इनवेस्टमेंट क्या होती है?

हमारे देश में इन्वेस्टमेंट बैंकर के पेशे के लिए स्टूडेंट्स या जॉब सीकर कैंडिडेट्स ने बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन या फाइनेंस आदि किसी संबद्ध स्टडी फील्ड में बैचलर डिग्री प्राप्त की हो. कई एम्पलॉयर्स मास्टर डिग्री या एमबीए की डिग्री वाले कैंडिडेट्स को इस पेशे के लिए प्रेफरेंस देते हैं. इस पेशे के लिए कैंडिडेट्स को एकाउंटिंग, रिस्क मार्केट्स, फाइनेंशल स्टेटमेंट एनालिसिस और फाइनेंशल मॉडलिंग के बेसिक्स की अच्छी जानकारी और समझ होनी चाहिए. इस पेशे के लिए कैंडिडेट्स बीकॉम या संबद्ध फील्ड में ग्रेजुएशन की डिग्री प्राप्त करने के बाद भारत में स्थित विभिन्न एकाउंटिंग और फाइनेंस इंस्टीट्यूट्स द्वारा चलाए जा रहे ट्रेनिंग प्रोग्राम्स में शामिल हो सकते हैं. इस फील्ड में अपनी ट्रेनिंग पूरी करने के बाद कैंडिडेट्स फाइनेंस मार्केट में प्रसिद्ध किसी अच्छी कंपनी में इंटर्नशिप कर सकते हैं. इन्वेस्टमेंट बैंकर के पेशे के लिए आपके पास 2 वर्ष या अधिक का वर्क एक्सपीरियंस और संबद्ध स्टडी फील्ड में ग्रेजुएशन की डिग्री अवश्य होनी चाहिए. कुछ वर्षों के अनुभव के बाद कैंडिडेट्स इन्वेस्टमेंट बैंकिंग की फील्ड में अपनी फर्म भी शुरू कर सकते हैं.
Dhanteras 2021 : डिजिटल गोल्ड में निवेश के तरीके, सोने के बाजार भाव पर रिटर्न तथा बाॅन्ड में ब्याज मिले अलग से
चाेरी या मेकिंग चार्च कटने के डर से सोने में पैसा लगाने से कतराते हैं तो डिजिटल गोल्ड में निवेश एक अच्छा तरीका है। आजकल डिजिटल गोल्ड खरीदने के कई तरीके हैं। आइए जानते हैं इनमें इनवेस्टमेंट के तरीके तथा इसके फायदे.
कानपुर (इंटरनेट डेस्क)। फिजिकल गोल्ड के मुकाबले डिजिटल गोल्ड में इनवेस्टमेंट करने के बहुत सारे फायदे हैं। डिजिटल इंडिया के युग में डिजिटल गोल्ड में निवेश करने के कई तरीके मौजूद हैं। सबसे पहला तरीका है म्यूचुअल फंड के जरिए गोल्ड में निवेश किया जा सकता है। इसमें आप 100 रुपये से लेकर जितनी मर्जी हर महीने की एसआईपी कर सकते हैं या फिर जब सोने के भाव गिरे निवेश करते जाएं। इसमें आप ग्रोथ या डिविडेंट ऑप्शन चुन सकते हैं। ग्रोथ ऑप्शन में रिटर्न का लाभांश उसी फंड में निवेश कर दिया जाता है, जिससे आपको कंपाउंडिंग का लाभ मिलता है। इस ऑशन में लंबी अवधि में तेजी से पैसा बढ़ता है। जबकि डिविडेंट ऑप्शन में हर महीने या नियत समय पर लाभांश का लगातार भुगतान किया जाता है। गोल्ड में निवेश करने वाले म्यूचुअल फंड की एनएवी सोने के डेली भाव पर ही आधारित होती है।
सिस्टेमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (SIP) क्या है, निवेशकों को इससे कैसे होता है फायदा
आपको आए दिन टीवी, अखबारों या होर्डिंग्स (Hoardings) पर SIP यानि सिस्टेमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (Systematic Investment Plan) के बारे में जानकारी देखने को मिल जाती है. लोगों को बताया जाता है कि SIP (SIP Calculator) में निवेश करते ही आपकी सभी फाइनेंशियल प्रॉब्लम झट से खत्म हो जाएंगी. लेकिन क्या ऐसा है. हम इस रिपोर्ट में SIP (SIP Kya Hai) से जुड़ी हर उस बात की चर्चा करेंगे जिसको लेकर आपके मन में कई सवाल उठते रहते हैं.
