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क्रिप्टोकरेंसी के प्रकार

क्रिप्टोकरेंसी के प्रकार
अच्छी स्पीड वाला कंप्यूटर और इंटरनेट कनेक्शन वाला कोई भी व्यक्ति खनिक (Miner) बन सकता है। लेकिन ध्यान देने वाली बात यह होती है कि खनन हमेशा लाभदायक नहीं होता है। Cryptocurrency के माईनिंग में लाभ इस बात पर निर्भर करता है कि आप किस प्रकार के क्रिप्टोकरेंसी का खनन (Mining) कर रहे हैं, आपका कंप्यूटर कितना तेज़ है और आपके क्षेत्र में बिजली की लागत (Cost) क्या है। क्योंकि ऐसी स्थित भी बन सकती है कि आपके द्वारा क्रिप्टोकरेंसी की माईनिंग में कुल खर्च की गई राशि, इस माईनिंग से हुए आमदनी से कम रह जाए क्रिप्टोकरेंसी के प्रकार और यह आपके लिए घाटे का सौदा बन जाए।

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क्रिप्टोकरेंसी क्या है - What is Cryptocurrency

दोस्तों आप भी जानना चाहते होंगे कि आखिर क्रिप्टोकरेंसी क्या है ? क्यों आज यह पूरे विश्व में एक चर्चित विषय बना हुआ है। आज हमलोग क्रिप्टोकरेंसी क्या है, क्रिप्टोकरेंसी कैसे काम करता है, क्रिप्टोकरेंसी के लाभ और हानि क्या है, के बारे में बहुत ही आसान भाषा में और विस्तार से क्रिप्टोकरेंसी के प्रकार चर्चा करेंगे। मुझे पूरी आशा है कि इस आर्टिकल को पढ़ने के बाद आपको क्रिप्टोकरेंसी के बारे में कोई दुविधा नहीं रह जाएगी -

Cryptocurrency दो शब्दों Crypto और Currency के मिलने से बना है। इसमें Crypto शब्द लैटिन भाषा के शब्द Cryptography से लिया गया है जिसका अर्थ होता है “क्रिप्टोकरेंसी के प्रकार छुपा हुआ” और लैटिन भाषा के ही शब्द Currentia से Currency शब्द लिया गया है। इस प्रकार Cryptocurrency का अर्थ हुआ “छुपा/गुप्त पैसा”।

दोस्तों हर देश की अपनी एक करेंसी यानि मुद्रा होती है, जैसे अमेरीका में डॉलर, साउदी अरब में रियाल, जापान में येन, भारत में रूपया इत्यादि। इन सभी करेंसी का एक वैल्यू/मान होता है, जिसके माध्यम से हमलोग उस करेंसी के ही वैल्यु के बराबर की कोई वस्तु या सेवा (Service) खरीद सकते हैं। इन करेंसियों पर उस देश क्रिप्टोकरेंसी के प्रकार की सरकारों का नियंत्रण होता है। जैसे संयुक्त राज्य की मौद्रिक नीति फेडरल रिजर्व सिस्टम द्वारा संचालित की जाती है, जो देश के केंद्रीय बैंक के रूप में कार्य करती है। उसी प्रकार भारत की बात करें तो यहाँ की करेंसी यानि रूपया को भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा जारी किया जाता है एवं भारत सरकार इस मुद्रा पर नियंत्रण रखती है।

जानिए, क्या है क्रिप्टो करेंसी और ये कितनी तरह की होती है?

