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इंट्राडे ट्रेडिंग में स्टॉक का चुनाव कैसे करें?

इंट्राडे ट्रेडिंग में स्टॉक का चुनाव कैसे करें?
यदि आप न्यूज़ नहीं देखते हैं तो देखना शुरु कर दें क्योंकि बाजार में क्या चल रहा है कंपनी को कोई नई डील मिली हो या फिर कोई पॉजिटिव न्यूज़ हो तो इसका सीधा असर उस कंपनी के शेयर पर देखने को मिलेगा। यदि कंपनी से संबंधित कोई अच्छी खबर होती है तो पूर्ण रूप से अगले दिन आपको उस कंपनी के शेयर में तेजी देखने को मिलेगी। तो news के आधार पर आप इंट्राडे ट्रेडिंग स्टॉक चुन सकते हैं।

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इंट्राडे ट्रेडिंग में स्टॉक का चुनाव कैसे करें?

Best Intraday Stocks– यदि आप शेयर बाजार से अच्छी कमाई करना चाहते हैं तो आपको यह जानना बेहद जरूरी है की Best Intraday Stocks कैसे Select करें क्योंकि एक गलत स्टॉक आपके कई दिनों के profit को loss में बदल सकता है। यदि आप intraday trading करते हैं तो आपको best intraday stocks का selection कैसे करें पता होना चाहिए ताकि आप अगले दिन के लिए पहले से तैयारी में रहे और best price में stock buy कर सकें।

आज हम hindi technical में इन्हीं सब intraday stock selection strategies के बारे में बात करेंगे जिन को ध्यान में रखते हुए आप एक prefect intraday setup कर पाएंगे।

Table of Contents

Best Intraday Stocks कैसे select करें

जैसा कि शेयर मार्केट में इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए आपको सुबह 9:30 बजे से 3:15 तक का ही समय मिलता इंट्राडे ट्रेडिंग में स्टॉक का चुनाव कैसे करें? है इसी दौरान आपको अपना प्रॉफिट और लॉस बुक करना होता है तो ऐसे में आपको बेहतर intraday trading strategies का पता होना जरूरी है। अगर आप अच्छा स्टॉक चुनेंगे तो वह आपको मिनटों में अच्छा रिटर्न बना कर दे देगा लेकिन इसके विपरीत अगर आपने बिना किसी सोच और analysis के साथ intraday trade लिया तो वह आपके लिए नुकसानदायक हो सकता है।

फिर भी यदि आप 10 इंट्राडे ट्रेडिंग में स्टॉक का चुनाव कैसे करें? में से 8 ट्रेड में profit कमा रहे हैं तो हम निश्चित तौर पर कह सकते हैं की आने वाले समय में आप शेयर मार्केट में एक सफल ट्रेडर साबित होंगे और stock market को अपना primary source of income भी बना सकते हैं।

Best Intraday Stocks कैसे चुने-How to select stocks for intraday

हम आपके साथ एक-एक करके बहुत ही महत्वपूर्ण बातें share करेंगे और यदि आप इन बातों को ध्यान में रखते हुए intraday stock selection करेंगे तो 80% chance है कि आप अच्छा ट्रेड कर पाएंगे। हम 100% इसलिए नहीं कह रहे क्योंकि शेयर बाजार में आज तक ऐसा कोई analysis और strategy नहीं है जो आपको शत प्रतिशत रिजल्ट बना कर दे।

Best Intraday Stocks kaise select kare

Best Intraday Stocks kaise select kare

अंतर्राष्ट्रीय बाजार(International market) की चाल समझे

भारतीय शेयर बाजार के अलावा अंतरराष्ट्रीय बाजार पर भी नजर गड़ाए रखें जैसे कि sgx nifty ने किस तरह कारोबार किया क्योंकि अंतरराष्ट्रीय बाजार का प्रभाव भारतीय बाजार में भी पड़ता है इससे आपको यह तय करने में मदद मिलेगी कि आपको इंट्राडे ट्रेडिंग करनी है या नहीं। अगर अंतर्राष्ट्रीय बाजार में अच्छा कारोबार होता नहीं दिखता या फिर बाजार गिरता हुआ नजर आता है तो आपको उस दिन के लिए intraday trading avoid करना ही बेहतर रहेगा क्योंकि इस दिन आपके नुकसान के chances बहुत ज्यादा होते हैं।

