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MS Excel Bar Chart in Hindi – Types Of Excel Charts in Hindi

MS Excel Bar Chart in Hindi :- इस पोस्ट मे हम Bar chart के बारे मे देखेंगे और सीखेंगे की कैसे Bar chart बनाते है, इस पोस्ट के पहले मैंने एक और पोस्ट लिखी है, जिसमे मैंने चार्ट्स के प्रकार और Pie चार्ट के बारे मैं काफी अच्छे से बताया है।

पिछले पोस्ट को देखने ने लिया यहाँ क्लिक करे

Bar Chart :- हर किसी चार्ट का अपना महत्व होता है जैसे की Bar Chart , इस चार्ट का उपयोग तब किया जाता है जब आप को रिकार्ड्स को Bar के रूप मे दिखाना होता है। जैसे की मंथली / इयरली (वार्षिक) सेल्स रिपोर्ट , जिसमे आप को बस ये दिखाना होता है की आप की सेल्स रिपोर्ट क्या है और इसकी सहायता से आपके कंपनी के सेल्स मैनेजर ये जान पाते है की फिछले महीने / साल मे सेल्स क्या थी और उस हिसाब से वो नेक्स्ट(अगले) या करंट ईयर / महीने की सेल्स प्लांनिग कर सकते है।

जैसे की नीचे दिए हुए चार्ट मे मेरे पास सेल्स डाटा ईयर 2012 से 2020 तक का है , और मै अब 2019 / 2020 के डाटा के आधार है प्लानिंग कर सकता हूँ की ईयर 2021 का मेरा कितना सेल्स होगा, जैसा की मैंने नीचे दिए गए इमेज मे प्लानिंग डाटा 2835000 Rupees दिया है, 2021 ईयर के लिए।

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Bar Chart मूलतः छः (6 ) तरीके के होते है, इन सभी तरीको मे चार्ट के दिखने के तरीके मे बदलाव आ जाता है।

1- Clustered Bar

2- Stacked Bar

3- 100% Stacked Bar

4- 3-D Clustered Bar

5- 3-D Stacked Bar

6- 3-D 100% Stacked Bar

ये दिए गए सभी चार्ट्स को बनाने का तरीका एक ही होता है बस आप को कुछ ऑप्शन अलग सेलेक्ट करने पड़ते है।

तो चलिए देखते है की Bar Chart को बनाने किए लिए कौन से स्टेप्स को फॉलो करना पड़ता है।

1 – सबसे पहले तो आपके spreadsheet मे डाटा होना चाहिए जैसे की मेरे spreadsheet मे नीचे दिए गए रिकॉर्ड है।

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2 – अब ऊपर दिए गए डाटा (या आपके पास जो भी डाटा हो) को सेलेक्ट करे

3 – और नीचे दिए गए इमेज मे उल्लेखित स्टेप्स के बार चार्ट माध्यम से एक ब्लेंक(खाली) बार चार्ट बनाये।

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4 – इसके बाद चार्ट को सेलेक्ट करते हुए “Select Data ” ऑप्शन पर क्लिक करे, यही वह जगह है जहा पर आपको वैल्यू रेंज सेलेक्ट करनी और उसी के आधार पर चार्ट बनेगा।

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5 – अब नीचे दिए हुए इमेज को फॉलो करे और स्टेप 2 और स्टेप 5 मे दी गयी डाटा रेंज को सही तरीके से कॉपी करे, याद रखे की यदि डाटा रेंज सिलेक्शन सही नहीं होगा तो चार्ट भी सही नहीं बनेगा, इसीलिए डाटा रेंज को जैसा दिया गया है वैसे ही कॉपी करे और स्टेप 7 पर दिए गए “ok ” बटन को प्रेस करे।

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अब आप देख सकते है की नीचे दिए हुए इमेज मे हमें अपडेटेड चार्ट मिल जाता है , पर इसमे हमे अभी चार्ट का नाम और कलर चेंज करना बाकी है जो की आप आसानी से मेरे पिछले पोस्ट को देख कर बार चार्ट चेंज कर सकते है , पिछले पोस्ट को देखने को देखने के लिए यहाँ क्लिक करे।

ms-excel-bar-charts-06

तो आज के पोस्ट से हमने MS Excel Bar Chart का उपयोग और उसे कैसे बनाये ये सीखा अब नेक्स्ट पोस्ट मे हम MS Excel Area Chart के बारे मे देखेंगे।

चार्ट कितने प्रकार के होते हैं?

