टेकिंग प्रॉफिट

मुख्य बातें
- पाइवोट प्वॉइंट एक इंट्रा डे टेक्निकल इंडीकेटर है जिसका उपयोग मुख्य रूप से इक्विटीज, कमोडिटियों और फॉरेक्स बाजारों में ट्रेंड व रिवर्सलों की पहचान करने के लिए किया जाता है।
लाभ लेने
लाभ लेने से एक व्यक्तिगत स्टॉक, एक विशिष्ट क्षेत्र या व्यापक वित्तीय बाजार प्रभावित हो सकता है। अगर किसी शेयर या इक्विटी इंडेक्स में अप्रत्याशित गिरावट आ रही है, जो किसी बिक्री को समर्थन देने के लिए कोई खबर या बाहरी घटनाओं के साथ नहीं है, तो इसका श्रेय कई निवेशकों द्वारा लिया जा सकता है।
- लाभ लेने के साथ, एक निवेशक सुरक्षा में कुछ लाभ को भुनाता है जो खरीद के समय से रुका हुआ है।
- लाभ लेने वाला निवेशक लाभ लेने वाले निवेशक को लाभ देता है, लेकिन एक निवेशक को चोट नहीं पहुंचा सकता है जो बेचता नहीं है, क्योंकि यह स्टॉक की कीमत को कम से कम अल्पकालिक में धक्का देता है।
- लाभ लेने वाले को स्टॉक-विशिष्ट उत्प्रेरक द्वारा ट्रिगर किया जा सकता है, जैसे कि बेहतर-से-अपेक्षित तिमाही रिपोर्ट या विश्लेषक अपग्रेड।
- लाभ लेने वाले एक व्यापक क्षेत्र या समग्र बाजार को भी मार सकते हैं; इस मामले में, यह सकारात्मक आर्थिक रिपोर्ट या फेडरल रिजर्व मौद्रिक नीति में बदलाव जैसी बड़ी घटना से प्रेरित हो सकता है।
समझ लेना लाभ लेना
जबकि लाभ लेने वाली किसी भी सुरक्षा को प्रभावित कर सकती है जो उन्नत है (उदाहरण के लिए, स्टॉक, बॉन्ड, म्यूचुअल फंड और / या एक्सचेंज-ट्रेडेड फंड ), लोग स्टॉक और इक्विटी सूचकांकों के संबंध में सबसे अधिक शब्द का उपयोग करते हैं।
एक विशिष्ट उत्प्रेरक अक्सर लाभ लेने को ट्रिगर करता है, जैसे कि स्टॉक एक विशिष्ट मूल्य लक्ष्य से ऊपर बढ़ रहा है; हालाँकि, लाभ-प्राप्ति भी केवल इसलिए हो सकती है क्योंकि थोड़े समय में सुरक्षा की कीमत में तेजी से वृद्धि हुई है। एक उत्प्रेरक जो अक्सर स्टॉक में लाभ लेने को ट्रिगर करता है, वह टेकिंग प्रॉफिट तिमाही या वार्षिक आय रिपोर्ट (एसईसी फॉर्म 10-क्यू या 10-के, क्रमशः) है। यह एक कारण है कि किसी शेयर के नतीजे आने वाले सप्ताह में किसी शेयर में अधिक अस्थिरता हो सकती है।
यदि किसी शेयर में उल्लेखनीय रूप से वृद्धि हुई है, तो कंपनी द्वारा आय अर्जित करने के जोखिम को कम करने के बजाए लाभ को बंद करने के लिए आय को रिपोर्ट करने से पहले ही व्यापारी और निवेशक मुनाफा ले सकते हैं। आगे की गिरावट को रोकने के लिए आय रिपोर्ट किए जाने के बाद निवेशक भी लाभ ले सकते हैं (उदाहरण के लिए, अगर कंपनी प्रति शेयर आय, राजस्व वृद्धि, मार्जिन या मार्गदर्शन) पर उम्मीदों से चूक गई है ।
विशिष्ट क्षेत्र में लाभ लेना