Intraday trading के लिए stock कैसे चुने | Intraday trading के लिए stocks का चुनाव कैसे करें

Intraday trading के लिए stock कैसे चुने ,Intraday trading के लिए best stocks का चुनाव कैसे करें Intraday trading के लिए आपको स्टॉक्स ऐसे-ऐसे स्टॉक्स या शेयर का चुनाव पढ़ना होगा जो कि आपको ज्यादा से ज्यादा रिटर्न देते हो या हालिया में उन स्टोक्स ने बहुत ज्यादा रिटर्न दिया हो उसके लिए आप अपने पैमाने पर कार्य कर सकते हो

Intraday trading के लिए stock कैसे चुने – Intraday trading में trading करने के लिए सबसे Best intraday trading tips in Hindi जिससे आप अधिक से अधिक मुनाफा कमा सके यह होता है कि जब आप trading करते समय किसी भी स्टॉक्स का चुनाव करते हो

उस समय बहुत ही ज्यादा लिक्विडिटी वाले स्टॉक्स का चुनाव करना चाहिए Intraday trading करते समय ऐसे स्टोक्स का चुनाव करना चाहिए जिसमें trading का वॉल्यूम बहुत ज्यादा हो उसमें तरलता बहुत अधिक हो

Intraday trading में बाजार से संबंधित अफवाह में ध्यान ना दें

Intraday trading के लिए stock कैसे चुने -दोस्तो Intraday trading करते समय सबसे महत्वपूर्ण Intraday trading tips यह भी है कि आप मार्केट में फैलने वाली अफवाह और ब्रेकिंग न्यूज़ पर ध्यान ना दें उस समय अपने विवेक से कार्य ले और धैर्य के साथ में अपने ट्रेड को पूरा करें

एक अच्छे Intraday ट्रेडर को अपने फंडामेंटल एनालिसिस और टेक्निकल एनालिसिस के ऊपर ट्रेड को शुरू करने की और ट्रेड को बंद करने का गुण होना बहुत ही आवश्यक है क्योंकि मार्केट में अक्सर trading से संबंधित अफवाह बहुत फैल जाती हैं

मार्केट में कभी इंट्राडे ट्रेडिंग में स्टॉक का चुनाव कैसे करें? भी कोई भी खबर आ सकती है या कोई भी घटना घट सकती है जिससे आपको नुकसान ही हो सकता है तथा इंट्राडे ट्रेडिंग में स्टॉक का चुनाव कैसे करें? फायदा भी हो सकता है यह आपके अपने विवेक के ऊपर होता है कि आप उसको कैसे हैंडल करते हो ,Intraday trading के लिए stock कैसे चुने

Intraday trading के लिए Top gainers and top losers Stock को चुने

Intraday trading के लिए stock कैसे चुने – दोस्तों आपको Intraday trading करने के लिए टॉप गैनर्स एंड टॉप लूजर्स स्टॉक पर पूरा ध्यान रखना चाहिए क्योंकि यही स्टॉक्स होते हैं जो कि अपनी पोजीशन बहुत जल्दी बदलते हैं और और आपको हाई से हाई रिटर्न देने की कोशिश करते हैं

क्योंकि यही स्टॉक्स ऐसे होते हैं जो की trading सेशन के बीच में बहुत जल्दी ऊपर जाते हैं और बहुत जल्दी नीचे आ जाते हैं इसी बीच में आप एक बहुत अच्छा मुनाफा बना सकते हो

