मोमेंटम को समझना

Resources पर बोझ बनती आबादी, जाने क्यों कम हुई Fertility Rate ?
ज्यादा आबादी, बढ़ेगी बर्बादी बढ़ती आबादी, छोटी पड़ेगी पृथ्वी ? धरती पर इंसानों का बोझ नेशनल फैमिली हेल्थ सर्वे बढ़ती आबादी कड़वा सच जनसंख्या की रफ्तार..कौन जिम्मेदार? बढ़ती आबादी, छोटी पड़ेगी पृथ्वी? #Resources #FertilityRate #ETNowSwadesh
मोमेंटम झारखण्ड के उड़ते हाथी की हालत खराब, विद्युत आपूर्ति चरमराने से व्यवसायी गुस्से में
झारखण्ड स्मॉल इण्डस्ट्रीज एसोसिएशन से जुड़े व्यवसायी गुस्से में हैं। गुस्से का कारण पूरे राज्य में विद्युत व्यवस्था का चरमरा जाना है, व्यवसायियों का कहना है कि राज्य सरकार असक्षम जेबीवीएनएल से मुक्ति दिलाएं तथा कुशल विद्युत वितरण व्यवस्था को बहाल करें। झारखण्ड स्मॉल इण्डस्ट्रीज एसोसिएशन का ये सांकेतिक प्रदर्शन स्पष्ट रुप से बता देता है कि रघुवर सरकार द्वारा पिछले वर्ष चलाये गये मोमेंटम झारखण्ड का क्या हाल है? और उसका उड़ता हाथी कैसे विद्युत आपूर्ति ठप हो जाने के कारण धड़ाम से नीचे गिर पड़ा हैं।
आश्चर्य इस बात की भी है कि इनका ये प्रदर्शन उस स्थान से प्रारम्भ हुआ है, जहां उड़ता हाथी, इसके ब्रांड एंबेस्डर के रुप में प्रयुक्त हुए महेन्द्र सिंह धौनी तथा सीएम रघुवर दास का बड़ा सा होर्डिंग भी मौजूद है, जो दिखाने के लिए काफी है कि राज्य का उद्योग जगत किस बदतर स्थिति में है तथा राज्य सरकार की उद्योग नीति कैसे दम तोड़ने को मजबूर है।
इन व्यवसायियों ने मोराबादी मैदान पहुंचकर गांधी की प्रतिमा के पास बैठक कर एक मीटिंग भी की तथा राज्य सरकार के क्रियाकलापों की कड़ी आलोचना की। इनका कहना था कि राज्य सरकार उनकी मूल समस्याओं पर ध्यान ही नहीं दे रही, नतीजतन उनके उद्योगों पर इसका सीधा असर पड़ रहा है। आश्चर्य इस बात की है कि अपनी ब्रांडिंग के लिए करोड़ों रुपये खर्च करनेवाली सरकार के हाथों से विद्युत विभाग ही निकलता जा रहा हैं, हम आपको बता दे कि ऊर्जा विभाग स्वयं मोमेंटम को समझना मुख्यमंत्री के पास हैं, तब राज्य का ये हाल है, यहां के उद्योग जगत का ये हाल है, अगर दूसरा कोई रहता तो क्या होता? इसे समझने की आवश्यकता है।
व्यवसायियों का कहना था कि राज्य में जितने भी नेता है, चाहे वह सांसद हो या विधायक, मंत्री हो या मेयर, पर किसी को भी उद्योग धंधे पर ध्यान नहीं हैं, न उन्हें छोटे-छोटे व्यवसायियों की समस्या पर ध्यान हैं, लेकिन मोमेंटम झारखण्ड के नाम पर करोड़ो लूटने व लूटवाने में गहरी दिलचस्पी दीख जाती है। इस राज्य का दुर्भाग्य है कि यहां नीतियां तो बहुत बन जाती है, होर्डिंग्स और उसमें नारे तो मोमेंटम को समझना खुब लिख दिये जाते है, पर उसका क्रियान्वयन कैसे हो, इस पर ध्यान किसी का नहीं रहता, नतीजा सामने हैं, पूरे राज्य में विद्युत व्यवस्था चरमरा गई है, उद्योग धंधे ठप है, पर सरकार और सरकार के अधिकारी विभिन्न होर्डिंग्सों के माध्यम से अपने चेहरे चमकाने में व्यस्त हैं।
rsi indicator in hindi – RSI से पता करे स्टॉक उपर जायेगा या निचे।
rsi indicator in hindi / rsi indicator kya hota hai