म्यूचुअल फंड में निवेश के लिए SIP क्यों है जरूरी
म्यूचुअल फंड में निवेश करने के लिए SIP को सबसे अच्छा तरीका माना जाता है. SIP के जरिए निश्चित रकम को तय समय के अंतराल में निवेश किया जाता है. बाजार इनवेस्टमेंट क्या होती है? के जानकार कहते हैं कि SIP म्यूचुअल फंड में निवेश करने का सबसे बढ़िया तरीका है और इसके जरिए निवेशकों में बचत की आदत पड़ती है. यही नहीं SIP के जरिए लॉन्ग टर्म में अच्छा खासा फंड बनाया जा सकता है.
Investment Banker: इन्वेस्टमेंट बैंकिंग का करियर होता है शानदार, जानें कहां है अवसर और कहां मिलेगी जॉब
Investment Banker– यदि आप बैंकिंग एवं फाइनेंस सेक्टर में रूचि रखते है तो यह खास जानकारी हम आपके लिए लेकर आये है। आपके लिए इन्वेस्टमेंट बैंकर की जॉब एक अच्छा करियर हो सकती है ,यदि आप इस क्षेत्र में अपना करियर बनाना चाहते है तो इसके लिए आपके पास बिज़नेस एडमिनिस्ट्रेशन या फाइनेंस में बैचलर्स डिग्री होना आवश्यक है। इन्वेस्टमेंट बैंकिंग में करियर बनाने के लिए अधिकतर कंपनिया उन सभी स्टूडेंट्स को अहमियत देती है जो मास्टर डिग्री भी कर चुके है। तो आइये जानते है इन्वेस्टमेंट बैंकिंग करियर से संबंधी जानकारी को विस्तार रूप में की आपको इस क्षेत्र में कहाँ जॉब मिलेगी।
Investment Banker
इन्वेस्टमेंट बैंकिंग का करियर होता है शानदार– इन्वेस्टमेंट बैंकर का मुख्य कार्य होता है किसी भी सरकारी एवं निजी कंपनियों में वित्तीय लेन देन से जुड़े रिकॉर्ड का रख रखाव ,डेवलपमेंट, मॉडिफिकेशन, कंपनी कैपिटल, टेस्टिंग, स्टॉक फंड, लोन, आदि चीजों में काम करना। इन्वेस्टमेंट बैंकर का कंपनी के क्लाइंट को लोन दिलाने और इन्वेस्टमेंट करने की प्रक्रिया में मदद करने में एक प्रमुख भूमिका होती है।
नीचे दी गए कोर्सों के आधार पर आप इन्वेस्टमेंट बैंकर के क्षेत्र में अपना करियर बना सकते है। यदि आपके द्वारा नीचे दिए गए कोर्सो में से कोई एक कोर्स किया गया है तो इन्वेस्टमेंट बैंकर के क्षेत्र में आप अपना करियर बना सकते है।
- MBA in Finance
- Masters in Commodity Finance
- MS in Finance
- Post Graduate Diploma in Banking and Finance
- Master’s Degree in Financial Engineering
- Advance Diploma in Banking and Finance
- UG Program in Portfolio Management and Investment Banking
- Chartered Accountant
- PG Diploma in Global Investment
- Diploma in Investment Banking and Equity Research
- MIB ( Master of International Business )
इन्वेस्टमेंट बैंकर कौन होते हैं?
