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अनुगामी रोक

अनुगामी रोक
प्रश्न 1. रक्षा विनिर्माण क्षेत्र में जमीन पर ठोस बदलाव के बिना केवल सकारात्मक स्वदेशीकरण सूचियों को जारी करने से वांछित प्रभाव देखने को नहीं मिलेगा। (250 शब्द; 15 अंक) (जीएस III-रक्षा)

अनुगामी रोक

अटल चुनौती अखिल विश्व को अनुगामी रोक भला-बुरा चाहे जो माने।
डटे हुए हैं राष्ट्रधर्म पर, अनुगामी रोक विपदाओं में सीना ताने ।

लाख-लाख पीढ़ियाँ लगीं, तब हमने अनुगामी रोक यह संस्कृति उपजाई।
कोटि-कोटि सिर चढ़े तभी इसकी रक्षा सम्भव हो पाई॥
हैं असंख्य तैयार स्वयं मिट इसका जीवन अमर बनाने।
डटे हुए हैं राष्ट्रधर्म पर, विपदाओं में सीना ताने ।

देवों की है स्फूर्ति हृदय में, आदरयुत पुरखों का चिन्तन।
परम्परा अनुपम वीरों की, चरम साधकों के चिर साधन॥
पीड़ित शोषित दुखित बान्धवों के, हमको हैं कष्ट मिटाने।
डटे हुए हैं राष्ट्रधर्म पर, विपदाओं में सीना ताने।

हमी विधाता नयी सृष्टि के, सीधी अनुगामी रोक सच्ची स्पष्ट कहानी।
प्रेम कवच है, त्याग अस्त्र है, लगन धार आहुति है वाणी॥
सभी सुखी हों, यही स्वप्न है, मरकर भी यह सत्य बनाने
डटे हुए हैं राष्ट्रधर्म पर, विपदाओं में सीना ताने ॥

UPSC परीक्षा कम्प्रेहैन्सिव न्यूज़ एनालिसिस - 20 October, 2022 UPSC CNA in Hindi

प्रश्न 2. वित्तीय कार्रवाई कार्य बल (FATF) एक अंतर-सरकारी निकाय है जो अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय अपराधों को रोकने के लिए अंतर्राष्ट्रीय मानक निर्धारित करता है। इस संदर्भ में, निम्नलिखित कथनों में से कौन से सत्य हैं? (स्तर-कठिन)

  1. भारत FATF का संस्थापक सदस्य है।
  2. FATF की ग्रे लिस्ट में शामिल किसी देश ‘X’ पर सख्त आर्थिक प्रतिबंध लगाए जाएंगे।
  3. वर्तमान में FATF द्वारा 2 देशों को अनुगामी रोक ब्लैकलिस्ट किया गया है।

निम्नलिखित कूट का प्रयोग कर सही उत्तर चुनिए :

उत्तर: b

व्याख्या:

  • कथन 01 गलत है, वित्तीय कार्रवाई कार्य बल (Financial Action Task Force) की स्थापना जुलाई 1989 में पेरिस में जी -7 शिखर सम्मेलन द्वारा मनी लॉन्ड्रिंग (धन शोधन) संबंधित समस्या से निपटने के उपायों की खोज, जांच और विकास के लिए की गयी थी। भारत 2010 से FATF का सदस्य है।
  • कथन 02 गलत है: FATF की ग्रे लिस्ट में शामिल देशों को आधिकारिक तौर पर बढ़ी हुई निगरानी के तहत संदर्भित किया जाता है।
  • इस सूची में शामिल देशों को IMF और विश्व बैंक जैसे संस्थानों से आर्थिक प्रतिबंधों का सामना करना पड़ सकता है जिसके परिणामस्वरूप इनके व्यापार पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है।
  • कथन 03 सही है: असहयोगी देशों या क्षेत्रों (NCCT) के रूप में जाने जाने वाले देशों को काली सूची/ब्लैकलिस्ट में डाल दिया जाता है। वर्तमान में दो “ब्लैक लिस्टेड” देश हैं: ईरान और उत्तर कोरिया।

