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इक्विटी शेयर के नुकसान

इक्विटी शेयर के नुकसान

शेयर बाजार में नुकसान से बचने के उपाय !

How to Avoid Share Market Loss in Hindi: आज के दौर में हर दूसरा व्यक्ति पैसा कमाना चाहता है और उन्हें लगता है कि सबसे आसान विकल्प शेयर बाजार में निवेश करना है। इस जल्दबाजी में व्यक्ति कुछ गलतियां कर देता है, जिसके लिए आपके लिए शेयर बाजार में होने वाले नुकसान से बचने के उपायों के बारे में जानना जरूरी है।

देखा जाए तो इस साल हर छोटे-बड़े वर्ग को नुकसान का सामना करना पड़ा है, चाहे वह व्यापारी हो या मजदूर। कोरोना महामारी के कारण लोगों को कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ा, जिनमें से एक आर्थिक समस्या और भी सामने आई।

शेयर बाजार में नियमित रूप से निवेश करने वालों को काफी भारी नुकसान उठाना पड़ता है, जिससे लोग शेयर बाजार में निवेश करने से कतराते हैं।

लेकिन अगर आप सही तरह और ज्ञान के साथ शेयर बाजार में निवेश करते हैं तो आप नुकसान से बच सकते हैं। लेकिन यहाँ आता है कि Share Market कैसे सीखें?

इसके लिए आप अलग-अलग जगहों से ज्ञान प्राप्त कर सकते हैं, जैसे कि आप अलग-अलग किताबें, स्टॉक मार्केट कोर्स पढ़ सकते हैं या ऑनलाइन एप्लीकेशन के जरिए शेयर बाजार में निवेश भी कर सकते हैं।

आइए आपकी इक्विटी शेयर के नुकसान निवेश योजना को सरल करते हैं, आज इस पोस्ट में हम जानेंगे कि शेयर बाजार में होने वाले नुकसान से बचने के लिए क्या उपाय हैं, जिससे आप ट्रेडिंग में जोखिम को कम करके आसानी से अपनी इच्छा पूरी कर सकते हैं और शेयर बाजार से करोड़पति बन सकते हैं।

हम पहले 12 साल स्कूल में बिताते हैं और फिर पांच से छह साल कॉलेज में नौकरी पाने के लिए। लेकिन शेयर बाजार में हम बिना किसी तैयारी के सीधे आ जाते हैं और ढेर सारा पैसा कमाकर अमीर बनना चाहते हैं।

आज मैं आपको शेयर बाजार में होने वाले नुकसान से बचने के उपाय How to Avoid Share Market Loss in Hindi बताऊंगा, जो न केवल आपको नुकसान से बचाएगा, बल्कि उनका पालन करके आप शेयर बाजार से पैसा भी कमा पाएंगे।

चलो, शुरू करते हैं।

Table of Contents

शेयर बाजार में नुकसान से बचने के 5 टिप्स – How to Avoid Share Market Loss in Hindi:

यदि आप शेयर बाजार में निवेश करके अधिक लाभ कमाना चाहते हैं और आप कोई नुकसान या कम नुकसान नहीं करना चाहते हैं। फिर, आप यहां दिए गए सुझावों का पालन करके अपने नुकसान को सीमित कर सकते हैं।

यहां एक निवेशक या व्यापारी को निम्नलिखित 5 युक्तियों का बहुत सख्ती से पालन करना चाहिए। शेयर बाजार में नुकसान से बचने के उपाय इस प्रकार हैं:

  1. एसेट एलोकेशन
  2. निवेश पोर्टफोलियो बनाएं
  3. स्टॉप लॉस लगाएं
  4. कैंडलस्टिक चार्ट्स
  5. फंडामेंटल एनालिसिस करें

1. एसेट एलोकेशन जरुरी है

शेयर बाजार में नुकसान से बचने के लिए यह सबसे महत्वपूर्ण सुझावों में से एक है। अगर आप इस टर्म से परिचित नहीं हैं तो आपको बता दें कि एसेट एलोकेशन का मतलब अलग-अलग तरह के सेगमेंट में निवेश करना है।

