लाइव ट्रेडिंग रणनीतियाँ

कॉमर्स का इतिहास

कॉमर्स का इतिहास
5. भारत में ई-कॉमर्स के जनक के रूप में किसे जाना जाता है? 6….

e-Commerce बिज़नेस आईडिया और प्लान [2022] | eCommerce Business Idea & Plan in Hindi

आज के डिजिटल युग में लोग सामान खरीदने के लिए Ecommerce वेबसाइट जैसे की अमेज़न और फ्लिपकार्ट का इस्तेमाल कॉमर्स का इतिहास अधिक कर रहे हैं इसलिए अगर आप ई कॉमर्स बिज़नेस करने की सोच रहे हैं तो यह पोस्ट सिर्फ आपके लिए हैं क्यूंकि इसमें मैंने ई-कॉमर्स बिज़नेस प्लान और आईडिया के बारे में आसान भाषा में बताया है – eCommerce Business Idea & Plan in Hindi?

Table of Contents

भारत में ईकामर्स व्यवसाय कैसे शुरू करें – बिज़नेस आईडिया और प्लान

स्मार्टफोन और इंटरनेट का इस्तेमाल बढ़ने के कारण भारत में ई-कॉमर्स उद्योग में जबरदस्त वृद्धि देखी जा रही है। इंटरनेट सेवा प्रदाताओं में वृद्धि और सस्ती कीमतों पर 3G और 4G सेवाओं के लॉन्च के साथ ई-कॉमर्स और एम-कॉमर्स (Mobile-Commerce) उद्योग और भी अधिक वृद्धि दर्ज करने के लिए तैयार हैं। इस लेख में, हम भारत में एक सफल ईकामर्स व्यवसाय शुरू करने की प्रक्रिया और प्लान को देखेंगे।

eCommerce बिज़नेस कैसे शुरू करें?

  • सबसे पहले यह निर्धारित करें की आपको खुद का नया वेबसाइट बनाना है या फिर ई कॉमर्स वेबसाइट जैसे की अमेज़न से जुड़ना है
  • अगर आपने अमेज़न को चुना है तो पूरी क़ानूनी प्रक्रिया का पालन करें
  • GST & LLP पंजीकरण करें और क़ानूनी दस्तावेज़ बनवाएं

एक ईकामर्स व्यवसाय कैसे स्थापित करें?

इंटरनेट पर किए जाने वाले व्यवसाय को ई कॉमर्स (eCommerce) कहा जाता है। हाल के वर्षों में, एम-कॉमर्स या मोबाइल कॉमर्स – स्मार्टफोन के माध्यम से किया जाने वाला व्यवसाय बहुत लोकप्रिय हो गया है। वर्तमान में, ईकामर्स व्यवसाय शुरू करने के दो मुख्य तरीके हैं, एक खुद का ईकामर्स वेबसाइट या एक स्थापित बाज़ार में शामिल होना।

एक मालिकाना (स्वयं की) ईकामर्स वेबसाइट बनाना

एक मालिकाना ईकामर्स वेबसाइट बनाना ईकामर्स व्यवसाय शुरू करने के सबसे कठिन कॉमर्स का इतिहास तरीकों में से एक है। मालिकाना ईकामर्स व्यवसाय शुरू करने के लिए भुगतान प्राप्त करने के लिए एक वेब डेवलपमेंट टीम, ऑनलाइन मार्केटिंग टीम और एक पेमेंट गेटवे की आवश्यकता होती है। एक मालिकाना ईकामर्स वेबसाइट शुरू करने में अधिक समय लग सकता है और एक सफल व्यवसाय बनाने के लिए धन और प्रयास के मामले में अच्छी मात्रा में निवेश की आवश्यकता होती है।

व्यापारिक सन्नियम का क्षेत्र (विषय-वस्तु)

सच में देखा जाए तो व्यापारिक सन्नियम का क्षेत्र अधिक व्यापक है क्योंकि यह सन्नियम केवल व्यापारियों एवं उद्योगपतियों पर ही लागू नहीं होता बल्कि समाज के सभी लोगों पर लागू होता हैं।जैसे कि –

