शेयरों का तकनीकी विश्लेषण

जानिए निवेश रणनीति

जानिए निवेश रणनीति
न्यूनतम निवेश की सुविधा देते हैं डिजिटल फॉर्मेट
गोल्ड ETF और गोल्ड बॉण्ड जैसे डिजिटल तरीकों से सोने में निवेश के कई फायदे हैं। सबसे बड़ा फायदा यह है कि मोटी रकम जमा होने तक आपको इस एसेट क्लास में निवेश के लिए लंबा इंतजार नहीं करना पड़ता है। डिजिटल फॉर्मेट में आप सिर्फ 100 रुपए से भी सोने में निवेश शुरू कर सकते हैं।

Cryptocurrency में निवेश से पहले न करें जल्दबाजी, जरूर याद रखें ये 10 बातें

सोने में निवेश का सबसे अच्छा समय: जब भविष्य की थाह लेना मुश्किल हो तो गोल्ड का सहारा लेना बेहतर, एक्सपर्ट से जानिए निवेश करने का तरीका

यूरोप में तकनीकी तौर पर मंदी शुरू हो गई है और अमेरिकी GDP भी लगातार दो तिमाही घटी है। ये दोनों आर्थिक ताकतें महंगाई और इसे कम करने के लिए लागू नीतियों की चलते इस हालत में पहुंची हैं। यही स्थिति कमोबेश पूरी दुनिया की है। जाहिर है, अर्थव्यवस्था को लेकर अनिश्चितता बढ़ी है।

ऐसे में सोने में निवेश मददगार साबित हो सकता है, क्योंकि यह महंगाई और अनिश्चितता दोनों से बचाव का भरोसेमंद साधन (हेजिंग टूल) रहा है। आपने गौर किया होगा कि जब कोविड महामारी चरम पर थी, उस दौरान सोने की कीमत रोजाना बढ़ रही थी।

दूसरी तरफ शेयर बाजार में गिरावट आ रही थी। इस साल मार्च में भी जब रूस और अमेरिका के बीच युद्ध शुरू हुआ तो सोने की कीमत बढ़ने लगी थी। अब एक बार फिर न केवल वैश्विक मंदी का खतरा मंडरा रहा है, बल्कि रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच ताइवान को लेकर अमेरिका और चीन में तकरार भी बढ़ी है।

बॉन्ड और FD निवेश में बड़े काम की है यह रणनीति, जानिए कैसे करती है काम

  • Vijay Parmar
  • Publish Date - November 6, 2021 / 04:08 PM IST

बॉन्ड और FD निवेश में बड़े काम की है यह रणनीति, जानिए कैसे करती है काम

Protect Your Investment with Laddering Strategy: इफेक्टिव जानिए निवेश रणनीति इन्वेस्टमेंट के लिए एक आसान और प्रभावी रणनीति का सहारा लिया जा सकता है, जिसे लैडरिंग (laddering) स्ट्रैटेजी कहते हैं. इस स्ट्रैटेजी से आपको रिटर्न बढ़ाने के साथ साथ ब्याज दरों में बदलाव के कारण इनकम लॉस होने से बचने में भी मदद मिलती है. फिक्स्ड रिटर्न पाने के लिए निवेशक कई तरह के निवेश करते हैं, लेकिन जब ब्याज दर कम हो और ब्याज दर में उतार-चढ़ाव आते हों, तब उनका काम चुनौतीपूर्ण बन सकता है. ऐसे माहौल में ये स्ट्रैटेजी आपके काम आती हैं.

क्या हैं लैडरिंग स्ट्रैटेजी

ये एक निवेश तकनीक है जिसके तहत विभिन्न परिपक्वता अवधि वाले मल्टिपल निवेश उत्पादों का उपयोग किया जाता है. Laddering यानि सीढी चढना. जैसे हम सीढ़ी चढ़ते वक्त एक के बाद एक स्टेप ऊपर जाते हैं ऐसे ही इस स्ट्रैटेजी में मैच्योर होने वाली राशि को फिर से निवेश किया जाता है. दूसरे देशो में फाइनेंस एक्सपर्ट विशेष रूप से डेट इंवेस्टमेंट में बॉन्ड लैडरिंग और FD लैडरिंग स्ट्रैटेजी का उपयोग करते है.