इसका मतलब यह है कि निवेशक को एक या दो जगहों पर पैसा लगाने के बजाय अलग-अलग जगहों पर थोड़ा पैसा लगाना चाहिए। अगर आप सारा पैसा एक ही जगह निवेश कर देते हैं तो आपके नुकसान की संभावना बढ़ जाती है।

यही कारण है कि निवेशक को अपना सारा पैसा शेयर बाजार में नहीं लगाना चाहिए। आपको अलग-अलग सेगमेंट जैसे इक्विटी, कमोडिटी, म्यूचुअल फंड, डेरिवेटिव्स और बॉन्ड्स आदि में भी छोटी राशि का निवेश करना चाहिए। ऐसा करने से आपको हर जगह से फायदा होगा और साथ ही अगर नुकसान होता है तो आपका सारा पैसा बर्बाद नहीं होगा।

एसेट एलोकेशन निवेश के इक्विटी शेयर के नुकसान लिए सबसे अच्छे विकल्पों में से एक है। आइए अब एक उदाहरण के माध्यम से समझाएं कि संपत्ति आवंटन क्यों जरूरी है।

चलो, मान लीजिए आपने अपना सारा पैसा रियल एस्टेट में लगा दिया होता, तो यह धंधा कोरोना काल में बंद हो गया था, तो आपका सारा पैसा डूब गया होता।

लेकिन इसके उलट अगर जिस व्यक्ति ने अपना कुछ पैसा फार्मा कंपनी में और कुछ पैसा रियल एस्टेट में लगाया है तो उसे कहीं न कहीं से नुकसान भी हुआ है और मुनाफा भी।

इसलिए, यदि आप अपनी मेहनत की कमाई को नहीं डूबाना चाहते हैं तो आपके लिए एसेट एलोकेशन करना महत्वपूर्ण है। इससे आपको अंदाजा हो जाता है कि एसेट एलोकेशन होना कितना जरूरी है।

2. एक निवेश पोर्टफोलियो बनाएं

आइए अब देखते हैं शेयर बाजार में नुकसान से बचने के टिप्स में अन्य टिप्स। लोग सोचते हैं कि अगर वे ब्रोकर से सलाह लेंगे या उनके सुझावों का पालन करेंगे तो उन्हें लाभ होगा। लेकिन, ये गलत है. इन दिनों कुछ दलाल हैं जो आपको गलत सलाह देते हैं, वे सिर्फ पैसा कमाना चाहते हैं। अगर आपका पैसा डूबता है तो उन्हें परवाह नहीं है।

इसलिए, आपको अपनी संपत्ति और इक्विटी शेयरों के लिए सही पोर्टफोलियो चुनना चाहिए। साथ ही, आपको बिना प्लान के स्टॉक नहीं चुनना चाहिए।

3. स्टॉप लॉस का उपयोग करें

शेयर बाजार में नुकसान से बचने का एक उपाय है स्टॉप लॉस लगाना। अगर आप शेयर बाजार में नियमित रूप से निवेश कर रहे हैं तो आपको पता होना चाहिए कि ट्रेडिंग करते समय स्टॉप लॉस कब लगाना है।

स्टॉप लॉस का मुख्य उद्देश्य नुकसान को सीमित करना और मुनाफे को बनाए रखना है। स्टॉप लॉस ऑर्डर तब तक निष्क्रिय रहता है जब तक कि ऑर्डर एक विशिष्ट कीमत तक नहीं पहुंच जाता है, लेकिन फिर जैसे ही ऑर्डर टारगेट प्राइस पर पहुंचता है, स्टॉप लॉस ऑर्डर अपने आप सक्रिय हो जाता है।

स्टॉप लॉस ऑर्डर खरीद और बिक्री दोनों ऑर्डर पर दिए जाते हैं।

स्टॉप लॉस ऑर्डर का उपयोग करके, आप शेयर बाजार में होने वाले नुकसान से बच सकते हैं या अपने नुकसान को सीमित कर सकते हैं।

4. कैंडलस्टिक चार्ट पैटर्न का पालन करें

यह एक तकनीकी शब्द है इसलिए शुरुआती स्तर के निवेशकों के लिए इसे समझना थोड़ा मुश्किल हो सकता है।

