निवेश की अवधि

Investment Tips: छोटे निवेश के माध्यम से बड़ा कोष बनाने में काम आएगी ये रणनीति, आप भी जानें
Investment Tips: बाजार में आई गिरावट से निवेशकों को घबराना नहीं चाहिए और न ही अपना एसआईपी बंद करना चाहिए।
- म्यूचुअल फंड में निवेश का सबसे सुरक्षित तरीका सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान है।
- SIP में लंबी अवधि में ज्यादा रिटर्न की संभावना होती है।
- आपको एसआईपी में 15 से 20 साल तक जारी रखना चाहिए।
Investment Tips: म्यूचुअल फंड (Mutual Fund) निवेशकों के लिए सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (SIP) निवेश का एक बेहतर विकल्प है। इक्विटी म्यूचुअल फंड (MF) योजना में एसआईपी करने के पीछे उद्देश्य किसी आवधि में छोटे निवेश के माध्यम से एक बड़ा कोष बनाना है। जो लोग पिछले पांच वर्षों में म्यूचुअल फंड योजनाओं में एसआईपी के माध्यम से निवेश कर रहे हैं, उन्हें पहले ही इसकी क्षमता का एहसास हो गया है क्योंकि बाजार में आई तेजी की वजह से उनका निवेश दोगुना से अधिक हो गया है। निवेश विशेषज्ञों के अनुसार, आपको अपने एसआईपी को लंबे समय तक यानी 15 से 20 साल तक जारी रखना चाहिए।
सर्टिफाइड फाइनेंशियल प्लानर (CFP-CM) Suchismita Jena के मुताबिक, 'अगर 15-20 साल की अवधि के लिए एसआईपी जारी रखा जाता है, तो किसी को भी पूरी निवेश अवधि के लिए आसानी से 12 फीसदी CAGR मिल सकता है।' जेना ने कहा कि, 'जब बाजार में गिरावट आती है तो किसी को घबराना नहीं चाहिए और न ही अपना एसआईपी बंद करना चाहिए। बल्कि उन्हें कम NAV पर अधिक यूनिट प्राप्त करने के लिए एकमुश्त निवेश करना चाहिए। इससे उनका रिटर्न और अधिक बढ़ जाएगा।
उदाहरण से समझें निवेशकों को कितना होगा फायदा
उदाहरण के लिए, यदि आप बाजार में 10 फीसदी करेक्शन के बाद डायवर्सिफाइड इक्विटी एमएफ योजना में 2 लाख रुपये का एकमुश्त निवेश करते हैं और अगले 10 वर्षों के लिए उसी फंड में 2,500 रुपये का मासिक एसआईपी जारी रखते हैं, तो आपके 5 लाख रुपये का मूल्य निवेश (2 लाख रुपये एकमुश्त निवेश + एसआईपी के माध्यम से 3 लाख रुपये) 10 वर्षों में 12 फीसदी के अनुमानित CAGR पर बढ़कर 12 लाख रुपये से ज्यादा हो जाएगा।
इसके अलावा, अगर आप एसआईपी को जारी रखे बिना अगले 15 वर्षों तक फंड को जारी रखते हैं, तो 12 फीसदी CAGR के हिसाब से यह निवेश बढ़कर 66 लाख रुपये हो जाएगा। हालांकि, अगर आप 2 लाख रुपये का एकमुश्त निवेश करने के बाद पूरे 25 साल की अवधि के लिए एसआईपी जारी रखते हैं, तो कॉर्पस और भी बड़ा होगा। ऐसे में आप कुल 90 लाख रुपये की संपत्ति जमा कर सकते हैं (आपका एकमुश्त निवेश बढ़कर 43 लाख रुपये हो जाएगा और आपका एसआईपी निवेश बढ़कर 47 लाख रुपये हो जाएगा)।
Disclaimer: इस खबर के माध्यम से टाइम्स नाउ नवभारत का उद्देश्य सिर्फ आपको जानकारी प्रदान करने का है। आप किसी विशेषज्ञ से सलाह लेने के बाद ही निवेश करें।
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15,000 रुपये के शुरुआती निवेश से बनेंगे 14 करोड़, इस तरीके से होगी मोटी कमाई
कम उम्र में निवेश शुरू करने से व्यक्ति कम से कम जोखिम के साथ इस लक्ष्य को हासिल कर सकता है. एक्सपर्ट्स युवाओं को मंथली म्यूचुअल फंड SIP (सिस्टमैटिक इन्वेंस्टमेंट प्लान) में निवेश करने की सलाह देते हैं.