crypto currency, क्रिप्टोकरेंसी काम कैसे करता है इसे लेकर बात करें तो बिटकॉइन विशेषज्ञ हितेश मालवीय का ये कहना है कि एक तरह के वर्चुअल कॉइन यानी कृत्रिम सिक्के हैं, जो अपनी कीमत बनाने और बढ़ाने के उद्देश्य के साथ डिजाइन किए गए हैं। ऐसे में आपको सुविधा ये मिलती है कि इस तरह पैसों के लेन-देन के लिए आपकों बैंकों के चक्कर लगाने की जरूरत नहीं होती है।

cryptocurrency

नई दिल्ली। क्रिप्टो करेंसी है क्या अगर इस सवाल का जवाब ढूंढा जाए तो इसका सीधा और सरल जवाब ये होगा कि ये एक तरह की करेंसी है। अंग्रेजी शब्द ‘क्रिप्टो’ का मतलब गुप्त होता है। ऐसे में ये एक तरह की डिजिटल करेंसी है जिसे आप छू नहीं सकते। हालांकि यहां आपको बताना जरूरी है कि क्रिप्टोकरेंसी, क्रिप्टोग्राफी के नियमों के आधार पर संचालित और बनाई जाती है।

Cryptocurrency kya hai? यह कितने प्रकार के होते हैं?

Cryptocurrency kya hai? यह कितने प्रकार के होते हैं? : Currency अर्थात मुद्रा का प्रयोग हम या आप क्रय और विक्रय करने के लिए करते हैं ताकि अपनी दैनिक जरूरतों को पूरा कर सकें. मुद्रा के रूप में हमारे पास सिक्के होते हैं या कागज के नोट. विनिमय के माध्यम के रूप में दुनिया के प्रत्येक देशों के पास अपनी – अपनी मुद्रा है. भारत की मुद्रा को हम रुपया या पैसा के नाम से जानते हैं.

रुपया या पैसा जिसे हम देख सकते हैं, छू सकते हैं क्योंकि यह एक भौतिक मुद्रा है जिससे आप भलीभांति परिचित हैं किन्तु क्या आपने कभी cryptocurrency (क्रिप्टोकरेंसी) के बारे में सुना है जो एक डिजिटल या आभासी मुद्रा है और इसका भी इस्तेमाल एक्सचेंज के माध्यम के रूप में किया जाता है.

आमतौर पर जैसा कि हम सभी को ज्ञात है किसी भी देश की currency पर उस देश की सरकार या किसी वित्तीय संस्थान का नियंत्रण होता है किन्तु cryptocurrency पर कोई सरकार या संस्थान का अधिकार नहीं होता है.

Cryptocurrency kya hai?

Cryptocurrency (क्रिप्टोकरेंसी) एक डिजिटल या आभासी मुद्रा है जिसका उपयोग एक्सचेंज के माध्यम के रूप में किया जाता है अर्थात इसके इस्तेमाल से कोई सामान या सर्विस ख़रीदा जा सकता है. क्रिप्टोकरेंसी से सामान या सर्विस के लिए ऑनलाइन एक्सचेंज किया जा सकता है.

इसमें बहुत ही उन्नत तकनीक का उपयोग किया जाता है ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि लेनदेन पूरी तरह सुरक्षित हो. क्रिप्टोकरेंसी decentralized digital money है जो कि ब्लॉकचेन तकनीक पर आधारित है. यह विनिमय का इंटरनेट आधारित माध्यम है जिसमें cryptography का इस्तेमाल transactions को सत्यापित करने के लिए किया जाता है.

Cryptocurrency के बारे में महत्वपूर्ण बातें

  • वस्तुओं और सेवाओं को खरीदने के लिए क्रिप्टोकरेंसी का उपयोग किया जा सकता है
  • क्रिप्टोकरेंसी में निवेश कर सकते हैं
  • यह डिजिटल विनिमय का माध्यम है
  • सामान्यतः मुद्राओं को उस देश की सरकार या संस्था द्वारा संचालित किया जाता है किन्तु क्रिप्टोकरेंसी किसी भी सरकार या संस्थान द्वारा नियंत्रित नहीं है.
  • ऐसा माना जाता है कि पहली क्रिप्टोकरेंसी Bitcoin थी जिसे जापान के Satoshi Nakamoto ने क्रिप्टोकरेंसी के प्रकार बनाया था.

Cryptocurrency कितने प्रकार के होते हैं?

