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बाजार संकेतक

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स्थानीय शेयर बाजारों की दिशा इस सप्ताह ग्लोबल ट्रेंड्स और विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (FPI) के प्रवाह से तय होगी.

Kodarma News: रांची पटना रोड पर खतरनाक डायवर्सन, संकेतक भी नहीं, बरतें सावधानी

Jharkhand Road Accident रांची पटना रोड का चौड़ीकरण हो रहा है। विशेषज्ञ दावा कर रहे कि मानक के अनुसार कार्य नहीं हो रहा है। इसके प्रति भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण भी संजीदा नहीं है। इस सड़क पर यदि आप सफर कर रहे हैं तो सावधानी जरूर बरतें।

कोडरमा, (रविंद्र नाथ)। Road Accident in Kodarma Jharkhand सड़कों पर व्यवस्था को लेकर न भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण गंभीर है और न ही पीडब्ल्यूडी। इस कारण सड़कों पर बाजार संकेतक न पर्याप्त संकेतक लगे हुए हैं और न ही सुरक्षा मानकों का पालन हो रहा है। मुख्य सड़कें एक-दूसरे से जहां जुड़ती हैं, वहां भी यातायात व्यवस्था दुरुस्त रखने के लिए पर्याप्त इंतजाम नहीं हैं। सबसे बड़ी बात है कि राष्ट्रीय राजमार्ग हो या राज्य की सड़कें, यातायात व्यवस्था बनाए रखने के लिए कभी यातायात कर्मी तैनात नहीं रहते। जब कभी कोई दुर्घटना घटती है या किसी कारणवश जाम लग जाता है तो सूचना मिलने पर पुलिस वहां व्यवस्था बेहतर करने के लिए पहुंचती है। हाईवे व पीडब्ल्यूडी पर बनी पुलिस चौकी पर भी पुलिसकर्मी तभी दिखाई देते हैं, जब पुलिस वाहन जांच अभियान चला रही हो।

सड़क चौड़ीकरण कार्य के कारण जगह जगह डायवर्जन

रांची पटना रोड पर जामुखांडी के बाद घाटी शुरू होने पर, गुमो में सतपुलिया और मेघातरी के पास पीसीआर वैन कभी-कभी दिख जाते हैं। रोड चौड़ीकरण का काम चलने के कारण कई स्थानों पर रांग साडइ ड्राइविंग के मामले खूब सामने आते हैं। हालांकि, यहां व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस की तैनाती नहीं है। रांची पटना रोड पर बरही से लेकर बिहार सीमा पर मेघातरी तक 50 किलोमीटर के दायरे में जेजे कालेज तक चौड़ीकरण का काम जारी है। निर्माण एजेंसी ने कई स्थानों पर रूट डायवर्जन कर रखा है। इन स्थानों पर न तो सही तरीके से रूट डायवर्जन किया गया है और ना ही आगे धीरे जाएं आदि संकेतक लगे हुए हैं।

रांची-पटना रोड पर यहां रूट डायवर्जन पर रखें ध्यान

जवाहर घाटी, जामुखांडी, मदनगुंडी टोल प्लाजा, चंदवारा बजरंगबली चौक के पास, चंदवारा पुराना थाना, गुमो सार्वजनिक दुर्गा मंडप, झुमरीतिलैया सुभाष चौक, बाईपास पर अड्डी बंगला चौक, महाराणा प्रताप चौक, जेजे कालेज।

