म्यूचुअल फंड्स के साथ अपना रिटायरमेंट कैसे प्लान करें?

रिटायरमेंट प्लान
Friendship Day: जिंदगी में कभी नहीं होगी पैसों की टेंशन, अगर इन 3 से बनाए रखेंगे गहरी दोस्ती
दोस्तों की तरह ही हर फाइनेंशियल प्रोडक्ट या स्कीम एक दूसरे से अलग होते हैं ऐसे में आपको ऐसा प्रोडक्ट चाहिए जो आपके अनुसार ही हो। इसके लिए भी आपको एक दोस्त की जरूरत होगी जो आपको बताएगा कि आपके लिए किसके साथ आगे बढ़ना सही फैसला होगा।
नई दिल्ली, ब्रांड डेस्क। Friendship Day पर अगर आपसे पूछा जाए कि आपको अपने आसपास कैसे दोस्त चाहिए, तो आप में से अधिकांश कहेंगे कि दोस्त ऐसे हों जो मुसीबत या मुश्किलों में साथ दें और समय के साथ ये दोस्ती और गहरी होती चली जाए। अपनी जिंदगी में ऐसे दोस्त तो आपको खुद ही तलाशने होंगे लेकिन financial market में ऐसे दोस्त तलाशने में आपकी मदद हम कर सकते हैं। अगर आप इन फाइनेंशियल फ्रैंड्स के साथ अपनी दोस्ती को पनपने का वक्त देते हैं तो इन काबिल दोस्तों की मदद से आप न केवल कमाई बढ़ा सकेंगे , साथ ही किसी मुश्किल में ये एक सच्चे दोस्त की तरह आपकी मदद भी करेंगे।
म्यूचुअल फंड
पीपीएफ, फिक्स डिपॉजिट और इनके फायदों के बारे में तो सबको पता है। मौजूदा समय में इनकी ब्याज दरें लगातार घटती जा रही हैं। ऐसे में हम आपको निवेश के एक और विकल्प के बारे में बताने जा रहे हैं, जो आपके लिए बेहद महत्वपूर्ण साबित हो सकता है। हम बात कर रहे हैं म्यूचुअल फंड की। आज म्यूचुअल फंड्स ने ऐसे कई रास्ते खोले हैं जिससे हम वो हर सपने पूरा कर सकते हैं जिन्हें हमने हमेशा से ही पूरा करना चाहा था। इन्हीं रास्तों में से एक है एसआईपी।
अपने सपनों को पूरा करने का सबसे आसान तरीका है दीर्घकालीन और नियमित निवेश। म्यूचुअल फंड्स द्वारा प्रस्तावित SIP या सिस्टमेटिक इन्वेस्टमेंट प्लान नियमित रूप से निवेश करने का एक सुलभ और भरोसेमंद तरीका है, जिसके तहत आप 500 रुपये प्रतिमाह से भी निवेश कर सकते हैं। मतलब अपने मासिक खर्च पर बिना किसी अतिरिक्त बोझ के अपने सपनों को पूरा कर सकते है। निवेश की राशि भले ही छोटी हो पर SIP लंबे समय में धीरे-धीरे धन संचयित करने की आसान व्यवस्था है।
NBFC में करें निवेश
यदि आप कम अवधि की फिक्सड डिपॉजिट (एफडी) पर अधिक ब्याज पाना चाहते हैं, तो गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनियों (एनबीएफसी) में निवेश एक बेहतर विकल्प हो सकता है। गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनियां और मैन्युफैक्चरिंग कंपनियों द्वारा जारी किए जाने वाले कंपनी डिपॉजिट में पैसा जमा करना आपके लिए बेहतर विकल्प साबित हो सकता है। बैंक डिपॉजिट की तुलना में कंपनी डिपॉजिट से आपको ज्यादा ब्याज मिलता है।
बता दें कि डिपॉजिट के जरिए पैसे जुटाकर कंपनियां अपना कारोबार बढ़ाती हैं। कंपनियों के लिए ये एक तरह का अनसिक्योर्ड लोन होता है। यानी डिफॉल्ट की स्थिति में निवेशकों को कोई गारंटी नहीं मिलती हैं।
कंपनी डिपॉजिट में एफडी की तुलना में ज्यादा जोखिम होता है। लेकिन ज्यादा ब्याज से ये ज्यादा ग्राहकों को आकर्षित करने में सफल हो जाता है। ये उन लोगों के लिए है जिन्हें नियमित आय चाहिए। बता दें कि एफडी और कंपनी डिपॉजिट दोनों ही 10 वर्षों तक के लिए कराई जा सकती है।
क्या है जीपीएफ ?
