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इक्विटी पर व्यापार क्या है?

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मैक्स फाइनेंशियल सर्विसेज के प्रमोटर अनलजीत सिंह बेच सकते हैं कंपनी में हिस्सेदारी

Max Financial Services के प्रमोटर अनलजीत सिंह अगर अपनी हिस्सेदारी बेचते हैं तो ये स्टेक खरीदने वाली कंपनी को ओपन ऑफर लाना होगा

मनीकंट्रोल ने इस मामले में ज्यादा जानकारी के लिए जब ईमेल भेजी तो मैक्स फाइनेंशियल सर्विसेज के प्रमोटर ग्रुप ने स्टेक सेल की खबर से साफ इनकार कर दिया

Max Financial Services के प्रमोटर अनलजीत सिंह (Analjit Singh) कंपनी में अपनी हिस्सेदारी बेचकर फंड जुटाने की तैयारी में है। तीन अलग-अलग सूत्रों ने मनीकंट्रोल को इस डील के बारे में जानकारी दी है। माना जाता है कि अनलजीत सिंह ने हिस्सेदारी बेचने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। उम्मीद है कि Max Financial Services का वैल्यूएशन 27,000 करोड़ रुपए रह सकता है।

एक सूत्र ने बताया, "हिस्सेदारी बेचने के बाद ओपन ऑफर लाना होगा। क्योंकि अनलजीत सिंह बड़ी हिस्सेदारी बेच रहे हैं और इससे कंपनी का कंट्रोल भी बदल जाएगा।" Max Financial Services के प्रमोटर अनलजीत सिंह अगर अपनी हिस्सेदारी बेचते हैं तो ये स्टेक खरीदने वाली कंपनी को ओपन ऑफर लाना होगा क्योंकि सिंह बड़ी हिस्सेदारी बेचने वाले हैं।

मनीकंट्रोल ने इस मामले में ज्यादा जानकारी के लिए जब ईमेल भेजी तो मैक्स फाइनेंशियल सर्विसेज के प्रमोटर ग्रुप ने स्टेक सेल की खबर से साफ इनकार कर दिया। कंपनी ने ईमेल के जवाब में कहा, "यह गलत है। अनलजीत सिंह का कंपनी में निवेश बना हुआ है और वह कंपनी की ग्रोथ को लेकर आशांवित हैं।"

'विस्तारित-आधार पर व्यापार और इक्विटी पर व्यापार क्या है? निवेश समझौता (BTIA)' कभी-कभी समाचार में भारत और _____ के बीच हुई वार्ता के संदर्भ में देखा जाता है।

RPSC RAS Additional Result Out! This is with reference to the Mains इक्विटी पर व्यापार क्या है? Exam of 2021 cycle. Earlier, The Rajasthan Public Service Commission (RPSC) has released the RPSC RAS Mains Result for the recruitment cycle 2021. A total of 2174 candidates qualified for the Mains round. The candidates who cleared the Mains round are selected for the next round which is the Personality Test and Viva-Voce. Also note that RPSC RAS 2022 Notification is expected to be released soon. As per the reports, the application process is expected to begin in December 2022 and the exam is expected to be conducted in March- April 2023.

Nifty रिकॉर्ड ऊंचाई पर, लेकिन क्या इसने सभी रिस्क फैक्टर्स पर पर्याप्त ध्यान दिया है?

पिछले एक साल में इंडिया सबसे अच्छा रिटर्न देने वाले बाजारों में शामिल है। इंडियन मार्केट्स का रिटर्न करीब 9.6 फीसदी रहा है। Brazil के मार्केट का रिटर्न करीब 8 फीसदी रहा है। रूस का 9 फीसदी और इंडोनेशिया का 7.5 फीसदी रहा है

विजय कुमार गाबा

शेयर मार्केट्स के प्रमुख सूचकांक Sensex और Nifty अपने रिकॉर्ड हाई पर हैं। पिछले एक साल में इंडिया सबसे अच्छा इक्विटी पर व्यापार क्या है? रिटर्न देने वाले बाजारों में शामिल रहा है। इंडियन मार्केट्स का रिटर्न करीब 9.6 फीसदी रहा है। Brazil के मार्केट इक्विटी पर व्यापार क्या है? का रिटर्न करीब 8 फीसदी रहा है। रूस का 9 फीसदी और इंडोनेशिया का 7.5 फीसदी रहा है। Venezuela का मार्केट पहले पायदान पर है। उसका रिटर्न 107 फीसदी रहा है। अर्जेंटीना का 108 फीसदी और Egypt का 15 फीसदी रहा है। कुछ इनवेस्टर्स को ये डेटा बेकार लग सकते हैं। कई इनवेस्टर्स इन आकड़ों को देखकर निराश हो सकते हैं। उन्हें लग सकता है कि जब इंडियन मार्केट का प्रदर्शन इतना अच्छा रहा है तो फिर उनके पोर्टफोलियो का रिटर्न क्यों नहीं बढ़ा है। मुश्किल वक्त को देखते हुए स्टॉक मार्केट्स का प्रदर्शन अच्छा रहा है। इसलिए यह समय जश्न मनाने का है। जश्न मनाने के बाद हमें खुद से यह सवाल पूछना चाहिए कि 18,700 पर क्या Nifty ने उन सभी फैक्टर्स पर ध्यान दिया है, जो कंपनियों के प्रदर्शन पर असर डाल सकते हैं। क्या निफ्टी ने लिक्विडिटी, रिस्क लेने की कैपेसिटी और 2023 में फाइनेंशियल स्टैबिलिटी को ध्यान में रखा है?

