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एएसआई संकेतक

एएसआई संकेतक

छपरा 29 मार्च (वार्ता). सारण जिला एएसआई संकेतक के दरियापुर इलाका में बालू लदाइल ट्रकन से नाजायज वसूली करत में धराइल पुलिस अवर निरीक्षक (एएसआई) समेत चार गो पुलिसकर्मियन के बियफे का दिने निलंबित कर दीहल गइल.
पुलिस अधीक्षक हरकिशोर राय बतवलन एएसआई संकेतक कि आजु सबेरे ऊ अचके में निरीक्षण करे निकल गइलन ई दरियापुर थाना के एगो एएसआई आ सैप के तीन गो जवानन के बालू लदले ट्रकन से नाजायज वसूली करत ध लिहलन.
एसपी बतवलें कि एकरा बाद फटाफट कार्रवाई करत एएसआई अजय कुमार सिंह आ सैप के तीनों जवानन – लाल बाबू सिंह, सविंद्र राम, आ राजीव नयन ओझा – के निलंबित कर दिहलें.

अयोध्या मुद्दा : 70 साल बाद आया फैसला, मंदिर वहीं बनेगा

नई दिल्ली, 9 नवंबर (एजेंसी)| अयोध्या विवाद मामले में 70 सालों तक चली कानूनी लड़ाई और सुप्रीम कोर्ट में 40 दिनों तक लगातार चली सुनवाई के बाद शनिवार को ऐतिहासिक फैसला आ गया। फैसला विवादित जमीन पर रामलला के हक में सुनाया गया।

फैसले में कहा गया कि राम मंदिर विवादित स्थल पर एएसआई संकेतक बनेगा और मस्जिद निर्माण के लिए अयोध्या में पांच एकड़ जमीन अलग से दी जाएगी। अदालत ने एएसआई संकेतक कहा कि विवादित 02.77 एकड़ जमीन केंद्र सरकार के अधीन रहेगी। केंद्र और उत्तर प्रदेश सरकार को मंदिर बनाने के लिए तीन महीने में एक ट्रस्ट बनाने का निर्देश दिया गया है।

राजनीतिक रूप एएसआई संकेतक से संवेदनशील राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद विवाद पर सुप्रीम एएसआई संकेतक कोर्ट की पांच जजों की संविधान पीठ ने निर्मोही अखाड़ा और शिया वक्फ बोर्ड के दावों को खारिज कर दिया, लेकिन साथ ही कहा कि निर्मोही अखाड़े को ट्रस्ट में जगह दी जाएगी।

राम चबूतरा और सीता रसोई का अस्तित्व किया स्वीकार

अदालत ने पुरातत्व एएसआई संकेतक विभाग की रिपोर्ट पर भरोसा जताते हुए कहा कि इस पर शक नहीं किया जा सकता। पुरातत्व विभाग की खोज को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। अदालत ने कहा कि अंग्रेजों के शासनकाल में राम चबूतरा और सीता रसोई में पूजा हुआ करती थी। इसके सबूत हैं कि हिंदुओं के पास विवादित जमीन के बाहरी हिस्से पर कब्जा था।

अदालत ने माना कि हिंदू इसे भगवान राम की जन्मभूमि मानते हैं। मुस्लिम इसे मस्जिद कहते हैं। हिंदुओं का मानना है कि भगवान राम केंद्रीय गुंबद के नीचे जन्मे थे। यह व्यक्तिगत आस्था की बात है। अदालत ने कहा कि अयोध्या में राम के जन्म का किसी ने विरोध नहीं किया है।

नई एएसआई संकेतक मस्जिद के निर्माण के लिए अलग जमीन दी जाए

कोर्ट ने फैसले में कहा कि सुन्नी वक्फ बोर्ड को नई मस्जिद के निर्माण के लिए अलग जमीन दी जाए। अदालत ने कहा कि या तो केंद्र सरकार अयोध्या में अधिग्रहित जमीन में से सुन्नी वक्फ बोर्ड को पांच एकड़ जमीन दे या फिर उत्तर प्रदेश सरकार अयोध्या शहर में कहीं और मुस्लिम पक्ष को जमीन दे।

