बिटकॉइन क्या है

रोमांचक रहा 13 साल का सफर
बिटकॉइन की 13 साल की यात्रा बेहद उतार-चढ़ाव वाला रहा। बिटकॉइन को लेकर कुछ मजबूत कट्टर आलोचक रहे तो कुछ सपोर्टर। कुल मिलकर बिटकॉइन के लिए यहां तक का सफर बेहद रोमांचक रहा। यह करेंसी आज भी यह अपने वजूद के लिए संघर्ष कर रही है। हालांकि, बिटकॉइन के प्रति निवेशकों का भरोसा बढ़ रहा है।
बिटकॉइन बिटकॉइन क्या है क्या है?
बिटकॉइन यह एक विकेन्द्रीकृत आभासी चलन है, जिसे हम बैंक की विपरीत बिना किसी माधास्ति के इंटरनेट से किसी वेबसाइट या ऐप के जरिये सीधा खरीद सकते है, बेच सकते है, और उसक विनिमय कर सकते है। यानि की हमें बिटकॉइन से व्यापर, व्यवहार बिना किसी सरकार के नियत्रण के अंदर कर सकते है।
दोस्तों भले ही आज बिटकॉइन पर किसी देश, सरकार, बैंक का पूर्ण रूप से नियत्रण नहीं है। मगर कोई भी देश, या सरकार बिटकॉइन के व्यवहार, व्यापर और विनमय के लिए नियम लागू करा सकती है।
जिसकी वजह से आज दुनिया में कही देशो ने बिटकॉइन को लीगल या इलीगल करेंसी घोषित की है।
बिटकॉइन किस देश की करेंसी है?
दोस्तों बिटकॉइन और उसे माइनिंग या बनाने की अंतर्निहित तकनीक 2009 में जापान इस देश से सातोशी नाकामोटो इस इंसान या समूह द्वारा बनाई गई थी।
हलाकि सातोशी नाकामोतो यह किस एक व्यक्ति का नाम है या किसी समूह का नाम है यह अभीतक पता नहीं लगा पाया। इसलिए बिटकॉइन क्या है बिटकॉइन को किस अलग अलग हिस्सों या कीमतों में बाटा गया बिटकॉइन क्या है है उसे Bitcoins माइन करने वाले माइनर्स सातोशी इस नाम का इस्तेमाल करते है।
दोस्तों बिटकॉइन को भले ही जापान में बनाया था। मगर फिर भीं हम इसे पूरी तरह से जापानी आभासी बिटकॉइन क्या है चलन नहीं कह सकते। क्यूकी बिटकॉइन पर जापान देश या जापान सरकार का पूर्ण रूप से नियंत्रण नहीं है।
सातोशी नाकामोटो कौन है?
सातोशी नाकामोटो प्रकल्पित ज्ञात नाम वाले व्यक्ति या व्यक्तियों द्वारा इस्तेमाल किया जाने वाला नाम है।
जिन्होंने बिटकॉइन का विकास किया है , जिन्होंने बिटकॉइन का श्वेत पत्र लिखा, और जिन्होंने Bitcoin के मूल संदर्भ तकनीक को बनाया।
कार्यान्वयन के हिस्से के रूप में, नाकामोटो ने पहला अपना ब्लॉकचेन डेटाबेस भी तैयार किया था। नाकामोटो या व्यक्ति या समूह दिसंबर 2010 तक बिटकॉइन के विकास में सक्रिय था। उसके बात सातोशी नाकामोटो इस व्यक्ति या ग्रुप को कोई भी देश या सरकार ढूंढ नहीं पाई।
जानिए क्या है बिटकॉइन की कड़वी हकीकत
नई दिल्ली। वर्चुअल करेंसी बिटकॉइन ने बीते हफ्ते रिकॉर्ड ऊंचाई को छुआ। बुधवार को इसकी कीमतें 10,000 डॉलर के पार चली गई। जिससे निवेशकों को 140 फीसदी तक रिटर्न मिला। लेकिन ठीक अगले ही दिन इसमें 18 फीसदी की जोरदार गिरावट देखने को मिली। आखिर क्या है बिटकॉइन, कैसे होता है इसमें निवेश आइए जानते है बिटकॉइन से जुड़ीं हर चीज जो निवेशकों के लिए जरूरी है।
बिटकॉइन की शुरुआत को लेकर अलग-अलग भ्रांतियां है। कुछ लोगों का मानना है कि चीन के संतोषी नाकामोटी ने इसकी शुरुआत 2008 फाइनेंशियल क्राइसेस के दौरान की। दरअसल उस दौरान वित्तीय हालात गड़बड़ होने से कैश की किल्लत से ऑनलाइन लेन-देन की शुरुआत की गई।
बिटकॉइन एक वर्चुअल करेंसी है। बिटकॉइन क्या है इसका कोई दस्तावेज नहीं होता है, किसी भी वर्चुअल करेंसी को खरीदने के लिए उससे संबधित एप को डाउनलोड करना होता है। एप के जरिए आप इसका भुगतान करके इसे खरीद सकते हैं।
बिटकॉइन (Bitcoin) क्या होता है? इसका प्रयोग कैसे करते है?