इन्वेस्टमेंट इनवेस्टमेंट क्या होती है? बैंकर की सबसे महत्वपूर्ण भूमिका किसी भी सरकारी तथा प्राइवेट कंपनियों में होती है। इनको मुख्य रूप कंपनियों के वित्तीय लेनदेन से संबंधी समस्याओं को हल करना होता है। जैसे-फंड ऋण रोक, आर्थिक संशोधन कंपनी पूंजी ,परीक्षण विकास, आदि। इसमें इन्वेस्टमेंट बैंकर को निवेश करने से लेकर किसी भी ग्राहक को ऋण दिलाने हेतु सहयोग करना पड़ता है। Investment Banker को अपनी टीम के साथ मिलकर कंपनी की फाइनेंशियल प्रोफ़ाइल बनाने की आवश्यकता भी पड़ती है। वह इसलिए क्योंकी कम्पनी के वित्तीय स्थिति को लेकर अधिक से अधिक लोन फंड के लिए ग्राहक के साथ मीटिंग भी करते है। आपको बता दें की इन सभी कार्यों के आलावा भी इन्वेस्टमेंट बैंकर की एक अलग जिम्मेदारी होती है जिसके लिए उन्हें विशेष रूप से विचार करना होता है।
Investment Banker के फिल्ड में सबसे बड़े रोजगार प्रदाता के रूप में कमर्शियल बैंक को जाना जाता है। हर साल बड़े स्तर पर इन्वेस्टमेंट बैंकरों की नियुक्ति कैपिटल मार्केट, टेरडिंग फर्म, और अन्य लोन देने वाली कंपनियों में होती है। इस फिल्ड में Professionals Portfolio Manager और financial के रूप में भी अपने कार्य को रफ्तार देते है। फार्मों को ऐसे स्टाफ की आवश्यकता होती है जो उनकी प्रोजेक्शन प्लानिंग,फाइनेंशियल प्लानिंग, एवं खर्च और एसेट प्लानिंग का इनवेस्टमेंट क्या होती है? पृथक्करण कर सकें। टेक्नोलॉजी और एनर्जी इंडस्ट्री एवं हेल्थकेयर के फिल्ड में भी इसकी डिमांड बनी रहती है। इन्वेस्टमेंट बैंकर के क्षेत्र में रोजगार की कमी नहीं है इस क्षेत्र में रूचि रखने वाले लोगो के लिए मल्टीनेशल कंपनिया हमेशा इन्वेस्टमेंट बैंकरों की खोज में रहती हैं।
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Mutual Fund in Hindi म्यूचुअल फंड क्या है, कैसे काम करता है और क्या हैं इसके फायदे आइये और नुकसान हिंदी में जानते हैं.
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इन्वेस्टमेंट बैंकर का प्रोफेशन
इन्वेस्टमेंट बैंकर्स कंपनियों में इक्विटी सेल या डेब्ट इशू करने के माध्यम से कैपिटल मार्केट्स से पैसा बटोरने या मनी रेज करने में अपने क्लाइंट्स की मदद करते हैं. इसके अलावा, ये पेशेवर मर्जर्स एंड एक्वीजीशन्स (एम एंड ए) के मामले में अपने क्लाइंट्स की सहायता करते हैं और डेरीवेटिव्स जैसे खास इन्वेस्टमेंट अवसरों पर अपने क्लाइंट्स को फायदेमंद राय देते हैं. वास्तव में, इन्वेस्टमेंट बैंकर्स ऐसे एक्सपर्ट्स या मैनपावर होते हैं जो किसी संगठन की फाइनेंशल नीड्स के लिए कैपिटल जुटाने के लिए बॉन्ड्स और स्टॉक्स जैसी सिक्योरिटीज के लिए बायर्स की तलाश करते हैं. आसान शब्दों में, ये पेशेवर क्लाइंट्स और इन्वेस्टमेंट बैंक के मध्य एक लायसन ऑफिसर के तौर पर काम करते हैं और सभी क़ानूनी एवं अन्य औपचारिकताओं को अपने एक्सपरटाइज से पूरा करते हैं. एक इन्वेस्टमेंट बैंकिंग एनालिस्ट के तौर पर शुरू में ये लोग अपने क्लाइंट्स को गोल्स अचीव करने इनवेस्टमेंट क्या होती है? के लिए इफेक्टिव इन्वेस्टमेंट्स करने में सहायता देते हैं. आमतौर पर इन्वेस्टमेंट बैंकिंग एनालिस्ट्स किसी विशेष फील्ड जैसेकि, हेल्थकेयर में स्पेशलाइजेशन प्राप्त कर लेते हैं और उन कंपनियों पर फोकस करते हैं जो इस फील्ड में कामकाज कर रही हैं.
इन्वेस्टमेंट बैंकर बनने के लिए जरुरी स्किल सेट
इस पेशे के लिए स्टूडेंट्स और कैंडिडेट्स के पास कॉमर्स स्ट्रीम की एजुकेशनल बैकग्राउंड के अलावा प्रोफेशनल तौर पर पूरा स्किल-सेट होने के साथ ही फाइनेंशल मार्केट की काफी अच्छी जानकारी और समझ होनी चाहिए. इस पेशे के लिए कैंडिडेट्स में निम्नलिखित स्किल्स अवश्य होने चाहिए:
- इस पेशे के लिए इन्वेस्टमेंट और फाइनेंस की फ़ील्ड्स में प्रॉब्लम सॉल्विंग और एनालिटिकल स्किल्स सबसे महत्वपूर्ण हैं.