इस रणनीति में आपको अलग-अलग मैच्योरिटी वाले साधनों में निवेश करना होता हैं, जैसे ही एक निवेश मैच्योर होता है तो उसे फिर से निवेश किया जाता है. बैंक FD में इस रणनीति जानिए निवेश रणनीति से निवेश करने के लिए, आपको अलग-अलग मैच्योरिटी वाली FD को पसंद करना होगा. अपने पूरे फंड को एक FD में निवेश करने के बजाय, उसे समान रूप से विभाजित किया जाता है और अलग-अलग मैच्योरिटी वाली FD में निवेश किया जाता है.

उदाहरण

मान लीजिए, आपके पास 5 लाख रुपये हैं, तो इसे पांच समान हिस्से में विभाजित करना होगा और 1 लाख रूपये की पांच FDs में निवेश करना होगा. इन जानिए निवेश रणनीति सबकी मैच्योरिटी अलग-अलग होनी चाहिए. अर्थात, 1 साल, 2 साल, 3 साल, 4 साल और 5 साल की अवधि वाली पांच FD में 5 लाख रुपये निवेश करने होंगे.
1 साल वाली FD मैच्योर होने पर फिर से निवेश करना होगा. मान लीजिए आप प्रत्येक FD को मैच्योर होने के बाद पांच साल वाली FD में निवेश करते है. यानि, 1 साल के बाद जो FD मैच्योर हुई है वो छठ्ठे साल फिर मैच्योर होगी. दो साल की मैच्योरिटी वाली अवधि सातवे साल में, 3 साल वाली आठवें साल में, 4 साल वाली FD नवमे साल में और पांच साल वाली FD दसवे साल फिर से मैच्योर होगी.
इतना समझ में आता है कि, यहां इन्वेस्टमेंट लूप बनाया जाता है, जहां हर एक साल में आपकी FD मैच्योर होती है और आपको लिक्विडिटी की समस्या परेशान नहीं कर पाती.

आपके काम की खबर: जानिए स्टॉक मार्केट और रियल एस्टेट में से कौन सा विकल्प है बेहतर

टाइम्स नाउ डिजिटल

Investment tips

आमतौर पर यह तर्क दिया जाता है कि शेयरों में निवेश रियल एस्टेट निवेश से कहीं बेहतर है। क्या वास्तव में ऐसा है? इस प्रश्न का वास्तव में कोई सटीक उत्तर नहीं है क्योंकि यह व्यक्तिगत प्राथमिकताओं और वित्तीय उद्देश्यों पर निर्भर करता है। आइए इन दो लोकप्रिय निवेश विकल्पों के गुण और दोषों पर एक नजर डालें: स्टॉक बनाम रियल एस्टेट में निवेश।

स्टॉक्स में निवेश

स्टॉक्स में निवेश करने से आपको कंपनी में हिस्सेदारी मिलती है। स्टॉक निवेश जोखिम लेने वाले निवेशकों का हमेशा से पसंदीदा रहा है जो शेयर बाजार से बड़ा और बेहतर रिटर्न हासिल करना चाहते हैं। हम सभी जानते हैं कि शेयर बाजार जोखिम के जानिए निवेश रणनीति अधीन हैं। लेकिन, जैसा कि कहा जाता है, "जितना अधिक जोखिम, उतना अधिक रिटर्न" तो शेयर बाजार से भी ऐसी ही उम्मीद की जा सकती है।

शेयरों पर लाभांश अर्जित करना और उन्हें सही समय पर बेचकर लाभ जोड़ना, आय का अच्छा स्रोत प्रदान करता है।

रियल एस्टेट में निवेश

रियल एस्टेट या अचल संपत्ति, एक जानिए निवेश रणनीति टैंजिबल एसेट ने दशकों से निवेशकों के लिए लगातार धन अर्जित किया है। वाणिज्यिक हो या आवासीय, रियल एस्टेट में निवेश अधिक धन रखने वाले लोगों का पसंदीदा विकल्प रहा है।