आइए इसे आसान शब्दों में समझने की कोशिश करते हैं और शेयर बाजार में होने वाले नुकसान से बचने के टिप्स को समझते हैं। कैंडलस्टिक चार्ट का उपयोग स्टॉक, इक्विटी, फॉरेक्स और कमोडिटी ट्रेडिंग में किया जाता है जो मूल्य आंदोलनों को ट्रैक करने में मदद करता है।

यह चार्ट पैटर्न तकनीकी विश्लेषण करने का सबसे अच्छा तरीका है। यह स्टॉक की कीमतों के बारे में सारी जानकारी देता है। कैंडलस्टिक चार्ट पैटर्न बुल मार्केट और बेयरिश मार्केट को दर्शाता है। इसलिए, यदि आप निवेश करने के लिए कैंडलस्टिक चार्ट पैटर्न का पालन करते हैं तो आप अपनी लाभ क्षमता में वृद्धि करते हैं।

साथ ही यह आपको नुकसान से बचने में भी मदद करता है।

5. फंडामेंटल एनालिसिस

शेयर बाजार में नुकसान से बचने के सुझावों में यह एक और महत्वपूर्ण टिप है। इसका उपयोग स्टॉक के वास्तविक डेटा को देखने के लिए किया जाता है। इन दिनों कई अनुभवी निवेशक निवेश के लिए कैंडलस्टिक चार्ट पैटर्न का पालन करते हैं।

यदि आप पहले से किसी कंपनी का मौलिक विश्लेषण करते हैं, तो आपके लिए उस कंपनी में निवेश के बारे में निर्णय लेना आसान हो जाएगा। आपको उस कंपनी की आर्थिक स्थिति पहले से पता चल जाएगी।

उदाहरण के तौर पर अगर आपको उस कंपनी का स्टेटस नहीं पता है और कंपनी घाटे में है तो आपका नुकसान जरूर होगा।

इसलिए शेयर बाजार में निवेश करने से पहले मौलिक विश्लेषण कर लें और अपने शेयर बाजार में होने वाले नुकसान से बचें।

निष्कर्ष – How to Avoid Share Market Loss in Hindi

लोग तेजी से पैसा कमाने के लिए शेयर बाजार में निवेश करना बहुत इक्विटी शेयर के नुकसान ही आसान विकल्प मानते हैं। लेकिन तेजी से पैसा कमाने की होड़ में वे कई गलतियां कर बैठते हैं, जिसका खामियाजा उन्हें भुगतना पड़ता है।

इसलिए हमने ऊपर शेयर बाजार में नुकसान से बचने के कुछ टिप्स How to Avoid Share Market Loss in Hindi बताए हैं, जिनका पालन करके आप अपने नुकसान को सीमित कर सकते हैं और मुनाफा बढ़ा सकते हैं।

हम उम्मीद करते हैं कि ऊपर बताई गई बातों से आप समझ गए होंगे कि अगर आप नुकसान से बचना चाहते हैं तो आपके लिए कौन सी जरूरी बातें जानना जरूरी है।

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अंकित बोहरा

HindiCoach.in के लेखक अंकित बोहरा हैं। उन्होंने राजस्थान से कंप्यूटर इंजीनियरिंग में अपनी पढ़ाई की हुई है। उन्हें Finanace, Business और डिजिटल मार्केटिंग का शौक है। वे इस ब्लॉग के माध्यम से रीडर्स को बिज़नेस और फाइनेंस की जानकारी हिंदी भाषा में देना चाहते है।

काम की बात: राकेश झुनझुनवाला को इस साल कई शेयरों से उठाना पड़ा नुकसान, यहां जानें कौन से हैं ये शेयर

स्टॉक प्राइस में गिरावट के चलते झुनझुनवाला को फेडरल बैंक के शेयर से 147 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है - Dainik Bhaskar

दिग्गज निवेशक राकेश झुनझुनवाला ने जिन शेयरों में पैसा लगा रखा है उनमें से कई शेयर ऐसे हैं, जिन्होंने इस साल अब तक शानदार प्रदर्शन किया है, और उनकी वैल्यू दोगुना तक बढ़ गई है। वहीं कुछ शेयर ऐसे भी हैं जो 2020 में अंडर परफॉर्मर भी रहे हैं। इनमें निवेशकों को इस साल निगेटिव रिटर्न मिला है। आपको बता दें कि झुनझुनवाला शेयर बाजार के ऐसे खिलाड़ी हैं, जिनके पोर्टफोलियो पर दूसरे निवेशकों की नजर रहती है। हम आपको उन शेयरों के बारे में बता रहे हैं जिन्होंने इस साल अच्छा प्रदर्शन नहीं किया है।

