विश्लेषणात्मक विश्लेषण

उच्च कार्यनिष्पादन तरल क्रोमेटोग्राफी (एचपीएलसी)
विश्लेषण एवं संश्लेषण विधि क्या है ?
विश्लेषण शब्द का अर्थ है चीजों को छोटे छोटे हिस्सों में तोड़ना इसमें हम समस्या को हल करने के लिए उसे सरल हिस्सों में तोड़ देते है। इस विधि में हम अज्ञात से ज्ञातकी ओर अग्रसर होते हैं या कह सकते है कि हम निष्कर्ष से कल्पनाकी ओर जाते हैं। इस विधि में विद्यार्थी समस्या के हल के अंत से आरंभ करके समस्या के हल के आरंभ तक पहुंचता है।
विश्लेषण विधि के गुण
- यह विधि विद्यार्थियों की शंका का समाधान करते हुए विषय समझने में सहायता करती है।
- इस विधि में विद्यार्थी रूचि लेते है क्योंकि यह मनोवैज्ञानिक है।
- यह सोचने समझने की शक्ति एवं जिज्ञासा का विकास करती है। विश्लेषणात्मक विश्लेषण
- यह विद्यार्थियों को रटने के लिए प्रोत्साहित नहीं करती ।
- यह विद्यार्थियों में मौलिकता, आत्मविश्वास, और सृजनात्मकता का विकास करती है।
- यह विधि बोझिल और उबाऊ नहीं लगती।
- इस विधि में एक क्रमवार कड़ी बनी रहती है क्योंकि हर पद के अपने तर्क होते है।
- यह विधि विद्यार्थियों में खोजी एवं अन्वेषण संबंधी स्वभाव की वृद्धि करती है क्योंकि यह खोज पर आधारित होती है।
संश्लेषण विधि
यह विधि विश्लेषण विधि के विपरीत है और इसमें ज्ञात से अज्ञात की ओर जाते हैं। संश्लेषण का अर्थ है दो अलग खण्डों को फिर से जोड़ना। यह विधि-दिया हुआ से आरंभ होकर जो सिद्ध करना है उसकी तरफ बढ़ती है। दी हुई परिस्थितियों या तथ्यों को जोड़ना होता हैं और इस तरह जुड़े हुए तथ्यों हमें वहां क पहुंचाते है जहां से अज्ञात जानकारी सही हो जाती है और निष्कर्ष निकल आता है।
संश्लेषण विधि के गुण
- यह विधि अभ्यास के लिए उपयोगी है।
- यह विधि सरल एवं स्वाभाविक हैं। इसलिए इस विधि में कमजोर छात्र भी लाभान्वित होते हैं।
- इस विधि में समय और शक्ति की बचत होती है।
- यह विधि समस्याओं के हल को व्यवस्थित रूप से प्रस्तुत करती है और यही कारण है कि विद्यार्थी सरलता से समझ पाते हैं।
- इस विधि में हम उन तथ्यों को पेश करते हैं जो कि पहले ही खोज जा चुके हैं। इसलिए यह विधि विचारों की उत्पत्ति है।
- यह विधि मनोवैज्ञानिक सिद्धांतों पर आधारित है क्योंकि यह हमें ज्ञात से अज्ञात की ओर ले जाती है।
संश्लेषण और विश्लेषण
संश्लेषण का अर्थ है- अनेक को एक करना, जबकि विश्लेषण का अर्थ है एक को अनेक करना। मनुष्य जब क्षुद्र बुद्घि भावना से प्रेरित होकर कोई काम करता है तो वह दुःख पाता है, वही जब कोई वृहद भाव से काम करता है तब उसे शांति मिलती है। जो क्षुद्र भावना लेकर काम करते हैं, उनका पथ है विश्लेषण का। जो अनेक को एक करते हैं, उनका रास्ता है संश्लेषण का। अतएव संश्लेषण ही शांति है और विश्लेषण ही मृत्यु है। जब मनुष्य देखेंगे कि दुनिया में कोई अपना नहीं