जीपीएफ के सदस्य केवल सरकारी कमर्चारी होते हैं। यह ब्याज दर केंद्र सरकार के कर्मचारियों, रेलवे, रक्षा बलों की भविष्य निधि, इंडियन ऑर्डिनेंस फैक्ट्ररीज के कर्मचारियों के भविष्य निधि पर लागू होगी। जीपीएफ में सरकारी कर्मचारी अपने वेतन का एक हिस्सा निवेश करते हैं, जिसका रिटर्न उन्हें रिटायरमेंट के समय मिलता है।
जुलाई में केंद्र सरकार ने मौजूदा वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही के लिए सामान्य भविष्य निधि (जीपीएफ) पर ब्याज दरों में कमी की थी। 10 बेसिस पॉइंट की कटौती के बाद अब जीपीएफ में जमा राशि पर 7.9 फीसदी ब्याज मिलता है।
इससे पहले सरकार ने पिछले साल अक्टूबर-दिसंबर तिमाही के लिए यह ब्याज दर बढ़ाई थी। तब से इनमें किसी भी तरह का कोई बदलाव नहीं किया गया था।
आप रिटायरमेंट के बाद चाहते हैं 1 लाख रुपये की पेंशन, ऐसे करें निवेश..
डेस्क : हर इंसान चाहता है कि रिटायरमेंट के बाद उनका जीवन आरामदायक हो और पैसों की कोई चिंता न हो। साथ ही व्यक्ति के हिसाब से आरामदायक जीवन की परिभाषा और रकम में फर्क होता है। तो हम मान के चलते हैं कि रिटायरमेंट के बाद बगैर पैसों की चिंता के जीवनयापन करने के लिए 1 लाख रुपये की मासिक पेंशन की जरूरत होगी। तो जिसके बाद ये सवाल उठता है कि किन निवेश उपाय से आप अपनी रिटायरमेंट के बाद इतनी रकम पा सकते हैं।
आप रिटायरमेंट के बाद चाहते हैं 1 लाख रुपये की पेंशन, ऐसे करें निवेश.. 4
उम्र के हर पड़ाव पर इतने पैसे बचाने से बनेगा सबसे अच्छा रिटायरमेंट प्लान!
बचपन से मम्मी-पापा बचत करना सिखाते हैं. एफडी, पीपीएफ, किसान विकास पत्र, पेंशन योजना आदि सब उन्हें के सिखाए गए तरीके हैं. लेकिन क्या आज के समय में हम उस तरह से बचत कर पाते हैं जैसा सिखाया गया है? अगर एक सीधा सा सवाल पूछा जाए कि बचत के नाम पर आपके पास क्या है? तो क्या खुद को आप संतोषजनक जवाब दे पाएंगे? उम्र में हर पड़ाव में किस तरह की बचत करनी चाहिए? चलिए देखते हैं.
1. 20 से 30 साल तक.
अपने ट्वेंटीज में यानी 20 से 30 साल के बीच लक्ष्य ये रहना चाहिए कि अपनी सैलरी का 1X (अपनी सैलरी जितना) पैसा बचा लिया जाए.
एक इन्वेस्टमेंट फर्म Ellevest ने 1000 महिलाओं पर रिसर्च की और कुछ चौंकाने वाले आंकड़े सामने आए. रिपोर्ट बताती है कि 74% लोगों पर इस दौरान कोई न कोई कर्ज होता है. चाहें वो ईएमआई का हो, या फिर उधार का, या फिर क्रेडिट कार्ड का बिल. इनमें से 41% ऐसे होते हैं जिनका कर्ज अधिक इंट्रेस्ट वाला होता है.