डायवर्जन पर संकेतक व यातायात कर्मी तैनात नहीं

सभी रूट डायवर्जन पर न संकेतक लगाए गए हैं और न ही यातायात कर्मी की तैनाती है। दिशासूचक बोर्ड भी नहीं हैं। कुछ डायवर्जन पर फोर लेन टू लेन में तब्दील हो जाता है। बरही की ओर से आने वाले वाहनों को महाराणा प्रताप चौक व सुभाष चौक पर हाईवे से दाएं मुड़कर झुमरीतिलैया में प्रवेश करना पड़ता है। शहर से मुख्य सड़क पर आने और चंदवारा व कोडरमा से शहर की ओर जाने के लिए न तो सही तरीके से सड़क बनाई गई है और न ही यू-टर्न की व्यवस्था है। यहां गोलंबर नहीं बनाया गया है, संकेतक भी नहीं लगे हैं। शहर की सड़क से वाहन सीधे हाइवे में प्रवेश करते हैं,इससे यह दोनों छोर एक्सीडेंटल जोन बन गया है। आटो चालक व ई-रिक्शा यहां पर अचानक मुड़ जाते हैं, जिससे हादसे का खतरा बना रहता है। अन्य कई स्थानों पर फोर लेन अचानक टू लेन में तब्दील हो जाता है। इससे वाहन चालक सामने अचानक बाजार संकेतक वाहन देखकर परेशान हो जाते हैं।

महतोअहरा पर भारी वाहन भी चलते हैं रांग साइड

हाईवे से महतोआहरा के पास आरागारो होते हुए चौपारण, गझंडी, चंदवारा थाना के पास केटीपीएस फोर लेन की कनेक्टिविटी बेहद खराब है। महतोआहरा में कोडरमा की ओर जाने वाले वाहन गझंडी और चौपारण जाने के लिए गलत लेन में चलते हैं। गझंडी रोड में कई इंडस्ट्री के लिए माल लेकर भारी वाहन कंटेनर, हाईवा, ट्रेलर, टैंकर जाते हैं। ये वाहन विपरीत दिशा में चलकर खतरे की आशंका को बढ़ा देते हैं।

दोपहिया वाहनों के लिए यह जगह बेहद खतरानाक

राष्ट्रीय राजमार्ग रांची पटना रोड पर बांझेडीह फोर लेन नब्बे डिग्री कोण से मिलती है। इस सड़क पर केटीपीएस से हाईवा छाई लेकर लगातार निकलते हैं। ये वाहन अचानक मुख्य मार्ग पर पहुंचते हैं और रोड पार कर झुमरीतिलैया की ओर आते हैं। यहां चालक बेहद लापरवाही से हाईवे पर वाहन चलाते हैं। बाजार संकेतक इन वाहनों से छाई सड़क पर गिरती रहती है। इससे वायु प्रदूषण तो बढ़ता ही है, दोपहिया वाहन चालकों के लिए सड़क पर चलना मुश्किल हो जाता है।

सभी पेट्रोल पंपों पर नागरिक सुविधाएं उपलब्ध नहीं

राष्ट्रीय राजमार्ग रांची पटना रोड व कोडरमा जमुआ पीडब्ल्यूडी रोड सुविधाओं का टोटा है। राष्ट्रीय राजमार्ग पर जिले में 15 पेट्रोल पंप हैं। इन पंपों को छोड़कर कहीं पर भी न पेयजल की व्यवस्था है और न शौचालय बाजार संकेतक की। सभी पेट्रोल पंप पर भी नागरिक सुविधाएं भी उपलब्ध नहीं हैं। जानकारी के अभाव में लोग भी इन पेट्रोल पंप में मौजूद नागरिक सुविधाओं का इस्तेमाल नहीं कर पाते।

निर्माण कंपनियां बरत रही लापरवाही : विशेषज्ञ

पथ निर्माण विभाग से सेवानिवृत सहायक अभियंता प्रियरंजन कहते हैं कि सड़क निर्माण में कई बार निर्माण कंपनियां लापरवाही करती हैं। रांची पटना रोड चौड़ीकरण के दौरान भी यह समस्या देखने को मिल रही है। हाईवे किनारे यात्री सुविधाओं को लेकर एनएचएआइ ने किसी तरह की व्यवस्था नहीं की है। महतोआहरा में रांग साइड वाहन चलना भी बड़ी समस्या है।

इन बातों से तय होगी इस हफ्ते शेयर बाजार की स्थिति, पैसा लगाने से पहले जान लें निवेशक

स्थानीय शेयर बाजारों की दिशा इस हफ्ते वैश्विक रुख और विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (FPI) के प्रवाह से तय होगी. विश्लेषकों ने यह राय जताते हुए कहा कि इस हफ्ते घरेलू मोर्चे पर कोई बड़ा आंकड़ा नहीं आना है.