डेल्टा कॉर्प
राकेश झुनझुनवाला के पास पिछले वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही के अंत से फर्म के 2 करोड़ इक्विटी शेयर हैं। मुंबई स्थित गेमिंग और हॉस्पिटैलिटी फर्म देश भर में विभिन्न कैसिनो का मालिक है। 2020 इस फर्म के लिए अच्छा नहीं रहा और इस वित्तीय वर्ष की दूसरी तिमाही में, डेल्टा कॉर्प ने 54 करोड़ रुपए की शुद्ध हानि की सूचना दी। इसके चलते इस फार्म का राजस्व 80% गिर गया है।

1 जनवरी को डेल्टा कॉर्प के शेयर का भाव 195 रुपए था, जो 11 दिसंबर को 155.50 रुपए पर ट्रेड कर रहा था। यानी इस साल शेयर में करीब 28% गिरावट आ चुकी है। वहीं बीते एक साल की बात करें तो डेल्टा कॉर्प के शेयर का भाव 26.22% गिरा है। राकेश झुनझुनवाला के पास डेल्टा कॉर्प की करीब 7.49% हिस्सेदारी है। पिछले साल के अंत से अब तक राकेश झुनझुनवाला के पोर्टफोलियो ने डेल्टा कॉर्प में 86 करोड़ रुपए गवाए हैं।

वीआईपी इंडस्ट्रीज
देश के सबसे बड़े लगेज मेन्यूफेक्चरर फार्म के लिए भी ये साल अच्छा नहीं रहा। 1 जनवरी को शेयर का भाव 429 रुपए था, जो 11 दिसंबर को 366.20 रुपए पर ट्रेड कर रहा था। यानी इस साल शेयर में करीब 17% गिरावट आ चुकी है। वहीं बीते एक साल की बात करें तो इसके शेयर की कीमत 14.25% घट गई है।

स्टॉक प्राइस में गिरावट के चलते राकेश झुनझुनवाला के पोर्टफोलियो ने वीआईपी इंडस्ट्रीज में 36.4 करोड़ रुपए गवाए हैं। राकेश झुनझुनवाला के पास वीआईपी इंडस्ट्रीज की करीब 5.31% हिस्सेदारी है। मौजूदा भाव पर इन शेयरों की वैल्यू 275 करोड़ रुपए के आस पास है।

फेडरल बैंक
2020 में राकेश झुनझुनवाला के पोर्टफोलियो में शामिल जिन शेयरों ने अंडरपरफॉर्म किया है, उनमें फेडरल बैंक भी शामिल है। 1 जनवरी को शेयर का भाव 89 रुपए था, जो 11 दिसंबर को 66.25 रुपए के आस पास ट्रेड कर रहा था। यानी इस साल शेयर में करीब 37% की गिरावट आई है। वहीं बीते साल की बात करें तो फेडरल बैंक के शेयर प्राइज में 22.33% की गिरावट आई है।

स्टॉक प्राइस में गिरावट के चलते राकेश झुनझुनवाला के पोर्टफोलियो ने फेडरल बैंक में 147 करोड़ रुपए गवाए हैं। राकेश झुनझुनवाला के पास फेडरल बैंक की करीब 2.71% हिस्सेदारी है। उनके पास कंपनी के करीब 5.3 करोड़ शेयर हैं। मौजूदा भाव पर इन शेयरों की वैल्यू 350.5 करोड़ रुपए के आस पास है।

करूर व्यासा बैंक
करूर व्यासा बैंक के शेयरों ने भी राकेश झुनझुनवाला को इस साल निगेटिव रिटर्न दिया है। झुनझुनवाला के पास पिछले साल दिसंबर के अंत में बैंक के 3.35 करोड़ शेयर थे। इस साल सितंबर के अंत में उन्होंने अपनी हिस्सेदारी 3.59 करोड़ शेयरों तक बढ़ा दी थी। हालांकि, पिछले एक सप्ताह में शेयर में तेजी देखने को मिली है, हालांकि यह अभी भी 21% कम है।

