जब आप शेयर खरीदते हैं तो क्या होता है?

प्रिय अर्बन नक्सली रवीशकुमार फेक न्यूज के बेताज बादशाह रवीश कुमार जी विदेशी आकाओं की गोद में बैठकर गोदी मीडिया बनने वाला विदेशी के इशारे पर घाघरा अब यू ट्यूब पर फेक न्यूज के साथ उठाए बमपंथी दलित नेताओं जब आप शेयर खरीदते हैं तो क्या होता है? को पोस्को एक्ट में अपने भाई का बचावकर्ता रविशकुमार को अंतहीन अंत की शुभकामनाएं — रमाकांत शुक्ला (@RKTShukla02) December 1, 2022
शेयर कैसे खरीदें ?
सबसे पहले आपको यह जानना होगा कि शेयर खरीदते समय आपको किन किन बातों को ध्यान में रखना है। यहाँ हमनें कुछ टिप्स बताए हैं, जो एक निवेशक के लिए निवेश करने से पहले दिमाग में रखना जरूरी है।
अपने फाइनेंशियल उद्देश्यों को ध्यान में रखें।
मौलिक और तकनीकी विश्लेषण करें।
सही कीमत पर शेयर खरीदें।
समय-समय पर निवेश करें सेबी के नियमों का पालन करें चलिए
अब इन सब पर एक-एक करके चर्चा करते हैं।
अपने फाइनेंशियल उद्देश्यों को ध्यान में रखें – Keep your financial objectives in mind
शेयर खरीदने के नियम में सबसे पहला नियम या टिप्स यह है कि शेयर खरीदने से पहले हमें अपने उद्देश्यों को ध्यान में रखना चाहिए। इसका मतलब है कि सबसे पहले यह सुनिश्चित करें कि आपको लॉन्ग-टर्म निवेश करना है या शॉर्ट टर्म इन्वेस्टमेंट करना है।
शॉर्ट टर्म ट्रेडर इंट्राडे ट्रेडिंग या स्विंग ट्रेडिंग को चुनते हैं। वहीं लॉन्ग-टर्म के लिए निवेशक डिलीवरी ट्रेडिंग या पोज़िशनल ट्रेडिंग का विकल्प चुन सकते हैं।
यदि आप शॉर्ट-टर्म यानी कम अवधि में के जरिये रिटर्न प्राप्त करना चाहते है, तो आप निवेश के अन्य साधनों पर विचार कर सकते हैं। हालांकि, अगर आपके पास लॉन्ग टर्म इन्वेस्टमेंट का प्लान है, तो इक्विटी में निवेश करने से आपको बेहतरीन रिटर्न मिल सकता है।
सही कीमत पर शेयर खरीदें – buy shares at the right price
उस कीमत पर स्टॉक खरीदना बहुत महत्वपूर्ण है जो जब आप शेयर खरीदते हैं तो क्या होता है? आप देने में सक्षम हो। हो सकता है कि आप ऐसे शेयर को ढूंढ रहे हो जो बहुत लोकप्रिय है और जिसे दूसरे लोग खरीद रहे हैं।
लेकिन इसके लिए आपको यह भी देखना होगा कि अपने बजट के अनुसार शेयर खरीदे और जो आपको बेहतर रिटर्न दे सके। जो शेयर आपके बजट में फिट नहीं बैठता, आप उसे छोड़ दें।
सही समय की प्रतीक्षा करें और उस स्टॉक को चुनें, जो आपके बजट में फिट हो और आपको लाभ भी दे। इसके अलावा, जब आपको लगे कि आप अपना स्टॉक बेचना चाहते हैं और आपको अच्छा रिटर्न मिल रहा है
तब आपको शेयर बेच देने चाहिए। शेयर की कीमत को जब आप शेयर खरीदते हैं तो क्या होता है? कुछ और बढ़ाने के लिए इंतजार करना फायदेमंद हो सकता है।
लेकिन ध्यान रहे कि अगर इसका प्राइस नीचे जाता है तो आपको नुकसान भी हो सकता है। इसलिए, शेयर हमेशा सही समय पर खरीदें और सही समय आने पर बेच दें।
सेबी जब आप शेयर खरीदते हैं तो क्या होता है? के नियमों का पालन करे – Follow SEBI rules