- पेशेवर हरेक डिटेल पर पूरा ध्यान दें.
- टीम ओरिएंटेशन स्किल.
- बेहतरीन कम्युनिकेशन स्किल्स ताकि क्लाइंट्स को अपने प्वाइंट्स अच्छी तरह समझा सकें.
- आकर्षक व्यक्तित्व भी प्लस प्वाइंट साबित होगा इसलिए पर्सनल ग्रूमिंग स्किल्स जरुरी हैं.
- टाइम मैनेजमेंट के साथ मल्टी-टास्किंग में कुशलता होनी चाहिए.
- अपने काम के प्रति पॉजिटिव एटीट्यूड हो.
इन्वेस्टमेंट बैंकर: जरुरी क्वालिफिकेशन्स
हमारे देश में एंट्री लेवल पर इन्वेस्टमेंट बैंकिंग एनालिस्ट की पोस्ट के लिए केवल बैचलर डिग्री की जरूरत होती है लेकिन अधिकतर इन्वेस्टमेंट बैंकर्स अक्सर हायर डिग्रीज प्राप्त करते हैं और इसलिए, विभिन्न मास्टर ऑफ़ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन (एमबीए) कोर्सेज इन्वेस्टमेंट बैंकर्स के बीच काफी लोकप्रिय हैं. हालांकि, लॉ में ग्रेजुएशन की डिग्री भी इस पेशे के लिए काफी उपयोगी साबित हो सकती हैं. इस पेशे के लिए आवश्यक कुछ हायर एजुकेशनल डिग्रीज निम्नलिखित हैं:
- मास्टर ऑफ़ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन (एमबीए)
- जूरिस डॉक्टर (जेडी), हाईएस्ट लॉ डिग्री
- फाइनेंस में मास्टर ऑफ़ साइंस (एमएस)
इन्वेस्टमेंट बैंकर बनने के लिए जरुरी समयावधि
कोई भी स्टूडेंट्स या जॉब सीकर कैंडिडेट अपनी बैचलर डिग्री प्राप्त करने के बाद सीधे इन्वेस्टमेंट बैंकिंग एनालिस्ट के तौर पर काम कर सकता है लेकिन किसी इन्वेस्टमेंट बैंक में एसोसिएट स्टेटस या इन्वेस्टमेंट बैंकर की पोस्ट के लिए ग्रेजुएशन/ हायर एजुकेशनल डिग्रीज के साथ कम से कम 2 वर्ष या उससे अधिक वर्क एक्सपीरियंस जरुर होना चाहिए.
इस फील्ड में अपना करियर शुरू करने के बाद कैंडिडेट्स अपने फैमिली मेम्बर्स, फ्रेंड्स और जान-पहचान के लोगों के साथ मजबूत नेटवर्क कायम करने के बाद काफी तरक्की करते हैं और इन्वेस्टमेंट बैंकिंग एनालिस्ट के तौर पर अपना करियर शुरू करके, इस फील्ड में हायर एजुकेशनल डिग्रीज प्राप्त करने के साथ ही कुछ वर्षों के कार्य अनुभव के बाद एसोसिएट की पोजीशन पर काम करते हैं. फिर संबद्ध बैंक या किसी अन्य बैंक में वाईस प्रेजिडेंट के तौर पर काम करते हैं. विभिन्न एनालिस्ट्स तथा एसोसिएट्स वाईस प्रेजिडेंट के जूनियर्स के तौर पर काम करते हैं. समय बीतने और अनुभव बढ़ने के साथ ये पेशेवर अपने बैंक के डायरेक्टर या प्रिंसिपल के तौर पर काम इनवेस्टमेंट क्या होती है? करते हैं और क्लाइंट्स के साथ कार्य व्यवहार करते हैं. इन्वेस्टमेंट बैंकिंग में हाईएस्ट लेवल मैनेजिंग डायरेक्टर का है और इस पोस्ट पर पेशेवर अपने बैंक या क्लाइंट कंपनी के लिए बिजनेस लाने के लिए जिम्मेदार होते हैं.