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स्टॉक एक्सचेंज में सूचीबद्ध कैसे करें?

स्टॉक एक्सचेंज में सूचीबद्ध कैसे करें?
ओएफएस: ओएफएस के पास खुदरा निवेशकों के लिए शेयरों का केवल 10% हिस्सा है. जिससे उन्हें शेयर आवंटन के लिए आईपीओ की तुलना में बहुत कम मौका मिलता है.

देनी होगी पैन संख्या और अन्य जानकारी

मार्केटशाला: जानिए क्या है आईपीओ और ओएफएस, क्या हैं दोनों में अंतर और कैसे करतें हैं अप्लाई ?

खुदरा निवेशकों के लिए यह समझने की कोशिश करना चाहिए कि आईपीओ और ओएफएस कैसे अलग होते हैं. ईटीवी भारत आपको आसान भाषा में दोनों के प्रमुख अंतरों को समझा रहा है तो आइए जानतें हैं कि आईपीओ और ओएफएस उद्देश्य, प्रक्रिया, मूल्य निर्धारण, बोली, शेयर आवंटन और शुल्क स्टॉक एक्सचेंज में सूचीबद्ध कैसे करें? के संदर्भ में कैसे एक दूसरे से अलग होते हैं.

बिजनेस डेस्क, ईटीवी भारत: इस साल मार्च और अप्रैल में भारी गिरावट के बाद शेयर बाजार अब उबरना शुरु कर चुकें हैं. कोरोना वायरस के प्रकोप ने अर्थव्यवस्था को काफी हद तक प्रभावित कर दिया था लेकिन अब कंपनियां सार्वजनिक मुद्दों और प्रस्ताव को पेश करने के लिए आत्मविश्वास हासिल कर रही हैं.

सार्वजनिक और निजी दोनों ही तरह की कंपनियां अपने कारोबार में सकारात्मक भाव की वापसी को देखते हुए, अब आने वाले महीनों में अपने शेयर बिक्री की पेशकश शुरू करने के लिए कमर कस रही हैं. पिछले हफ्ते, मीडिया रिपोर्टों में कहा गया था कि हिंदुस्तान एयरोनॉटिकल लिमिटेड (एचएएल) और इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कार्पोरेशन लिमिटेड (आईआरसीटीसी) में केंद्र सरकार अपनी हिस्सेदारी बेचने के लिए दो ऑफर्स फॉर सेल जल्द ही बाजार में उतारेगी.

Sensex

बोम्बे स्टॉक एक्सचेंज का सूचकांक (Index) हैं और Sensex का निर्धारण BSE में लिस्टेड Top 30 Companies के मार्केट कैपिटलाइजेशन (कंपनीयों का कुल मूल्य) के आधार पर किया जाता हैं|

अगर सेंसेक्स बढ़ता हैं तो इसका मतलब हैं कि BSE में रजिस्टर्ड ज्यादातर कंपनियों ने अच्छा प्रदर्शन किया हैं|

Nifty क्या हैं?

Nifty नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का सूचकांक (Index) हैं और इसका निर्धारण NSE में लिस्टेड Top 50 Companies के मार्केट कैपिटलाइजेशन आधार पर किया जाता हैं|

अगर Nifty बढ़ता हैं तो इसका मतलब यह हैं कि NSE में रजिस्टर्ड कंपनियों ने अच्छा प्रदर्शन किया हैं और अगर Nifty घटता हैं तो इसका अर्थ यह हैं कि NSE की कंपनियों ने बुरा प्रदर्शन किया हैं|

कोई कंपनी BSE/NSE में कैसे लिस्ट होती है?

शेयर बाजार (Stock Market) में लिस्ट होने के लिए कंपनी को शेयर बाजार से लिखित समझौता करना पड़ता है. इसके बाद कंपनी पूंजी बाजार नियामक SEBI के पास अपने सभी जरूरी दस्तावेज जमा करती है. SEBI की जांच में सूचना सही होने और सभी शर्त के पूरा करते ही कंपनी BSE/NSE में लिस्ट हो जाती है.

स्टॉक बाजार या शेयर बाजार में बड़े रिटर्न की उम्मीद के साथ घरेलू के साथ-साथ विदेशी निवेशक (FII या FPI) भी काफी निवेश करते हैं.

स्टॉक मार्केट में होते हैं कई सेक्टर

स्टॉक मार्केट में अलग-अलग तरह के क्षेत्र होते हैं. ऑयल, रियल इस्टेट, बैंकिंग, कंज्यूमर गुड्स, मेटल, स्टील, पावर, संचार यह कुछ ऐसे क्षेत्र हैं जहां पर निवेशक अपनी पसंद के अनुसार निवेश कर सकता है. अगर किसी निवेशक को अपनी पसंदीदा कंपनी चुननी है तो सबसे पहले उसे कंपनी के बारे में जानना होगा. बैलेंस सीट के साथ-साथ क्या है स्टॉक एक्सचेंज में सूचीबद्ध कैसे करें? उस कंपनी का टर्नओवर उसके बारे में भी निवेशक को जानकारी हासिल करनी चाहिए.