राकेश झुनझुनवाला के पास करूर व्यासा बैंक की करीब 4.50% हिस्सेदारी है। स्टॉक प्राइस में गिरावट के चलते बीते एक साल में राकेश झुनझुनवाला के पोर्टफोलियो ने करूर व्यासा बैंक में 34 करोड़ रुपए गवाए हैं। 1 जनवरी को शेयर का भाव 60 रुपये था, जो 10 दिसंबर को 47.30 रुपए के आस पास ट्रेड कर रहा था। यानी इस साल शेयर में 30% की गिरावट आई है।

शेयर बाज़ार में कई शेयरों से निवेशकों को हुआ भारी नुकसान

सदभाव इंजीनियरिंग एवं एसआरईआई इंफ्रा के शेयर में निवेशकों का पैसा डूबा
उदयपुर।
बीएसई सेंसेक्स पिछले पांच वर्षों में 17 प्रतिशत की सीएजीआर से बढ़ा है, 110 प्रतिशत से अधिक रिटर्न भी निवेशकों को है लेकिन उसी समय के दौरान, कुछ निवेशक स्टॉक चुनने में विफल रहे और जिससे उन्हें भारी नुकसान उठाना पड़ा। अगर देखा जाए तो रिलायंस कैपिटल के शेयर, 2017 में 850 रूपये से अधिक की कीमत पर कारोबार कर रहे थे जो अब वर्तमान में केवल 13 रूपये पर कारोबार कर रहे हैं। ऐसे ही एसआरईआई इंफ्रा, और सदभाव इंजीनियरिंग शेयरों ने भी निवेशकों को निराश ही किया है। एसआरईआई इंफ्रा आज 10 रुपये से नीचे ट्रेड कर रहे है।
सदभाव इंजीनियरिंग एक कंस्ट्रक्शन और इंजीनियरिंग कंपनी है जो नहरों, सिंचाई परियोजनाओं, सडक़ों, पुलों, खनन परियोजनाओं, बांधों आदि के क्षेत्र में इंफ्रास्ट्रक्चर विकसित करती है। जनवरी 2018 में, कंपनी का शेयर 400 रुपए से ऊपर कारोबार कर रहा था। वर्तमान समय में कंपनी के स्टॉक 50 रुपए से कम पर ट्रेड कर रहे हैं। यानि कंपनी की संपत्ति को 85 प्रतिशत से अधिक का घाटा हुआ है। स्टॉक का डाउनट्रेंड इसी का परिणाम है। ईपीसी कंपनी को इस साल जून की तिमाही में 1.5 बिलियन का घाटा हुआ। पिछली दस तिमाहियों में से यह नौंवा घाटा था।
फि़लहाल कंपनी अपनी संपत्तियों के माध्यम से पूंजी जुटाकर अपना काम जारी रखने का प्रयास कर रही है और हर संभव तरीके से धन जुटाकर अपने व्यापार को पहले की तरह बेहतर बनाने की कोशिश कर रही है। सदभाव इंजीनियरिंग ने इक्विटी शेयर के नुकसान अपनी कार्यशील पूंजी सीमा और ऋण दायित्वों को लगभग समाप्त कर दिया है। कंपनी ने मार्च 2021 की तिमाही में IndInfravit Trust में 7 प्रतिशत हिस्सेदारी को बेचकर लगभग 9.9 बिलियन रुपए जुटाए। इस पैसे का इस्तेमाल 6.9 बिलियन रुपए के एनसीडी के पुनर्भुगतान और एचएएम परियोजनाओं के लिए 2.7 बिलियन रुपए की इक्विटी प्रतिबद्धता के लिए किया गया था। 87.4 प्रतिशत प्रमोटर शेयरों को गिरवी रखा गया है, और कंपनी पर 4900 करोड़ रुपये से अधिक का कर्ज भी है।

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शेयर बाजार में नुकसान से बचने के 10 तरीके

शेयर बाजार में नुकसान से बचने के 10 तरीके


लाभ और हानि शेयर बाजार के दो पहलू हैं शेयर बाजार में किसी को फायदा तो किसी को नुकसान होना तय है समय-समय पर निवेशकों को नुकसान भी उठाना पड़ता है किंतु यदि शेयर मार्केट में कुछ सावधानियां बरती जाएं तो होने वाले नुकसान से बचा जा सकता है.

