीब चीज है | किसी के पास आता है, तो बहुत आता है उसे दुनिया की सारी सुख सुविधा मिलती है | दूसरी तरफ कुछ लोग धन के चक्कर मे पूरी जिंदगी लगे रहते है | लेकिन उन्हे ज्यादा कुछ हासिल नही होता है | क्यों ऐसा क्यों होता है ?
इस दुनिया में किसी भी वस्तु का कुछ न कुछ नियम होता है | उसी प्रकार धन के भी कुछ विशेष नियम होते है | पैसों के लिए कोई shortcut जैसी चीज नहीं होता है |
दोस्तों , आज के इस आधुनिक युग मे पैसे कमाने के बहुत सारे उपाय है | जिसका उपयोग करके हम लाखों कमा सकते है | इसके लिए आपको दुनिया से कुछ अलग सोचना पड़ेगा | अगर आप unlimited money के बारे मे सोचते है| तो आप जॉब के बारे मे न सोचे तो अच्छा है| इसमे आप लिमिट पैसा ही कमा सकते है | अतः इसमे टाइम बर्बाद न करे | This is my advice.
धन के नियम
हाँ तो दोस्तों , अब हम बात करेंगे कि वो कौन-सा पाँच नियम है | जिससे आप अपने पैसों को high level पर ले जा सकते है | लेकिन इससे पहले हम आपसे एक सवाल पूछना चाहते है ? अगर हम आपको दो bag दे , उसमे एक के अंदर सोने चांदी और पैसा भरा हुआ है | और दूसरे के अंदर एक किताब है | जो दौलत के नियम को दर्शाता हैं | जिसको पढ़ने के बाद आप सिख -पाएंगे कि पैसों को कैसे मैनेज किया जाता है |
हम आपको बता दे कि ,अधिकतर लोग उस किताब को नजरंदाज का देंगे और सोने-चांदी से भरा हुआ बैग ही उठायेंगे , फिर क्या ,आने वाले समय मे वो फिर से पैसों के लिए रोयेंगे -क्योंकि उसे धन संभालने का जरा भी ज्ञान नहीं है | धन-दौलत उन लोगों को ही मिलता है | जिसको इसके नियम के बारे मे जानकारी धन के 5 नियम हो और जो इसका पालन करता हो |
राजा और राजकुमार की कहानी
मैं आपको एक कहानी के उदाहरण से इस प्रक्रिया को समझाऊँगा | जिसमे दौलत-बढ़ाने-के-पाँच-नियम-2021 का रहस्य छुपा हुआ हैं । ये कहानी बहुत ही पुरानी है | जिसमे एक राजा अपने पुत्र को धन के विज्ञान समझाने के बारे मे जानकारी देता है | उसने अपने बेटे को वही दो थैली दिए | जिसमे धन और बुद्धिमानी का किताब था |
राजा ने अपन पुत्र से कहा – अगर तुम इस धन को आने वाले दस सालों में समझदारी से रखते हो| और इसे बढ़ाते हो ,तो इस राज्य का वारिस तुम बनोगे | दस साल गुजरने के बाद वो वापस आया और अपनी व्यथा पिता जी को सुनाने लगे | लोगों से दरबार भरा हुआ था | सबकी निगाहे उस राजकुमार पर था |
उसनेअपने पिताजी से कहा- मै बिना सोचे-समझे धन को खर्च करने लगा |और कुछ ही दिनों मे मेरी हालत गरीब लोगों जैसी हो गई | मेरे पास कोई money management टिप्स नहीं था । मेरा सब धन धीरे-धीरे समाप्त हो गया | लेकिन इसके बावजूद भी मैं हिम्मत नहीं हारा | मेहनत करता गया |
अंत में उस किताब के सिवा मेरे पास कुछ भी नहीं बचा |जिससे मैंने बहुत कुछ सिखा | जब मैंने किताब पढ़ा तो मुझे बहुत पछतावा हुआ | कि काश मै इस किताब को शुरुआत मे पढ़ा होता |
लेकिन जो हो गया ,वो हो गया |अब मुझे फिर से धन कमाना था |और मै खूब मेहनत करने लगा | देखते ही देखते धन की मात्रा बढ़ने लगी | और कुछ ही दिनों मे मेरे पास पहले से भी ज्यादा धन हो गया |
तो दोस्तों ! हम जानेंगे कि उस किताब मे वो कौन- सा पाँच नियम था | जिसके वजह से राजकुमार कुछ ही दिनों मे फिर अमीर बन गया |
दौलत बढ़ाने के पाँच प्रमुख नियम
1. दौलत उस आदमी के पास खुशी-खुशी आता है । औरअच्छी मात्रा मे बढ़ता है , जो अपनी आमदनी का कम-से-कम दसवे हिस्से का प्रयोग अपने तथा अपने परिवार के भविष्य के लिए जायदाद बनाने मे करता है ।