किसी कंपनी के कामकाज, ऑर्डर मिलने या छिन जाने, नतीजे बेहतर रहने, मुनाफा बढ़ने/घटने जैसी जानकारियों के आधार पर उस कंपनी का मूल्यांकन होता है. चूंकि लिस्टेड कंपनी रोज कारोबार करती रहती है और उसकी स्थितियों में रोज कुछ न कुछ बदलाव होता है, इस मूल्यांकन के आधार पर मांग घटने-बढ़ने से उसके शेयरों की कीमतों में उतार-चढाव आता रहता है.

निवेश करते समय नए निवेशकों को शुरुआती दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. लेकिन जब वही निवेशक शेयर मार्केट को अच्छी तरह से समझने लगता है तब वह एक अनुभवी खिलाड़ी बन जाता है.स्टॉक एक्सचेंज में सूचीबद्ध कैसे करें?

Top 5 Stock Exchanges of the World | Biggest Stock Exchanges of the World

स्टॉक एक्सचेंजों (Stock Exchange) का इतिहास बहुत पुराना है। स्टॉक एक्सचेंज वो जगह है जहां सभी कंपनिया लिस्टेड होती है स्टॉक एक्सचेंज किसी कंपनी और इन्वेस्टर के बीच में मीडिएटर का काम करते है जब भी किसी कंपनी को शेयर बाजार से पैसा उठाना होता है तो वह कंपनी अपने आप को स्टॉक एक्सचेंज में लिस्ट करवा लेती है जिससे की लोग उस कंपनी में निवेश कर सके।

दुनिया के पहले स्टॉक एक्सचेंज (First Stock Exchange of World) की स्थापना 440 से ज्यादा साल पहले हुई थी। दुनिया का पहला स्टॉक एक्सचेंज यूरोप में शुरू हुआ था। नीदरलैंड्स में इसकी शुरुआत 1602 में हुई थी। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) एशिया का सबसे पुराना स्टॉक एक्सचेंज है। इसकी स्थापना 1875 में हुई थी। यह देश के दो सबसे बड़े एक्सचेंजों में से एक है। क्या आप जानते हैं दुनिया के पांच सबसे बड़े स्टॉक एक्सचेंज कौन हैं?

आप भी फॉरेन स्टॉक में कर सकते है निवेश, यहां जानें आसान तरीका | How To Invest in Foreign Stock

How To Invest in Foreign Stock: अगर आप भी फॉरेन स्टॉक स्टॉक एक्सचेंज में सूचीबद्ध कैसे करें? में निवेश करना चाहते है लेकिन नहीं मालूम कि फॉरेन स्टॉक में निवेश कैसे करें? तो ऐसे में यह लेख आपके लिए इस समस्या का समाधान करेगा। यहां हम भारत से Foreign Stock में निवेश करने के तरीकों पर चर्चा करेंगे।

How To Invest in Foreign Stock: भारतीय स्टॉक एक्सचेंज मार्केट में 5500 से अधिक कंपनियों की सूची है, लेकिन स्टॉक एक्सचेंज में सूचीबद्ध कैसे करें? फिर भी बहुत सारे शेयर निवेशक विदेशी शेयरों (Foreign Stock) में रुचि रखते हैं। APPL हो या GOOGL (Alphabet), NFXL (नेटफ्लिक्स), TWTR (ट्विटर), या कोई अन्य कंपनी हो, मार्केटर्स इनमें भारी निवेश करते हैं। इसका कारण सरल है, क्योंकि ये थोड़े कम जोखिम से जुड़े होते हैं।

बारबीक्यू नेशन का शेयर एलॉट हुआ या नहीं? ऐसे चेक करें स्टेटस

aajtak.in

कंपनी के स्टॉक एक्सचेंज में सूचीबद्ध कैसे करें? शेयर एलॉटमेंट का स्टेटस आप आईपीओ रजिस्ट्रार की वेबसाइट लिंक इनटाइम इंडिया और बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) की साइट पर कर सकते हैं. आगे की स्लाइड्स में जानें कि कैसे कर सकते हैं ये स्टेटस चेक..(सांकेतिक फोटो)

 7 अप्रैल को लिस्ट होंगे शेयर

बारबीक्यू नेशन के शेयर BSE और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) पर 7 अप्रैल को सूचीबद्ध होने की उम्मीद है. कंपनी के IPO को 5.98 गुना अधिक सब्सक्रिप्शन मिला है.
(सांकेतिक फोटो

लिंक इनटाइम इंडिया पर ऐसे चेक करें स्टेटा

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