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जमा के लिए शुल्क

जमा के लिए शुल्क
Consent मिलने के बाद ही चला सकेंगे ईंट-भट्ठा

निर्देशः ईट भट्ठा मालिक अपनी बकाया शुल्क जमा कराएं, वरना भू-राजस्व की जमा के लिए शुल्क तरह होगी वसूली

Prahlad Verma 1 day ago

Federal Bharat। गौतमबुद्ध नगर जिले के ईंट-भट्टा संचालकों को बकाया धनराशि जमा करने के निर्देश।

नोएडा। गौतमबुद्ध नगर जिले की अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व तथा वरिष्ठ प्रभारी अधिकारी (खनन) वन्दिता श्रीवास्तव ने जिले में स्थित ईंट-भट्ठा मालिकों को निर्देश दिए हैं कि वे अपनी बकाया धनराशि समय से जमा कर दें। इसी के साथ उन्हें चेतावनी भी है कि निर्धारित अवधि के बाद बकाया शुल्कों की वसूली भू-राजस्व की तरह की जाएगी।

क्या करना होगा ईंट-भट्ठा संचालकों को

उन्होंने कहा कि जिले में स्थित ईट-भट्ठा संचालकों को http://upmines.upsdc.gov.in पोर्टल पर आनलाइन आवेदन करना होगा। आवेदन के साथ ही आवेदन शुल्क दो हजार रुपये, ईट भट्ठा स्वामी का विवरण, भटठा स्थल का विवरण, भट्ठा का प्रकार (जिग-जैग), पायों की संख्या, ईंट मिट्टी के खनन क्षेत्र का विवरण, भट्ठा-सत्र तथा साथ ही ईट-भट्ठे के संबंध में विनियमन शुल्क बकाया नहीं होने का शपथ-पत्र देना होगा। उन्होंने कहा कि फीड की गई सूचना के अनुसार ईट-भट्ठों में पायों की संख्या के आधार पर निर्धारित विनियमन शुल्क पर 10 प्रतिशत पलोथन (बलुई मिट्टी) की धनराशि अग्रिम रूप से पोर्टल पर प्रदर्शित लिंक के माध्यम से आनलाइन भूतत्व एवं खनिकर्म विभाग के लेखाशीर्षक ” 0853-अलौह खनन तथा धातुकर्म उद्योग-102- खनिज रियायत शुल्क किराया और स्वत्व शुल्क” में जमा की जाएगी।

UP Lekhpal Exam 2022: लेखपाल मुख्य परीक्षा से पहले जमा करें आवेदन शुल्क, नहीं तो होगा भारी नुकसान

यूपीएसएसएससी द्वारा आयोजित होने वाली विभिन्न परीक्षाएं अक्सर एक ही दिन में आयोजित करवाई जाती है जैसे कि पिछले साल पेट परीक्षा भी एक ही शिफ्ट में आयोजित करवा ली गई थी जिस वजह से पेट जमा के लिए शुल्क जमा के लिए शुल्क परीक्षा में नॉर्मलआईजेशन नहीं लागू हुआ था। नॉर्मलआईजेशन केवल उन्हीं परीक्षाओं में लागू होता है जिन परीक्षाओं का आयोजन एक से अधिक शिफ्ट में करवाया जाता है। जिस वजह से माना जा रहा है कि लेखपाल परीक्षा में भी नॉर्मलआईजेशन प्रोसेस लागू नहीं होगा।

यूपी लेखपाल जमा के लिए शुल्क भर्ती परीक्षा की तैयारी कैसे करें?

यूपी लेखपाल भर्ती परीक्षा के साथ अन्य परीक्षाओं की बेहतर तैयारी के लिए उम्मीदवार सफलता के फ्री-कोर्स जमा के लिए शुल्क की सहायता भी ले सकते हैं। सफलता द्वारा इच्छुक उम्मीदवार परीक्षाओं जैसें- SSC GD, UP लेखपाल, NDA & NA, SSC MTS आदि परीक्षाओं जमा के लिए शुल्क की तैयारी कर सकते हैं।

वन राज्यमंत्री के सामने भिड़ गए बीजेपी MLA रोमी साहनी और दुधवा टाइगर रिजर्व के फील्ड डायरेक्टर

15 नवंबर से पर्यटकों के लिए खुल गया दुधवा नेशनल पार्क (सांकेतिक फोटो)

अभिषेक वर्मा

  • लखीमपुर खीरी,
  • 16 नवंबर 2022,
  • (अपडेटेड 16 नवंबर 2022, 12:40 AM IST)

लखीमपुर खीरी का दुधवा टाइगर रिजर्व मंगलवार को पर्यटकों के लिए फिर से खुल गया है. इस मौके पर यूपी के वन राज्य मंत्री अरुण कुमार के साथ पलिया से बीजेपी विधायक रोमी साहनी और दुधवा टाइगर रिजर्व के फील्ड डायरेक्टर संजय जमा के लिए शुल्क कुमार पाठक भी मौजूद थे लेकिन कुछ ही देर बाद 11 करोड़ रुपये के एक मामले को लेकर विधायक और फील्ड डायरेक्टर में बहस होने लगी.