एक निवेशक के रूप में, भारत के विभिन्न शहरों और स्थानों में रियल एस्टेट से रिटर्न काफी भिन्न हो सकता है। घर के अलावा जहां आप रहते हैं, यदि आप कोई अतिरिक्त संपत्ति किराए पर देने की योजना बना रहे हैं, तो यह आपको समय के साथ पूंजी वृद्धि के साथ नियमित किराये की आय प्रदान कर सकता है।

स्टॉक्स बनाम रियल एस्टेट में निवेशः तुलना

लॉन्ग टर्म निवेश- स्टॉक के साथ-साथ रियल एस्टेट दोनों में निवेश को लॉन्ग टर्म निवेश साधन माना जाता है। विशेषज्ञ आमतौर पर इन दोनों परिदृश्यों में काफी लंबी अवधि के लिए निवेशित रहने की सलाह देते हैं।

आपको रियल एस्टेट की तुलना में अपेक्षाकृत कम अवधि में शेयरों से कमाई करने का मौका मिल सकता है। लेकिन, बाजार में तेजी आने तक, आपको अपनी वास्तविक क्षमता अर्जित करने के लिए अपनी संपत्ति को अधिक वर्षों तक रखना पड़ सकता है।

तेज और सुविधाजनक- यहां कोई भी अनुमान लगा सकता है कि शेयरों में निवेश करना इतना तेज़ और सुविधाजनक है, और इसमें लर्निंग कर्व भी छोटा है। आपको बस एक प्रतिष्ठित स्टॉक ब्रोकर के साथ जुड़ना है, डीमैट और ट्रेडिंग खाता खोलना है, इसे अपने बैंक खाते से लिंक करना है और आप शुरुआत कर सकते हैं।

LIC's जानिए निवेश रणनीति Jeevan Umang Policy: हर रोज 44 रुपये का निवेश कर मैच्योरिटी पर पाएं 27.60 लाख, जानिए - कैसे

Published: December 3, 2021 4:21 PM IST

LIC

LIC’s Jeevan Umang Policy: एलआईसी (LIC) समय-समय पर अपने उपभोक्ताओं को शानदार डील ऑफर करती है. आप इन योजनाओं में निवेश करके अपना और अपने परिवार का भविष्य सुरक्षित कर सकते हैं. ऐसे में एलआईसी (LIC) की एक विशेष योजना है जिसे जीवन उमंग पॉलिसी (Jeevan Umang Policy) कहा जाता है, जिसमें आप निवेश कर सकते हैं और महत्वपूर्ण रिटर्न प्राप्त कर सकते हैं. आइए इस शानदार नीति के बारे में प्रचार करें.

Also Read:

जीवन उमंग पॉलिसी कई मायनों में पिछले कई योजनाओं से काफी अलग है. यह कवरेज 90 दिन से लेकर 55 साल तक के किसी भी व्यक्ति के लिए उपलब्ध है. यह लंबी अवधि की निवेश रणनीति है. जीवन बीमा के साथ, परिपक्वता पर एकमुश्त भुगतान प्रदान किया जाता है. मैच्योरिटी के बाद एक साल की फिक्स्ड इनकम आपके खाते में जमा कर दी जाएगी. पॉलिसीधारक की मृत्यु के बाद पॉलिसीधारक के परिवार के सदस्यों और नामांकित व्यक्ति को एकमुश्त भुगतान किया जाएगा. इस प्लान का एक और फायदा यह है कि यह आपको 100 साल तक के लिए कवर करता है.

अगर आप इस पॉलिसी पर 1302 रुपये मासिक प्रीमियम का भुगतान करते हैं, तो आपको एक साल में 15,298 रुपये का भुगतान करना होगा. अगर आप इस पॉलिसी को 30 साल तक रखते हैं तो पैसा करीब 4.58 लाख रुपये होगा. 31वें साल से कंपनी आपके निवेश पर आपको हर साल 40,000 रुपये का रिटर्न देगी. अगर आप 31 से 100 साल तक 40,000 रुपये का सालाना रिटर्न लेते हैं, तो आप लगभग 27.60 लाख रुपये जमा करेंगे.