मैं तो अपने पोर्टफोलियो के रिस्क-रिवॉर्ड इक्वेशन को एनालाइज करना चाहूंगा। ऐसा करने में खासकर मैं निम्नलिखित फैक्टर्स को ध्यान में रखूंगा:

विदेशी निवेशकों को लुभाने लगा भारतीय शेयर बाजार, नंवबर में अब तक 31,630 करोड़ का किया निवेश

शेयर बाजार में तेजी और डिजिटल क्रांति का असर, भारत में अमीरों की संख्या 2021 में और बढ़ी

LagatarDesk : भारतीय शेयर बाजार पर विदेशी निवेशकों का भरोसा बढ़ता नजर आ है. फॉरेन इन्वेस्टर्स एक बार फिर से शेयर बाजार में वापसी कर रहे हैं. डिपॉजिटरी के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी पोर्टफोलियो निवेशक (एफपीआई) ने नवंबर में अब तक भारतीय शेयर बाजार में 31,630 करोड़ निवेश किये हैं. 1-25 नवंबर के दौरान एफपीआई ने शेयरों में शुद्ध रूप से 31,630 करोड़ इन्वेस्ट किया है. समीक्षाधीन अवधि में एफपीआई ने कर्ज या बॉन्ड बाजार से 2,300 करोड़ रुपये की निकासी की है. (पढ़ें, भारत जोड़ो यात्रा में झामुमो की भागीदारी, मंत्री मिथिलेश ठाकुर सहित कांग्रेस के नेता इंदौर रवाना)

जनवरी से अबतक फॉरेन इन्वेस्टर्स ने निकाले 1.37 लाख करोड़

डिपॉजिटरी के आंकड़ों के अनुसार, अक्टूबर में एफपीआई ने भारतीय शेयर बाजार से आठ करोड़ निकाले थे. जबकि सितंबर में 7,624 करोड़ और अगस्त में 51,200 करोड़ की बिकवाली की थी. हालांकि जुलाई में फॉरेन इन्वेस्टर्स ने बाजार से 5,000 करोड़ के शेयर खरीदे थे. इससे इक्विटी पर व्यापार क्या है? पहले अक्टूबर 2021 से एफपीआई लगातार नौ माह तक बिकवाली की थी. इस साल अभी तक एफपीआई ने शेयरों से इक्विटी पर व्यापार क्या है? 1.37 लाख करोड़ निकाले हैं.

एफपीआई फ्लो बढ़ने से भारतीय बाजार में स्थिरता

मॉर्निंगस्टार इंडिया के एसोसिएट निदेशक-प्रबंधक शोध हिमांशु श्रीवास्तव ने कहा कि नवंबर में एफपीआई का फ्लो बढ़ने की वजह शेयर बाजारों में तेजी, भारतीय अर्थव्यवस्था और रुपये की स्थिरता है. कोटक सिक्योरिटीज के इक्विटी शोध (खुदरा) प्रमुख श्रीकांत इक्विटी पर व्यापार क्या है? चौहान का कहना है कि भू-राजनीतिक चिंताओं की वजह से निकट भविष्य में एफपीआई का रुख उतार-चढ़ाव वाला रह सकता है.

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महंगाई दर में गिरावट के कारण भी निवेशकों ने दिखाया रूचि

वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय के आंकड़े के अनुसार, थोक महंगाई दर अक्टूबर इक्विटी पर व्यापार क्या है? में घटकर 8.39 फीसदी हो गयी. जो सितंबर में 10.70 फीसदी पर थी. अक्टूबर में खुदरा महंगाई दर में भी गिरावट दर्ज की गयी. अक्टूबर के महीने में खुदरा महंगाई दर 6.77 फीसदी रही, जो सितंबर के महीने में 7.41 फीसदी रही थी. महंगाई दर घटने से भी निवेशकों का भरोसा भारतीय शेयर बाजार की तरफ बढ़ा है.

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