Intraday trading के लिए हाई High volume को चुने

Intraday trading के लिए stock कैसे चुने , दोस्तों आपको यदि Intraday trading करनी है और Intraday trading से पैसे कमाने हैं तो आपको शेयर मार्केट के ऐसे स्टोक्स का चुनाव करना है जिनमें trading वॉल्यूम बहुत ज्यादा हो या उनका trading वॉल्यूम बहुत ज्यादा हो क्योंकि ऐसे स्टॉक्स आपको अत्यधिक मुनाफा दिलाने की कोशिश करते हैं

Intraday trading के लिए stock कैसे चुने ,स्टॉक मार्केट में वॉल्यूम का अर्थ होता है कि एक निश्चित समय अवधि के अंतर्गत खरीदे और बेचे गए अर्थात trading किए गए शेयरों की संख्या कितनी है यह शेयर मार्केट में एक वॉल्यूम कहलाता है

किसी भी शेयर के एक बार लेन देन होने पर वह वॉल्यूम कहलाता है या एक वॉल्यूम गिना जाता है ऐसे ही जब स्टॉक मार्केट में शेयरों का लेनदेन ज्यादा होता है तब स्टॉक मार्केट वॉल्यूम बढ़ता है जब शेयरों का लेनदेन कम होता है तब स्टॉक वॉल्यूम कम हो जाता है Intraday trading के लिए stock कैसे चुने

पिवट पॉइंट्स कैसे कैलकुलेट किए जाते हैं?

पिवट पॉइंट कैलकुलेट करने के कई तरीके हैं, लेकिन सबसे आम तरीका फाइव-पॉइंट सिस्टम है. इस सिस्टम में पिछले ट्रेडिंग सेशन के ऊंचे, सबसे निचले स्तर, और क्लोजिंग प्राइस के साथ दो सपोर्ट लेवल और दो रेजिस्टेंस लेवल को लेकर कैलकुलेशन किया जाता है.

पिवट पॉइंट कैलकुलेट करने का समीकरण ये है :

पिवट पॉइंट = (पिछले सत्र का ऊंचा स्तर + पिछले सत्र का निचला स्तर + पिछला क्लोजिंग प्राइस) 3 से विभाजन (/)

सपोर्ट लेवल कैलकुलेट करने का समीकरण :

सपोर्ट 1 = (पिवट पॉइंट X 2) − पिछले सत्र का ऊंचा स्तर

सपोर्ट 2 = पिवट पॉइंट − (पिछले सत्र का ऊंचा स्तर − पिछले सत्र का निचला स्तर)

रेजिस्टेंस लेवल कैलकुलेट करने के लिए समीकरण :

रेजिस्टेंस 1 = (पिवट पॉइंट X 2) − पिछले सत्र का निचला स्तर

टाइम फ्रेम

ट्रेडर्स आमतौर पर पिवट पॉइंट्स का इस्तेमाल छोटे टाइम फ्रेम का चार्ट बनाने के लिए करते हैं. या तो ज्यादा से ज्यादा 4 घंटे या फिर कम से कम 15 मिनट का चार्ट बनाया जा सकता है.

पिवट पॉइंट पांच तरह के होते हैं. फाइव-पॉइंट सिस्टम में स्टैंडर्ड पिवट पॉइंट (Standard Pivot Point) का इस्तेमाल किया जाता है. इसके अलावा बाकी चार पिवट पॉइंट्स को- Camarilla Pivot Point, Denmark Pivot Point, Fibonacci Pivot Point और Woodies Pivot Point कहते हैं.

पिवट पॉइंट्स दूसरे इंडिकेटर्स या संकेतकों से अलग कैसे है?

पिवट पॉइंट सिस्टम इंट्राडे ट्रेडिंग में स्टॉक का चुनाव कैसे करें? मौजूदा प्राइस में मूवमेंट पर निर्भक रहने के बजाय, पिछले सत्र के डेटा का इस्तेमाल करता है. इस अप्रोच से ट्रेडर्स को आगे की संभावनाओं का जल्दी पता चलता है और वो इसके हिसाब से स्ट्रेटजी तैयार कर सकते हैं. ये पिवट पॉइंट अगले ट्रेडिंद सेशन तक स्टैटिक यानी स्थिर रहते हैं.