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नई दिल्ली। लाइफ में रिटायरमेंट प्लानिंग सबसे महत्वपूर्ण चीजों में से एक है। अगर आपने रिटायरमेंट के बाद के लिए प्लान तैयार नहीं किया है तो तत्काल निवेश की शुरुआत कर दें। वर्तमान में कई ऐसे फाइनेंशियल प्रोडक्ट्स हैं जो किसी भी व्यक्ति की रिटायरमेंट प्लानिंग से जुड़ी जरूरतों को पूरा करने के लिए सहज ही उपलब्ध हैं। इन प्रोडक्ट्स के तहत आपको रिटायरमेंट के समय एकमुश्त रकम और एक समय के लिए Annuity भी मिलती है, जिसका लाभ रिटायरमेंट के म्यूचुअल फंड्स के साथ अपना रिटायरमेंट कैसे प्लान करें? बाद बेहतर जीवन जीने के लिए उठा सकते हैं।
1. टाटा रिटायरमेंट सेविंग्स प्रोग्रेसिव प्लान
टाटा रिटायरमेंट सेविंग्स फंड प्रोग्रेसिव प्लान ( Tata Retirement Savings Progressive Plan ) का पिछले एक साल म्यूचुअल फंड्स के साथ अपना रिटायरमेंट कैसे प्लान करें? में रिटर्न 39.79 फीसदी है। इसका औसत वार्षिक रिटर्न 17.02 फीसदी है। हर दो साल में इस प्लान ने निवेशकों की ओर से लगाए पैसे को चौगुना कर दिया है। फंड ने फाइनेंशियल, टेक्नोलॉजी, एनर्जी, सर्विस और एफएमसीजी क्षेत्रों में अधिक निवेश किया है।आईसीआईसीआई बैंक, रिलायंस इंडस्ट्रीज, इंफोसिस, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज और एचडीएफसी बैंक फंड की टॉप पांच होल्डिंग्स में से हैं।
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2. टाटा रिटायरमेंट सेविंग्स मोडरेट म्यूचुअल फंड्स के साथ अपना रिटायरमेंट कैसे प्लान करें? फंड
टाटा रिटायरमेंट सेविंग्स फंड मॉडरेट प्लान ( Tata Retirement Savings Moderate Fund ) का पिछले एक साल का रिटर्न 34.14 फीसदी है। अभी तक इसने हर साल औसतन 16.92 प्रतिशत का रिटर्न दिया है। भारत सरकार, रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड, इंफोसिस लिमिटेड, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज लिमिटेड और एचडीएफसी बैंक लिमिटेड फंड की शीर्ष पांच होल्डिंग्स हैं।
निप्पॉन इंडिया रिटायरमेंट फंड - वेल्थ क्रिएशन स्कीम ( Nippon India Retirement Fund - Wealth Creation Scheme ) में डायरेक्ट-ग्रोथ का रिटर्न पिछले वर्ष के दौरान 48.49 प्रतिशत रहा है। औसत वार्षिक रिटर्न 9.34 प्रतिशत है। इसके पास 2169 करोड़ रुपए की एयूएम है।
एचडीएफसी रिटायरमेंट सेविंग्स फंड - हाइब्रिड इक्विटी प्लान ( HDFC Retirement Savings Fund - Hybrid Equity Plan ) में 1 साल का रिटर्न 42.98 प्रतिशत है। औसत वार्षिक रिटर्न 19.13 प्रतिशत रहा है। एचडीएफसी बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, इंफोसिस, पावर फाइनेंस कार्पोरेशन और रिलायंस इंडस्ट्रीज इस फंड की टॉप पांच होल्डिंग्स में हैं। फंड ने 66.08 प्रतिशत पैसा शेयरों और बाकी 15.85 फीसदी डेब्ट में लगा रखा है।
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5. एचडीएफसी इक्विटी प्लान
एचडीएफसी रिटायरमेंट सेविंग्स फंड इक्विटी प्लान ( HDFC Retirement Savings Fund - Equity Plan ) का ग्रोथ पिछले एक साल का रिटर्न 60.08 फीसदी है। हर साल औसतन 21.44 प्रतिशत का रिटर्न दिया है। ये फंड फाइनेंशियल, टेक्नोलॉजी, केमिकल, इंजीनियरिंग और सर्विस सेक्टर में अधिक निवेश करता है। एचडीएफसी बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, इंफोसिस, रिलायंस इंडस्ट्रीज और हाउसिंग डेवलपमेंट फाइनेंस कार्पोरेशन वो शेयर हैं, जिनमें इसने सबसे अधिक निवेश किया हुआ है।