एक विशिष्ट क्षेत्र में लाभ लेना – यहां तक कि एक मजबूत बैल बाजार की पृष्ठभूमि के खिलाफ- उस क्षेत्र के लिए एक घटना द्वारा ट्रिगर किया जाएगा। उदाहरण के लिए, एक बेलवेडर स्टॉक एक अन्यथा गर्म क्षेत्र में अप्रत्याशित रूप से कमजोर कमाई की रिपोर्ट कर सकता है, जो बाद में डर के कारण पूरे क्षेत्र में लाभ लेने को ट्रिगर कर सकता है। यदि एक होनहार टेक कंपनी के पास एक आरंभिक सार्वजनिक पेशकश (IPO) थी, तो निवेशक समग्र रूप से इस क्षेत्र से बाहर निकलने के इच्छुक हो सकते हैं।
यदि लाभ लेने वाला एक बार का ईवेंट-चालित है – जैसे कि लाभ रिपोर्ट की प्रतिक्रिया में – स्टॉक की समग्र दिशा दीर्घकालिक बदलने की संभावना नहीं है, लेकिन अगर लाभ लेने वाले किसी बड़े मुद्दे के जवाब में हैं (जैसे के रूप में आर्थिक नीति या अन्य मैक्रो मुद्दों के बारे में चिंता) लंबी अवधि के शेयर कमजोरी एक जोखिम हो सकता है।
शेयर मार्केट में तेजी होने पर बहुत से लोग बिकवाली को प्राथमिकता देते हैं. उनको लगता है कि तेजी में प्रॉफिट टेकिंग सही फ . अधिक पढ़ें
- News18Hindi
- Last Updated : January 15, 2022, 07:00 IST
नई दिल्ली. मार्केट जब तेज होती है तो यह बहुत से निवेशकों में घबराहट पैदा करती है. इन्वेस्टर्स को लगता है कि मार्केट (stock market) का पीक आ चुका है और यह कभी भी बैक गियर लगा सकती है. ऐसे में वे बिकवाली करके प्रॉफिट जेब में डालने में विश्वास रखते हैं. लेकिन क्या उनका यह विश्वास निवेश के लिहाज से सही है?
मशहूर निवेशक होवार्ड मार्क्स (Howard Marks) की नजर में तो यह एक भयंकर गलती है. मार्क्स का कहना है कि इक्विटी निवेशक (equity invester) का निर्णय अगर किसी डर पर आधारित है तो, निश्चित ही वह गलत फैसला ही होगा. मार्क्स का कहना है कि निवेश में डर, हड़बड़ी और मनोवैज्ञानिक धारणाओं का कोई स्थान नहीं है. जब मार्केट तेज हो तो क्या करना चाहिये, जानिये, होवार्ड मार्क्स (Howard Marks Investment tips) से ..
तेजी में बिकवाली सबसे बड़ी भूल
मार्क्स का कहना है कि जब मार्केट ऊपर जा रही होती है तो बहुत से इन्वेस्टर्स एक गलती करते हैं. वो गलती है शेयर्स बेच देना (share selling). वो सोचते हैं कि अब गिरावट अवश्वंभावी है और वे यहां अपने स्टॉक्स बेचकर भावी लॉस को टाल रहे हैं. जबकि करना ये चाहिये कि या तो खरीददारी करनी चाहिये या फिर शेयर होल्ड करने चाहिये. क्योंकि प्राय: यह देखा गया है कि जो बाजार चढ़ते हैं, वो आगे ही बढ़ते जाते हैं. इसलिये निवेशक को लॉग टर्म में आने वाले रिटर्न पर ध्यान देना चाहिये, न कि अभी बेचने से हो रहे प्रॉफिट को देखना चाहिये. मार्क्स का कहना है कि निवेश का अर्थ है कैपिटल को बड़े ही तार्किक तरीके से किसी शेयर की संभावनाओं का आंकलन करके लॉंग टर्म में एसेस्ट में बदलना है. न कि बस कुछ पैसे अपनी अंटी में डालना.