एक्सपर्ट्स का कहना है कि पिवट पॉइंट्स ज्यादा बेहतर मदद बस इंट्रा-डे ट्रेडिंग में ही करते हैं क्योंकि ये बहुत ही सीधी गणना पर आधारित होते हैं और इस वजग से स्विंग ट्रेडिंग में काम नहीं आ सकते. साथ ही, अगर करेंसी में प्राइस मूवमेंट बहुत ज्यादा होने लगी तो इससे पिवट पॉइंट्स के अनुमान व्यर्थ हो सकते हैं. ऐसे में जब बाजार में ज्यादा वॉलेटिलिटी हो यानी कि ज्यादा उतार-चढ़ाव हो तो निवेशकों को सलाह दी जाती है कि वो पिवट पॉइंट्स पर भरोसा न करें क्योंकि प्राइस मूवमेंट किसी भी कैलकुलेशन स्ट्रेटजी को धता बता सकता है.

#3 इंडेक्स या सूचकांक की नकल करना

अधिकांश इंट्राडे ट्रेडिंग में स्टॉक का चुनाव कैसे करें? एक्सपर्ट ट्रेडर ऐसे शेयर को ज्यादा पंसद करते है जो कि इंडेक्स से तालमेल ,खते है और उसके साथ एक जेसा पेर्टन बनाते है। ऐसे शेयर इंडेक्स के परफारमेंश पर निर्भर करते है।

जब इंडेक्स उपर जाता है तो शेयर भी उपर जाता है और जब इंडेक्स निचे जाता है तो शेयर भी निचे जाता है। ट्रेडर को ऐसे स्टाक के साथ काम करने मे काफी ज्यादा आसानी होती है।

सेक्टोरल ब्रेकआउट स्टॉक को फिल्टर करने का तरिका

एक पास की अवधि मे संभवित ब्रेकआउट उम्मीडद्वार को खोजने के लिये सेक्टोरल इंडेक्स पर ध्यान रखे। अर्थात जिस शेयर के ब्रेकआउट का अंदाजा लगाना चाहते है उस सेक्अर पर नजर बनाये रखे।

इसे अच्छे से समझने के लिये एक उदाहरण से समझते है

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यह फार्मा इंडेक्स का एक दैनिक चार्ट है और जैसा कि आप इसमे देख सकते हैं कि फार्मा इंडेक्स पिछले 9 महीनों से संकुचित हो रहा है और वर्तमान में ब्रेकआउट के आस पास है और पिछले 5 ट्रेडिंग दिनों से संकुचित है। वर्तमान स्विंग हाई से ऊपर स्थायी कदम ब्रेकआउट की ओर ले जा सकता है।

इसके अनुसार आप आने वाले दिनों में ट्रेडों को फ़िल्टर करने के लिए सेक्टर में स्टॉक देखे।

यहाँ कुछ फार्मा कंपनियों के कुछ उदाहरण हैं जो ब्रेकआउट की कगार पर हैं जिससे आपको समझने मे आसानी होगी।

सेक्टर के अन्य शेयरो की तलाश जब अन्य लीडर स्टाक संचालन करते है

इंट्राडे ट्रेडिंग के लिये स्टाक चुनते समय एक आम तरिका यह भी है जब उस सेक्टर के अन्य स्टाक को देखना होगा जब लीडर स्टाक पहले ही हटना शुरु कर चुके हो।

इसे समझने के लिये एक उदाहरण लेते है-

हाल ही में आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज में एक मजबूत वॉल्यूम पर ब्रेकआउट हुआए साथ ही स्टॉक ने भी 52 हफ्ते के हाई को पार कर लिया।

यह कहें कि यदि आप इस चाल के साथ ट्रेडिंग नहीं कर सकतेए तो आप इस सेक्टर के अन्य शेयरों की तलाश कर सकते हैं जो संभावित ब्रेकआउट के आस पास ट्रेडिंग कर रहे हैं।

इसलिए यदि आप एसबीआई लाइफ इंश्योरेंस के चार्ट पर हैंए तो यह उसी सेक्टर का है और लगभग ब्रेकआउट के कगार पर है।

इसलिए आने वाले दिनों में सेक्टर में अगले ब्रेकआउट उम्मीदवार की संभावना है। यह तर्क अन्य सभी क्षेत्रों लिए भी है।

Intraday Trading: इंटरनेट और आनलाइन ट्रेडिंग हाउसेज की पहुंच बढ़ने से अब शेयर बाजार में घर बैठे पैसे लगाना आसान हो गया है.