है, तब भीतर हाहाकार शुरू हो जायेगा। दुःख के पीछे कारण है विश्लेषण का और सुख के पीछे कारण है संश्लेषण का। यह जो संश्लेषणात्मक गति, अनेक को एक बनाने का प्रयास है, यही है साधना। साधना ‘मैं’ को बढ़ाते-बढ़ाते अनन्त बना देता है। तब जिधर देखोगे उधर ही ‘मैं’। पुण्यकर्म है संश्लेषण। अनेक को एक बनाते चलो, एक को अनेक नहीं। आत्मा सबके लिए मधुमय है और आत्मा के लिए भी हर वस्तु मधुमय है। तुम्हारे लिए तुम्हारा ‘मैं पन’ जितना प्यारा है दूसरों के लिए उनका ‘मैं’ भी तो उतना ही प्यारा है। एक छोटा सा दृष्टान्त है- एक बार मैंने देखा, किसी एक ऑफिस का चपरासी मेरे एक परिचित व्यक्ति के पास आया। परिचित व्यक्ति ने उसकी तरफ देखा नहीं और चपरासी करीब आधा घण्टा उनके पास खड़ा रहा। उसके बाद उसने कहा, ‘बाबू, यह चिट्ठी आपकी है।’ वे चिल्लाकर बोले- ‘जाओ, चले जाओ, डिस्टर्ब मत करो।’ चपरासी कुछ नहीं बोला। उसके बाद एक दफ्तर में मेरे वही परिचित व्यक्ति एक बार एक चिट्ठी लेकर गये। इस टेबल से उस टेबल घूमते रहे लेकिन चिट्ठी नहीं दे सके और बेचारे परेशान हो गये। वह चपरासी उसी दफ्तर का था। उन्हें देखकर चपरासी ने कहा, ‘बाबू, आइए, यह चिट्ठी फलना बाबू लेंगे।’ बाबू समझ गये कि चपरासी वही था जिससे उन्होंने कहा था, ‘जाओ-जाओ डिस्टर्ब मत करो’ तो वह बाबू शरमा गये। इसलिए दूसरों से व्यवहार करते समय दूसरों के मन की भावना समझ लो- दूसरों का मन क्या चाहता है?
विश्लेषणात्मक विश्लेषण
Qlik Sense के लिए फुर्तीली कार्यप्रवाह Motio 15 से अधिक वर्षों से एनालिटिक्स और बिजनेस इंटेलिजेंस के चुस्त विकास के लिए निरंतर एकीकरण को अपनाने का नेतृत्व कर रहा है। सतत एकीकरण [1] सॉफ्टवेयर विकास उद्योग से उधार ली गई एक पद्धति है जो.
क्या एआई पांच साल के बच्चे से ज्यादा स्मार्ट है?
जैसा कि यह पता चला है, हाँ, लेकिन मुश्किल से ही एआई सर्वव्यापी है। इन दिनों घर में AI के लिए सबसे आम जगहों में से एक स्मार्टफोन, स्मार्ट होम और उपकरण हैं। हाल ही में, जब हम रात के खाने के लिए बैठे, तो एलेक्सा के साथ हमारी बातचीत हुई जो कुछ इस प्रकार थी: मैं.
डेटा-संचालित संगठन के हॉलमार्क प्रश्न व्यवसायों और उम्मीदवारों को डेटा संस्कृति का आकलन करने के लिए कहना चाहिए सही फ़िट को स्वीकार करना जब आप नौकरी की तलाश में होते हैं, तो आप कौशल और अनुभवों का एक सेट लाते हैं। संभावित नियोक्ता यह मूल्यांकन कर रहा है कि क्या आप.
अपने बॉस को कैसे बताएं कि वे गलत हैं (पाठ्यक्रम के डेटा के साथ)
आप अपने बॉस को कैसे बताते हैं कि वे गलत हैं? देर-सबेर आप अपने प्रबंधक से असहमत होने वाले हैं। कल्पना कीजिए कि आप "डेटा संचालित" कंपनी में हैं। इसमें 3 या 4 एनालिटिक्स टूल हैं, इसलिए यह समस्या पर सही विश्लेषणात्मक विश्लेषण टूल लगा सकता है। लेकिन अजीब बात यह है कि आपका.