इन बातों से तय होगी इस हफ्ते शेयर बाजार की स्थिति, पैसा लगाने से पहले जान लें निवेशक

TV9 Bharatvarsh | Edited By: राघव वाधवा

Updated on: Nov 20, 2022 | 1:45 PM

स्थानीय शेयर बाजारों की दिशा इस हफ्ते वैश्विक रुख और विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (FPI) के प्रवाह से तय होगी. विश्लेषकों ने यह राय जताते हुए कहा कि इस हफ्ते घरेलू मोर्चे पर कोई बड़ा बाजार संकेतक आंकड़ा नहीं आना है. उन्होंने कहा कि इसके अलावा मासिक डेरिवेटिव अनुबंधों के निपटान की वजह से भी बाजार में उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकता है. मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज के खुदरा शोध प्रमुख सिद्धार्थ खेमका ने कहा कि इस हफ्ते फेडरल ओपन मार्केट कमेटी (एफओएमसी) की बैठक का ब्योरा जारी होगा, जिससे बाजार को आगे के लिए संकेतक मिलेंगे.

कच्चे तेल के दाम से भी होगा असर

रेलिगेयर ब्रोकिंग लिमिटेड के उपाध्यक्ष शोध अजित मिश्रा ने कहा कि घरेलू मोर्चे पर कोई बड़ा घटनाक्रम नहीं होने की वजह से स्थानीय बाजार की दिशा वैश्विक रुख, कच्चे तेल के दाम और मुद्रा के उतार-चढ़ाव से तय होगी. इसके अलावा नवंबर महीने के डेरिवेटिव अनुबंधों के निपटान की वजह से भी बाजार में उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकता है.

बीते हफ्ते बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 131.56 अंक या 0.21 फीसदी के नुकसान में रहा है. वहीं, निफ्टी में 42.05 अंक या 0.22 फीसदी की गिरावट आई है. वैश्विक बाजारों में भी कुछ कमजोरी का रुख देखने को मिला.

उतार-चढ़ाव रहने की भी संभावना

स्वस्तिका इन्वेस्टमार्ट के वरिष्ठ तकनीकी विश्लेषक प्रवेश गौर ने कहा कि संकेतकों के अभाव में बाजार ने सीमित दायरे में कारोबार किया. डेरिवेटिव अनुबंधों के निपटान के बीच अब बाजार को दिशा के लिए संकेतकों का इंतजार रहेगा. इस बात की काफी संभावना है कि बाजार अभी ऊपर की ओर जाए. हालांकि, व्यापक रूप से बाजार में मुनाफावसूली देखने को मिल रही है.

गौर ने कहा कि वैश्विक मोर्चे की बात की जाए, तो एफओएमसी की बैठक के ब्योरे से कुछ उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकता है. उन्होंने कहा कि इसके साथ ही संस्थागत निवेशकों का प्रवाह महत्वपूर्ण होगा. पिछले कुछ सत्रों से इसमें कमी आई है. जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा कि घरेलू मोर्चे पर किसी बड़े घटनाक्रम के अभाव में बाजार वैश्विक संकेतकों से ही दिशा लेगा. स्टॉक मार्केट में हफ्ते की गिरावट के लिए विदेशी बाजारों के संकेत अहम रहे. विदेशी बाजारों में अनिश्चितता बनी रहने से निवेशकों ने हफ्ते के दौरान सतर्क रुख रखा है.

Market Outlook This Week: ग्लोबल ट्रेंड से तय होगी बाजार की चाल, डेरिवेटिव एक्सपायरी की वजह से रहेगा उतार-चढ़ाव

Market Outlook: एक्सपर्ट्स का कहना है कि इस सप्ताह फेडरल ओपन मार्केट कमेटी (FOMC) की बैठक का ब्योरा जारी बाजार संकेतक होगा, जिससे बाजार को आगे के लिए संकेतक मिलेंगे.