  • वस्तु विक्रय अधिनियम
  • साझेदारी अधिनियम
  • अनुबंध अधिनियम
  • बीमा अधिनियम
  • पेटेंट, ट्रेडमार्क एवं कॉपीराइट अधिनियम
  • विनिमय साध्य विलेख अधिनियम
  • दिवालिया अधिनियम
  • आवश्यक वस्तु अधिनियम
  • एकाधिकार एवं प्रतिबंधात्मक व्यापार व्यवहारअधिनियम कंपनी अधिनियम।

भारत में व्यापारिक सन्नियम

सन् 1872 से पहले भारत में व्यापारिक लेन-देन पक्षकारों से संबंधित कानून से नियंत्रित होते थे । जैसे हिंदू Law मुस्लिम Law । सन् 1872 में भारतीय अनुबंध अधिनियम, 1872 बनाते समय प्रथम बार यह प्रयास किया गया था कि भारतीय व्यापारिक सन्नियम के एकरूपता वाले सिद्धांतों को स्थापित किया जाए।

भारतीय व्यापारिक सन्नियम अधिकांश इंग्लैंड के व्यापारिक सन्नियम पर ही आधारित है।

” भारतीय व्यापारिक सन्नियम मुख्यतः इंग्लैंड के व्यापारिक सन्नियम की ही एक नकल हैं। “- बी.एन. राय

भारतीय व्यापारिक सन्नियम का स्तोत्र क्या है?

वास्तव में देखा जाए तो भारतीय व्यापारी सन्नियम इंग्लैंड के व्यापारिक सन्नियम पर ही आधारित है इसका कारण यह है कि भारतीय व्यापारिक सन्नियमों से संबंधित अधिकतर अधिनियम अंग्रेजी शासनकाल में ही बनाए गए हैं । कहीं-कहीं स्थानीय एवं रूढ़ियों के आधार पर इन में आवश्यक संशोधन कर दिए गए हैं।

विद्वानों के अनुसार भारतीय व्यापारिक सन्नियम के प्रमुख स्रोत निम्नलिखित हैं जो नीचे इस प्रकार से दिए गए हैं-

  1. आधारभूत न्यायिक निर्णय (Leading and Judicial Decisions)
  2. अंग्रेजी कॉमन लॉ (English Common law)
  3. परिनियम अथवा संसद द्वारा निर्माण किए गए सन्नियम
  4. साम्य एवं न्याय-सिद्धांत (Principles of Equity and Justice)

अंग्रेजी कॉमन लॉ (English Common law)

इंग्लैंड का कॉमन लॉ नियमों का वह समूह है जिसका कि प्रमुख स्रोत सामान्य रूढ़िवादी प्रथाएं एवं रीती रिवाज थीं। भारत में लेखबद्ध अधिनियमों की अपर्याप्तता के कारण हमको विवश होकर अंग्रेजी कॉमन लॉ का सहारा लेना पड़ता हैं। यदि किसी मामले में भारतीय व्यापारिक सन्नियम के प्रावधान अपर्याप्त हो तो हमें अंग्रेजी सन्नियम का ही कॉमर्स का इतिहास सहारा लेना पड़ता है।

29 सितंबर का इतिहास – 29 September History Hindi

29 सितंबर का इतिहास – 29 September History Hindi। आज इस आर्टिकल में हम आपको 29 सितंबर का इतिहास – 29 September History Hindi के बारे में बताने जा रहे है. हमारा इतिहास इतना बड़ा है कि इसे याद रख पाना किसी आम इंसान के बस की बात नहीं है. इसीलिए हमारी वेबसाइट पर कॉमर्स का इतिहास हम आपको हर रोज यानी तारीख के हिसाब से आज की दिन घटित हुई घटनाओं का विवरण दे रहे है जिसकी मदद से आप अपने ज्ञान को बढ़ा सकते है।