नमस्ते दोस्तों। आज हम समझने वाले मोमेंटम को समझना है की rsi indicator in hindi में क्या होता है। और इसका ट्रेडिंग में का महत्त्व है। क्या हम rsi इंडिकेटर का इस्तेमाल करके ट्रेडिंग में अच्छे खासे पैसे कमा सकते है। और आखिर rsi इंडिकेटर का इस्तेमाल करते कैसे है। इन सब के बारे में हम आज विस्तार में जानने वाले है।
rsi indicator एक leading indicator है। जो की स्टॉक के ट्रेंड चेंज होने के पहले ही सिग्नल दे देता है। की स्टॉक ऊपर जानेवाला है या फिर निचे। इसीलिए इसे लीडिंग इंडिकेटर भी बोलते है। अगर आपको leading indicators के बारे में नहीं पता तो आप हमारी पिछली पोस्ट पढ़ सकते है। उसमे हमने leading indicators के बारे में विस्तार में बताया है।
rsi indicator in hindi / rsi indicator kya hota hai
rsi indicator in hindi
rsi का full फॉर्म होता है relative strength index .यानि की ये इंडिकेटर स्टॉक की strength यानि की ताकद बताता है। की स्टॉक ऊपर जा सकता है की निचे। अगर interday trading में सबसे ज्यादा इस्तेमाल किया जाने वाला इंडिकेटर हे तो वो rsi indicator है।
rsi indicator स्टॉक्स के चार्ट में होने वाले मोमेंटम का ट्रेंड को दर्शाता है। और इसे oscillator भी कहा जाता है। क्युकी ये इंडिकेटर ० ते १०० के बिच में घूमता रहता है। और स्टॉक overbought हे या फिर oversold है। ये दर्शाने का काम rsi indicator करता है।
स्टॉक में उसके टाइम फ्रेम के हिसाब से मार्केट में strength हे या weakness है। ये rsi indicator दर्शाता है। उसेही rsi indicator कहा जाता है ,अभी हमने जाना की rsi indicator क्या होता है (rsi indicator in hindi).अभी हम जानेंगे की rsi indicator काम कैसे करता है।
rsi indicator कैसे काम करता है
rsi indicator ० ते १०० के बिच में ट्रेंड दिखने के कारन ये कभी ० के निचे और १०० के ऊपर नही जाता। इसके में तीन स्तर होते है। जैसे की ३०,५०,और ७० ये इसके महत्वपूर्ण स्तर है। इनका मतलब होता है की। अगर rsi अगर ५० से १०० के बिच है मतलब स्टॉक का मोमेंटम अभी पॉजिटिव यानि की बुलिश है। और अगर rsi का स्तर ० से लेकर ५० के बिच होता है तो इसका मतलब स्टॉक का मोमेंटम नेगेटिव यानि की बेयरिश है।
rsi indicaor १४ दिनों का average निकाल के आपको स्टॉक की strength बताता है। हलाकि हम उसका average चेंज भी कर सकते है। जाइए की हम 20 दिनों का भी average निकल सकते है। या आप अपने हिसाब से इसका average निकल सकते है। लेकिन डिफ़ॉल्ट १४ दिनों का मोमेंटम को समझना average निकलने ये सही होता है। ये इंडिकेटर ज्यादातर technical analysis में इस्तेमाल किया जाता है।
अगर rsi ५० के ऊपर जा रहा है इसका मतलब शेयर में तेजी आने की संभवना होती है। या स्टॉक की प्राइज भी ऊपर जाने लगाती है। लेकिन अगर rsi ५०के निचे अपना ट्रेंड बना रहा होता है ,यानि की शेयर में बिकवाली होना शुरू हुआ है ,यानि स्टॉक निचे जाने की संभावना होती है।
RSI indicator के फायदे