Market Outlook This Week: ग्लोबल ट्रेंड से तय होगी बाजार की चाल, डेरिवेटिव एक्सपायरी की वजह से रहेगा उतार-चढ़ाव

स्थानीय शेयर बाजारों की दिशा इस सप्ताह ग्लोबल ट्रेंड्स और विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (FPI) के प्रवाह से तय होगी.

Market Outlook This Week: स्थानीय शेयर बाजारों की दिशा इस सप्ताह ग्लोबल ट्रेंड्स और विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (FPI) के प्रवाह से तय होगी. विश्लेषकों ने यह राय जताते हुए कहा कि इस सप्ताह घरेलू मोर्चे पर कोई बड़ा आंकड़ा नहीं आना है. उन्होंने कहा कि इसके अलावा मंथली डेरिवेटिव एक्सपायरी की वजह से भी बाजार में उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकता है. मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज के रिटेल रिसर्च हेड सिद्धार्थ खेमका ने कहा कि इस सप्ताह फेडरल ओपन मार्केट कमेटी (FOMC) की बैठक का ब्योरा जारी होगा, जिससे बाजार को आगे के लिए संकेतक मिलेंगे.

क्या है एक्सपर्ट्स की राय

  • रेलिगेयर ब्रोकिंग लि. के उपाध्यक्ष शोध अजित मिश्रा ने कहा कि घरेलू मोर्चे पर कोई बड़ी घटना नहीं होने की वजह से स्थानीय बाजार की दिशा ग्लोबल ट्रेंड, कच्चे तेल के दाम और मुद्रा के उतार-चढ़ाव से तय होगी.
  • इसके अलावा नवंबर माह के डेरिवेटिव एक्सपायरी की वजह से भी बाजार में उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकता है. वैश्विक बाजारों में भी कुछ कमजोरी का रुख देखने को मिला.
  • स्वस्तिका इन्वेस्टमार्ट के वरिष्ठ तकनीकी विश्लेषक प्रवेश गौर ने कहा, ‘‘संकेतकों के अभाव में बाजार ने सीमित दायरे में कारोबार किया. डेरिवेटिव एक्सपायरी के बीच अब बाजार को दिशा के लिए संकेतकों का इंतजार रहेगा. इस बात की काफी संभावना है कि बाजार अभी ऊपर की ओर जाए. हालांकि, व्यापक रूप से बाजार में मुनाफावसूली देखने को मिल रही है.’’

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FOMC की बैठक का दिख सकता है असर

उन्होंने कहा कि वैश्विक मोर्चे की बात की जाए तो एफओएमसी की बैठक के ब्योरे से कुछ उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकता है. साथ ही संस्थागत निवेशकों का प्रवाह महत्वपूर्ण होगा. पिछले कुछ सत्रों से इसमें कमी आई है. जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा कि घरेलू मोर्चे पर किसी बड़े घटनाक्रम के अभाव में बाजार वैश्विक संकेतकों से ही दिशा लेगा. बीते सप्ताह बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 131.56 अंक या 0.21 प्रतिशत के नुकसान में रहा. वहीं निफ्टी में 42.05 अंक या 0.22 प्रतिशत की गिरावट आई.

बाजार संकेतक

Q. Which of the following fiscal indicators are part of rolling targets under Medium-term Fiscal Policy Statement in relation to Gross Domestic Product (GDP) at market prices?

Select the correct answer using the codes given below:

Q. निम्नलिखित में से कौन से राजकोषीय संकेतक बाजार मूल्य पर सकल घरेलू उत्पाद (GDP) के संबंध में मध्यम अवधि की राजकोषीय नीति वक्तव्य के तहत रोलिंग लक्ष्य निर्धारण का हिस्सा हैं? निम्नलिखित कूट का उपयोग करके सही उत्तर चुनिए:

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