2. धन उस समझदार मालिक के लिए जमकर मेहनत करता है , जो इसके लिए लाभकारी काम खोजता है। यह मवेशियों की तरह बढ़ता है
3. ये उस सावधान मालिक के संरक्षण मे हमेशा रहता है ,जो इसका निवेश सिर्फ समझदार लोगों के राय से करता है। और इस पर हमेशा निगरानी रखता है ।
4. धन उस आदमी से दूर चला जाता है , जो इसके माध्यम से असंभव दौलत कमाना चाहता है या जो चालबाज लोगों की लुभावनी राय मे फंस जाता है या जो इसे अपनी अनुभवहीनता और रूमानी इच्छाओ के अधीन निवेश करता है ।
5. पैसा उस आदमी के पास कभी नहीं आता है । जो इसका निवेश उन व्यवसायों या उद्देश्यों के लिए करता है , जिनसे वह परिचित नहीं है । या जिनकी अनुसंशा अमीर लोग नहीं करते है ।
पैसों के बारे मे अपने बच्चों को बताए ।
आप दौलत बढ़ाने के पाँच नियम-2021 को अपनाकर इसे अच्छे से संभाल सकते है। और आप लोगों से गुजारिश है। कि इस नियमों को अपने बच्चों को भी सिखाए ताकि वह भी धन के विज्ञान को समझे और अमीर बनने के राह पर चले । हालांकि आजकल के युवा भी इस बात धन के 5 नियम को जानेंगे की धन का महत्व कितना है ।
जैसा कि मैंने दौलत के बचत के नियम को बताया। इससे मेरा मतलब यह नहीं की आप जरूरी की सेवाओ मे कटौती करे। जो फालतू के खर्चे है उन पर लगाम लगाया जा सकता है ।
दौलत के इस नियमों के बारे मे अपने बीवी-बच्चे से बात करे । क्योंकि जब तक पूरा परिवार इस पर फोकस नहीं करेगा । तब तक आपके बैंक भर नहीं सकता | इस बात को आप भली-भांति जानते । कि नाव मे एक भी छेद पूरे नाव को डुबो सकता है
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जी हाँ , तो मेरे प्यारे दोस्तों आज हमलोगों ने सिखा कि कैसे दौलत-बढ़ाने-के-पाँच-नियम-2021 के आधार पर हम अपने financial problem को जड़ से खत्म कर सकते हैं । यह नियम आपको जरूर पसंद आया होगा । इसके बाद भी अगर कोई कमियाँ रह गई हो तो आप हमें कॉमेंट जरूर करे , आपका कॉमेंट हमारे लिए अतिआवश्यक हैं ।
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अरुणाचल प्रदेश सरकार के बारे में जानकारी प्राप्त करें। राज्य की अवस्थिति, जनसंख्या, प्रमुख जनजातियों, विभागों और जिलों आदि के बारे में जानकारी दी गई है। प्रयोक्ता नीतियों, अधिनियमों, नियमों, प्रपत्रों और प्रलेखों आदि से संबंधित जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। तवांग, ईटानगर, और बोमडिला जैसे स्थानों के मार्ग, दूरी, अवस्थिति, आवास इत्यादि पर्यटन संबंधी जानकारी यहाँ दी गई है। घोषणाओं और सेवाओं धन के 5 नियम के बारे में भी जानकारी उपलब्ध है।
अरुणाचल प्रदेश के प्रमुख जनजातियों के बारे में जानकारी
अरुणाचल प्रदेश की विभिन्न जनजातियों से संबंधित विस्तृत जानकारी यहाँ से प्राप्त की जा सकती है। अदि, अपत्नि, बुगुन, ह्रुस्सा , सिंग्पोह और मोनपा जैसी प्रमुख जनजातियों के बारे में जानकारी उपलब्ध कराई जाती है।
अरुणाचल प्रदेश का समाज कल्याण, महिला एवं बाल विकास विभाग
उपयोगकर्ता अरुणाचल प्रदेश के समाज कल्याण विभाग, महिला एवं बाल विकास के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। योजनाएँ जैसे समन्वित बाल विकास सेवा, किशोरियों के लिए राष्ट्रीय कार्यक्रम, बालिका समृद्धि योजना, किशोरी शक्ति योजना, स्वधर आदि का विवरण उपलब्ध कराया गया है। महिला एवं बाल विकास के लिए समाज कल्याण योजना,नियम और अधिनियम की जानकारी भी उपलब्ध कराई गयी है। संगठनात्मक व्यवस्था, संबंधित मंत्रालयों, अधिनियमों, से संबंधित जानकारी प्रदान कराई गई.