  • इंग्लैंड में पहले मैरिज ब्यूरो की शुरुआत आज ही के दिन 1650 में हुई।
  • 1789 में आज ही अमेरिका के युद्ध विभाग ने स्थायी सेना स्थापित की।
  • मद्रास चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री की स्थापना कॉमर्स का इतिहास कॉमर्स का इतिहास 29 सितंबर 1836 को हुई।
  • दुनिया के जाने-माने फिजिसिस्‍ट एनरिको फर्नी का जन्‍म 29 सितंबर 1901 को हुआ था।
  • इटली ने आज ही के दिन 1911 में ऑटोमन साम्राज्य के ख़िलाफ़ युद्ध की घोषणा की।
  • डीजल इंजन का आविष्‍कार करने वाले रुडॉल्‍फ डीजल का निधन 29 सितंबर 1913 को हुआ था।
  • टेलीफोन से पहला अंतरमहाद्वीपीय संदेश आज ही के दिन 1915 में भेजा गया।
  • अमेरिका और मैक्सिको के बीच टेलीफोन सेवा की शुरुआत 29 सितंबर 1927 को हुई।
  • भारत के पहले राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार बृजेश मिश्र का जन्म 29 सितंबर 1928 में हुआ।
  • अभिनेता, निर्माता-निर्देशक महमूद अली का जन्‍म 29 सितंबर 1932 में हुआ था।
  • प्रसिद्ध महिला क्रांतिकारी मातंगिनी हज़ारा का निधन 29 सितंबर 1942 में हुआ।
  • ईरान के पाँचवें राष्ट्रपति मोहम्मद ख़ातमी का जन्म 29 सितंबर 1943 में कॉमर्स का इतिहास हुआ।
  • पश्चिम बंगाल के प्रसिद्ध क्रांतिकारी गोपाल सेन का निधन 29 सितंबर 1944 में हुआ।
  • भारत के 38वें मुख्य न्यायाधीश एस. एच. कपाड़िया का जन्म 29 सितंबर1947 में हुआ। ने आज ही के दिन 1959 में इंग्लिश चैनल को तैरकर पार किया।
  • आज ही के दिन 1962 में कोलकाता में बिड़ला तारामंडल खुला।
  • मिस्र के राष्ट्रपति गमाल अब्दुल नासिर का निधन 29 सितंबर 1970 में कॉमर्स का इतिहास हुआ।
  • बंगाल की खाड़ी में आज ही के दिन 1971 को चक्रवातीय तूफान से करीब 10 हज़ार लोगों की मौत हुई।
  • सोवियत संघ ने 29 सितंबर 1977 में स्पेस स्टेशन साल्युत 6 को पृथ्वी की कक्षा में स्थापित किया।
  • 29 सितंबर के दिन पोप जॉन पॉल प्रथम की कॉमर्स का इतिहास रहस्यमय हालात में 1978 को मौत हो गई थी। वे केवल 33 दिनों पहले पोप चुने गए थे और बिस्तर पर पढ़ाई करते-करते अचानक दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई थी।
  • कैथोलिक ईसाइयों के धार्मिक गुरू पोप जॉन पॉल द्वितीय ने 1979 में आज ही के दिन आयरलैंड के लोगों से हिंसा को त्याग कर शांति के रास्ते पर चलने की अपील की थी।
  • चीन की मुन्चोनाक कोयला खान में 29 सितंबर 2000 को 100 लोगों की मौत हुई।
  • कॉमर्स का इतिहास
  • संयुक्त राष्ट्र ने आज ही के दिन 2001 में आतंकवाद विरोधी अमेरिकी प्रस्ताव पारित किया।
  • बुसान कॉमर्स का इतिहास में 14वें एशियाई खेलों का उद्घाटन 29 सितंबर 2002 में हुआ।
  • ईरान ने 2003 में आज ही के दिन यूरेनियम परिशोधन कार्यक्रम जारी रखने का निर्णय लिया।
  • मलयालम भाषा की प्रसिद्ध कवियित्री बालमणि अम्मा का निधन 29 सितंबर 2004 में हुआ।
  • विश्व की पहली महिला अंतरिक्ष पर्यटक ईरानी मूल की अमेरिका नागरिक अनुशेह अंसारी 29 सितंबर 2006 में पृथ्वी पर सकुशल लौटीं।
  • अंतर्राष्ट्रीय मुक्केबाज़ी फेडरेशन की ताजा रैकिंग में बिजेन्दर को आज ही के दिन 2009 में 75 किग्रा0 में 2700 अंकों के साथ में पहला स्थान दिया गया।
  • चीन ने 29 सितंबर 2011 में जिक्वान उपग्रह प्रक्षेपण केंद्र से पहली अंतरिक्ष प्रयोगशाला तियांगोंग-1 को अंतरिक्ष की कक्षा में सफलतापूर्वक स्थापित किया।
  • भारतीय सिनेमा के अभिनेता टॉम ऑल्टर का निधन 29 सितंबर 2017 में हुआ।

