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खरीदारी की मुद्रा

खरीदारी की मुद्रा
5. मालदीव: ज्ञातव्य है कि 1 भारतीय रुपया 0.खरीदारी की मुद्रा 21 मालदीवियन रूफिया के बराबर है. मालदीव के कुछ हिस्सों में भारत की करेंसी रुपया को आसानी स्वीकार किया खरीदारी की मुद्रा जाता है. भारत ने 1981 में मालदीव के साथ सबसे पहली व्यापार संधि पर हस्ताक्षर किए थे. विदेश व्यापार निदेशालय (डीजीएफटी) की हालिया अधिसूचना के अनुसार, मालदीव को भारत का 2017-18 में कुल निर्यात लगभग 217 मिलियन डॉलर था, जो पिछले वर्ष में लगभग $197 मिलियन था.

भारतीय रुपया ₹ प्रतीक चिह्न

दुनिया में सिर्फ इन करेंसी की है अपनी पहचान, जानिए किसके क्या हैं प्रतीक चिह्न

दुनिया के प्रमुख देशों की मुद्रा और उनके प्रतीक चिह्न

दुनिया में कुछ भी खरीदना हो तो उसके बदले आपको एक निश्चित कीमत अदा करनी होती है। यह कीमत जिस देश में आप रहते हैं अथवा जिस देश में आप खरीदारी कर रहे हैं, वहां की मुद्रा में होती है। मुद्रा यानी करेंसी, पैसे या धन के उस रूप को कहते हैं, जिससे दैनिक जीवन में क्रय और विक्रय या लेन-देन होती है। इसमें कागज के नोट और सिक्के दोनों आते हैं। दुनिया के प्रमुख देशों की मुद्रा की अपनी एक अलग और खास पहचान है। इस पहचान को उस देश की मुद्रा का प्रतीक चिह्न कहा जाता है। अभी तक दुनिया में सिर्फ पांच आधिकारिक करेंसी चिह्न हैं। आइए जानते हैं दुनिया की प्रमुख करेंसी, उनके प्रतीक चिह्न के बारे में.

आरबीआई मई में अमेरिकी मुद्रा का शुद्ध खरीदार बना रहा

जुलाई 2022 के लिए आरबीआई बुलेटिन में दिए आंकड़ों से यह जानकारी मिली। शनिवार को जारी इस बुलेटिन के अनुसार आरबीआई ने मई में हाजिर बाजार से 10.143 अरब अमेरिकी डॉलर की खरीदारी की और 8.142 अरब अमेरिकी डॉलर की बिक्री की।

इससे पहले अप्रैल 2022 में केंद्रीय बैंक ने 1.965 अरब अमेरिकी डॉलर की शुद्ध खरीदारी की थी।

किन देशों में भारतीय करेंसी मान्य है और क्यों?

क्या आप जानते हैं कि दुनिया का लगभग 85% व्यापार अमेरिकी डॉलर की खरीदारी की मुद्रा मदद से होता है? दुनिया भर के लगभग 39% क़र्ज़ अमेरिकी डॉलर में दिए जाते हैं और कुल डॉलर की संख्या के 65% का इस्तेमाल अमेरिका के बाहर होता है. इसलिए विदेशी बैंकों और देशों को अंतरराष्ट्रीय व्यापार खरीदारी की मुद्रा में डॉलर की ज़रूरत होती है. यही कारण है कि डॉलर को 'अंतरराष्ट्रीय व्यापार करेंसी' भी कहा जाता है.

Indian Currency

डॉलर को पूरी दुनिया में इंटरनेशनल करेंसी कहा जाता है. कोई भी देश डॉलर में भुगतान लेने को तैयार हो जाता है. लेकिन क्या इस तरह का सम्मान भारत की मुद्रा रुपया को मिलता है. जी हाँ, भले खरीदारी की मुद्रा ही ‘रुपये’ को डॉलर जितनी आसानी से इंटरनेशनल ट्रेड में स्वीकार ना किया जाता हो लेकिन फिर भी कुछ ऐसे देश हैं जो कि भारत की करेंसी में आसानी से पेमेंट स्वीकार करते हैं. आइये इस लेख में इन सभी देशों के नाम जानते हैं.खरीदारी की मुद्रा

विस्तार

सऊदी अरब में हज यात्रियों को खरीदारी करने के लिए विदेशी मुद्रा के लिए परेशान नहीं होना पड़ेगा। हज खरीदारी की मुद्रा यात्रियों के बेफिक्र सफर और खरीदारी के खरीदारी की मुद्रा लिए भारतीय मुद्रा को विदेशी मुद्रा में बदलने की व्यवस्था हज हाउस में ही की गई है। प्रत्येक यात्री खरीदारी की मुद्रा यहां 10 हजार डालर यानी करीब 7 लाख 60 हजार रुपये को सऊदी रियाल में बदलवा सकता है।

गौरतलब है कि हज कमेटी ऑफ इंडिया देश भर से हज पर जाने वाले प्रत्येक यात्री को सऊदी अरब में विदेशी मुद्रा की जरूरत को पूरा करने के खरीदारी की मुद्रा लिए 2100 सऊदी रियाल खर्च के लिए मुहैया कराती है। हालांकि ये रियाल हज यात्रियों से लिए किए जाने वाले हज खर्च की धनराशि में पहले ही जोड़ लिया जाता है।

यूपी से हज पर जाने वाले प्रत्येक यात्री को 2100 रियाल देने की जिम्मेदारी बाम्बे मर्केंटाइल बैंक को दी गई है। खरीदारी की मुद्रा बैंक ने हज यात्रियों को सऊदी रियाल वितरित करने के लिए हज हाउस के मुख्य हॉल में काउंटर खोला खरीदारी की मुद्रा है। यहां पर हज यात्रियों के पासपोर्ट व टिकट देखकर रियाल वितरित किए जा रहे हैं। बैंक कर्मचारी नूर आजमी ने बताया कि बैंक ने हज यात्रियों को करेंसी एक्सचेंज की सुविधा दी है।

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