प्रॉफिट टेकिंग (profit taking) सुनने में भले ही अच्छा लगे, लेकिन यह अच्छी रणनीति नहीं है. मार्क्स का कहना है कि प्रॉफिट से कभी किसी को नुकसान नहीं होता, वाली धारणा शॉर्ट टर्म निवेशकों के लिये तो हितकर है, परंतु पेशेवर लॉंग टर्म निवेशकों (professional invester) के लिये इसे अपनाना अपने पैर पर कुल्हाड़ी मारने जैसा है. इसलिये अगर मार्केट तेज है. आपको अच्छे रिटर्न मिल रहे हैं तो भी प्रॉफिट टेकिंग की बजाय मार्केट में बने रहना चाहिये. इससे लॉंग टर्म में आपको बहुत फायदा होगा.
डर नहीं हो सकता निवेश निर्णय का आधार
मार्क्स का कहना है कि बिकवाली करने के बहुत से अच्छे कारण हो सकते हैं. लेकिन अगर आप केवल गलती होने या घाटा होने के डर मात्र से बिकवाल बन जाते हैं, तो ये आपके लिये बहुत घातक है. बिकवाली का निर्णय (selling decision )निवेश के दृष्टिकोण पर आधारित होना चाहिये जो ठोस वित्तीय विश्लेषण, दृढ निश्चय और निवेश अनुशासन से बना हो. यह निर्णय कभी निवेशक (investor) के मनोविज्ञान (psychology) पर आधारित नहीं हो सकता.
मार्क्स का मानना है सफल निवेश निर्णय दूसरों की गलतियों को देखकर लिये जाते हैं. अगर कोई डर कर शेयर बेच रहा है तो उसकी यह गलती एक सच्चे निवेशक को खरीददारी करने एक बेहतरीन मौका दे रही है. और उसे डरे हुये इंसान की गलती से लाभ कमाना चाहिये. मार्केट गुरू का कहना है कि निवेश निर्णय का आधार किसी भी एसेस्ट की क्षमताओं का सही मूल्यांकन होता है. यह निर्णय केवल इस आधार पर नहीं हो सकता कि मार्केट बहुत तेज हो चुकी है और अब यह गिरेगी.
Long Term- Deepak Fertilisers
लॉन्ग टर्म के लिए दीपक फर्टिलाइजर्स को चुना है. इसका करंट प्राइस 1,036-1,038 रुपये के आसपास है. वीकली-मंथली बेसिस पर इस स्टॉक ने कई स्विंग हाई को क्रॉस किया है. टारगेट प्राइस 1400-1450 रुपये तक रखा है. इसका स्टॉपलॉस 850 रुपये के आसपास का रहेगा.
2. शॉर्ट टर्म, पोजीशनल और लॉन्ग टर्म के लिए ट्रेडस्विफ्ट ब्रोकिंग के संदीप जैन ने इन 3 Midcap Stocks में ट्रेडिंग की दी सलाह
शॉर्ट टर्म, पोजीशनल और लॉन्ग टर्म के लिए ट्रेडस्विफ्ट ब्रोकिंग के संदीप जैन से 3 बेहतरीन #MidcapStocks
Short Term- Star Paper
Positional Term- Allsec Technologies
Short Term- Star Paper
पेपर स्टॉक पर एक्सपर्ट बुलिश हैं. स्टार पेपर शॉर्ट टर्म के लिए पिक रहेगा. डेट फ्री कंपनी है और अच्छे तिमाही नतीजे दे रही है. अभी इसका करंट लेवल 209 रुपये के आसपास है. टारगेट प्राइस 230 रुपये पर है और स्टॉपलॉस 195 का रहेगा.
ऑलसेक टेक कंपनी बढ़िया ग्रोथ दिखा रही है. एचआरएम और टेकिंग प्रॉफिट सीएलएम सॉल्यूशन देती है. अभी इसका करंट लेवल 512 के आसपास है. टारगेट प्राइस 540 रुपये पर रहेगा और स्टॉपलॉस 470 रुपये पर रहेगा.