वैसे तो Cryptocurrency कई प्रकार के होते हैं जो कि Peer-to-Peer Electronic System के रूप में कार्य करती है. यहाँ पर कुछ महत्वपूर्ण क्रिप्टोकरेंसी का नाम बताया जा रहा है जो निम्न है –

  • Bitcoin (BTC) – पहली क्रिप्टोकरेंसी
  • Ethereum (ETH)
  • Ripple (XRP)
  • Monero (XMR)
  • Litecoin (LTC)
  • Binance Coin (BNB)
  • Tether (USDT)

क्या भारत में क्रिप्टोकरेंसी मान्य है?

क्या भारत में क्रिप्टोकरेंसी मान्य है? यह एक महत्वपूर्ण सवाल है जो बहुत सारे लोगों के मन में उठता है. यदि आप भारत देश के निवासी हैं तो इस देश में Cryptocurrency को क़ानूनी मान्यता प्राप्त नहीं है. सिर्फ भारत ही नहीं दुनिया में और भी ऐसे कई देश हैं जहाँ इसप्रकार की currencies को मान्यता प्राप्त नहीं है.

प्राप्त आंकड़ों के अनुसार Bitcoin में निवेश करनेवालों की अच्छी – खासी जनसँख्या भारत देश में भी हैं और आपको बता दें कि इस देश में किसी central authority द्वारा बिटकॉइन को न तो क्रिप्टोकरेंसी के प्रकार विनियमित किया जाता है और ना ही अधिकृत किया गया है इसलिए कहा जा सकता है कि यह स्वयं के जोखिम के साथ आता है.

हालाँकि बिटकॉइन पर भारत में किसी प्रकार का कोई प्रतिबन्ध नहीं है फिर भी इससे सम्बंधित यदि किसी प्रकार का कोई विवाद उत्पन्न हो जाए तो उसे हल करने के लिए कोई स्पष्ट दिशानिर्देश भी नहीं है. आनेवाले समय में हो सकता है इस देश में भी क्रिप्टोकरेंसी को लेकर कोई सकारात्मक पहल देखने को मिले या हो सकता है न भी मिले. अभी तो इसकी अवधारणा भारतीय बाजार के लिए बिल्कुल नयी है और इसके लिए इस देश में अलग से कोई नियम या कानून नहीं है.

भारत का पहला क्रिप्टोकरेंसी इंडेक्स हुआ लॉन्च: जानें, IC15 क्रिप्टो इंडेक्स कैसे काम करता है और आपको कैसे मदद करेगा

क्रिप्टोकरेंसी एक प्रकार की डिजिटल कैश प्रणाली है। यह एक निजी कंप्यूटर चेन से जुड़ी हुई होती है और कंप्यूटर एल्गोरिदम पर बनी है। क्रिप्टोकरेंसी पर किसी भी देश या सरकार का कोई क्रिप्टोकरेंसी के प्रकार नियंत्रण नहीं होता है। कई देश इसे लीगल कर चुके हैं।

क्रिप्टोकरेंसी इंडेक्स

भारत का पहला क्रिप्टोकरेंसी इंडेक्स IC15 हुआ लॉन्च

दुनिया भर में तेजी से बढ़ते क्रिप्टोकरेंसी के व्यापार को देखते हुए हाल ही में क्रिप्टो सुपर ऐप क्रिप्टोवायर (CryptoWire) ने देश का पहला क्रिप्टोकरेंसी सूचकांक (Cryptocurrency Index) आईसी15 लॉन्च किया है। हालाँकि, क्रिप्टोकरेेंसी को रेग्युलेट करने के लिए केंद्र सरकार ‘क्रिप्‍टोकरेंसी एंड रेग्‍युलेशन ऑफ ऑफ‍िशियल डि‍जिटल करेंसी बिल 2021′ नाम के विधेयक को संसद के बजट सत्र में पेश करने की तैयारी में है। क्रिप्टोकरेंसी के प्रकार मीडिया रिपोर्ट में कहा गया है कि यह बिल ‘कुछ अपवादों’ के साथ सभी प्राइवेट क्रिप्टोकरेंसी पर बैन लगाने की बात करता है।

कैसे काम करेगा क्रिप्टो इंडेक्स IC15?