ये एक मोमेंटम indicator होने के कारन ये आपको स्टॉक के चार्ट का मोमेंटम बताता है। और अगर मार्केटover bought (औसत से ज्यादा खरीद ) हे तो ये आपको outbought का सिग्नल पहले ही दे देता है। इससे आप पहल की स्टॉक का रिवर्सल पता करके के स्टॉक में short selling भी कर सकते है। आपको अच्छ मुनाफा कमाने का मौका ये इंडिकेटर देता है।
और अगर मार्केट over sold यानि की औसत से ज्यादा बिकवाली स्टॉक में है तो ये इंडिकेटर आपको over sold का सिग्नल पहले ही दे देता है। और ऐसा मन जाता है की स्टॉक जब भी over bought होता है। या फिर over sold होता है। तो मार्केट में रिवर्सल जरूर आता है। तो इसी रिवर्सल को पहलेही पहनके आप इसमें अच्छा मुनाफा काम सकते है।
निष्कर्ष
rsi indicator एक ऐसा इंडिकेटर हे जो आपको मार्किट की ताकत बुलिश है या फिर बेयरिश है ये दर्शाता है। फिर उसके हिसाब से आप अपना ट्रेड ले सकते है। लेकिन इसे समझने के लिए आपको इसे candle stick chart पर लगाना जरुरी है। उससे ही आपको इसका अंदाजा हो जायेगा की ये काम कैसे करता है।
ऐसा नहीं हे की rsi indicator हमेशा ही आपको सही सिग्नल दिखायेगा। आपको सिर्फ एक ही इंडिकेटर पर डिपेंड नहीं रहना आपको rsi indicatorके साथ साथ prize action और candle stick chart pattern ,ये भी देखना होता है।
टिप ; किसीभी इंडीकेटर्स को समझने के लिए आपको उन्हें अच्छे से समझना होगा। और ये मुमकिन हे आपके अनुभव से। कोई भी इंडीकेटर्स एक्यूरेट सिग्नल नहीं दिखता। ये आपको आपके अनुभव से पता चलेगा की कोनसा इंडीकेटर्स किस तरीके से काम करता है।
आज हमने क्या सीखा
आज हमने सीखा की rsi indicator in hindi में क्या होता है। rsi indicator कैसे काम करता है। rsi indicator in hindi के फायदे क्या है। इन सब के बारे में हमने आज जाना। और rsi indicator का सही से इस्तेमाल हम ट्रेडिंग में करेंगे।
यकीं है की आपको rsi indicator in hindi में क्या होता है। समझ आगया होगा। और साथ ही आपके ये हमरा आर्टिकल काफी फायदेमंद भी साबित रहा होगा। और अगर आपको हमारा ये आर्टिकल पसंद आये तो कृपया इसे अपने फॅमिली और दोस्तों के साथ जरूर शेयर कीजियेगा।
और अगर आपको ऐसेही शेयर बाजार के विषय में कोई जानकारी चाहिए हो तो आप हमें कमेंट बोस में क्यूमेंट करके पूछ सकते है। और अगर आपको इस आर्टिकल के सम्भंधि कोई भी सवाल हो तो आप हमें कमेंट में भेज सकते है। हम जरूर आपको सावल का जवाब देने की कोशिश करेंगे। धन्यवाद !
१. इंडिकेटर क्या है?
इंडिकेटर का मतलब होता है शेयर मार्किट के चार्ट पर लगाया जाने वाला एक सिग्नल होता है। जैसे की RSI (rsi indicator in hindi)ये मोमेंटम को समझना किसी भी स्टॉक के चार्ट पर लगा कर आप उसके ट्रेंड का पता कर सकते है। उसेही इंडिकेटर कहा जाता है।
२. शेयर मार्केट में आर एस आई क्या होता है?
RSI (rsi indicator in hindi)ये एक शेयर मार्किट का लीडिंग इंडिकेटर होता है। इससे आप किसी भी स्टॉक का ट्रेंड पता कर सकते है। और आप इस इंडिकेटर की सहायता से ट्रेडिंग कर सकते है। जो आप स्टॉक में आ रही गिरावट या तेजी के बारे में पूर्व सूचना देता है।
३.RSI सूचक का उपयोग कैसे करे ?