TV9 Bharatvarsh | Edited By: राघव वाधवा
Updated on: Nov 26, 2022 | 1:32 PM
आजकल लोगों की जिंदगी बहुत चुनौती भरी हो गई है. लोगों पर काम का बोझ बढ़ता जा रहा है. इसलिए, बहुत से Salary वाले लोग अब निवेश की अवधि जल्दी रिटायर होना चाहते हैं. ऐसे लोगों को, करियर की शुरुआत से ही निवेश करना शुरू कर देना चाहिए. टैक्स और इन्वेस्टमेंट एक्सपर्ट्स के मुताबिक, कम उम्र में Investment शुरू करने से व्यक्ति कम से कम जोखिम के साथ इस लक्ष्य को हासिल कर सकता है. एक्सपर्ट्स युवाओं को मंथली म्यूचुअल फंड SIP (सिस्टमैटिक इन्वेंस्टमेंट प्लान) में निवेश करने की सलाह देते हैं, क्योंकि इसमें लंबी अवधि के दौरान करीब 15 फीसदी का सालाना रिटर्न मिलता है.
जानकारों के मुताबिक, अगर निवेशक 25 साल तक की उम्र में निवेश करना शुरू कर देता है, तो उसके पास निवेश करने के लिए करीब 35 साल होंगे. ऐसे में, मान लें कि वह 50 साल की उम्र तक रिटायर होना चाहता है, तो उसके पास अभी भी निवेश करने के लिए 25 साल हैं, जो छोटा समय नहीं है.
जल्दी निवेश करने से मिलेगा बड़ा फायदा
कम उम्र में निवेश शुरू करके व्यक्ति अपने लक्ष्य को आसानी से हासिल कर सकता है. इसे म्यूचुअल फंड्स के 15 निवेश की अवधि X 15 X 15 रूल के जरिए समझा जा सकता है. इस नियम के मुताबिक, अगर निवेशक 15 साल की अवधि के लिए 15,000 रुपये का निवेश करता है. तो उसे अपने पैसे पर 15 फीसदी का रिटर्न मिल सकता है. और मैच्योरिटी पर राशि करीब निवेश की अवधि 1 करोड़ रुपये होगी. हालांकि, एक्सपर्ट्स का कहना है कि निवेशक अपनी सालाना इनकम में बढ़ोतरी के साथ अपनी मंथली SIP की राशि में भी इजाफा करें. यह एनुअल एसआईपी स्टेप अप के जरिए किया जा सकता है. इससे व्यक्ति कम से कम मंथली एसआईपी अमाउंट के साथ अपने लक्ष्य को आसानी से हासिल कर सकेगा.
एक्सपर्ट्स के मुताबिक, आम तौर पर 10 फीसदी एनुअल एसआईपी स्टेप अप की सलाह दी जाती है. लेकिन अगर निवेशक 50 साल की उम्र तक रिटायर होने की सोच रहा है, तो इसके लिए वह 15 फीसदी एनुअल एसआईपी स्टेप अप का इस्तेमाल कर सकता है.
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समझ लें कैलकुलेशन
अगर निवेशक 25 साल की उम्र में 15,000 रुपये के साथ मंथली SIP शुरू करता है, तो म्यूचुअल फंड्स के 15 X 15 X 15 रूल के मुताबिक, उसे अगले 25 सालों में अपने पैसों पर 15 फीसदी की सालाना रिटर्न मिल सकता है. अब SIP कैलकुलेटर के मुताबिक, अगर निवेशक मंथली एसआईपी में 15 फीसदी एनुअल स्टेप अप का इस्तेमाल करता है, तो 25 साल की अवधि में, जब तक उसकी उम्र 50 साल हो जाएगी, तब तक वह करीब 14 करोड़ रुपये इकट्ठा कर सकेगा.
निवेशकों के लिए पैसा लगाने का नया ऑप्शन, लंबी अवधि में मिलेगा बंपर रिटर्न
अगर आप निवेश करने की सोच रहे हैं, जिसमें आपको अच्छा रिटर्न मिले, निवेश की अवधि तो अब आपके लिए एक नया विकल्प है. महिंद्रा मनुलाइफ म्युचुअल फंड ने निवेशकों के लिए स्मॉल कैप फंड लॉन्च किया है, जिसमें लंबी अवधि में बंपर रिटर्न मिलेगा.