बिखरे अनुगामी रोक मोती : बहुवित से भी श्रेष्ठ है, चित्तपावन व्यवहार

व्याख्या:- अधिकांशत:इस संसार में ऐसे लोग बहुत मिल जाएंगे जो बहुत कुछ जानते हैं, और उसे अपनी वाणी से अभिव्यक्त भी करते हैं तथा स्वयं को श्रेष्ठ होने का मिथ्या दम्भ पाले रखते हैं किन्तु वास्तव में वही व्यक्ति श्रेष्ठ है,जो अपने चित्त का स्वामी है, जिसका चित्त अनुगामी रोक स्थिर है, दृढ़ संकल्प – शक्ति का धनी है, जो ठान लेता है, उसे करके दिखाता है। भाव यह है कि, जिसके मन – वचन और कर्म में एकरूपता है, आदर्श को आचरण में अर्थात् व्यवहार में जीता है। उसे आत्मसात करता है। ऐसा व्यक्ति चाहे बहुवित (बहुत अधिक जानने वाला) न हो बेशक अल्पवित (कम जानने वाला) हो लोग उसका विश्वास करते हैं और जो बहुवित हैं किन्तु व्यवहार में शून्य है उसे लोग ‘बकवादी’ कहते हैं -‘थोता चना, बाजे घना’ कहते हैं। इससे सिद्ध होता है कि प्रभाव शब्द का नहीं आचरण का पड़ता है। ऐसे व्यक्ति की बात को लोग सांस रोक कर बड़े ध्यान से सुनते हैं और उसके अनुयायी बनकर पीछे-पीछे चलते हैं। उसके शब्दों पर विश्वास करते है। याद रखो! यह संसार उसी का है जिसका विश्वास होता है। इसलिए कहा गया है – विश्वास पर अनुगामी रोक दुनिया कायम है। सारांश यह है कि, आचारहीन ज्ञानी से आचारवान कम ज्ञानी व्यक्ति अधिक श्रेष्ठ है।

अनुगामी रोक

(द्वितीय सर्ग) भाग 3

कर्ण मुग्ध हो भक्ति-भाव में मग्न हुआ-सा जाता है ,
कभी जटा पर हाथ फेरता , पीठ कभी सहलाता है ,
चढें नहीं चीटियाँ बदन पर , पड़े नहीं तृण-पात कहीं ,
कर्ण सजग है , उचट जाय गुरुवर की कच्ची नींद नहीं।

‘ वृद्ध देह , तप से कृश काया , उस पर आयुध-सञ्चालन ,
हाथ , पड़ा श्रम-भार देव पर असमय यह मेरे कारण।
किन्तु , अनुगामी रोक वृद्ध होने पर भी अंगों में है क्षमता कितनी ,
और रात-दिन मुझ पर दिखलाने रहते ममता अनुगामी रोक कितनी।

‘ कहते हैं , ‘ ओ वत्स! पुष्टिकर भोग न तू यदि खायेगा ,
मेरे शिक्षण की कठोरता को कैसे सह पायेगा ?
अनुगामी यदि बना अनुगामी रोक कहीं तू खान-पान में भी मेरा ,
सूख जायगा लहू , बचेगा हड्डी-भर ढाँचा तेरा।

अनुगामी रोक

ई-काव्य: हिंदी कविता और शायरी

तेरी कोशिश, चुप हो जाना,
मेरी ज़िद है, शंख बजाना .

ये जो सोये, उनकी नीदें
सीमा से भी ज्यादा गहरी
अब तक जाग नहीं पाये वे
सर तक है आ गई दुपहरी;
कब से उन्हें, पुकार रहा हूँ
तुम भी कुछ, आवाज़ मिलाना.

तट की घेराबंदी करके
बैठे हैं सारे के सारे,
कोई मछली छूट न जाये
इसी दाँव में हैं मछुआरे.
मैं उनको ललकार रहा हूँ,
तुम जल्दी से जाल हटाना.

ये जो गलत दिशा अनुगामी
दौड़ रहे हैं, अंधी दौड़ें,
अच्छा हो कि हिम्मत करके
हम इनकी हठधर्मी तोड़ें.
मैं आगे से रोक रहा हूँ -
तुम पीछे से हाँक लगाना .

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