अगर आप चार्ट्स के टाइप्स में popular चार्ट्स को देखेंगे, तो उस लिस्ट में लाइन, बार, पाई और हिस्टोग्राम्स जैसे चार्ट्स को पाएंगे। ग्राफ्स के जरिये आप डेटा को visualize और statistics को समझ सकते है। क्योंकि आपके प्रोजेक्ट्स लोगों को तभी effective लगेगा, जब उसके साथ एक powerful और effective डेटा ग्राफ रहेगा। क्योंकि इससे समझने में काफी आसानी होती हैं।

इस आर्टिकल में हम कुछ चार्ट्स / ग्राफ के बारे में जानेंगे।

Bar Chart

Bar Chart

Bar Chart बार चार्ट सबसे common data visualizations में से एक है, जिसका इस्तेमाल आप अलग-अलग categories के data को compare करने में करते है। इसके साथ ही इससे आप highlight differences, show trends & outliers को समझ सकते है। इसीलिए बार चार्ट्स अधिकतर तभी इफेक्टिव होते है जब आपके पास multiple categories में split होने वाले data होते है।

आमतौर पर सभी चार्ट्स को compare करने पर, बार चार्ट को बेहतर माना जाता है। क्योंकि इसमें data or numbers के विशाल सेट्स को compare करने और देखने में आसानी होती है। इसीलिए इस चार्ट को Marketing में काफी यूज किया जाता है।

Pie Chart

Pie Chart

Pie Chart का इस्तेमाल एक बड़े हिस्से को compare करने में सबसे efficient tool माना जाता है। pie chart को बजट, जनसँख्या गिनती जैसे कामों में यूज किया जाता है।

मार्केटिंग कंटेंट डिजाइनर्स अक्सर मार्केट सेग्मेंट्स को compare करने के लिए पाई चार्ट का यूज करते है। जैसे की इसके जरिये आप clearly समझ जायेंगे की आज के टाइम पर सबसे ज्यादा popular mobile phone कौन सा है।

हालाँकि पाई चार्ट viewer को आसानी से accurate information नहीं देता है। और आपको खुद से context create करना पड़ता है, जिसके चलते कुछ हद तक आपके डाटा के key points के खो जाना आम हो जाता है।

Line Chart

Line Chart

Line chart के जरिये एक पर्टिकुलर टाइम पीरियड में चलने वाले ट्रेंड को दिखाने की छमता रखता है। उदाहरण के लिए, ग्राफ का एक अक्ष a variable value रिप्रेजेंट करता है, जबकि दूसरा अक्ष timeline को दिखाता है।

सभी values को chart पर प्लॉट किया जाता है, और फिर पॉइंट्स को अलग-अलग कलर की लाइन्स के जरिये, compare करे जाने वाले समय में जोड़ा जाता है। विभिन्न रंगों की लाइन्स के जरिये मल्टीपल ट्रेंड्स को कॉम्पेयर किया जाता है।

और इसी वजह से डिजिटल मार्केटिंग में लाइन ग्राफ्स के जरिये से चार्ट्स को आसानी से दिखाया जाता है। जैसे की स्टॉक की कीमत पांच साल में क्या बदलाव होने वाले है।

Map

Map किसी भी प्रकार की स्थान की जानकारी को visualize के लिए नो-ब्रेनर है, चाहे वो postal code हो, state abbreviations या फिर कोई country ही क्यू न हो। और अगर आपके पास अपने डेटा के साथ उससे जुडी जियोग्राफिक इन्फॉर्मेशन भी होगी, तो मैप को एक ससरल और compelling तरीके से आपके डेटा के ट्रेंड्स को उसके लोकेशन से जोड़ कर समझा सकते है।