विश्लेषण का झूठ विश्लेषण का पूर्वाग्रह मार्क ट्वेन ने विवादास्पद रूप से कुछ ऐसा कहा, "झूठ विश्लेषणात्मक विश्लेषण तीन प्रकार के होते हैं: झूठ, शापित झूठ और विश्लेषण।" हम मानते हैं कि एनालिटिक्स हमें उपयोगी, कार्रवाई योग्य अंतर्दृष्टि प्रदान करता है। हम अक्सर यह नहीं समझते कि हमारा अपना.
परिभाषा विश्लेषणात्मक
ग्रीक भाषा का एक शब्द स्पेनिश में विश्लेषणात्मक के रूप में आया। इस विशेषण का उपयोग विश्लेषण से संबंधित वर्णन करने के लिए किया जाता है: किसी चीज पर प्रतिबिंब या किसी चीज के तत्वों का पृथक्करण यह जानने के लिए कि यह कैसे बना है।
एक विश्लेषणात्मक अध्ययन, इस तरह, एक अलग तरीके से पूरे के प्रत्येक भाग का विश्लेषण करके और फिर उन्हें एक साथ जोड़कर पूरे प्रश्न के ज्ञान तक पहुंचने के लिए विकसित किया जाता है। इस तरह, तत्व के संघों को समझने के लिए और अध्ययन की वस्तु के समग्र कामकाज को समझने के लिए कार्य-कारणता का उपयोग किया जाता है।
विपरीत एक सतही अध्ययन हो सकता है, जो किसी निष्कर्ष तक पहुंचने के लिए किसी वस्तु की सबसे स्पष्ट विशेषताओं को ध्यान में रखता है। कहने की जरूरत नहीं है, एक प्रकार का अध्ययन या किसी अन्य का सहारा लेने की आवश्यकता प्रत्येक मामले पर निर्भर करती है; जबकि माउस पैड को चुनने के लिए हमें बस इसे छूना और इसकी बनावट की जांच करना है, कई ग्राफिक कार्डों की तुलना करते समय ऐसा नहीं होता है, क्योंकि इस मामले में सबसे कुशल और संतुलित खोजने के लिए इसके प्रत्येक घटक का विश्लेषण करना उचित है।
विश्लेषणात्मक विश्लेषण
Submitted by admin on Fri, 09/20/2019 - 14:55
कीटनाशक अवशिष्ट और माइकोटाक्सिन विश्लेषण प्रयोगशाला
यह प्रयोगशाला देश में अपने प्रकार की आधुनिक प्रयोगशालाओं में से एक है, जहां कीटनाशकों के अवशिष्ट के लिए खाद्यान्नों की पूर्ण जांच की जाती है, जो भार भारतीय परिस्थितियों में भंडारित अनाज में कीट नियंत्रण करने के लिए उपयोग किए जा रहे विश्लेषणात्मक विश्लेषण हैं जैसे कि मैलाथियान, डेल्टामैथ्रिन, एल्यूमीनियम फास्फाइड और डाइक्लोरोफॉस तथा एफ्लाटाक्सिन ए और एफ्लाटाक्सिन बी जैसे माइकोटाक्सिन संदूषक। इस प्रयोगशाला का नवीकरण किया गया है और इसे जीई-ईसीडी, जीसीएमएस/एएस, एलसीएमएस/एमएस और एचपीएलसी जैसे संवेदनशील विश्लेषण उपकरणों से सुसज्जित किया गया है।
गैस क्रोमेटोग्राफी एक साधारण प्रकार की क्रोमेटोग्राफी है जिसका उपयोग उन योगिकों को अलग और विश्लेषित करने के लिए विश्लेषणात्मक रसायन शास्त्र में किया जाता है जो बिना अपघटन हुए भाप बनकर उड़ सकते हैं। जीसी के विशिष्ट उपयोगों में विशिष्ट पदार्थ की शुद्धता की जांच करना, अथवा मिश्रण के विभिन्न तत्वों को अलग करना (ऐसे तत्वों की संगत मात्रा भी निर्धारित की जा सकती है) शामिल है। कुछ परिस्थितियों में जीसी यौगिक की पहचान करने में सहायता कर सकती है। प्रिपरोटिव क्रोमेटोग्राफी में जीसी का उपयोग मिश्रण से शुद्ध यौगिक तैयार करने में किया जा सकता है।