सूचकांक आईसी15 में बिटकॉइन, एथेरियम, एक्सआरपी, लाइटकॉइन, बिनांस कॉइन, सोलाना, टेरा और चेनलिंक जैसी क्रिप्टोकरेंसी शामिल हैं। क्रिप्टोवायर ने एक इंडेक्स गवर्नेंस कमेटी (Index Governance Committee) का गठन किया है, जिसमें डोमेन एक्सपर्ट, कारोबारी और शिक्षाविद शामिल हैं। ये मार्केट कैपिटलाइजेशन (Market Capitalization) के मामले में टॉप 400 क्वाइंन्स में से क्रिप्टोकरेंसी का चयन करेंगे।

समीक्षा अवधि के दौरान एक क्रिप्टोकरेंसी का कारोबार कम-से-कम 90 प्रतिशत होना चाहिए और ट्रेडिंग वैल्यू के मामले में 100 शीर्ष करेंसी में होनी चाहिए। सर्कुलेटिंग मार्केट कैपिटलाइज़ेशन के मामले में योग्य क्रिप्टोकरेंसी शीर्ष 50 में भी होनी चाहिए। समिति शीर्ष 15 क्रिप्टोकरेंसी का चयन करेगी। सूचकांक का आधार मूल्य 10,000 तय किया गया है और आधार तिथि एक अप्रैल 2018 है।

क्या है क्रिप्टोकरेंसी

बता दें कि क्रिप्टोकरेंसी एक प्रकार की डिजिटल कैश प्रणाली है। यह एक निजी कंप्यूटर चेन से जुड़ी हुई होती है और कंप्यूटर एल्गोरिदम पर बनी है। क्रिप्टोकरेंसी पर किसी भी देश या सरकार का कोई नियंत्रण नहीं होता है। कई देश इसे लीगल कर चुके हैं। क्रिप्टोकरेंसी को आज सबसे आसान और लोकप्रिय तरीका क्रिप्टो एक्सचेंज कहते हैं, इसके जरिए इसे खरीदना आसान हो गया है।

दुनिया भर में सैकड़ों क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज काम कर रहे हैं। भारत में काम कर रहे वजीरएक्स, जेबपे, क्वाइनस्विच कुबेर, क्वाइन डीसीएक्स गो समेत कई एक्सचेंज संचालित है, जहाँ से बिटक्वाइन, इथेरियम, टेथर और डॉजक्वाइन समेत दुनिया भर की डिजिटल मुद्राएँ खरीदी जा सकती हैं।

पाकिस्तान में केंद्रीय बैंक समिति ने क्रिप्टोकरेंसी पर बैन लगाने की सिफारिश की

क्रिप्टोकरेंसी की प्रतीकात्मक तस्वीर | विकीमीडिया कॉमन्स

इस्लामाबाद: पाकिस्तान के केंद्रीय बैंक की समिति ने देश में क्रिप्टोकरेंसी और अन्य संबंधित गतिविधियों पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगाने की सिफारिश की है.

एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार पाकिस्तान की अदालत के दस करोड़ डॉलर की डिजिटल मुद्रा धोखाधड़ी को लेकर जांच के आदेश के बाद समिति ने यह सिफारिश की है.

सिंध हाई कोर्ट (एसएचसी) ने इस धोखाधड़ी मामले के सार्वजानिक होने के बाद स्टेट बैंक ऑफ पाकिस्तान (एसबीपी) को जांच के लिए बैंक के डिप्टी गवर्नर के अधीन एक समिति गठित करने का निर्देश दिया है.

समिति में वित्त मंत्रालय, सूचना-प्रौद्योगिकी, दूरसंचार प्राधिकरण और सुरक्षा और विनिमय आयोग के सदस्य शामिल हैं.

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