Histogram

Histogram

Histogram एक special type का vertical बार ग्राफ होता है, जो numeric डाटा और उसकी frequency डिस्ट्रीब्यूशन को दिखाता है। हम इसके नाम से ही समझ सकते है की डिस्ट्रीब्यूशन को टाइम के साथ दिखाया जाता है। पर डेटा को एक क्रोनोलॉजिकल स्केल (जैसे की temperature, elevation और monetary value) के जरिये दिखाया जा सकता है।

जबकि histogram आम तौर पर बार ग्राफ का एक फॉर्म होता है और concept को 2 अक्षों के प्लॉट पर बेस Line Graph या अन्य designs पर भी लागू हो सकता है। और इसके चलते इसका यूज Environments और meteorology में ज्यादा किया जाता है।

Heat Map

Heat Map

Heat Map specifically अलग-अलग geographical points पर अलग-अलग temperature को चार्ट्स पर दिखाता है। और ग्राफ को 2 अक्ष मैप के अक्षांश (latitude) और देशांत (longitude) होते है। और थर्ड वेरिएबल temperature को कलर स्पेक्ट्रम के जरिये represent किया जाता है।

इसका यूज आमतौर पर मौसम, वेब ट्रैफिक, फाइनेंसियल इंडीकेटर्स और लगभग कोई भी थ्री-डायमेंशनल डाटा को दिखाने में किया जाता है।

Tree Diagram

Tree Diagram

Tree Diagram, एक genealogical tree फैमिली के स्ट्रक्चर को दिखाता है। इसे परिवार के ancestor से शुरू किया जाता है और फिर उसके नीचे वंशजों, भाई-बहन, मैरिज और चिल्ड्रेन्स को दर्शाया जाता है।

उसके साथ ही इस pedigree chart को एक एक individual से शुरू किया जाता है और उनके पैरेंट्स, ग्रैंडपैरेंट्स और उनके वंश के साथ जारी रहता है।

निष्कर्ष

हमने अभी तक कुछ चार्ट्स, उनके काम और उससे जुड़े हुए टिप्स को समझा है। जिसमें कौन सा चार्ट किस काम आता है, और उसके तरीकों की जानकारी थी। अगर आपके दिमाग में कोई सवाल हो तो कमेंट बॉक्स में पूछ सकते है।

निर्देश :- बार चार्ट का अध्ययन कीजिये और प्रश्नो बार चार्ट के उत्तर दीजिये । वर्ष 2001 में अधिकतम प्रतिशत लाभ कमाने वाली कंपनी कौन सी है ?

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चार्ट कितने प्रकार के होते हैं?

अगर आप चार्ट्स के टाइप्स में popular चार्ट्स को देखेंगे, तो उस लिस्ट में लाइन, बार, पाई और हिस्टोग्राम्स जैसे चार्ट्स को पाएंगे। ग्राफ्स के जरिये आप डेटा को visualize और statistics को समझ सकते है। क्योंकि आपके प्रोजेक्ट्स लोगों को तभी effective लगेगा, जब उसके साथ एक powerful और effective डेटा ग्राफ रहेगा। क्योंकि इससे समझने में काफी आसानी होती हैं।

इस आर्टिकल में हम कुछ चार्ट्स / ग्राफ के बारे में जानेंगे।

Bar Chart

Bar Chart

Bar Chart सबसे common data visualizations में से एक है, जिसका इस्तेमाल आप अलग-अलग categories के data को compare करने में करते है। इसके साथ ही इससे आप highlight differences, show trends & outliers को समझ सकते है। इसीलिए बार चार्ट्स अधिकतर तभी इफेक्टिव होते है जब आपके पास multiple categories में split होने वाले data होते है।

आमतौर पर सभी चार्ट्स को compare करने पर, बार चार्ट को बेहतर माना जाता है। क्योंकि इसमें data or numbers के विशाल सेट्स को compare करने और देखने में आसानी होती है। इसीलिए इस चार्ट को Marketing में काफी यूज किया जाता है।

Pie Chart

Pie Chart

Pie Chart का इस्तेमाल एक बड़े हिस्से को compare करने में सबसे efficient tool माना जाता है। pie chart को बजट, जनसँख्या गिनती जैसे कामों में यूज किया जाता है।