शेयर मार्केट की रेगुलेटरी बॉडी ने 1 सितंबर 2020 से शेयर खरीदने और बेचने के नियमों में भारी बदलाव किए हैं। एक तरफ जहां इन नियमों के कारण निवेशकों की सुरक्षा बढ़ी हैं, वहीं दूसरी ओर शेयर खरीदना मुश्किल हो गया है।
जैसा कि आपको पता है कि “कार्वी ऑनलाइन” ने निवेशकों के पैसों के साथ घोटाला किया था। उसके बाद सेबी ने नियम बनाने के लिए कड़े कदम उठाए। ऐसे में अगर आप जब आप शेयर खरीदते हैं तो क्या होता है? शेयर खरीदना चाहते हैं तो आपको शेयर खरीदने के नियम पता होने चाहिए।
आपको पता है कि निवेशक अपने ब्रोकर से पॉवर ऑफ अटॉर्नी लेते थे। यहाँ ब्रोकर उनके शेयर के साथ मनमानी करते थे और निवेशकों की बिना सहमति के शेयर्स का इस्तेमाल करते थे।
लेकिन अब सेबी के नए में शेयर आपके डीमैट खाते में ही रहेंगे और वहीं पर क्लियरिंग हाउस प्लेज मार्क कर देगा। इस तरह ब्रोकर के अकाउंट में आपके शेयर नहीं जाएंगे।
पर्सनल फाइनेंस: शेयर बाजार में 10 रुपए से 1000 रुपए कैसे बनता है, इसे जानने के लिए आपको इस तरह का धैर्य रखना होगा
(अजीत सिंह) देश और दुनिया के दिग्गज शेयर बाजार निवेशक अगर आज निवेश के बादशाह हैं और भारी भरकम लाभ कमाते हैं तो इसके पीछे का सबसे प्रमुख कारण धैर्य है। धैर्य लंबी अवधि तक शेयरों को रखने का है। वारेन बफेट से लेकर राकेश झुनझुनवाला के पोर्टफोलियो में यही बातें खास मायने रखती हैं। आप भी अगर 10 रुपए का 1000 रुपए बनाना चाहते हैं तो आपको इन्हीं तरीकों को अपनाना होगा।
अनुशासन का पालन बहुत जरूरी है
Ravish Kumar: NDTV से इस्तीफा देने के बाद रवीश कुमार का पहला Tweet, जब आप शेयर खरीदते हैं तो क्या होता है? जानिए ऐसा क्या लिखा कि यूजर्स कर आ रहे कमेंट्स
Ravish Kumar: सोशल मीडिया पर रवीश कुमार को लेकर काफी चर्चा होने लगी। सोशल मीडिया पर उन्हें लेकर जमकर मीम्स बनाए जाने लगे। वहीं, शाम तक ये भी खबर आई कि एनडीटीवी के प्राइम टाइम एंकर रवीश कुमार ने इस्तीफा दे दिया है। 27 सालों बाद रवीश कुमार और NDTV का नाता टूटना लोगों के लिए खूब चर्चा में बना हुआ है।
December 1, 2022
नई दिल्ली। NDTV इंडिया के वरिष्ठ कार्यकारी संपादक रवीश कुमार अपनी पत्रकारिता के नए रूप को लेकर लोगों के बीच जाने जाते हैं। रवीश कुमार जाने माने पत्रकार तो हैं ही साथ ही रेमन मैग्सेसे पुरुस्कार जब आप शेयर खरीदते हैं तो क्या होता है? से सम्मानित भी हैं। NDTV में खबरें को अपने अलग में पेश करके वो कई लोगों के चहीते हैं तो कईयों के निशाने पर भी रहते हैं। बीते दिनों जब खबर आई कि अडानी समूह NDTV के 29.18 फीसद शेयर खरीदने जा रही है। तो सोशल मीडिया पर रवीश कुमार को लेकर काफी चर्चा होने लगी। सोशल मीडिया पर उन्हें लेकर जमकर मीम्स बनाए जाने लगे। वहीं, शाम तक ये भी खबर आई कि एनडीटीवी के प्राइम टाइम एंकर रवीश कुमार ने इस्तीफा दे दिया है। 27 सालों बाद रवीश कुमार और NDTV का नाता टूटना लोगों के लिए चर्चा का विषय बना हुआ है।
कैसे लाया गया ओपन ऑफर?