TV9 Bharatvarsh | Edited By: राघव वाधवा
Updated on: Nov 24, 2022 | 7:25 PM
अगर आप निवेश करने की सोच रहे हैं, जिसमें आपको अच्छा रिटर्न मिले, तो अब आपके लिए एक नया विकल्प है. महिंद्रा मनुलाइफ म्युचुअल फंड ने निवेशकों के लिए स्मॉल कैप फंड लॉन्च किया है, जिसमें लंबी अवधि में बंपर रिटर्न मिलेगा. महिंद्रा मनुलाइफ म्युचुअल फंड ने स्मॉल कैप फंड लॉन्च किया है, जो एक ओपन-एंडेड इक्विटी स्कीम है और जिसका उद्देश्य मुख्य रूप से स्मॉल कैप शेयरों में निवेश करना है. कंपनी ने बयान जारी करके बताया कि इसमें एसेट एलोकेशन का न्यूनतम 65 फीसदी हिस्सा स्मॉल कैप कंपनियों के लिए होगा. यह स्कीम 21 नवंबर को खुल गई है और 5 दिसंबर को बंद होगी.
किसे करना चाहिए निवेश?
कंपनी की ओर से जारी बयान के मुताबिक, स्मॉल कैप फंड लंबी अवधि के निवेशकों के लिए एक आदर्श विकल्प होगा, जो इस बदलाव का फायदा उठाना चाहते हैं और उन्हें निवेशक पोर्टफोलियो का मुख्य हिस्सा बनना चाहिए. कंपनी ने बयान में कहा कि उनके विविध फंड रेंज में पिछले ट्रैक रिकॉर्ड को देखते हुए, उन्हें लगता है कि इस उत्पाद को बाजार में लाने का यह सही समय है. यह उनके निवेशकों को उनकी लंबी अवधि के पैसा जमा करने की आकांक्षाओं को पूरा करने में मदद करता है.
भारतीय स्मॉल कैप कंपनियों की एक बड़ी रेंज ऑफर करते हैं, जो भारतीय अर्थव्यवस्था के साथ भाग लेने और बढ़ने की संभावना रखते हैं क्योंकि भारत साइज के मामले में 7वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था से तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की ओर आगे बढ़ रहा है.
बयान के मुताबिक, मौजूदा अर्थव्यवस्था भविष्य में मिड कैप कंपनियों के रूप में विकसित होने के लिए कई स्मॉल कैप कंपनियों के लिए अवसर देगी. एक सेगमेंट के रूप में स्मॉल कैप भी सेक्टर एलोकेशन में बड़े बड़े विकल्प देता है. वैल्यूएशन के लिहाज से स्मॉल कैप्स वर्तमान में उन निवेशकों के लिए एक अच्छा अवसर देते हैं, जो एक लंबी अवधि के इक्विटी पोर्टफोलियो का निर्माण करना चाहते हैं.
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महिंद्रा मनुलाइफ म्यूचुअल निवेश की अवधि फंड के एमडी और सीईओ एंथोनी हेरेडिया ने बताया कि भारतीय अर्थव्यवस्था आने वाले दशक में दुनिया की शीर्ष अर्थव्यवस्थाओं में से एक निवेश की अवधि होने के लिए अच्छी तरह से तैयार है. इसमें समय के साथ बहुत बड़ी बनने की संभावना है और यह इस्तेमाल करने वाली कई छोटी कंपनियों के साथ साथ सही सेक्टर और बिजनेस में बेहतरीन अवसर प्रदान करेगा.
इन पांच शेयरों ने लंबी अवधि में दिया है 16000 फीसदी से ज्यादा रिटर्न, 5000 रुपए का निवेश बन चुका है 80 लाख से ज्यादा
भारतीय शेयर बाजार में अपने पीक पर है। वहीं कुछ स्टॉक्स ऐसे हैं जिन्होंने आम निवेशकों को फर्श से अर्श तक पहुंचा दिया है। लांच टर्म में किया गया इन शेयरों में निवेश कई गुना तक बढ़ चुका है। रिटर्न इतना कि यकीन करना मुश्किल है। आज हम आपको ऐसे स्टॉक्स के बारे में बताने जा रहे हैं।
ताजा जारी आंकड़ों के मुताबिक, स्विस बैंक में फिर बढ़ी भारतीय उपभोक्ताओं और फर्म्स की राशि। (प्रतीकात्मक फोटो- IE)
इस बात से कोई भी अंजान नहीं किे शेयर बाजार में निवेश करना कितना रिस्की है। इस रिस्क को उठाकर कई लोग धनवान बन गए और उनकी किस्मत चमक गई, लेकिन ऐसा यूं ही नहीं हुआ। उन्होंने ऐसे स्टॉक्स में रुपया लगाया जिनपर उन्हें भरोसा था कि यह लांग टर्म में बड़ा मुनाफा कमाकर देंगे। उन्होंने मोटे रिटर्न का इंतजार किया और आज वो हजारों का निवेश लाखों और करोड़ों में पहुंच चुका है।