अदालत ने जहां विवादित जमीन रामलला विराजमान को दिया, वहीं सुन्नी वक्फ बोर्ड को जमीन देने की बात कही। इससे यह स्पष्ट हो गया कि अदालत ने मामले में इन दोनों को ही पक्षकार माना है।

अयोध्या फैसले के मद्देनजर देशभर में सुरक्षा सख्त कर दी गई है और कई शहरों में इंटरनेट बंद कर दिया गया।

इलाहाबाद हाईकोर्ट के फैसले को अतार्किक करार दिया

अदालत ने इलाहाबाद हाईकोर्ट के जमीन को तीन हिस्सों में बांटने के फैसले को अतार्किक करार दिया। इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ खंडपीठ ने 30 सितंबर, 2010 को अयोध्या में विवादित 2.77 एकड़ भूमि का फैसला सुनाया था, जिसमें उसने मामले के तीनों पक्षों- सुन्नी वक्फ बोर्ड, निर्मोही अखाड़ा और रामलला के बीच बराबर जमीन बांटने का फैसला किया था।

हालांकि एएसआई संकेतक एएसआई संकेतक तीनों पक्षों ने यह फैसला मानने से इंकार कर दिया था। हाईकोर्ट के फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में 14 याचिकाएं दायर की गईं। सुप्रीम एएसआई संकेतक कोर्ट में यह मामला पिछले नौ वर्षो से लंबित था।

बाइक की आमने-सामने भिड़ंत,एक की मौके पर ही मौत,जबकि एक व्यक्ति घायल

इछावर तहसील व बिलकिसगंज थाना अंतर्गत ग्राम सेमलीजदीद के नजदीक दर्दनाक हादसा हुआ,
बाइक की आमने-सामने टकरा गई। दुर्घटना में एक व्यक्ति की मोके पर ही मौत हो गईं।वही एक घायल हो गया। ग्राम मुवाड़ा निवासी रूपसिंह पिता धरम सिंह उम्र 32 वर्ष की मौके पर ही मौत हो गई। वही धबोटी निवासी अज्ञात व्यक्ति घायल बताया जा रहा हैं। जिसका इछावर अस्पताल में इलाज चल रहा है। घटना की जानकारी लगते ही बिलकिसगंज पुलिस मौके पर पहुंची। जहां एएसआई प्रेमसिंह ठाकुर मौके पर पहुँचे और पूरी घटना का जायजा लिया।
बता दें कि सेमलीजदीद के आसपास खतरनाक मोड़ है जहां कोई संकेतक नहीं हैं।

रूपरेखा

FUTV4314A-HDMI 4 इन 1 एमपीईजी -4 एवीसी / एच .264 एचडी एनकोडर एक पेशेवर एचडी ऑडियो और वीडियो एन्कोडिंग और शक्तिशाली कार्यक्षमता के साथ मल्टीप्लेक्सिंग डिवाइस है। इसमें 4 चैनल एचडीएमआई (या एसडीआई) इनपुट इंटरफेस हैं, जो एमपीईजी 4 एवीसी / एच .264 हाई प्रोफाइल कोड प्रारूप का समर्थन करते हैं। यह डिवाइस एक साथ 4 चैनल एचडी प्रोग्राम को एनकोड कर सकता है; इसके अलावा, इसमें ASI इनपुट है और ASI और IP आउटपुट जेनरेट करने के लिए 4 एन्कोडेड प्रोग्राम के साथ इनपुट TS को मल्टीप्लेक्स कर सकता है। इसके अलावा, पीएसआई / एसआई जानकारी को एमपीटीएस आउटपुट में डाला जा सकता है। निष्कर्ष में, इसकी उच्च एकीकृत और लागत प्रभावी डिजाइन डिवाइस को डिजिटल वितरण प्रणाली की किस्मों में व्यापक रूप से उपयोग करती है।

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