असल में बाजार में एक ही ट्रेडिंग डे पर शेयर खरीदने और बेचने को Intra Day Treding कहते हैं. इसमें सुबह पैसा लगाकर दोपहर तक अच्छी कमाई की जा सकती है. यहां Share खरीदा तो जाता है लेकिन उसका मकसद निवेश करना नहीं, बल्कि एक दिन में उसमें होने वाली बढ़त से मुनाफा कमाना होता है. ध्यान रहे कि इसमें जरूरी नहीं है कि आपको फायदा ही हो. Day - Treding करना चाहते हैं तो इसके लिए पहले आपको डीमैट अकाउंट और एक ट्रेडिंग अकाउंट खुलवाना होता है.

तय करें टारगेट: शेयर खरीदने के पहले यह तय करें कि किस भाव में खरीदना है और उसका लक्ष्य कितना है.

" जैसे ही लक्ष्य पूरा हो, प्रॉफिट बुकिंग करें. "

स्टॉप लॉस स्ट्रैटेजी: इंट्राडे ट्रेडिंग में स्टॉप लॉस जरूर लगाएं. पेनी स्टॉक में निवेश करने से बचें.

( Source : इसमें अलग अलग ब्रोकरेज हाउस की रिपोर्ट के आणार पर टिप्स दिए गए हैं.)

इंट्रा डे में आप किसी इंट्राडे ट्रेडिंग में स्टॉक का चुनाव कैसे करें? शेयर में कितनी भी रकम लगा सकते हें. शेयर बाजार में नियम है कि जिस दिन शेयर खरीदा जाता है, उस दिन पूरा पैसा नहीं देना होता है. नियम के तहत जिस दिन शेयर खरीदा जाता है, उसके 2 ट्रेडिंग दिनों के बाद पूरा भुगतान करना होता है. फिर भी आपको शेयर के भाव का शुरू में 30 फीसदी रकम निवेश करना होता है.

कैसे मिलता है फायदा Stock Market से

इसका उदाहरण 1 अगस्त के कारोबार में देख सकते हैं. आज एयरटेल में निवेश करने वालों की चांदी रही है और शेयर में 5 फीसदी से ज्यादा की ग्रोथ मिली है. असल में आज एजीआर इश्यू पर निवेशकों की नजर थी. सुप्रीम कोर्ट ने एजीआर बकाया चुकाने के लिए टेलिकॉम कंपनियों को 10 साल का समय दिया है. जिसके बाद एयरटेल में 5 फीसदी तेजी आ गई. ऐसे ट्रेड का ध्यान रखना डे ट्रेडर्स के लिए जरूरी है.

एक्सपर्ट का मानना है कि शेयर बाजार का अधिकांश कारोबार डे ट्रेडिंग का ही होता है, लेकिन फिर भी सावधानी के साथ कारोबार करना चाहिए. शेयर का चुनाव करने के पहले बाजार का ट्रेंड जरूर देखना चाहिए. मार्केट के ट्रेंड के खिलाफ न जाएं. शेयर खरीदने के पहले यह तय करें कि किस भाव में खरीदना है और उसका लक्ष्य कितना है. स्टॉप लॉस जरूर लगाएं.

( Discliamer : हम यहां इंट्राडे कारोबार के बारे में जानकारी दे रहे हैं, न कि निवेश की सलाह. शेयर बाजार के अपने जोखिम होते हैं, इसलिए निवेश के पहले एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.)

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