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कार्ड ट्रांजेक्‍शन FT Global Services Ltd, रेग नंबर HE 335426 और रजिस्‍टर्ड पता Tassou Papadopoulou 6, Flat /office 22, Ag. Dometios, 2373, के माध्यम से प्रोसेस किए जाते हैं। कार्डधारक पत्राचार के लिए पता: [email protected]

Incorporating Risk Management Rules

Im Juni 2018 aktualisiert Google die Richtlinie zu Finanzdienstleistungen, um die Werbung für Differenzkontrakte, Devisenkassageschäfte und Financial Spread Betting einzuschränken.

जून 2018 में, Google फॉरेस्ट के लिए कॉन्ट्रैक्ट्स, रोलिंग स्पॉट फॉरेक्स और वित्तीय स्प्रेड सट्टेबाजी के विज्ञापन को प्रतिबंधित करने के लिए वित्तीय सेवा नीति अपडेट करेगा।

उदाहरण: अगर आज 4 जुलाई 2016 है तो, आपकी खोजने की शुरुआती तारीख 27 जून 2016 या उससे पहले की होनी चाहिए.

ज़्यादा जानने के लिए 1 जून, 2013 की प्रहरीदुर्ग (अँग्रेज़ी) में यह लेख देखें, “सदियों से छिपा खज़ाना।”

Indien: Die neue Höchstzahl von 11 524 Verkündigern im Juni lag um 18 Prozent über dem Vorjahresdurchschnitt.

भारत: जून में ११,५२४ प्रचारकों का एक नया शिखर पिछले साल की औसत संख्या से ज़्यादा १८ प्रतिशत की वृद्धि थी।

Forex Reserve: फिर घटा देश का विदेशी मुद्रा भंडार, 3.85 अरब डॉलर घटकर 524.52 अरब डॉलर तक नीचे आया

By: ABP Live | Updated at : 28 Oct 2022 05:58 PM (IST)

Edited By: Meenakshi

Forex Reserve: भारत का विदेशी मुद्रा भंडार (Foreign Currency Reserve) लगातार घटता जा रहा है और भारतीय रिजर्व बैंक (Reserve Bank of India) के लिए ये बड़ी चिंता का विषय भी है. आज आरबीआई ने डेटा जारी करके बताया है कि देश का विदेशी मुद्रा भंडार 2 साल से ज्यादा के निचले स्तर तक चला गया है. देश की करेंसी रुपये की गिरावट इसकी बड़ी वजह भी है और फॉरेन करेंसी ऐसेट्स भी घटे हैं.

कितना हो गया देश का विदेशी मुद्रा भंडार

देश का विदेशी मुद्रा भंडार 21 अक्टूबर को खत्म हफ्ते में 3.85 अरब डॉलर घटकर 524.52 अरब डॉलर पर आ गया है. ये इसका 2 साल से भी ज्यादा का निचला स्तर है. आरबीआई ने डेटा जारी करके बताया है कि रुपये की लगातार गिरावट को थामने के लिए किए जा रहे प्रयासों के बावजूद विदेशी मुद्रा भंडार में कमी देखी जा रही है.

About the Author

Andreas Thalassinos (BSc, MSc, MSTA, CFTe, MFTA)

FXTM’s Head of Education is one of the world’s most respected FX educators and Certified Technical Analysts. Professor Andreas Thalassinos is known for being an authority in algorithmic trading and for developing hundreds of automated systems, indicators and trading tools used today.

His passion for educating traders and Forex industry professionals has made him a Guru of स्पॉट फॉरेक्स the industry, with his tutorials being welcomed across the globe by thousands of attendees on a regular basis. Now, Professor Thalassinos has instilled his renowned enthusiasm and engaging analytical breakdowns into this brand-new Ebook.

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विदेशी मुद्रा भंडार को दिखावे के लिए नहीं रखा गया है: फॉरेक्स रिजर्व के खर्च पर आरबीआई गवर्नर

आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि फॉरेक्स रिजर्व संतोषजनक स्थिति में है.

आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि फॉरेक्स रिजर्व संतोषजनक स्थिति में है.

4 नवंबर को भारत का फॉरेक्स रिजर्व 530 अरब डॉलर हो गया था जो इससे पिछले साल के समान समय के मुकाबले 111 अरब डॉलर था. आरबीआई ने गिरते रुपये को उठाने के लिए डॉलर की बिक्री शुरू की थी.

  • News18Hindi
  • Last Updated : November 13, 2022, 10:42 IST
रुपया पिछले महीने अपने सर्वकालिक न्यूनतम स्तर तक टूट गया था.
शुक्रवार को यह मजबूत होकर डॉलर के मुकाबले 80.80 के स्तर पर बंद हुआ.
रुपये में गिरावट को रोकने के लिए आरबीआई ने फॉरेक्स रिजर्व से डॉलर बेचा.