चांगलांग जिले में सार्वजनिक वितरण प्रणाली
अरुणाचल प्रदेश (एपी) चांगलैंड में सार्वजनिक वितरण प्रणाली (पीडीएस) के बारे में जानकारी का पता लगाएं। प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा उचित मूल्य की दुकानों के कामकाज की रिपोर्ट करने के लिए प्रपत्र डाउनलोड किया जा सकता है। सार्वजनिक वितरण प्रणाली के दस्तावेजों, परिपत्रों, निविदा सूचनाओं, जिले में उचित मूल्य की दुकानों के माध्यम से अनाज के उप आवंटन पर जानकारी प्रदान की जाती हैं। प्रयोक्ता राज्य के खाद्य और सार्वजनिक वितरण विभाग की वेबसाइट सहित.
शास्त्रों के अनुसार भोजन करने के 5 नियम जान लीजिए, नहीं होगी कोई परेशानी
मनुष्य अपने जीवन में सुकून से दो वक्त की रोटी खा पाए इसके लिए सुबह धन के 5 नियम धन के 5 नियम से लेकर रात तक वह जी तोड़ मेहनत करता है. लेकिन जिम्मेदारी के चक्कर में कई बार खाना खाते समय ऐसी गलतियां हो जाती हैं, जिनका खामियाजा व्यक्ति को भुगतना धन के 5 नियम पड़ता है. धार्मिक शास्त्रों के अनुसार खाना खाने के कुछ नियम हैं.
- News18Hindi
- Last Updated : November 06, 2022, 02:26 IST
Bhojan Karne Ke Niyam: हिंदू धार्मिक शास्त्रों में कई ऐसे कामों का वर्णन है जिन्हें किसी विशेष दिन या विशेष समय में करना वर्जित बताया गया. मान्यता है कि ऐसा करने से मनुष्य के जीवन पर नकारात्मक प्रभाव देखने को मिलता है. जैसे गुरुवार के दिन बाल ना धोना ना और ना काटना, मंगलवार, शनिवार के दिन नाखून नहीं काटना चाहिए, शाम के समय नहीं सोना चाहिए ऐसे कई नियम हैं.
ऐसे ही खाने को लेकर भी धार्मिक शास्त्रों में कुछ नियम बताए गए हैं. जिनके बारे में हमें बता रहे हैं ज्योतिषी पंडित हितेंद्र कुमार शर्मा. आइए जानते हैं खाना खाने के 5 नियमों के बारे में.
सबसे पहले करें भोजन मंत्र का उच्चारण
धार्मिक शास्त्रों के अनुसार व्यक्ति जब भी खाना खाता है, उसे सबसे पहले भोजन मंत्र का उच्चारण करना चाहिए. मान्यताओं के अनुसार भोजन ग्रहण करने के पहले मंत्र का उच्चारण करने से भोजन हमारे शरीर में लगता है. हम मानसिक और शारीरिक रूप से स्वस्थ रहते हैं. इसलिए जब भी भोजन करें ईश्वर को धन्यवाद करना ना भूलें और मंत्र का उच्चारण करके ही भोजन करें.
जमीन पर बैठकर करें धन के 5 नियम भोजन
शास्त्रों के अनुसार मनुष्य को जमीन पर बैठकर ही भोजन करना चाहिए. ऐसा करने से पृथ्वी की सकारात्मक तरंगें पैरों के माध्यम से हमारे शरीर में प्रवेश करती हैं. भोजन करते समय मनुष्य सकारात्मक रहता है तो उसके शरीर पर भी इसका अनुकूल प्रभाव देखने को मिलता है.
एक साथ 3 रोटियां नहीं लेनी चाहिए
शास्त्रों के अनुसार जब भी खाना खाएं थाली में एक साथ 3 रोटियां ना परोसें. हिंदू धर्म में पूजा पाठ या कोई भी शुभ कार्य के दौरान 3 नंबर को अशुभ माना जाता है. भोजन करने की गिनती शुभ कामों में की जाती है. जिसका सीधा संबंध हमारी सेहत से होता है. इसलिए भोजन करते समय थाली में एक साथ तीन रोटियां नहीं रखना चाहिए.