सीधे-सीधे बोलू तो, बिटकॉइन एक वर्चुअल करेंसी है। इसे क्रिप्टोकरेंसी भी कहा बिटकॉइन क्या है जाता है, क्योंकि भुगतान के लिए यह क्रिप्टोग्राफी का इस्तेमाल करता है। बिटकॉइन साल 2009 में चलन में आई थी। आज इसका इस्तेमाल ग्लोबल पेमेंट के लिए किया जा रहा है। वर्तमान समय में बिटकॉइन की प्रसिद्धि इतनी बढ़ती जा रही है की टेस्ला जो एक बहुत जानी मानी इलेक्ट्रॉनिक कंपनी है उसने कहा है की वह बहुत जल्द बिटकॉइन को अपने वाहनों के भुगतान के रूप में प्रयोग कर सकती है। देखा जाए तो “बिटकॉइन” अंग्रेजी शब्द “crypto” से बना है, जिसका अर्थ होता है “बिटकॉइन क्या है गुप्त”। बिटकॉइन Cryptography के नियमों के आधार पर चलती है run करती है, और ”Cryptography” शब्द का अर्थ होता है “कोडिंग भाषा को सुलझाने की कला।” Bitcoin को Bitcoin wallet में save करते है।
बिटकॉइन वॉलेट
यह एक सॉफ्टवेयर या बिटकॉइन app होता है, जिसे आप अपने मोबाइल डिवाइस पर डाउनलोड कर सकते हैं। आप क्रिप्टोकरेंसी ट्रांजैक्शन के लिए इस वॉलेट का इस्तेमाल कर सकते हैं।बिटकॉइन वॉलेट एक यूनिक एड्रेस उपलब्ध कराता है और बिटकॉइन खरीदते समय आपको इस एड्रेस की जरूरत पड़ती है ऐसे में आप बिटकॉइन को अपने वॉलेट में मंगाकर रख सकते है।जब आप अपने बिटकॉइन को बेचते है और उससे पैसा कमाते है तो आपको उन पैसे को अपने बैंक में ट्रांसफर करने के लिए भी इसी बिटकॉइन वॉलेट की जरूरत पड़ती है ।
बिटकॉइन का बिटकॉइन क्या है प्रयोग का अलग-अलग ऑनलाइन ट्रांजेक्शन में किया जा रहा है। ये P2P नेटवर्क पर काम करता है। बिटकॉइन का रिकार्ड सार्वजनिक खाते में नहीं होता है और ना इसे ट्रैक किया जा सकता। रिकार्ड सिर्फ दो बार ही देखने को मिलता है एक बार जब किसी ने बिटकॉइन की खरीद किया हो और दूसरी बार जब कोई बेच रहा हो।
इंडिया में बिटकॉइन प्राइस
बिटकॉइन की कोई कीमत निश्चित नही होती इसमें अस्थिरता रहती है क्युकी ये वित्तीय बाजारों पर निर्भर है जो स्वयं अस्थिर है । वर्तमान समय में देखा जाए तो कोरोना वायरस के ओमीक्रोन वेरिएंट के कारण इसमें गिरावट देखने को मिली है। इसकी अस्थिरता के बारे में अनुमान इस बात से भी लगाया जा सकता है की केवल एक ही दिन में बिटकॉइन की कीमत 11,434 डॉलर छूने के बाद 9,009 डॉलर तक गिर गई ।
बिटकॉइन को खरीदने से पहले लोगो को यह जानना चाहिए की इससे उन्हें कितना फायदा या नुकसान हो सकता है । तो बिटकॉइन में निवेश करने से पहले निवेशकों निम्न बातों का ध्यान रखना चाहिए जो इस प्रकार है ——
- इसकी कीमतों में भारी उतार-चढ़ाव आता है।
- कीमतों को लेकर सटीक आकलन नहीं
- बिटकॉइन से कोई चीज नहीं खरीद सकते
- गैर कानूनी कामों में इस्तेमाल होने की आशंका
13 साल का हुआ बिटकॉइन, निवेशकों के 1000 रुपये को बना दिया 76.4 करोड़
Bitcoin Price- दुनिया की सबसे पुरानी और सबसे लोकप्रिय क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन (Bitcoin) किशोर अवस्था में प्रवेश करने वाली पहली क्रिप्टोकरेंसी (cryptocurrency) बन गई है। बिटकॉइन ने 13 साल पुरे कर लिए हैं। हालांकि, बिटकॉइन का श्वेतपत्र सातोशी नाकामोतो द्वारा 28 अक्टूबर, 2008 को जारी किया गया था, लेकिन मिंट डेट 3 जनवरी, 2009 है, इसीलिए लोग 3 जनवरी को बिटकॉइन क्या है ही इसका बर्थडे मानते हैं। Mudrex के सीईओ और सह-संस्थापक एडुल पटेल (Edul Patel) ने कहा कि दुनिया भर में क्रिप्टोकरेंसी और ब्लॉकचेन (blockchain) के उदय के पीछे बिटकॉइन की अहम भूमिका रही है।