नई दिल्ली. आरबीआई के गवर्नर शक्तिकांत दास ने शनिवार को एक कार्यक्रम में कहा कि फॉरेक्स रिजर्व को दिखावे के लिए नहीं रखा गया है बल्कि ऐसे समय पर इस्तेमाल के लिए जमा किया गया है. दरअसल, आरबीआई ने रुपये में जारी गिरावट को रोकने के लिए विदेशी मुद्रा भंडार का इस्तेमाल किया जिसकी थोड़ी आलोचना हुई थी. दास ने इसी संबंध में आरबीआई की स्थिति साफ की. उन्होंने कहा कि फॉरेक्स रिजर्व को काम में लाना इसलिए जरूरी है ताकि एक्सचेंज रेट में बड़ी अस्थिरता से बचा जा सके.

मोदी राज ने अर्थव्यवस्था को ठगा, रुपए के बाद फॉरेक्स का भी दगा … विदेशी मुद्रा भंडार २ साल के निचले स्तर पर!

• गत सप्ताह ३.८५ अरब डॉलर की आई कमी
• आरबीआई के काबू में नहीं आ रहे हालात
सामना संवाददाता / मुंबई
देश का विदेशी मुद्रा भंडार लगातार घटता जा रहा है। मोदी राज जब से आया है, उसने देश की अर्थव्यवस्था को ठगा ही स्पॉट फॉरेक्स है। दूसरी तरफ रुपए के बाद अब फॉरेक्स भी दगा दे रहा है। केंद्रीय बैंक आरबीआई ने डेटा जारी करके बताया है कि देश का विदेशी मुद्रा भंडार २ साल से ज्यादा के निचले स्तर तक चला गया है। देश की करेंसी रुपए की गिरावट इसकी बड़ी वजह भी है और फॉरेन करेंसी ऐसेट्स भी घटे हैं। देश का विदेशी मुद्रा भंडार २१ अक्टूबर को खत्म हफ्ते में ३.८५ अरब डॉलर घटकर ५२४.५२ अरब डॉलर पर आ गया है। आरबीआई ने डेटा जारी करके बताया है कि रुपए की लगातार गिरावट को थामने के लिए किए जा रहे प्रयासों के बावजूद विदेशी मुद्रा भंडार में कमी देखी जा रही है।
स्पॉट फॉरेक्स रिजर्व जो पिछले साल सितंबर में ६४२.४५ अरब डॉलर के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया था, पर अब इसमें ११७.९३ अरब डॉलर की कमी आ गई है। इतनी भारी गिरावट इस बात का इशारा कर रही है कि आर्थिक मोर्चे पर सब कुछ ठीक नहीं है।
हिंदुस्थान के विदेशी मुद्रा भंडार में बड़ी गिरावट का कारण है कि डॉलर के मुकाबले रुपया लगातार गिर रहा है। इसे थामने के लिए आरबीआई को अपने खजाने से और डॉलर की बिकवाली करनी पड़ सकती है। इसके चलते फॉरेक्स रिजर्व और घटेगा। देश के विदेशी मुद्रा भंडार में गिरावट के पीछे वजह ये भी है कि यहां फॉरेन करेंसी ऐसेट्स तेजी से घट रहे हैं और इसका असर विदेशी मुद्रा भंडार पर देखा जा रहा है। चिंता करनेवाली बात ये भी है कि पिछले १२ में से ११ हफ्तों में विदेशी मुद्रा भंडार में गिरावट ही दर्ज की गई है और ये आंकड़ा देश के खजाने की विकट स्थिति को बढ़ा सकता है। फॉरेन करेंसी ऐसेट्स और गोल्ड रिजर्व के आंकड़े जानिए। फॉरेन करेंसी ऐसेट्स को देखें तो २१ अक्टूबर को खत्म हफ्ते में ये ३.५९ अरब डॉलर से घटकर ४६५.०८ अरब डॉलर पर आ गए हैं। इसके अलावा गोल्ड रिजर्व २४७ लाख डॉलर से घटकर ३७.२१ लाख डॉलर पर आ गया है। त्योहार के मौसम में नकदी की बढ़ी मांग, कर वसूली बढ़ने और मुद्रा बाजार में आरबीआई के हस्तक्षेप से कुल मिलाकर बैंकिंग व्यवस्था में अतिरिक्त नकदी करीब खत्म हो गई है। पिछले ५ दिन में रिजर्व बैंक ने रोजाना बैंकिंग व्यवस्था में औसतन ७२,००० करोड़ रुपए डाले हैं।

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