RSI (rsi indicator in hindi) इंडिकेटर में अगर rsi ३० के निचे हे इसका मतलब मार्किट में मंडी कहल रही है ऐसा होता है।और अगर rsi ७० के ऊपर कहल रहा होता है तो मार्किट में तेजी चल रही है ऐसा कहा जाता है। और अगर rsi ५० चला रहा है तो मार्किट sideways चला रहा होता है।
चोटों से परेशान ऋतिक रोशन इस तरह दे रहे हैं खुद को स्ट्रेंथ, आप भी ले सकते हैं सबक
इस वीडियो को शेयर करते हुए ऋतिक ने लिखा: ''टारफॉर्मेंसन जर्नी का दूसरा दिन' पिछले कई चोटों के कारण में जीरो मोमेंटम रैप्स शुरु किए है। ये मुझे मजबूत बनाएंगे और ये मेरे वर्कआउट एप्स का हिस्सा बन गए हैं।" © instagram/ hrithikroshan
इस वीडियो को शेयर करते हुए ऋतिक ने लिखा: ''टारफॉर्मेंसन जर्नी का दूसरा दिन' पिछले कई चोटों के कारण में जीरो मोमेंटम रैप्स शुरु किए है। ये मुझे मजबूत बनाएंगे और ये मेरे वर्कआउट एप्स का हिस्सा बन गए हैं।"
Written by Yogita Yadav | Published : April 20, 2019 3:52 PM IST
ऋतिक रोशन सिर्फ फिल्म अभिनेता ही नहीं सचमुच के हीरो हैं। उनके फैंस उनके स्टाइल को ही नहीं जिंदगी जीने के उनके तरीके को भी फॉलो करते हैं। अभी कुछ समय पहले हमने उन्हें अपने पिता की बीमारी उनके साथ शारीरिक और भावनात्मक सपोर्ट के साथ खड़े देखा। वहीं अब वे अपनी चोटों से उबरने के लिए खुद को ऐसा वर्कआउट चैलेंज दे रहे हैं कि वे एक बार फिर से अपने फैंस के हीरो बन गए हैं।
तन और मन की शक्ति
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माना भी जाता है कि मजबूत मन तभी होगा जब आपका तन मजबूत होगा। पिछले दिनों कई तरह की चोटों का सामना कर चुके ऋतिक रोशन इस बात को बखूबी समझते हैं। इसलिए वे चोटों से डरे नहीं हैं बल्कि अपने आप को इतना बड़ा चैलेंज दे रहे हैं कि उसके सामने चोटों के तमाम दर्द छोटे पड़ जाएं।
ऋतिक रोशन का जीरो मोमेंटम रैप्स
हमेशा से अपने फिटनेस के लिए सुर्खियां बटोरने वाले ऋतिक रोशन ने हाल ही में एक वीडियो शेयर किया है, जिसमे वह जिम में कड़ी कसरत करते नजर आ रहे हैं। ऋतिक रोशन को जिम में जीरो मोमेंटम रेप्स करते देखा जा रहा है जो शरीर से सारा जंक निकाल कर शरीर को मजबूत बनाती है।
मुझे मजबूत बनाएंगे जीरो मोमेंटम रैप्स
इस वीडियो को शेयर करते हुए ऋतिक ने लिखा: ''टारफॉर्मेंसन जर्नी का दूसरा दिन' पिछले कई चोटों के कारण में जीरो मोमेंटम रैप्स शुरु किए है। ये मुझे मजबूत बनाएंगे और ये मेरे वर्कआउट एप्स का हिस्सा बन गए हैं।" ऋतिक रोशन अपने फिटनेस को लेकर काफी स्ट्रिक्ट है, शरीर को फिट रखने के लिए वह हर मुमकिन कोशिश करते है। लोग उनके इस वीडियो को खूब पसंद भी कर रहे हैं।
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Algorithmic Trading: शेयर बाजार में पैसा कमाने के लिए कई स्ट्रेटेजी भी काम आ सकती है. वहीं शेयर मार्केट में पैसा कमाने के लिए मोमेंटम ट्रेडिंग और एल्गो ट्रेडिंग पर भी लोगों का काफी ध्यान बना हुआ है.
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Momentum Trading
Momentum Trading को लेकर सोनम श्रीवास्तव का कहना है कि Momentum Trading से मतलब मार्केट के ट्रेंड को पकड़ने से है. यह ट्रेंड शेयर प्राइज को लेकर भी हो सकता है या फिर टेक्नीकल चार्ट को लेकर भी हो सकता है. इसके अलावा किसी शेयर ने लास्ट रिटर्न कैसे दिए हैं, इसका ट्रेंड भी हो सकता है. इससे Momentum Trading को समझा जा सकता है.
Algorithmic Trading
इसके साथ ही सोनम श्रीवास्तव का कहना है कि शेयर मार्केट में एल्गोरिद्म ट्रेडिंग (Algorithmic Trading) भी काफी खास मायने रखती है. एल्गोरिद्म ट्रेडिंग का मतलब है कि हम एक सिस्टम में कुछ फॉर्मूला लगा देते हैं और उसके हिसाब से ही ट्रेडिंग होती रहती है. यहां एक प्रोगाम सेट कर दिया जाता है और इसके मुताबिक ही खरीद-बिक्री होती रहती है.
बैक टेस्टिंग
हालांकि सोनम श्रीवास्तव ने एल्गो ट्रेडिंग को लेकर कहा है कि एल्गो ट्रेडिंग करने से पहले उसकी बैक टेस्टिंग करनी काफी जरूरी है. बैक टेस्टिंग के जरिए काफी चीजों को समझने में आसानी हो मोमेंटम को समझना जाती है. साथ ही किसी नुकसान से भी बचा जा सकता है और इससे फायदा हो रहा है या नहीं, ये भी जाना जा सकता है.