3. अपनी रिसर्च पर भरोसा करें

क्रिप्टोकरेंसी मार्केट को लेकर अकसर कहते हैं कि 'इस बारे में कोई कुछ नहीं जानता है.' हालांकि, फिर भी मार्केट में ढेरों मार्केट एनालिटिक्स, ट्रेंड एक्सपर्ट्स और सोशल मीडिया इंफ्लुएंसर हैं, जो आपको क्रिप्टो मार्केट पर स्ट्रेटजी और टिप्स देते हुए मिलेंगे. लेकिन आपके लिए जरूरी है कि आप हर किसी की बात पर भरोसा न करें, अपनी रिसर्च को देखें और अपने पर्सनल फाइनेंस को देखते हुए स्ट्रेटजी बनाएं.

क्रिप्टो निवेश में शुरुआत करते वक्त ध्यान रखें कि शुरुआती चरण में एक ही क्रिप्टो के साथ स्टिक करें. इधर-उधर पैर फैलाने की कोशिश न करें. क्रिप्टोकरेंसी मार्केट में जबरदस्त उतार-चढ़ाव देखा जाता है, ऐसे में यही स्मार्ट होगा कि आप छोटे निवेश से शुरू करें. एक ही क्रिप्टो में निवेश करें और मार्केट की चाल को सीखें. जब थोड़ा कॉन्फिडेंट हो जाएं तब अपना निवेश बढ़ाएं.

5. थोड़ा धैर्य रखें

क्रिप्टोकरेंसी मार्केट की वॉलेटिलिटी यानी अस्थिरता के बारे में जितना चेताया जाए, उतना कम है. ऐसे में यह जरूरी है कि आप थोड़ा धैर्य रखें. मार्केट की चाल अच्छी है या बुरी, बदल जाएगी. हमेशा ठंडे दिमाग से रणनीति के तहत फैसले लें.

blockchain

6. एक नई ईमेल ID रखना बेहतर

क्रिप्टोकरेंसी ट्रेडिंग, क्रिप्टो एक्सचेंज पर या peer-to-peer नेटवर्क पर होती है. प्लेटफॉर्म्स पर ट्रेडिंग के लिए आपको ईमेल आईडी के जरिए अकाउंट खोलना पड़ता है. डेटा सुरक्षित रखने के लिए जरूरी है कि आप क्रिप्टो का अपना पूरा निवेश और ट्रेडिंग वगैरह एक दूसरे आईडी पर रखें. इसके लिए एक अलग ईमेल आईडी बना लें.

क्रिप्टोकरेंसी को ऑनलाइन और ऑफलाइन वॉलेट में स्टोर किया जा सकता है. नए निवेशकों के लिए ऑनलाइन वॉलेट बेस्ट होता है, हालांकि, इसमें हैकिंग का डर ज्यादा होता है. ऐसे में दोनों वॉलेट को अच्छी तरह समझ लें और जो फिट लगे, वो चूज़ करें.

8. मोबाइल वॉलेट में अपनी पूरी करेंसी स्टोर न करें

इसमें कोई दोराय नहीं है कि मोबाइल वॉलेट्स बहुत ही सुविधाजनक होते हैं, लेकिन इनका हैक होना भी बहुत आसान होता है. ऐसे में कभी भी अपनी पूरी क्रिप्टोकरेंसी मोबाइल वॉलेट में स्टोर न करें.

चूंकि क्रिप्टोकरेंसी पर किसी संस्था का नियमन नहीं होता है, ऐसे में इससे होने वाले प्रॉफिट पर आपको भारी टैक्स देना पड़ सकता है. ऐसे में क्रिप्टोकरेंसी निवेश और टैक्स को लेकर देश में क्या नियम हैं, वो सब जानने के बाद ही निवेश शुरू करें.

रेटिंग: 4.96
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 724
उत्तर छोड़ दें

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा| अपेक्षित स्थानों को रेखांकित कर दिया गया है *