शेयर मार्केट में नुकसान से बचने के लिए टिप्स और तौर तरीके इंटरनेट पर आसानी से मिल जाएंगे यदि आपको शेयर बाजार में अनुभव और जानकारी नहीं है तो यह तौर तरीके और टिप्स किसी काम के नहीं हैं .

यदि आपको शेयर बाजार में होने वाले नुकसान से बचना है तो आपको शेयर मार्केट के बारे में जानकारी रखनी होगी बाजार के लिए आपको समय देना होगा

उदाहरण के तौर पर यदि आप मल्टी सेक्टर में निवेश करेंगे तो एक सेक्टर में अचानक से होने वाले उतार-चढ़ाव से होने वाले नुकसान की भरपाई दूसरे सेक्टर से की जा सकती है

जैसे कि आपने अपनी पूंजी का निवेश बैंकिंग सेक्टर फार्मा सेक्टर और म्यूचुअल फंड में किया है यदि आज बैंकिंग सेक्टर में भारी गिरावट आई तो आपको नुकसान हो जाएगा किंतु आपने फार्मा सेक्टर के शेयरों पर भी निवेश किया है और यदि फार्मा सेक्टर के शेयरों में तेजी आई तो बैंकिंग सेक्टर में हुए नुकसान की भरपाई फार्मा सेक्टर में से हो सकती है

शेयर बाजार में नुकसान से बचने के 10 तरीके
stock market loss

अपनी जिंदगी पैसे कौन नहीं कमाना चाहता और शेयर बाजार पैसे कमाने का एक अच्छा जरिया है नए निवेशक शेयर बाजार में बिना कुछ सीखे कदम रख देते इक्विटी शेयर के नुकसान हैं और इसी वज़ह से अधिकांश निवेशको को नुकसान उठाना पड़ता हैं नए निवेशक शेयर बाजार में राकेश झुनझुनवाला जी की स्टोरी पढ़ कर आते हैं और मार्केट में नुकसान के कारण झुनझुना लेकर मार्केट से वापस निकल जाते हैं असल में नए लोगों को शेयर बाजार बाहर से जितना सरल दिखता है उतना है नहीं अधिकांश नए लोग शेयर बाजार को बहुत हल्के में लेते हैं और वह यह सोचते हैं कि वह कम समय में बहुत अच्छी कमाई कर लेंगे लेकिन यह सब इतना आसान नहीं है

शेयर बाजार में नुकसान से बचने के 10 तरीके
इंट्राडे ट्रेडिंग में नुकसान

हो सके तो नए निवेशक इंट्राडे ट्रेडिंग करने से बचें लेकिन अधिकांश लोग शेयर बाजार में कदम रखते ही इंट्राडे ट्रेडिंग करने में रुचि रखते हैं जबकि इंट्राडे ट्रेडिंग करने से पहले आपको बाजार की बहुत अच्छी समझ बाजार की चाल में रिस्क मैनेजमेंट रिस्क रिवाड रेशियो व टारगेट एंड स्टॉप लॉस थ्योरी और भी अन्य जानकारियों को जानना बहुत जरूरी है

अक्सर हम यूट्यूब पर या अन्य सोशल साइटों पर देखते हैं कि कई ऐसे ट्रेडर हैं जो इंट्राडे ट्रेडिंग से रोजाना लाखों रुपए कमा रहे हैं वही देख कर हमारे अंदर भी मोटिवेशन के साथ जोश आ जाता है और हम बाजार में उतर पड़ते हैं लेकिन हमें यह भी जानना बहुत जरूरी है जो लोग इंट्राडे ट्रेडिंग से आज लाखों करोड़ों रुपए रोजाना कमा रहे हैं उनके पीछे कई सालों की मेहनत लगी होती है जिस किसी ट्रेडर को हम फॉलो करते हैं हम सिर्फ उसका प्रजेंट देखते हैं जब वह सक्सेसफुल हो चुका है बाकी हमें उसका पास्ट भी देखना चाहिए जब वह स्ट्रगल कर रहा होता है इससे आपको ट्रेडर की लाइफ से जुड़े संघर्षों की भी अनुभूत होगी