मार्केटिंग कंटेंट डिजाइनर्स अक्सर मार्केट सेग्मेंट्स को compare करने के लिए पाई चार्ट का यूज करते है। जैसे की इसके जरिये आप clearly समझ जायेंगे की आज के टाइम पर सबसे ज्यादा popular mobile phone कौन सा है।

हालाँकि पाई चार्ट viewer को आसानी से accurate information नहीं देता है। और आपको खुद से context create करना पड़ता है, जिसके चलते कुछ हद तक आपके डाटा के key points के खो जाना आम हो जाता है।

Line Chart

Line Chart

Line chart के जरिये एक पर्टिकुलर टाइम पीरियड में चलने वाले ट्रेंड को दिखाने की छमता रखता है। उदाहरण के लिए, ग्राफ का एक अक्ष a variable value रिप्रेजेंट करता है, जबकि दूसरा अक्ष timeline को दिखाता है।

सभी values को chart पर प्लॉट किया जाता है, और फिर पॉइंट्स को अलग-अलग कलर की लाइन्स के जरिये, compare करे जाने वाले समय में जोड़ा जाता है। विभिन्न रंगों की लाइन्स के जरिये मल्टीपल ट्रेंड्स को कॉम्पेयर किया जाता है।

और इसी वजह से डिजिटल मार्केटिंग में लाइन ग्राफ्स के जरिये से चार्ट्स को आसानी से दिखाया जाता है। जैसे की स्टॉक की कीमत पांच साल में क्या बदलाव होने वाले है।

Map

Map किसी भी प्रकार की स्थान की जानकारी को visualize के लिए नो-ब्रेनर है, चाहे वो postal code हो, state abbreviations या फिर कोई country ही क्यू न हो। और अगर आपके पास बार चार्ट अपने डेटा के साथ उससे जुडी जियोग्राफिक इन्फॉर्मेशन भी होगी, तो मैप को एक ससरल और compelling तरीके से आपके डेटा के ट्रेंड्स को उसके लोकेशन से जोड़ कर समझा सकते है।

Histogram

Histogram

Histogram एक special type का vertical बार ग्राफ होता है, जो numeric डाटा और उसकी frequency डिस्ट्रीब्यूशन को दिखाता है। हम इसके नाम से ही समझ सकते है की डिस्ट्रीब्यूशन को टाइम के साथ दिखाया जाता है। पर डेटा को एक क्रोनोलॉजिकल स्केल (जैसे की temperature, elevation और monetary value) के जरिये दिखाया जा सकता है।

जबकि histogram आम तौर पर बार ग्राफ का एक फॉर्म होता है और concept को 2 अक्षों के प्लॉट पर बेस Line Graph या अन्य designs पर भी लागू हो सकता है। और इसके चलते इसका यूज Environments और meteorology में ज्यादा किया जाता है।

Heat Map

Heat Map

Heat Map specifically अलग-अलग geographical points पर अलग-अलग temperature को चार्ट्स पर दिखाता है। और ग्राफ को 2 अक्ष मैप के अक्षांश (latitude) और देशांत (longitude) होते है। और थर्ड वेरिएबल temperature को कलर स्पेक्ट्रम के जरिये represent किया जाता है।

इसका यूज आमतौर पर मौसम, वेब ट्रैफिक, फाइनेंसियल इंडीकेटर्स और लगभग कोई भी थ्री-डायमेंशनल डाटा को दिखाने में किया जाता है।

Tree Diagram

Tree Diagram

Tree Diagram, एक genealogical tree फैमिली के स्ट्रक्चर को दिखाता है। इसे परिवार के ancestor से शुरू किया जाता है और फिर उसके नीचे वंशजों, भाई-बहन, मैरिज और चिल्ड्रेन्स को दर्शाया जाता है।

उसके साथ ही इस pedigree chart को एक एक individual से शुरू किया जाता है और उनके पैरेंट्स, ग्रैंडपैरेंट्स और उनके वंश के साथ जारी रहता है।

निष्कर्ष

हमने अभी तक कुछ चार्ट्स, उनके काम और उससे जुड़े हुए टिप्स को समझा है। जिसमें कौन सा चार्ट किस काम आता है, और उसके तरीकों की जानकारी थी। अगर आपके दिमाग में कोई सवाल हो तो कमेंट बॉक्स में पूछ सकते है।

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