भोजन की थाली में खाना नहीं छोड़ना चाहिए
शास्त्रों के अनुसार इस बात का विशेष ध्यान रखें कि जितनी आवश्यकता है उतना ही भोजन लें. अधिक भोजन लेकर थाली में छोड़ने और उसे कूड़े में फेंकने से माता अन्नपूर्णा नाराज होती हैं. इसके अलावा अन्न का अनादर भी होता है.
भोजन की थाली में कभी हाथ ना धोएं
धार्मिक शास्त्रों के अनुसार खाना खाने के बाद भोजन की थाली में कभी भी हाथ नहीं धोना चाहिए. ऐसा करने से माता लक्ष्मी और माता अन्नपूर्णा नाराज होती हैं. जिसके प्रतिकूल प्रभाव धन के 5 नियम से मनुष्य को धन हानि होने लगती है.
ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी|
शास्त्रों के अनुसार भोजन करने के 5 नियम जान लीजिए, नहीं होगी कोई परेशानी
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- Last Updated : November 06, 2022, 02:26 IST
Bhojan Karne Ke Niyam: हिंदू धार्मिक शास्त्रों में कई ऐसे कामों का वर्णन है जिन्हें किसी विशेष दिन या विशेष समय में करना वर्जित बताया गया. मान्यता है कि ऐसा करने से मनुष्य के जीवन पर नकारात्मक प्रभाव देखने को मिलता है. जैसे गुरुवार के दिन बाल ना धोना ना और ना काटना, मंगलवार, शनिवार के दिन नाखून नहीं काटना चाहिए, शाम के समय नहीं सोना चाहिए ऐसे कई नियम हैं.
ऐसे ही खाने को लेकर भी धार्मिक शास्त्रों में कुछ नियम बताए गए हैं. जिनके बारे में हमें बता रहे हैं ज्योतिषी पंडित हितेंद्र कुमार शर्मा. आइए जानते हैं खाना खाने के 5 नियमों के बारे में.
सबसे पहले करें भोजन मंत्र का उच्चारण
धार्मिक शास्त्रों के अनुसार व्यक्ति जब भी खाना खाता है, उसे सबसे पहले भोजन मंत्र का उच्चारण करना चाहिए. मान्यताओं के अनुसार भोजन ग्रहण करने के पहले मंत्र का उच्चारण करने से भोजन हमारे शरीर में लगता है. हम मानसिक और शारीरिक रूप से स्वस्थ रहते हैं. इसलिए जब भी भोजन करें ईश्वर को धन्यवाद करना ना भूलें और मंत्र का उच्चारण करके ही भोजन करें.
जमीन पर बैठकर करें भोजन
शास्त्रों के अनुसार मनुष्य को जमीन पर बैठकर ही भोजन करना चाहिए. ऐसा करने से पृथ्वी की सकारात्मक तरंगें पैरों के माध्यम से हमारे शरीर में प्रवेश करती हैं. भोजन करते समय मनुष्य सकारात्मक रहता है तो उसके शरीर पर भी इसका अनुकूल प्रभाव देखने को मिलता है.
एक साथ 3 रोटियां नहीं लेनी चाहिए
शास्त्रों के अनुसार जब भी खाना खाएं थाली में एक साथ 3 रोटियां ना परोसें. हिंदू धर्म में पूजा पाठ या कोई भी शुभ कार्य के दौरान 3 नंबर को अशुभ माना जाता है. भोजन करने की गिनती शुभ कामों में की जाती है. जिसका सीधा संबंध हमारी सेहत से होता है. इसलिए भोजन करते समय थाली में एक साथ तीन रोटियां नहीं रखना चाहिए.
भोजन की थाली में खाना नहीं छोड़ना चाहिए
शास्त्रों के अनुसार इस बात का विशेष ध्यान रखें कि जितनी आवश्यकता है उतना ही भोजन लें. अधिक भोजन लेकर थाली में छोड़ने और उसे कूड़े में फेंकने से माता अन्नपूर्णा नाराज होती हैं. इसके अलावा अन्न का अनादर भी होता है.
भोजन की थाली में कभी हाथ ना धोएं
धार्मिक शास्त्रों के अनुसार खाना खाने के बाद भोजन की थाली में कभी भी हाथ नहीं धोना चाहिए. ऐसा करने से माता लक्ष्मी और माता अन्नपूर्णा नाराज होती हैं. जिसके प्रतिकूल प्रभाव से मनुष्य को धन हानि होने लगती है.
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