शेयर बाजार में लालच भी नुकसान का मुख्य कारण है कई बार देखा गया है कि नए ट्रेडर अपने मुनाफे वाली ट्रेड को भी नुकसान में बुक करते हैं इसका मुख्य कारण है लालच हमें पता होता है कि हमारा लक्ष्य पूरा हो गया फिर भी हम और मुनाफे के लिए उस ट्रेड में बने रहते हैं यही हमारी बहुत बड़ी गलती होती है मेरा अनुभव कहता है नए लोग बाजार में बराबर स्टॉपलॉस और टारगेट के साथ काम करें अगर आपको प्रॉफिट वाली ट्रेड में बने रहना है तो ट्रेलिंग स्टॉप लॉस का प्रयोग करें

NDTV की 26 फीसदी हिस्सेदारी खरीदने के लिए ओपन ऑफर की नई डेडलाइन तय

दिल्ली: गौतम अडानी समूह ने मीडिया हाउस NDTV की 26 फीसदी हिस्सेदारी खरीदने के लिए ओपन ऑफर की नई डेडलाइन तय की है। अडानी समूह की स्टॉक एक्चेंज को दी गई जानकारी के मुताबिक ओपन ऑफर 22 नवंबर को सब्सक्रिप्शन के लिए खोलने का प्रस्ताव है और 5 दिसंबर को बंद होगा। पहले 17 अक्टूबर से 1 नवंबर तक ओपन ऑफर जारी रखने का प्रस्ताव था। इस दौरान अडानी समूह ओपन ऑफर की प्रक्रिया पूरी नहीं कर सका। ओपन ऑफर का मतलब क्या है: दरअसल, ये किसी कंपनी के अधिग्रहण का एक पारदर्शी और वैध तरीका माना जाता है। इसके तहत अधिग्रहण करने वाली कंपनी अपनी डील में उस फर्म के शेयरधारकों को शामिल करती है जिसे खरीदना होता है। ओपन ऑफर में बिकने वाली कंपनी के निर्धारित शेयरधारकों को एक तय कीमत पर शेयर बेचने का प्रस्ताव दिया जाता है। इसके जरिए अधिग्रहण करने वाली कंपनी अपना वर्चस्व बढ़ाना चाहती है। एनडीटीवी के मामले में अडानी समूह भी अपनी हिस्सेदारी 50 फीसदी से ज्यादा रखना चाहती है। यही वजह है कि ओपन ऑफर का रास्ता चुना गया है।

29.18 प्रतिशत सीधी हिस्सेदारी: आपको बता दें कि देश के सबसे रईस अरबपति गौतम अडानी के समूह ने अगस्त में विश्वप्रधान कमर्शियल प्राइवेट लिमिटेड (वीसीपीएल) का अधिग्रहण किया। वीसीपीएल ने एक दशक से भी अधिक समय पहले एनडीटीवी के संस्थापकों को वारंट के बदले में 400 करोड़ रुपये से अधिक का ऋण दिया था। कर्ज न चुका पाने की स्थिति में एनडीटीवी के संस्थापकों ने कंपनी को मीडिया समूह में 29.18 प्रतिशत हिस्सेदारी हासिल करने की इजाजत दी थी। बता दें कि वीसीपीएल ने एएमजी मीडिया नेटवर्क्स और अडानी एंटरप्राइजेज लिमिटेड के साथ 294 रुपये प्रति शेयर की पेशकश कीमत पर अतिरिक्त 26 प्रतिशत या 1.67 करोड़ इक्विटी शेयर हासिल करने का प्रस्ताव रखा है।

एनडीटीवी के प्रमोटरों ने ओपन ऑफर और वीसीपीएल हिस्सेदारी के अधिग्रहण का विरोध किया था। तर्क था कि यह सौदा सेबी और आयकर विभाग की मंजूरी के बिना आगे नहीं बढ़ सकता है। वहीं, अडानी समूह ने उन दावों को खारिज कर दिया था कि हिस्सेदारी बिक्री के लिए कर अधिकारियों से मंजूरी की आवश्यकता होगी। NDTV के प्रमोटरों ने दावा किया था कि वे अधिग्रहण से पूरी तरह अनजान थे और यह उनकी सहमति के बिना किया गया था।

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