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पर्यटकों को अब चुकाने होंगे ज्यादा पैसे

इस बार दुधवा घूमने वालों को ज्यादा पैसे चुकाने होंगे. दरअसल इस बार से एंट्री फीस, कुटीर, छात्रावास, वाहन जमा के लिए शुल्क और हाथी की सवारी शुल्क सहित सभी दरों को दोगुना और कुछ मामलों में तीन गुना कर दिया गया है. 2010 में आखिरी बार इस दरों में फेरबदल किया गया था.

पीटीआई के मुताबिक दुधवा में अब वयस्क को 300 रुपये का प्रवेश शुल्क देना होगा, जबकि 5 से 12 वर्ष की आयु के बच्चों का प्रवेश शुल्क 150 रुपये होगा. स्कूल या कॉलेज द्वारा प्रायोजित छात्रों के लिए प्रवेश शुल्क 50 रुपये प्रति छात्र होगा. सड़क शुल्क, वाहन प्रवेश शुल्क और वन मार्ग शुल्क बढ़ाकर 600 रुपये कर दिया गया है, जबकि हिंदी या अंग्रेजी भाषी गाइड शुल्क को संशोधित कर 400 रुपये और द्विभाषी के लिए 500 रुपये कर दिया गया है. इस सीजन से वाहन पार्किंग शुल्क भी वसूला जाएगा. इसके तहत पर्यटकों को पार्किंग स्लॉट की अपनी श्रेणी के अनुसार 100 रुपये से 500 रुपये के बीच शुल्क देना होगा.

PNB ग्राहकों को विभिन्न सेवाओं के लिए देना होगा अधिक शुल्क

Navodayatimes

नई दिल्ली/टीम डिजिटल। पंजाब नैशनल बैंक (पीएनबी) के ग्राहकों को सितम्बर से बैंक की दूसरी शाखा में 5000 रुपए से अधिक नकद जमा करने पर शुल्क का भुगतान करना होगा। अगर शाखा उसी शहर में स्थित है तो भी शुल्क देना होगा।

फिलहाल पीएनबी ग्राहकों को शहर के अंदर दूसरी शाखा में 25,000 रुपए से अधिक जमा करने पर ही शुल्क देना होता है। पीएनबी ने ग्राहकों को भेजी सूचना में कहा कि ऋण के अलावा दूसरे मामलों में शुल्क (जीएसटी शामिल नहीं) संशोधित करने का निर्णय किया गया है।

5 हजार रुपए से अधिक जमा पर न्यूनतम 25 रुपए और प्रति 1000 रुपए या उसके अंश पर 2 रुपए न्यूनतम शुल्क लगेगा। बैंक ने चैक वापस लौटने को लेकर भी शुल्क में संशोधन किया है। इसके तहत एक करोड़ रुपए से अधिक भुगतान वाले चैक की वापसी पर 2000 रुपए तथा उसके बाद चैक बाऊंस होने पर 2500 रुपए शुल्क लगेगा।

जमा के लिए शुल्क

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दिसंबर के लिए एक रोकड़ बही का स .

दिसंबर के लिए एक रोकड़ बही का सारांश इस प्रकार है-

सभी प्राप्तियां को बैंक में जमा करवाया जाता है तथा भुगतान चेकों के माध्यम से किया जाता है। पड़ताल करने पर निम्न तथ्यों का पता चला :
1. 1,224 रु० का बैंक शुल्क जो बैंक विवरण जमा के लिए शुल्क में तो है लेकिन उसकी प्रविष्टि रोकड़ बही में नहीं हुई है।
2. 2,403 रु० के चेक जो कि निर्गमित किए गए थे भुगतान के लिए बैंक के समक्ष प्रस्तुत नहीं हुए।
3. 6,858 रु० के संग्रहित चेक, जिनकी प्रविष्टि रोकड़ बही में करके बैंक में जमा करा दी गई थी, जनवरी 2018 तक उनकी राशि खाते के जमा पक्ष में प्रविष्टि नहीं हुई थी।
4. 198 रु की एक धनराशि जिसका भुगतान किया था रोकड़ बही में प्राप्ति जमा के लिए शुल्क के रूप में अभिलिखित की गई।
5. 225 रु० का एक चेक बैंक द्वारा गलती से नाम किया गया।
6. 720 रु० का प्राप्त चेक जिस पर "धन राशि अपर्याप्त धन राशि" की टिप्पणी जमा के लिए शुल्क लिखकर वापिस भेज दिया गया था, का समायोजन रोकड़ बही में नहीं किया गया।
7. सभी प्राप्त लाभांश सीधे बैंक खाते में जमा होते हैं। इसलिए बैंक द्वारा जमा 558 रु० के जमा लाभांशों की जमा के लिए शुल्क प्रविष्टि रोकड़ बही में नहीं है।
8. एक चेक जो कि 54 रु० का निर्गमित किया गया था रोकड़ बही में गलती से उसकी राशि 594 रु० अभिलिखित हुई।
9. पीछे से लाया गया शेष 6399 रु० होना चाहिए था।
10. 31 दिसंबर, 2016 को बैंक विवरण में 10,458 रु० का अधिविकर्ष दिखाया गया।
(क) संशोधित रोकड़ बही बनाइये, (ख) 31 दिसंबर, 2017 को बैंक समाधान विवरण बनाइये।

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