जानकार भी कहते हैं कि निवेश कहीं भी करना हो, लांग टर्म में करना जरूरी है। ताकि रिटर्न भी मोटा मिल सके। इसका फायदा यह भी है कि आपका रुपया कंपाउंड भी होता रहता है और उस पर मिलने वाले रिटर्न लगातार मल्टीप्लीकेशन में बढ़ता जाता है। आज आपको ऐसे ही पांच स्टॉक्स के बारे में बताने जा रहे हैं जिन्होंने आपको 16000 फीसदी तक का रिटर्न दिया है।
मद्रास रबर फैक्ट्री यानी एमआरएफ : – देश की सबसे बड़ी टायर बनाने वाली कंपनी एमआरएफ का शेयर सबसे महंगा है।
– इस कंपनी की शुरुआत 1946 में एक रबर बलून फैक्ट्री के तौर पर हुई थी।
– करीब 20 साल पहले 2001 में कंपनी का शेयर 500 रुपए तक फिसला था।
– अगर किसी ने उस वक्त 100 शेयर खरीदे होते यानी 50000 रुपए का निवेश किया होता, तो सोचिए आज उसकी कीमत क्या निवेश की अवधि हो गई होगी।
– मौजूदा समय में कंपनी का शेयर एनएसई पर 80400 रुपए पर है। यानी उन शेयरों की कीमत 80.40 लाख रुपए हो गई है।
– पिछले साल कंपनी का शेयर 98,600 रुपए पर भी पहुंचा है।
– कंपनी का शेयर 27 अप्रैल 1993 को बीएसई पर 11 रुपए पर बंद हुआ था।
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हनीवेल ऑटोमेशन कंपनी का शेयर : यह एक मल्टीनेशनल कंपनी है। जिसका हेड ऑफिस कैलिफोर्निया में है। मुंबई, चेन्नई, कोलकाता, जमशेदपुर, पुणे, बड़ौदा, हैदराबाद, बैंगलुरू और गुरुग्राम में इसके स्थनीय शेयर हैं। यह भारतीय शेयर बाजार का दूसरा सबसे महंगा शेयर है। जिसकी निवेश की अवधि लिस्टिंग 18 जुलाई 2093 में हुई थी। 2003 में कंपनी का शेयर 130 रुपए से 140 रुपए के बीच में था। उस वक्त 130 रुपए के हिसाब से 100 शेयर खरीदे गए होंगे तो निवेश 13000 रुपए का हुआ होगा। आज कंपनी शेयर 40300 रुपए पहुंच गया निवेश की अवधि है। यानी उन 100 शेयरों की कीमत 40.30 लाख रुपए हो चुकी ळै।
पेज इंडस्ट्री का शेयर : जॉकी ब्रांड किसको नहीं पता यह पेज इंडस्ट्रीज का ही ब्रांड है। जिसकी शेयर बाजार में शुरुआत 16 मार्च 2007 को हुई थी। आज यह शेयर तीसरा सबसे महंगा है। 2007 को इस कंपनी का शेयर 271 रुपए का था। जो आज 30000 रुपए के करीब कंपनी का शेयर है। यानी 2007 में किसी ने इस कंपनी के 100 शेयर खरीदे होते तो उसकी कीमत 30 लाख रुपए हो गई थी। कंपनी का शेयर 27 मई 2021 को 32460 रुपए के ऑल टाइम हाई पर भी गया था।
श्री सीमेंट का शेयर : भले ही श्री सीमेंट का शेयर बीते पांच कारोबारी दिनों में 3.50 फीसदी तक गिर चुका है। उसके बाद भी यह देश का चौथा सबसे बड़ा शेयर है। जिसकी शेयर बाजार में शुरुआत 1995 रुपए में हुई थी। 2001 में कंपनी का शेयर 30 रुपए था, जो आज 28125 रुपए पर कारोबार कर रहा है। यानी उस 3000 रुपए खर्च 100 शेयर खरीदे होते हो तो तीन हजार रुपए का निवेश 28 लाख रुपए का हो निवेश की अवधि गया होता।
3 एम इंडिया का शेयर : इस डायवर्सिफाइड कंपनी का शेयर देश का पांचवा सबसे महंगा शेयर है। जिसे मिनेसोटा माइनिंग एंड मैन्यूफैक्चरिंग कंपनी भी कहा जाता है। यह यूएस बेस्ड कंपनी हेल्थकेयर, कंज्यूमर मैन्यूफैक्चरिंग में काम करती है। इस कंपनी की शेयर बाजार में 2004 में शुरुआत हुई थी। फरवरी 2001 में 3एम इंडिया कंपनी का शेयर 600 रुपए था। आज कंपनी का शेयर 25 हजार रुपए के आसपास है। अगर उस कंपनी के 60000 रुपए में 100 शेयर खरीदे गए होते तो उसकी कीमत आज करीब 25 लाख रुपए हो गई होती।