Computer Literacy Day,कंप्यूटर साक्षरता दिवस का इतिहास और महत्व क्या है, जानें विस्तार से

Computer Literacy Day : हर साल 2 दिसंबर को विश्व कंप्यूटर साक्षरता दिवस मनाया जाता है। कंप्यूटर साक्षरता दिवस के अवसर पर कंप्यूटर से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी दी जाती है। कंप्यूटर का ज्ञान होना आज के युवा पीढ़ी के लिए बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि बिना कंप्यूटर के बेसिक ज्ञान के वह जीवन में कुछ नहीं कर सकता है,भले ही वह कितना ही साक्षर क्यों न हो, क्योंकि आज के समय में हर एक छोटे से लेकर बड़े क्षेत्र में कंप्यूटर का उपयोग किया जा रहा है। ऐसे में कंप्यूटर के विषय में ज्ञान होना बहुत महत्वपूर्ण है। हर साल कंप्यूटर साक्षरता को लेकर 2 दिसंबर को वर्ल्ड कंप्यूटर लिटरेसी डे मनाया जाता है। अगर आप प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे हैं और विशेषज्ञ मार्गदर्शन की तलाश कर रहे हैं, तो आप हमारे जनरल अवेयरनेस ई बुक डाउनलोड कर सकते हैं FREE GK EBook- Download Now. / सभी प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए इस ऐप से करें फ्री में प्रिपरेशन - Safalta Application

ई कॉमर्स क्या है pdf?

इसे सुनेंरोकेंई-कॉमर्स को व्यापक रूप र्े इंटरिेट पर उत्पादों की खरीदारी और बबक्री मािा जाता है I इर् तरह र्े इंटरिेट के माध्यम र्े र्ेवाओं और र्ामािों की बबक्री और खरीद को ही ई-कॉमर्स कहतेहै। इर्में इलेक्ट्रॉनिक रूप र्ेडेटा या धि दो या दो र्ेअधधक पार्टसयों के बीच स्थािांतररत होता है।

कॉमर्स कितने प्रकार के होते हैं?

Types of E-Commerce (ई-कॉमर्स के प्रकार)

  • व्यापार से उपभोक्ता (B2C)
  • व्यापार से व्यापार (B2B)
  • उपभोक्ता से उपभोक्ता (C2C)
  • मोबाइल कॉमर्स (M Commerce)

ई कॉमर्स के लक्षण क्या है?

इसे सुनेंरोकेंई-कॉमर्स व्यापार के कई लक्षण है। 1 बिक्री में वृद्धि: जब हम इंटरनेट के आधारित व्यापार करते हैं, तो संभावना है, कि हमारी कुल बिक्री में वृद्धि अधिक होती है। 2 बाजार के आकार का विस्तार: इंटरनेट पर हर समय लोगों की संख्या रहती हैं, जिससे की संभावना है कि वह हमारे वस्तु को खरीद ले।

रेटिंग: 4.47
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 550
उत्तर छोड़ दें

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा| अपेक्षित स्थानों को रेखांकित कर दिया गया है *