अगस्त में जानकारी सामने आई थी कि गौतम अडाणी के अडाणी समूह ने NDTV में 29.18 प्रतिशत हिस्सेदारी खरीदी है। तब समूह ने कहा था कि वह 26 प्रतिशत और हिस्सेदारी खरीदने के लिए ओपन ऑफर लाएगा। 22 नवंबर को समूह ने ओपन ऑफर की शुरुआत कर दी, जो 5 दिसंबर तक जारी रहेगा। हालांकि, जब अगस्त में हिस्सेदारी खरीदने की बात आई थी, तब NDTV ने कहा था कि संस्थापकों की सहमति के बिना यह सौदा हुआ है।
अधिग्रहणकर्ता कंपनी के शेयरहोल्डर को एक निश्चित राशि पर अपने शेयर बेचने के जब आप शेयर खरीदते हैं तो क्या होता है? लिए ओपन ऑफर देता है। ऐसा तब किया जाता है कि जब वह कंपनी की पब्लिक शेयरहोल्डिंग में 25 प्रतिशत से अधिक का हिस्सेदार होता है। अडाणी समूह के पास कंपनी की 29.18 प्रतिशत हिस्सेदारी है और इससे कंपनी का नियंत्रण भी उसके पास जा सकता है। ऐसे में समूह को ओपन ऑफर लाना पड़ा ताकि कंपनी छोड़ने के इच्छुक छोटे शेयरहोल्डर अपना हिस्सा बेचकर निकल सकें।
सोमवार को ट्रांसफर हुए शेयर
इससे पहले सोमवार को समाचार एजेंसी रॉयटर्स ने खबर दी थी कि NDTV संस्थापकों की कंपनी ने अपने शेयर अडाणी समूह की एक कंपनी को जारी कर दिए हैं। इससे अडाणी समूह NDTV पर नियंत्रण के एक कदम और नजदीक आ गया है। हालांकि, कंपनी के संस्थापक रॉय अडाणी को रोकने के लिए काउंटर ऑफर ला सकते थे, लेकिन उसके लिए बड़ी मात्रा में जब आप शेयर खरीदते हैं तो क्या होता है? धन की जरूरत थी।
2009 और 2010 में विश्वप्रधान कमर्शियल प्राइवेट लिमिटेड (VCPL) ने राधिका रॉय और प्रणय रॉय की कंपनी RRPR होल्डिंग प्राइवेट लिमिटेड को 403.8 जब आप शेयर खरीदते हैं तो क्या होता है? करोड़ रुपये का ब्याज मुक्त कर्ज दिया था। इसके बदले RRPR ने VCPL को वारंट जारी किए थे। VPCL के पास इन वारंट को RRPR में 99.9 प्रतिशत हिस्सेदारी में बदलने का विकल्प था। RRPR को कर्ज देने के लिए VPCL ने मुकेश अंबानी की रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड की कंपनी रिलायंस स्ट्रैटेजिक वेंचर से फंड लिया था।
फिर हुई अडाणी की एंट्री
यहां तक अडाणी समूह कहीं भी इस डील में शामिल नहीं था, लेकिन 23 अगस्त को समूह ने ऐलान किया कि AMG मीडिया नेटवर्क्स लिमिटेड ने VCPL को 113.7 करोड़ रुपये में खरीद लिया है। AMG मीडिया अडाणी एंटरप्राइजेज लिमिटेड की कंपनी है।
यह अधिग्रहण होने तक NDTV ने VCPL का कर्ज चुकाया नहीं था। इसके बाद VCPL ने NDTV को यह कहते हुए नोटिस जारी कर दिया कि वह कर्ज के बदले जारी वारंट को RRPR में 99.5 प्रतिशत हिस्सेदारी में बदल रही है। RRPR के पास NDTV के 29.18 प्रतिशत शेयर थे। ऐसे में RRPR की NDTV में हिस्सेदारी VCPL के जरिये अडाणी समूह की AMG मीडिया के पास चली गई है।