Long Term- Aegis Logistics
लॉन्ग टर्म के लिए एजिस लॉजिस्टिक्स को चुना है. इसका करंट लेवल 294 रुपये के आसपास है. ये पिछले रेकमेंडेशन के टारगेट के भी ऊपर गया है. पहले एजिस केमिकल्स के नाम से जाना जाता था. पेट्रोकेमिकल प्रॉडक्ट्स के स्टोरेज और लॉजिस्टिक देखती है. आने वाले 6-9 महीने के लिए टारगेट प्राइस 350 रुपये रखा है.
(डिस्क्लेमर: यहां स्टॉक्स में ट्रेडिंग की सलाह अलग-अलग स्टॉक एक्सपर्ट्स की ओर से दी गई है. ये जी बिजनेस के विचार नहीं हैं. निवेश से पहले अपने एडवाइजर से परामर्श कर लें.)
Pivot Point- पाइवोट प्वॉइंट
क्या होता है पाइवोट प्वॉइंट?
पाइवोट प्वॉइंट (Pivot Point) एक टेक्निकल एनालिसिस संकेतक या गणना है, जिसका उपयोग विभिन्न समय सीमाओं में मार्केट के कुल रुझान को निर्धारित करने के लिए किया जाता है। पाइवोट प्वॉइंट अपने आप में केवल इंट्राडे हाई एवं लो का औसत और पिछले ट्रेडिंग डे से क्लोजिंग प्राइस है। ऐसा समझा जाता है कि इसके बाद वाले दिन पाइवोट प्वॉइंट से ऊपर की ट्रेडिंग वर्तमान में जारी बुलिश सेंटीमेंट का संकेत देती है, जबकि पाइवोट प्वॉइंट से नीचे की ट्रेडिंग बियरिश सेंटीमेंट का संकेत देती है। पाइवोट प्वॉइंट संकेतक के लिए आधार होता है लेकिन इसमें अन्य सपोर्ट और रेसिस्टेंस लेवेल भी शामिल होता है जिन्हें पाइवोट प्वॉइंट गणना के आधार पर प्रोजेक्ट किया जाता हे। ये सभी लेवल ट्रेडरों को यह देखने में सहायता करते हैं कि क्या प्राइस सपोर्ट और रेसिस्टेंस का अनुभव कर रहा है। इसी प्रकार, यदि प्राइस इन लेवल्स के जरिए मूव करता है तो इससे ट्रेडर को पता चल जाता है कि प्राइस उस दिशा में ट्रेंड कर रहा है।
एक्सपर्ट्स ने क्या बताई वजह?
रिपोर्ट के मुताबिक, Dibb ने कहा कि प्रॉफिट टेकिंग थी. इसके साथ Mt Gox के क्रेडिटर्स को पुनर्भुगतान करने की योजना के मामले में टोक्यो कोर्ट के हस्ताक्षर करना भी वजह है. उन्होंने कहा कि जिन लोगों पर असर पड़ा है, उन्हें बिटक्वॉइन की बड़ी राशि मिलेगी, जो 2022 की पहली या दूसरी तिमाही में हो सकता है. इससे बाजार में लंबी अवधि के लिए कुछ टेकिंग प्रॉफिट डर आया है.
मार्केट वैल्यू के हिसाब से दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी Ether शुक्रवार को तीन हफ्ते में अपने सबसे निचले स्तर पर 4,014 डॉलर को छू गई. दोनों ether और बिटक्वॉइन को नुकसान हुआ है, क्योंकि ग्लोबल मार्केट हाल के दिनों में सावधान रहा है, जिसकी वजह आर्थिक ग्रोथ, ब्याज दरों और मुद्रास्फीति को लेकर चिंताएं हैं.
बिटक्वॉइन में पिछले एक साल में चार गुना से ज्यादा की तेजी देखी गई है और यह पिछले महीने 67,000 डॉलर के रिकॉर्ड के करीब पहुंच गया था. इसकी वजह अमेरिका में बिटक्वॉइन फ्यूचर्स बेस्ड एक्सचेंज ट्रेडेड फंड्स (ETFs) के लॉन्च को लेकर बेहतर माहौल और डिजिटल एसेट के क्षेत्र पर चीन के प्रतिबंधों जैसे मामलों को लेकर चिंताओं में कमी आना रहा है.